#Lakhvi - Mumbai attack mastermind :
मोदी और ओलांद ने साधा पाक पर निशाना, अमेरिका ने भी जताई चिंता
लखवी की रिहाई: 'कहाँ है 56 इंच का सीना'- मिलिंद देवड़ा (कांग्रेस)पेरिस- मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड जकी-उर-रहमान लखवी को रिहा किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को परोक्ष संदेश देते हुए कहा कि किसी भी देश को आतंकवादियों को पनाह देने की बजाय उन्हें सजा देनी चाहिए। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसो ओलांद के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में मोदी ने कहा, 'आतंकवाद से मुकाबले के लिए वैश्विक कार्रवाई की जरुरत है। सभी देशों को प्रण करना चाहिए कि वे आतंकवादियों को पनाह देने की बजाय उन्हें सजा देंगे।'
ओलांद ने भी लखवी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि एक निंदनीय कृत्य के लिए जिम्मेदार शख्स की रिहाई के मुद्दे पर भारत में जो आक्रोश है उसे वह समझ सकते हैं। ओलांद ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा मुंबई हमले के मास्टरमाइंड जकी-उर-रहमान लखवी को रिहा किए जाने से वह स्तब्ध हैं और उन्होंने इस घटनाक्रम पर अपनी ''नाराजगी'' के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया है। वहीं इस मसले पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही है। दुनिया में उथल-पुथल है और सभी इससे प्रभावित हैं...विभिन्न देशों में आतंकवाद नए स्वरुपों में फैल रहा है।' उन्होंने कहा कि फ्रांस को पेरिस में इससे जूझना पडा जब जनवरी महीने में आतंकवादियों ने हमला किया। उन्होंने कहा कि फ्रांस आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का 'दर्द' समझता है।
अमेरिका ने भी जताई चिंता
लखवी की रिहाई पर गहरी चिंता जताते हुए अमेरिका ने कहा कि उसने पाकिस्तान से 26/11 के पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करने की उसकी प्रतिबद्धता पर आगे बढ़ने के लिए बार बार कहा है। विदेश मंत्रालय के कार्यकारी प्रवक्ता जेफ राथके ने कहा ''हम मुंबई हमलों के कथित मास्टरमाइंड लखवी की जमानत पर रिहाई को लेकर बहुत चिंतित हैं।'' राथके ने कहा, ''आतंकी हमले सभी देशों की सामूहिक सुरक्षा और संरक्षा पर हमला हैं। पाकिस्तान ने मुंबई आतंकी हमले के षडयंत्रकारियों, फायनेंसरों और प्रायोजकों को न्याय के दायरे में लाने के लिए सहयोग का संकल्प जताया और हम पाकिस्तान से उस प्रतिबद्धता का पालन करने का आग्रह करते हैं ताकि छह अमेरिकियों सहित हमले में मारे गए 166 बेकसूर लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित हो सके।''
गौरतलब है कि नवंबर 2008 में मुंबई में हुए हमले के पीछे लखवी का हाथ था। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे।
लखवी की रिहाई: 'कहाँ है 56 इंच का सीना'- मिलिंद देवड़ा (कांग्रेस)
मुंबई हमलों के मास्टर माइंड माने जाने वाले ज़की-उर-रहमान लखवी की रिहाई को लेकर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है.
इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायुक्त ने पाकिस्तान के विदेश सचिव से मुलाक़ात कर अपनी आपत्ति जताई है.दूसरी ओर भारतीय विदेश मंत्रालय ने लखवी की रिहाई पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा है कि ये दुनिया के लिए अच्छी ख़बर नहीं है.
पीटीआई ने ये भी जानकारी दी है कि फ़्रांस दौरे पर गए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले पर राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद का भी समर्थन मिला है.
ओलांद ने लखवी की रिहाई पर कहा, "जिस आतंकवाद पर मुंबई हमले जैसे एक जघन्य अपराध का आरोप है, उसकी रिहाई चौंकाने वाली है."
लेकिन पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा है कि भारत की ओर से इस मामले में सहयोग न मिलने के कारण लखवी का मामला जटिल हो गया और इस कारण केस भी कमज़ोर हो गया.
भारत में भी लखवी की रिहाई पर कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. लेकिन विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार पर सवाल भी उठाए हैं.
कांग्रेस ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि सरकार पाकिस्तान पर दबाव क़ायम रखने में विफल रही.
आलोचना
पूर्व दूरसंचार मंत्री और कांग्रेस के नेता मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट किया- अब 56 इंच का सीना कहाँ गया, जिसकी अब ज़रूरत है.कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी लखवी की रिहाई का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ा .
गुरुवार को लाहौर हाईकोर्ट ने लखवी की नज़रबंदी को ख़त्म करते हुए उन्हें दस लाख के दो ज़मानती मुचलकों पर रिहा करने का आदेश दिया था.
रावलपिंडी में जेल अधिकारियों ने कहा कि लखवी को शुक्रवार की सुबह रिहा किया गया.
भारत लखवी को 2008 में हुए मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड मानता है जिनमें 166 लोग मारे गए थे.
लखवी को पिछले साल दिसंबर में ज़मानत मिली थी, लेकिन पंजाब सरकार ने क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के कानून के तहत लखवी की नज़रबंदी को जारी रखने का फैसला किया था.
लेकिन लाहौर हाईकोर्ट ने लखवी की नज़रबंदी को गलत ठहराया था और उनकी रिहाई के आदेश दिए थे.
लखवी को पाकिस्तान ने 7 दिसंबर 2008 को गिरफ़्तार किया था.