Friday, 9 August 2013

हाफिज सईद ने देश की राजधानी दिल्ली में लाल किले पर हमले की धमकी दी है

लाल किला उड़ाने की धमकी, दिल्ली में अलर्ट

नई दिल्ली 9 अगस्त 2013 4:50 PM IST
high alert in delhi after warning of hafiz saeed
लश्कर-ए-तैयबा का चीफ और मुंबई हमलों का मास्टर माइंड हाफिज सईद एक बार फिर दिल्ली को दहलाने की फिराक में है।

सूत्रों के मुताबिक लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में शुक्रवार को ईद की नमाज के दौरान हाफिज सईद ने देश की राजधानी दिल्ली में लाल किले पर हमले की धमकी दी है।

इस संबंध में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने दिल्ली पुलिस को चिट्ठी लिखी है।


पुलिस ने चिट्ठी मिलने के बाद दिल्ली में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। इसके साथ ही दिल्ली में सुरक्षा-व्यवस्‍था भी चाक चौबंद कर दी गई है।



हाफिज सईद ने शुक्रवार को लाहौर में हजारों लोगों के साथ ईद की नमाज अदा की। नमाजियों का नेतृत्व सईद ने ही किया। इसके लिए लाहौर में कई जगह उसके पोस्टर भी लगाए गए थे।

घुसपैठ की कोशिश
पिछले कई दिनों से भारत में घुसपैठ करने में नाकाम रहने के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। बृहस्पतिवार तड़के पाकिस्तानी सेना ने लाइन ऑफ कंट्रोल पर मेंढर तहसील स्थित सोना गली क्षेत्र में आतंकियों को घुसपैठ करवाने का प्रयास किया, लेकिन भारतीय सेना ने आतंकियों को वापस पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की ओर खदेड़ दिया।

Thursday, 8 August 2013

सब्र का इम्तिहान न ले पाक: एंटनी

 रक्षा मंत्री ने कहा साजिश में शामिल थी पाक सेना

 गुरुवार, 8 अगस्त, 2013 को 12:05 IST तक
रक्षा मंत्री ने कहा है कि भारतीय जवानों पर हमला करने वाले दोषियों को बक्शा नहीं जाएगा.
रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने लोक सभा में दिए गए अपने पिछले बयान में सुधार करते हुए कहा है कि भारतीय सैनिकों पर हुए हमले में पाकिस्तान की सेना का विशेष दल शामिल था.
उन्होंने कहा कि उन्होंने इससे पहले सदन में जो बयान दिया था, वह उस समय उन्हें मिली जानकारी पर आधारित था.
उन्होंने कहा कि “ऐसा मानकर नहीं चलना चाहिए कि हमारा संयम हमेशा बना रहेगा.”
एंटनी ने सदन को बताया कि कि "रक्षा मंत्री के रूप में सदन के समक्ष बयान देने की उनकी जिम्मेदारी थी, उस समय उपलब्ध जानकारी के आधार पर उन्होंने ऐसा किया."
उन्होंने कहा कि “हालांकि उसके बाद सेना प्रमुख ने मौके का मुआयना किया और यह पाया कि हमले में पाकिस्तानी सेना का विशेष बल शामिल था.”
उन्होंने कहा कि "इस दुखद घटना और इससे पहले क्रूरता पूर्वक दो सैनिकों के सिर काटने की घटना के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उन्हे बख़्शा नहीं जाएगा."
उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं से भारत और पाकिस्तान के राजनयिक संबंध प्रभावित होंगे.

बयान का स्वागत

लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि रक्षा मंत्री का बयान सेना के बयान से मेल नहीं खाता है, इसलिए उन्हें स्पष्टीकरण देना चाहिए.
लोकसभा में नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने एंटनी के बयान का स्वागत करते हुए कहा है कि, "हम आभार व्यक्त करते हैं कि रक्षा मंत्री ने जो गलती है थी उसे सुधारने का काम किया है. हम राजनीति नहीं कर रहे थे. हम सरकार की गलती को सुधारने की कोशिश में लगे थे."
उन्होंने कहा, "सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए की ऐसी गलती दोबारा न हो."
इससे पहले राज्य सभा की कार्रवाई में बाधा डालने वाले सांसदों की सूची में कांग्रेस पार्टी के एक भी सांसद का नाम न होने पर प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा के सांसदों ने ज़ोरदार हंगामा किया. इस सूची में 20 भाजपा सांसदों सहित कुल 22 सांसदों के नाम हैं.
साथ ही तेलंगाना मसले पर हुए हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्रवाई दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी.

