Monday 29 September 2014

चीन (हांगकांग) में लोकतंत्र समर्थक आंदोलन..., हांगकांग में बाहरी दख़ल बर्दाश्त नहीं: चीन

चीन (हांगकांग) में लोकतंत्र समर्थक आंदोलन..., हांगकांग में बाहरी दख़ल बर्दाश्त नहीं: चीन

29 sep 2014
चीन ने कहा है कि हांगकांग में चल रहे लोकतंत्र समर्थक आंदोलन में किसी भी बाहरी मदद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि हांगकांग में चल रहा आंदोलन ग़ैर-क़ानूनी है और चीन अपने आंतरिक मामले में किसी भी हस्तक्षेप का विरोध करता है.
इस बीच ब्रितानी सरकार ने कहा है कि हांगकांग की प्रगति और सुरक्षा हांगकांग के लोगों के अधिकारों और आज़ादी ख़ासकर विरोध प्रदर्शन करने के अधिकार पर ही निर्भर करती है.
सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं.
इस बीच चीन ने हांगकांग में चल रहे आंदोलन के बारे में सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की बहस पर पाबंदी लगा दी है.

प्रदर्शन जारी

हांगकांग में पुलिस के आंसू गैस छोड़ने और लोगों से सड़कों से हटने की अपीलों के बावजूद हज़ारों लोकतंत्र समर्थक जमा हैं.
प्रदर्शनों की वजह से बैंक और स्कूल बंद हैं और यातायात पर असर पड़ा है.
प्रदर्शनकारी साल 2017 में हांगकांग में चुनावों के लिए चीन सरकार की उम्मीदवार चुनने की योजना का विरोध कर रहे हैं.

Sunday 28 September 2014

VIDEO: राजदीप से मोदी समर्थकों की बदसलूकी #ModiAtMadison #RajdeepSlapped #IStandWithRajdeep

VIDEO:

राजदीप से मोदी समर्थकों की बदसलूकी
#ModiAtMadison   #RajdeepSlapped #IStandWithRajdeep






सोमवार, 29 सितंबर 2014  नई दिल्ली Updated @ 8:45 AM IST

न्यूयॉर्क के मैडिसन स्कवेयर पर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के भाषण से पहले उनके कुछ समर्थकों ने जाने माने टीवी पत्रकार राजदीप सरदेसाई से 'बदसलूकी' की.
ये ख़बर पहली बार सोशल मीडिया के ज़रिए सामने आई जब ट्विटर हैंडल @JFK-America से एक पोस्ट प्रकाशित हुई, इसमें कहा गया, “कुछ उन्मादी लोग एक भारतीय पत्रकार पर हमला कर रहे हैं. क्योंकि उन्होंने मोदी के अतीत को लेकर उनकी आलोचना की है.”
ख़ुद सरदेसाई ने ट्वीट किया, “मोडीसन स्कवेयर पर ज़बरदस्त भीड़ है! लेकिन कुछ ऐसे भी मूर्ख हैं जो अब भी यही समझते हैं कि बदसलूकी करना अपनी ताक़त को दिखाने का ज़रिया है.”
सरदेसाई से बदसलूकी का एक वीडियो भी यूट्यूब पर चल रहा है जिसे ट्विटर पर बहुत सारे लोगों ने शेयर किया है.

VIDEO: राजदीप सरदेसाई संग बदसुलूकी

राजदीप के खिलाफ अपशब्दों का भी इस्तेमाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्यू यॉर्क के मेडिसन स्‍क्वायर पर संबोधन से ठीक पहले एक शर्मनाक घटना ने इस पूरे कार्यक्रम पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया।

वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई इस वक्त अमेरिका में हैं और प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को कवर रहे हैं। रविवार को मेडिसन स्‍क्वायर पर मोदी के भाषण को कवर करने के लिए वह मौके पर मौजूद थे। कार्यक्रम से पहले वह लोगों की प्रतिक्रिया जानने की कोशिश कर रहे थे।

इस दौरान कुछ उत्साहित समर्थकों और राजदीप के बीच किसी बात पर कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ गई ‌कि राजदीप को शारीरिक हानि पहुंचाने की कोशिश भी की गई। इस दौरान उनके खिलाफ अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया गया।

