मौत मांग रहे हैं पाक जेल में बंद 28 भारतीय
बाड़मेर, एजेंसी 17-08-13 03:07 PM
इनमें तीन कैदी बाड़मेर जिले के हैं, जो विक्षिप्त हो चुके हैं। पाकिस्तान की जेल में भारतीय कैदियों को इतनी शारीरिक और मानसिक यातनाएं दी जा रही है कि उनके जीने की इच्छा खत्म हो गई है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि दोनों देशों की संयुक्त न्यायिक कमेटी को जेलों का निरीक्षण करना बंद कर देना चाहिये, क्योंकि इस समिति का कोई महत्व नहीं है।
लाहौर के कोट लखपत जेल में बंद 28 भारतीय कैदियों ने अपने दुखभरे जीवन से मुक्ति पाने के लिए मौत मांगी है। सांसद अविनाश राय खन्ना और मीडिया संस्थानों को संयुक्त रूप से संबोधित किए गए बयान में कैदियों ने भारत और पाकिस्तान सरकार से अनुरोध किया है कि उन सभी को गोली मार दी जाये, ताकि वे अपने दुखभरे जीवन से छुटकारा पा सकें क्योंकि बिना किसी लक्ष्य या उद्देश्य के यह जीवन नर्क के समान है।
हिन्दी में लिखे इस पत्र पर कृपाल सिंह, कुलदीप सिंह, धरम सिंह, मोहम्मद फरीद, तिलक राज, मकबूल लोके, अब्दुल माजिद, शंभूनाथ, सूरज राम, मोहिन्दर सिंह और पुर्नवासी कैदियों के हस्ताक्षर हैं।
पत्र में यह भी दावा किया गया है कि कोट लखपत जेल में बहुत ज्यादा प्रताड़ना के कारण चार महिलाओं सहित अन्य 21 भारतीय कैदियों ने अपने होश गंवा दिये हैं और उन्हें अपने नाम भी नहीं पता।
No comments:
Post a Comment