विपक्ष की आपत्ति

"इस दुखद घटना और इससे पहले क्रूरता पूर्वक दो सैनिकों के सिर काटने की घटना के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उन्हे बख्शा नहीं जाएगा."
ए के एंटनी, रक्षा मंत्री
एंटनी बुधवार को क्लिक करें राज्यसभा में स्पष्टीकरण दे चुके थे, लेकिन विपक्ष इससे संतुष्ट नहीं था और वह उनके बयान पर लोकसभा में स्पष्टीकरण की मांग कर रहा था.
रक्षा मंत्री ने मंगलवार को संसद में दिए बयान में कहा था, ''घात लगाकर यह हमला हथियारों से पूरी तरह लैस 20 उन आतंकवादियों ने किया, जो पाकिस्तानी सेना की वर्दी में थे.''
इस बयान पर क्लिक करें विपक्ष को काफ़ी आपत्ति थी. विपक्ष का कहना था कि एंटनी ने ऐसा कहकर पाकिस्तानी सेना को क्लीन चिट दे दी है.
विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते कहा कि एक तरफ तो भारतीय सेना इस हमले के लिए पाकिस्तान को ज़िम्मेदार ठहरा रही है, वहीं दूसरी तरफ़ रक्षा मंत्री पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहे हैं.
एके एंटनी ने राज्यसभा में अपने बयान पर स्पष्टीकरण के दौरान कहा कि उन्होंने जो बयान दिया वो उपलब्ध जानकारी के मुताबिक था.
विपक्षी दल इस बयान से संतुष्ट नहीं हुए. भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा है कि एंटनी को अपने क्लिक करें 'ग़लत' बयान के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए.
भाजपा के सांसद यशवंत सिन्हा ने एंटनी के बयान को लेकर उनके ख़िलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव का नोटिस दिया था.
उन्होंने एंटनी के बयान को 'हास्यास्पद' बताया था.

सैनिक मरने के लिए ही सेना में भर्ती होते हैं.

सैनिकों पर बयान: बिहार के मंत्री ने मांगी माफ़ी

 गुरुवार, 8 अगस्त, 2013 को 15:04 IST
भारतीय सेना प्रमुख
बिहार के ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री भीम सिंह ने सैनिकों पर दिए अपने 'विवादित' बयान पर खेद व्यक्त किया है.
दरअसल भीम सिंह ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा था कि सैनिक शहीद होने लिए ही सेना में भर्ती होते हैं.
भीम सिंह ने कहा कि वे अपने बयान के लिए क्षमा माँगते हैं, उनका बयान गलत था. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उनके बयान का संज्ञान लिया और उनसे माफ़ी माँगने के लिए कहा.
जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में हुए हमले में मारे गए सैनिकों के शव बुधवार को पटना पहुँचे थे. मारे गए पाँच सैनिकों में से चार बिहार के थे.
सैनिकों के शवों के पटना पहुँचने पर किसी भी मंत्री के मौजूद न रहने पर एक टीवी चैनल के पत्रकार ने मंत्री भीम सिंह से सवाल किया था जिसके जबाव में उन्होंने कहा था कि सैनिक तो शहीद होने के लिए ही सेना में भर्ती होते हैं.
भीम सिंह ने पत्रकार से ही पूछ लिया था कि क्या तुम्हारे माता या पिता अंतिम संस्कार में शामिल हुए हैं.

ग़लत बयान

गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, "सैनिकों का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है. मैं विनम्रता से कहना चाहूँगा कि ऐसे संवदेनशील मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों को एकजुटता दिखानी चाहिए."
मंत्री के बयान पर दुख जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, "ऐसी परिस्थिति में हमारे सहयोगी का जो बयान दिया है वह बहुत ग़लत है. इस बयान का मुझे बेहद दुख और अफ़सोस है. मैं इस पर खेद प्रकट कर रहा हूँ. वे हमारे शहीद हैं, हमारा गौरव हैं. हम उनका अहसान नहीं भूल सकते हैं. उन्होंने अपने प्रयाण न्यौछावर करके देश की सेवा की है."