भीड़ से हाथापाई के दौरान राजदीप का कोट भी उतर गया। इससे पहले कि बात आगे बढ़ती मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने बीच बचाव कर मामले को संभालने की कोशिश की।

सूत्रों के मुताबिक जल्द ही घटना की जानकारी इवेंट के ऑर्गनाइजर विजय जॉली तक पहुंच गई। तुरंत ही विजय जॉली मौके पर पहुंचे और राजदीप सरदेसाई से घटना के लिए माफी भी मांगी।

सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर मचा हंगामा

सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर मचा हंगामा
राजदीप के साथ हुई यह घटना जल्द ही ट्वीटर पर वायरल हो गई। ट्वीटर पर जहां #ModiAtMadison टॉप ट्रेंड है वहीं #RajdeepSlapped दूसरे नंबर पर बना हुआ है। हालांकि #IStandWithRajdeep भी ट्वीट के टॉप ट्रेंड में बना हुआ है।

खुद राजदीप ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया कि मेडिसन स्‍क्वायर पर जमा हुई भीड़ की मैं प्रशंसा करता हूं। हालांकि उसमें कुछ ऐसे मूर्ख भी शामिल थे जिन्हें लगता है कि दूसरों को गालियां देकर ही अपनी स्वामिभक्ति साबित की जा सकती है।

इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने ट्वीट पर लिखा कि राजदीप पर हुआ यह हमला पहले से नियोजित था। इस घटना का मकसद मोदी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना था।

हालांकि ट्वीट पर कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि इस बात पर इतना शोर किया जाना ठीक नहीं है। यह एक मामूली घटना है।

वीडियो में देखिए पूरा मामला

वीडियो में देखिए पूरा मामला
मोदी के भाषण को लाइव कवर करने के लिए मौके पर मौजूद पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने वहां मौजूद लोगों से यह जानने की कोशिश की थी कि क्या उन्हें लगता है कि मीडिया मोदी के प्रति पक्षपात कर रहा है। इसी बात पर कुछ लोग उत्तेजित हो गए और राजदीप पर हमला करने की कोशिश की।

जल्द ही राजदीप पर हमले का वीडियो भी इंटरनेट और सोशल मीडिया साइट पर लोगों ने शेयर करना शुरू कर दिया। वीडियो के साथ ही लोगों ने इस मामले पर अपनी राय भी जाहिर की। नीचे लगे वीडियो में इस घटना को देखा जा सकता है।

Tags »attack on rajdeep sardesai madison square narendra modi america modi

Attack on Rajdeep Sardesai in Madison Square..  

मोदी के भाषण पर क्या बोला अमरीकी मीडिया? #ModiAtMadison

मोदी के भाषण पर क्या बोला अमरीकी मीडिया?
#ModiAtMadison



भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क के ऐतिहासिक मेडिसन स्क्वेयर गार्डन में जब हज़ारों लोगों को संबोधित किया तो उनके भाषण को अमरीकी मीडिया ने भी गौर से सुना.
उनके अमरीका दौरे की शुरुआत से ही मीडिया में भाषणों की चर्चा के साथ साथ उनके हर कार्यक्रम के बारे में चर्चा की गई और यहां तक कि उनका लिबास और नवरात्रि के व्रत भी चर्चा के विषय रहे.
न्यू यॉर्क टाइम्स, वॉशिंगटन पोस्ट, वॉशिंगटन टाईम्स, न्यू यॉर्क डेली न्यूज़ जैसे अख़बारों में विस्तार से भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चर्चा हो रही है.

'रॉकस्टार मोदी'


मेडिसन स्क्वेयर में मोदी को मिली प्रतिक्रिया की चर्चा करते हुए एक अमरीकी समाचार पत्र यूएस ए टुडे ने लिखा है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रॉक स्टार का दर्जा मिल गया है.
एक अमरीकी समाचार एजेंसी ने लिखा कि मोदी ऐसे स्टेज पर आए जैसे कोई मशहूर बॉक्सर रिंग में प्रवेश कर रहा हो.
भारतीय मूल के अमरीकी लोगों के जोश का ज़िक्र किया गया और लिखा गया कि कुछ लोग तो मोदी की लोकप्रियता की तुलना अमरीका में कुछ वर्षों पहले बराक ओबामा की लोकप्रियता से कर रहे हैं.

'भारतीयों का बढ़ता रसूख'

अमरीकी समाचार पत्रों में यह भी कहा जा रहा है कि इस दौरान लोगों के जुनून को देखकर अमरीका में भारतीय मूल के बढ़ते हुए असर और रुसूख का भी पता चलता है.
अमरीका में रहने वाले करीब 30 लाख भारतीय मूल के लोगों के बारे में कहा गया है कि यह सबसे धनी अप्रवासियों में शामिल हैं जो भारत में विदेशी निवेश और व्यापार बढ़ाने में नरेंद्र मोदी की मदद कर सकते हैं.
न्यूयॉर्क डेली न्यूज़ ने लिखा है कि नरेंद्र मोदी की अमरीका में जो आवभगत हो रही है वह भारत में व्यापार के सिलसिले में उनके अच्छे नेतृत्व के कारण है.

विरोध प्रदर्शन


लेकिन इस सबके साथ ही कई अखबारों ने मेडिसन स्क्वेयर गार्डन के बाहर नरेंद्र मोदी के खिलाफ़ सैकड़ों लोगों के विरोध प्रदर्शनों की भी चर्चा की.
जब इमारत के अंदर वह भाषण दे रहे थे तो बाहर गुजरात दंगों में मोदी की कथित भूमिका के सिलसिले में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे थे.
यूएस ए टुडे ने तो हेडलाइन में ही कहा कि न्यूयॉर्क में मोदी ने कुछ को हर्षोल्लास से भरा तो कुछ को नाराज़ किया.
अब सभी अमरीकी अखबारों और समाचार माध्यमों की नज़र लगी है कि नरेंद्र मोदी औऱ बराक ओबामा के बीच मुलाकात कैसी रहती है.

बालासाहब होते तो बहुत पहले छोड़ देते BJP का साथ: राज ठाकरे

बालासाहब होते तो बहुत पहले छोड़ देते BJP का साथ: राज ठाकरे

  | नई दिल्ली, 29 सितम्बर 2014 | अपडेटेड: 08:37 IST
टैग्स: राज ठाकरे| बाल ठाकरे| गठबंधन| बीजेपी| मनसे| शिवसेना| उद्धव ठाकरे
राज ठाकरे की फाइल फोटो
राज ठाकरे की फाइल फोटो
शिवसेना और बीजेपी में अलगाव की आग को हवा देते हुए राज ठाकरे ने 'महाराष्ट्र अस्मि‍ता' के राजनीतिक कार्ड को आगे बढ़ाया है. एक चुनावी रैली को संबोधि‍त करते हुए मनसे प्रमुख ने कहा कि अगर बाल ठाकरे जिंदा होते तो वह बहुत पहले ही बीजेपी से अलग हो गए होते. उद्धव ठाकरे का पक्ष लेते हुए राज ने कहा कि बीजेपी ने सीटों के बंटवारे को लेकर शि‍वसेना प्रमुख का अपमान किया है. राजनीतिक पंडितों की मानें तो विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज के यह बोल प्रदेश में गठबंधन की राजनीति को नया मोड़ दे सकते हैं. संभव है कि शि‍वसेना और मनसे चुनाव बाद या पहले साथ आ जाएं. कांदिवली के ठाकुरगांव में रविवार को चुनावी रैली को संबोधि‍त करते हुए राज ठाकरे ने कहा, 'अगर मैं शिवसेना में होता तो एक महीने पहले ही गठबंधन तोड़ चुका होता.' ठाकरे में अपने समर्थकों से सवाल किया कि बीजेपी ने शि‍वसेना के साथ जो किया है, क्या इसके बाद भी उस पर भरोसा किया जा सकता है?
'बीजेपी नेता ने कहा था, टूटेगा गठबंधन'
राज ठाकरे ने कहा कि उन्हें यह पहले से पता था कि बीजेपी शि‍वसेना से गठबंधन तोड़ने का फैसला ले चुकी है. राज ने कहा कि एक बीजेपी ने नेता ने इस बाबत पहले ही जानकारी दे दी थी और कहा था कि उनकी पार्टी बहुत पहले ही यह निर्णय ले चुकी थी.