मुआवज़ा

भीम सिंह
भीम सिंह ने कहा था शहीद होना ही सैनिकों की ड्यूटी है
इससे पहले बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सैनिकों का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार और सैनिकों के परिवारों को राज्य सरकार की ओर से दस-दस लाख रुपये दिए जाने की घोषणा की थी.
एक सैनिक की विधवा ने मुआवज़े का चेक लेने से भी इनकार कर दिया था.
गुरुवार को ही रक्षामंत्री एके एंटनी ने लोकसभा में घटना की निंदा करते हुए कहा कि पाकिस्तानी सेना के स्पेशल दस्ते इस हमले में शामिल थे.
एंटनी ने कहा कि भारतीय सेना ऐसी घटनाओं से निपटने और नियंत्रण रेखा की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है.

 

नीतीश के मंत्री ने किया शहीदों का अपमान, कहा- सेना, पुलिस में लोग मरने ही जाते है


नई दिल्ली, 8 अगस्त 2013 | अपडेटेड: 14:36 IST


बिहार के ग्रामीण कार्य मंत्री भीम सिंह
बिहार के ग्रामीण कार्य मंत्री भीम सिंह

नीतीश कुमार के मंत्री शहीदों का अपमान करने में जुट गए हैं. गुरुवार को बिहार के ग्रामीण कार्य मंत्री भीम सिंह से यह पूछा गया कि वे शहीदों के अंतिम संस्कार में क्यों शामिल नहीं हो सके. उन्होंने जवाब दिया, 'सेना और पुलिस में लोग मरने ही जाते हैं.' हालांकि, राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की फटकार के बाद भीम सिंह ने अपने बयान पर माफी मांग ली. दरअसल, भीम सिंह से जब एयरपोर्ट न जाने बारे में एक रिपोर्टर ने पूछा तो उन्होंने कहा, 'जवान तो शहीद होने के लिए ही होते हैं. सेना में और पुलिस नौकरी किसलिए होती है. आप थोड़े ही शहीद होइएगा. लोग शहादत के लिए ही जाते हैं. यही उसकी भावना है.'
भीम सिंह ने उल्टे रिपोर्टर से ही सवाल कर डाला, 'आप क्यों नहीं गए नागरिक के तौर पर. आप ड्यूटी पर थे न. आपके बाबूजी गए थे वहां? आपके पिता नागरिक हैं न? आपके पिता गए वहां?'
जैसे ही भीम सिंह का यह बयान सामने आया बिहार में सियासी हंगामा मच गया. आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र ने तो उनसे इस्तीफे की मांग कर ली. बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने मंत्री को बर्खास्त कर देना चाहिए. अपने मंत्री के कारनामे के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक्शन में आए. उन्होंने भीम सिंह के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई और माफी मांगने को कहा.
जेडीयू महासचिव केसी त्यागी ने बताया, 'नीतीश कुमार इस बयान से आहत हैं. उन्होंने भीम सिंह को बयान वापस लेने को कहा है.'
नीतीश कुमार की नाराजगी के बाद भीम सिंह ने मीडिया के सामने माफी मांग ली. मीडिया के तमाम सवालों पर वह एक ही वाक्य कहते नजर आए, 'मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया. लेकिन मैं इस पूरे प्रकरण पर खेद प्रकट करता हूं.'
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तानी सेना के हमले में शहीद हुए बिहार के चार जवानों का पार्थिव शरीर पटना पहुंचा तो राज्य सरकार का एक भी मंत्री जवानों को श्रद्धांजलि देने एयरपोर्ट नहीं पहुंचा.
राज्य के मंत्रियों की बेरुखी यहीं नहीं खत्म हुई. गुरुवार सुबह छपरा में शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह और रघुनंदन के अंतिम संस्कार में भी राज्य का कोई मंत्री नहीं पहुंचा.
केंद्र ने भी दिखाई थी बेरुखी
हैरानी की बात यह रही कि शहीदों के सम्मान में कसमें खाने वाला एक भी मंत्री जवानों को श्रद्धांजलि देने एयरपोर्ट नहीं पहुंचा. बुधवार रात दिल्ली एयरपोर्ट पर पूरे सम्मान के साथ शहीदों के शव उतारे गए, पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए मौके पर न तो रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी मौजूद थे और न ही केंद्र सरकार का कोई और मंत्री. यह हाल तब है, जब संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है और केंद्र सरकार का लगभग हर मंत्री दिल्ली में मौजूद है. बावजूद इसके एक भी मंत्री को इतनी फुरसत नहीं मिली कि शहीदों के सम्मान में एयरपोर्ट तक पहुंचता.