मनसे प्रमुख ने गठबंधन टूटने के बाबत कहा कि शि‍वसेना प्रदेश में बीजेपी से अलग है, लेकिन केंद्र में मंत्री पद अभी भी पार्टी के पास है. राज ने कहा कि पार्टी को बीएमसी में भी बीजेपी का साथ छोड़ देना चाहिए.
'महाराष्ट्र अपना खयाल रख सकता है'
राज ठाकरे ने कहा कि प्रदेश को किसी के मदद की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा, 'हमें यहां किसी राष्ट्रीय पार्टी के दखल की जरूरत नहीं है. महाराष्ट्र इतना ताकतवर है कि वह खुद अपना खयाल रख सकता है.'

राज ठाकरे ने कहा कि वह महाराष्ट्र के आत्मसम्मान की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि प्रदेश में मनसे को एक बार सेवा का मौका दिया जाए और बीजेपी नीत युति और कांग्रेस नीत अघाड़ी गठबंधन को नजरअंदाज करें.


जस्टिस एचएल दत्तू ने CJI पद की शपथ ली | मैरिज एक्ट से 'नाजायज संतान' का कंसेप्ट हटाने की तैयारी

जस्टिस एचएल दत्तू ने CJI पद की शपथ ली 

मैरिज एक्ट से 'नाजायज संतान' का कंसेप्ट हटाने की तैयारी

नई दिल्ली, 29 सितम्बर 2014
टैग्स: एच एल दत्तू| सुप्रीम कोर्ट| चीफ जस्टिस
जस्टिस एचएल दत्तू
जस्टिस एचएल दत्तू
जस्टिस एच.एल.दत्तू ने रविवार को देश के प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ली. उन्हें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शपथ दिलाई. वह भारत के 42वें प्रधान न्यायाधीश हैं और वह दो दिसंबर 2015 तक इस पद पर बने रहेंगे. उन्होंने न्यायमूर्ति आर.एम.लोढ़ा का स्थान लिया है, जो 27 सितंबर को सेवानिवृत्त हुए हैं. शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति के दरबार हॉल में संपन्न हुआ जिसमें उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता एल.के.आडवाणी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडु, पूर्व चीफ जस्टिस आर.एम.लोढ़ा और जस्टिस ए.एस.आनंद मौजूद थे.
जस्टिस दत्तू 17 दिसंबर 2008 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त किए गए थे और इससे पहले वह केरल उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस थे.
वह 18 दिसंबर 1995 को कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त किए गए थे. इसके बाद वह 12 फरवरी 2007 को छत्तीसगढ़ के मुख्य न्यायाधीश बनाए गए. इसके तीन महीने बाद 18 मई 2007 को उनका केरल हाईकोर्ट में तबादला कर दिया गया.

मैरिज एक्ट से 'नाजायज संतान' का कंसेप्ट हटाने की तैयारी, कमेटी के सुझावों पर विचार कर रही सरकार


hindu marriage act
symbolic image
'हिंदू मैरिज एक्ट' के तहत 'नाजायज' संतान की धारणा खत्म की जा सकती है. महिला और बाल विकास मंत्रालय एक कमेटी की ऐसी सिफारिशों पर विचार कर रहा है. यूपीए सरकार के समय गठित कमेटी ने परिवार में स्त्री को मजबूत बनाने के स्तर पर कई सुझाव दिए हैं. कमेटी ने सुझाव दिया है कि कानून में 'अनाचार' के दायरे को फिर से परिभाषित किया जाए, ताकि पत्नी से 'प्रॉपर्टी' की तरह बर्ताव न किया जा सके. कमेटी ने 'क्रूरता' पर नए सिरे से विचार करने और 'नाजायज संतान' की धारणा को खत्म करने का सुझाव भी दिया है. अंग्रेसी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' ने यह खबर दी है.
मौखिक तलाक पर प्रतिबंध की सिफारिश
पैनल ने 'ऑनर किलिंग' से निपटने के लिए अलग कानून बनाने की सिफारिश की है. साथ ही मुस्लिम और ईसाइयों के कानून में भी सुधार सुझाए हैं. कमेटी ने 'मौखिक, एकतरफा और तीन बार तलाक' और एक से ज्यादा शादी करने की प्रथा पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की मांग की है.