Tuesday, 6 August 2013

हमले पर अरुण जेटली बोले- एंटनी ने तो पाकिस्तान को बचने का रास्ता दे दिया

हमले पर अरुण जेटली बोले- एंटनी ने तो पाकिस्तान को बचने का रास्ता दे दिया

  नई दिल्ली, 6 अगस्त 2013 | अपडेटेड: 17:14 IST

अरुण जेटली
अरुण जेटली
पाकिस्‍तान हमले पर जब संसद में हंगामा मचा तो रक्षा मंत्री एके एंटनी सामने आए, करीब दो मिनट का बयान दिया. पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा देते हुए दम भरा कि सीमा पर हमारी सेना तैयार है. पर विपक्ष ने उनके इस बयान को खारिज कर दिया है. राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने आरोप लगाया है कि रक्षा मंत्री ने ऐसा बयान दिया है जिसे पाकिस्‍तान ढाल की तरह इस्तेमाल कर सकता है. दरअसल, रक्षा मंत्री ने अपने बयान में कहा था कि बीती रात की घटना को अंजाम देने के लिए करीब 20 आतंकी पाकिस्तानी सेना की वर्दी में भारतीय सीमा के अंदर घुस आए थे. एंटनी के इस बयान पर करारा प्रहार करते हुए अरुण जेटली ने कहा, 'यह बयान पाकिस्तान को ही बचने का रास्ता देता है. पाकिस्तान पहले से दावा करता रहा है कि भारत में होने वाली आतंकी गतिविधियों से उसका कोई लेना-देना नहीं है. चाहे कोई भी आतंकी वारदात हो, पाक का एकमात्र जवाब यही होता है. 1999 के करगिल युद्ध को ही ले लीजिए. पाक आज भी उन घुसपैठियों को अपना नहीं मानता. अगर एंटनी भी इस भाषा में बोलेंगे तो पाक इसे चोर रास्ते की तरह इस्तेमाल करेगा ही.'
अरुण जेटली ने कहा, 'पाकिस्तानी सरकार संबंध सुधारने की बात करती है. वहीं उसकी सेना हमारे सैनिकों पर हमले कर रही है. क्या वाकई में पाकिस्तानी सेना अपने सरकार की बात नहीं मानती है या फिर एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है. हमारे लिए यह जानना जरूरी है. पाकिस्तान से बातचीत होनी चाहिए. पर यह इस बात पर निर्भर करे कि पड़ोसी मुल्क का रवैया कैसा है. मौजूदा हालात में सरकार को मुंहतोड़ जवाब देने की जरूरत है. '
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान को शक का फायदा नहीं दिया जा सकता. पीएम ने कई साल पहले हरारे में कॉमनवेल्थ मीट से लौटते हुए कहा था कि पाकिस्तान भी आतंकवाद का विक्टम है. शर्म अल शेख में हमने अपनी विदेश नीति में बदलाव किया. पाकिस्तान को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि उनकी जमीन का इस्तेमाल भारत में आतंक को बढ़ावा देने के लिए ना किया जाए. इसी स्थिति में दोनों देशों के बीच वार्ता आगे बढ़ी. पर स्थिति आज भी नहीं बदली है. पाक की धरती पर अब भी हमारे देश के खिलाफ साजिशें रची जा रही हैं.'
क्या बोले सपा सांसद रामगोपाल यादव
रक्षा मंत्री का बयान निराशाजनक हैं. हमारी सीमा पर चीन और पाकिस्तान की तरफ से घटनाएं हो रही हैं. ये देश के लोगों का, सेना का, बलों का मनोबल तोड़ रही हैं. हम इस स्थिति में नहीं है, नेतृत्व इस स्थिति में नहीं है कि हम पाकिस्तान या चीन की सरकार से ठीक ढंग से मजबूती से अपनी बात कह सकें.