कमेटी ने अलगाव या तलाक की स्थिति में पत्नी को अनिवार्य रूप से मुआवजा दिए जाने की वकालत की है. मौजूदा कानून के मुताबिक, अगर महिला 'व्यभिचारी' साबित कर दी जाए या वह खुद पति के साथ रहने से मना कर दे तो उसे मुआवजा देना जरूरी नहीं होता. कमेटी ने इस व्यवस्था को खत्म करने की सिफारिश की है. पैनल ने हिंदू उत्तराधिकार कानून में भी महिलाओं की स्थिति को मजबूत करने के लिए कई सुझाव दिए हैं.
लिव-इन में भी लागू हों वैवाहिक कानून: कमेटी
पंजाब यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर रह चुकीं पाम राजपूत की अध्यक्षता में बनी कमेटी को यूपीए सरकार ने गठित किया था. इसने हाल ही में एनडीए सरकार की महिला-बाल विकास मंत्री मेनका गांधी को रिपोर्ट सौंपी है.

कमेटी ने कहा है कि 'लिव-इन रिलेशनशिप' के मामले भी विवाह और उत्तराधिकार कानूनों से बंधे हुए होने चाहिए. कमेटी ने कहा है कि सभी प्रासंगिक कानूनों में संशोधन करके मां को बच्चे का 'प्राकृतिक अभिभावक' घोषित किया जाना चाहिए.
कमेटी ने कहा है कि हिंदू मैरिज एक्ट के सेक्शन 16 में संशोधन करके इसमें वैवाहिक संबंधों के बिना पैदा होने वाले हर बच्चे को शामिल करना चाहिए. आगे से 'नाजायज' शब्द का इस्तेमाल किसी दस्तावेज में नहीं होना चाहिए. अगर इस सुझाव को मान लिया तो इसका मतलब है कि मां-बाप की वैवाहिक स्थिति का संतान पर कोई कानूनी असर नहीं पड़ेगा.


justice hl dattu sworn in as chief justice of india Keyword : H L Dattu, Justice HL Dattu Sworn in as CJI, Supreme Court
 
 
 

मैडिसन स्क्वॉयर से पीएम मोदी का ऐलान, PIO कार्ड होल्डर को दिया जाएगा आजीवन वीजा, #ModiAtMadison

मैडिसन स्क्वॉयर से पीएम मोदी का ऐलान, PIO कार्ड होल्डर को दिया जाएगा आजीवन वीजा, #ModiAtMadison

  | न्यूयॉर्क, 29 सितम्बर 2014
टैग्स: नरेंद्र मोदी| मैडिसन स्क्वॉयर| मोदी की अमेरिका यात्रा| मोदी का भाषण
मैडिसन स्क्वॉयर गार्डन में नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क के मैडिसन स्क्वॉयर में अप्रवासी भारतीयों को संबोधि‍त करते हुए भरोसा दिलाया कि वो उनके सपनों का भारत बनाएंगे और 21वीं सदी हिंदुस्तान की होगी. मोदी ने अप्रवासी भारतीयों को बड़ा तोहफा देते हुए पीआईओ कार्ड होल्डर को आजीवन वीजा देने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि विदेशी से शादी करने वाले भारतीयों के लिए भी नियम बदलेगा. उन्होंने अमेरिकी टूरिस्टों के लिए वीसा ऑन एराइवल की सुविधा देने का ऐलान किया.

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में जन-धन योजना से लेकर गंगा की सफाई तक का जिक्र किया. मोदी ने अपने भाषण में महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि बापू की 150वीं जयंती पर साफ-सुथरे हिंदुस्तान का तोहफा देना है.

मोदी ने यह भी भरोसा दिया कि एक दिन ऐसा आएगा जब दुनिया को भारत का लोहा मानना पड़ेगा. प्रधानमंत्री ने कारोबारियों को भारत आने का न्योता देते हुए कहा उनसे मेक इन इंडिया के साथ जुड़ने की अपील की. प्रधानमंत्री ने 2022 तक हर हिंदुस्तानी के पास अपना एक घर होने का सपना दिखाया.

मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत कार्यक्रम में शामिल लोगों का शुक्रिया अदा करने से किया. उन्होंने नवरात्रि की शुभकामना दी. मोदी समर्थकों ने 'मोदी...मोदी...' के नारे लगाए. मोदी ने हाथ हिलाकर अपने फैंस का अभि‍वादन किया. इसके बाद अमेरिका और भारत के राष्ट्रगान बजाया गया.
मोदी ने कहा, 'एक जमाना था जब हमारे देश को सांप-संपेरे वालों का देश माना जाता था. लेकिन भारत के नौजवानों ने देश का नाम दुनियाभर में रौशन किया है. आईटी के क्षेत्र में भारत के नौजवानों ने कमाल कर दिखाया है.'

मोदी ने अपनी एक विदेश यात्रा से जुड़े एक किस्से का जिक्र करते हुए कहा, 'हमारे पूर्वज सांप के साथ खेलते थे, लेकिन हमारे नौजवान 'माउस' के साथ खेलते हैं. कम्प्यूटर के माउस से पूरी दुनिया को घुमाते हैं.'

मोदी ने कहा, 'भारत में हुए लोकसभा चुनाव में गरीब की अहमियत चुनाव जीतना एक जिम्मेदारी होती है. मैंने जब से पीएम की कुर्सी संभाली है, 15 मिनट की भी छुट्टी नहीं ली है.'

भारत दुनिया का सबसे नौजवान देश है. यहां 65 साल की आबादी 35 साल से कम उम्र की है. भारत के पास 21वीं सदी को अपना बनाने सामर्थ्य है. भारत सबसे पुरानी संस्कृति का सबसे जवान देश है. यह बहुत तेजी से आगे बढ़ने वाला देश है. हम आपका माथा नहीं झुकने नहीं देंगे.

भारत के पास तीन ऐसी चीजें हैं जो अमूल्य हैं.
डेमोक्रेसी
यह सबसे बड़ी ताकत, सबसे बड़ी पूंजी है.
भारत में लोकतंत्र सिर्फ व्यवस्था नहीं, आस्था है. विश्वास है.
सवा सौ करोड़ देशवासियों ने आशीर्वाद दे दिया तो वह ईश्वर का आशीर्वाद है.
जनता-जनार्दन ईश्वर का रूप

डेमोग्रेफिक डिविजन
भारत के पास सबसे ज्यादा नौजवान हैं.

डिमांड
पूरी दुनिया में भारत के लोगों की मांग है.
ये तीनों चीजें किसी एक देश के पास हो, ऐसा दुनिया में भारत के अलावा कहीं नहीं है. इन्हीं के आधार पर भारत नई ऊंचाइयों को पार करेगा.

मोदी बोले, 'अमेरिका दुनिया का सबसे पुराना लोकतंत्र है. सारी दुनिया के लोग अमेरिका में बसे हैं और भारत के लोग सारी दुनिया में जाकर बसे हैं. दुनिया का कोई ऐसा कोना नहीं, जहां भारत का कोई नागरिक न मिले.'

प्रधानमंत्री ने कहा, 'सरकार विकास नहीं कर पातीं, स्कीम लागू कर सकती है. विकास जनभागीदारी से होता है. हम डेवलपमेंट की जिम्मेवारी सवा सौ करोड़ देशवासी मिलजुलकर पूरा करेंगे. विकास को जनआंदोलन बनाने की जरूरत है.'

उन्होंने कहा, 'हम हजार साल तक गुलाम रहे. गांधी जी ने आजादी को जन आंदोलन बना दिया. हमें भी आजादी के आंदोलन की तरह विकास के लिए जन आंदोलन चलाना होगा. सवा सौ करोड़ देशवासी हमारी ताकत है. भारत अपनी युवाशक्ति के दम पर दुनिया में छा जाने का माद्दा रखता है.'

अमेरिका में एयरपोर्ट पर तलाशी और वीजा के मसले को उठाते हुए मोदी ने कहा, 'मैं आपकी पीड़ा को मैं भलीभांति जानता हूं.' इस पर समूचा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा.

मार्स मिशन की कामयाबी का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, हमारे यहां ऑटो से एक किलोमीटर जाना है तो 10 रुपये लगता है जबकि मंगल ग्रह के सफर में एक किलोमीटर पर महज 7 रुपये खर्च हुए. यह हमारे नौजवानों के सामर्थ्य के चलते संभव हो सका. भारत पहला देश बना जो पहली बार में मंगल पर पहुंच गया. हॉलीवुड की फिल्म के कम बजट से हम मंगल पर पहुंच गए. भारत-अमेरिका मंगल पर भी बात करते हैं.