विपक्ष के नेता ने शुरू में ही कहा कि पाकिस्तान से बात करेंगे ये कहकर बचने का रास्ता दे दिया. उन्होंने सेना के लोगों को मारा. आप कह रहे हैं कि आतंकवादियों ने मारा. वही तो ये भी कह रहे हैं. आपने अपने बयान से बचने का रास्ता दे दिया. हम उनसे कुछ कह ही नहीं सकते हैं.

चुप्पी तोड़कर बोली यूपीए सरकार, हम पाकिस्तानी हमले की निंदा करते हैं


रक्षा मंत्री एके एंटनी
रक्षा मंत्री एके एंटनी
विपक्ष और खासतौर पर बीजेपी के आक्रामक तेवरों के बाद आखिर यूपीए सरकार के रक्षा मंत्री एके एंटनी को सोमवार रात पाकिस्तानी सेना की पुंछ सेक्टर में घुसपैठ और भारतीय सेना के पांच जवानों की मौत पर लोकसभा में बयान देना पड़ा. रक्षा मंत्री एंटनी बोले कि हम पाकिस्तान के हमले की निंदा करते हैं. उन्होंने बताया कि पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के आधे किलोमीटर अंदर आकर युद्ध विराम का उल्लंघन किया है. उन्होंने सदन के जरिए देश को सूचित किया कि सीमा पर भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार है.गौरतलब है कि सोमवार रात पुंछ सेक्टर के चक्कां दा बाग इलाके में आतंकवादियों के साथ पाकिस्तानी सेना के जवानों ने नियंत्रण रेखा पार की और सीमा पर निगरानी कर रहे बिहार रेजिमेंट के जवानों पर गोलियां बरसाईं. इस कायराना हमले में एक जेसीओ और चार जवान शहीद हुए. मंगलवार को मॉनसून सत्र के दूसरे दिन संसद के दोनों सदनों में इस पर बवाल हुआ. बीजेपी के यशवंत सिन्हा, सपा के मुलायम सिंह यादव और दूसरे नेताओं ने रक्षा मंत्री के बयान की मांग की. इस दबाव के बाद एंटनी भोजनावकाश के बाद कुछ मिनटों के लिए बोले.
उन्होंने कहा कि इस साल अब तक पाकिस्तान से सटी सीमा पर घुसपैठ की 17 घटनाओं को रोका गया है.उन्होंने कहा कि इस साल अब तक 57 केस नियंत्रण रेखा के उल्लंघन के हुए हैं. ये पिछले साल के मुकाबले 80 फीसदी ज्यादा हैं. एंटनी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने 19 खुंखार आतंकवादियों को पकड़ा या मारा गया है.एंटनी ने घुसपैठ के कुछ और आंकड़े दिए और निंदा की बात कहकर बैठ गए.

मणिशंकर अय्यर ने कहा, 'हिम्मत कैसे हुई मुझे ऐसा कहने की'


मणिशंकर अय्यर
मणिशंकर अय्यर
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर और एसपी सांसद नरेश अग्रवाल के बीच आज राज्यसभा में तीखी तकरार हो गई. यह तकरार तब हुई जब विपक्षी सांसद जम्मू-कश्मीर में बीती रात पाकिस्तान की ओर से हमले में पांच भारतीय जवानों के शहीद होने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री से जवाब मांग रहे थे.सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी ने हंगामा थमते न देख सदस्यों से पूछा कि क्या वह प्रश्नकाल चलने देना चाहते हैं. इस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने प्रश्नकाल चलने देने की मांग की लेकिन विपक्षी सदस्यों ने इस पर कड़ा विरोध जताया.
अग्रवाल ने कहा कि भारतीय चौकी पर हमला एक गंभीर मुद्दा है. यह राष्ट्रीय मुद्दा है और देश से ऊपर कुछ नहीं होता. इस पर अय्यर ने कहा कि प्रश्नकाल के लिए भी ऐसे ही गंभीर प्रश्न सूचीबद्ध हैं.
अय्यर ने एसपी सदस्यों से पूछा कि क्या वह प्राकृतिक गैस के दामों में बढ़ोतरी को लेकर चिंतित नहीं हैं? तब अग्रवाल ने कोई टिप्पणी की जिस पर अय्यर नाराज हो गए. अंसारी ने तत्काल यह टिप्पणी कार्यवाही से निकालने के लिए कहा. लेकिन अय्यर शांत नहीं हुए और अग्रवाल की ओर बढ़ते हुए कहा, ‘आपकी हिम्मत कैसे हुई मुझे ऐसा कहने की.’
अय्यर को पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार सहित अन्य सांसदों ने रोका और इसी बीच अंसारी ने बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. कुमार ने अग्रवाल से कहा ‘आपने इतनी बड़ी बात कैसे कह दी.’ भाकपा के डी राजा सहित कुछ सदस्य भी अग्रवाल से यह कहते सुने गए कि अय्यर के खिलाफ की गई टिप्पणी उचित नहीं थी.