मोदी ने प्रवासी भारतीयों के लिए कई बड़े ऐलान किए. उन्होंने कहा, '2015 में गांधी जी के विदेश से भारत लौटने के 100 साल पूरे हो रहे हैं. अगले साल प्रवासी भारतीय दिवस अहमदाबाद में आयोजित किया जाएगा.'
वीजा के मसले पर:
पीआईओ कार्डधारकों को आजीवन वीजा दिया जाएगा.
लंबे समय तक हिंदुस्तान रहने वाले वाले प्रवासी भारतीयों को पुलिस स्टेशन जाना पड़ता है, अब ऐसा नहीं होगा.
बिना किसी कठिनाई के अमेरिकी टूरिस्ट भारत की यात्रा कर सकें, इसके लिए वीजा देने की प्रक्रिया सरल की जाएगी.
अमेरिकी टूरिस्ट को लंबे समय तक वीजा दिया जाएगा. पीआईओ और ओसीआई मिलाकर एक स्कीम बनाया जाएगा. आउटसोर्सिंग सर्विस का दायरा बढ़ाया जाएगा.

स्क‍िल डेवलपमेंट के लिए केंद्र सरकार ने अलग मंत्रालय बनाया है. हम दुनिया के अनुभव को शेयर करेंगे. हम न्योता देने वाले हैं.
नौजवानों के हाथ में हुनर बढ़ाने पर बल दिया जा रहा है.

हमारी सरकार ने प्रधानमंत्री जन-धन योजना शुरू की. नागरिकों ने 1500 करोड़ रुपये जमा कर दिए.

विदेशों में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों को मेक इन इंडिया से जुड़ने का न्योता दिया.

मोदी ने mygov.in से जुड़ने का न्योता दिया. बोले, भारत से बड़ी अवसर की कोई जगह नहीं.

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार पुराने और बेकार कानूनों को खत्म करने का काम कर रही है. अगर मैं हर दिन एक कानून खत्म कर सकता हूं तो मेरे लिए यह सबसे आनंद की बात होगी.

सरकारी कर्मचारियों के लेट दफ्तर जाने पर दुख होता था. अब सरकारी अफसर समय पर दफ्तर जाने लगे हैं. यह खबर बनी.

मेरी सरकार ने देश में सफाई का काम शुरू किया. मैं टॉयलेट बनाने का काम करूंगा. मैं चाय बेचते-बेचते यहां पहुंचा हूं. मैं छोटा हूं, इसलिए छोटे-छोटे काम करता हूं. लेकिन ऐसे लोगों के लिए बड़े-बड़े काम करने का इरादा रखता हूं.

गंगा सफाई कार्यक्रम का जिक्र करते हुए सबसे मदद करने की अपील की. गंगा को लेकर लोगों की आस्था में मेरी भी आस्था है। गंगा की सफाई सिर्फ आस्था ही नहीं पर्यावरण का भी विषय है.

मोदी ने कहा, '2022 में भारत की आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं. हम ऐसी योजना पर काम कर रहे हैं जिससे 2022 तक सभी भारतीयों के लिए रहने के लिए अपना घर होगा.'

मोदी ने कहा, 'मैं आपके सपने का भारत बनाकर आपका कर्ज चुकाउंगा.'

मोदी के संबोधन से पहले मैडिसन स्क्वॉयर गार्डन में रंगारंग कार्यक्रम हुए. कार्यक्रमों की शुरुआत 'चक दे इंडिया...' गाने से हुई.  इसके बाद 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
'आई लव माई इंडिया..' 'जय हो...' पर कलाकार थिरके.('आई लव माई इंडिया...' को आवाज देतीं मशहूर प्लेबैक सिंगर कविता कृष्णमूर्ति)

कविता जब 'वैष्णव जन' गाने को सुर दे रही थीं तो एक कलाकार मोदी की पेंटिग बना रहा था.

मोदी की एक झलक पाने के लिए अमेरिका के अलग-अलग हिस्से से लोग न्यूयॉर्क पहुंचे. मोदी के भाषण को सुनने के लिए अमेरिकी सीनेटर और उद्योगपतियों की टीम भी मैडिसन स्क्वॉयर पहुंची.
करीब 20 हजार की क्षमता वाला यह हॉल मोदी के फैंस से खचाखच भरा हुआ था. बाकि बचे लोग टाइम्स स्क्वैयर में मोदी का भाषण सुन रहे थे और इसके लिए टाइम्स स्क्वैयर में बड़े-बड़े स्क्रीन लगाए गए थे.
live narendra modi speech at madison square garden new york
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