सोनिया और राहुल गांधी ने कहा, पाकिस्तान के हमले से सकते में हैं हम, जताया दुख


राहुल और सोनिया गांधी
राहुल और सोनिया गांधी
गांधी परिवार के दोनों राजनीतिक सदस्यों सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने भी पाकिस्तान के कायराना हमले पर दुख जताकर अपना राजनैतिक कर्तव्य पूरा कर लिया है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का लिखित बयान कांग्रेस ने ट्विटर और दूसरे नेटवर्क पर जारी किया. वहीं मीडिया सेल के प्रभारी अजय माकन ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का बयान वाया ट्वीट जारी किया. दोनों ही नेताओं ने पाकिस्तान की निंदा की और सरकार से कड़े कदम उड़ाने का आग्रह किया.
देखें क्या कहा गांधी परिवार ने
कांग्रेस की अध्यक्ष और यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने पाकिस्तान के हाथों पांच भारतीय सिपाहियों की धोखे से हत्या पर गहरा दुख और क्षोभ जताया है. शहीद जवानों को श्रद्धांजलि और उनके परिवार को सांत्वना देते हुए सोनिया ने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी और पूरा देश उनके साथ है.उन्होंने कहा कि भारत देश को इस तरह के धोखे भरे कामों से नीचा नहीं दिखाया जा सकता है. सोनिया ने भारत सरकार से आग्रह किया कि इस मसले पर उचित कदम उठाया जाए.
कांग्रेस की मीडिया सेल के प्रभारी महासचिव और पूर्व मंत्री अजय माकन ने ट्वीट कर राहुल गांधी का संदेश बताया. उन्होंने लिखा कि श्री राहुल गांधी ने सरकार से आग्रह किया है कि पाकिस्तान के इस उकसाऊ कदम को शीर्ष स्तर पर उठाया जाए. गांधी ने इस कायराना घटना पर शॉक महसूस किया.

पुंछ में हमले पर संसद में बोले यशवंत सिन्‍हा- कांग्रेस का हाथ किसके साथ? भारत या फिर पाकिस्‍तान


यशवंत सिन्हा
यशवंत सिन्हा
कांग्रेस का हाथ किसके साथ? भारत के या फिर पाकिस्तान के? ये बयान है बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा का. उन्होंने ये बातें लोकसभा में पुंछ में पाकिस्तानी हमले में 5 जवानों के शहीद होने के मसले पर चर्चा के दौरान कहीं. गौर करने वाली बात है कि जब यशवंत सिन्हा बोल रहे थे तो उस वक्त सदन में जमकर हंगामा हो रहा था. यशवंत सिन्हा और अन्य बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि इस अहम मुद्दे पर जानबूझकर बीजेपी को बोलने से रोका जा रहा है, जबकि मुलायम सिंह के बयान के दौरान सभी चुप थे.
हंगामे से नाराज यशवंत सिन्हा ने यह सवाल उठाया, 'कांग्रेस अपनी स्थिति स्पष्ट करे. वह किसके साथ है. भारत के या फिर पाकिस्तान के?'
बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने अपने बयान में कहा, 'पाकिस्तान ने हमारी धरती में घुसकर सेना के पांच जवानों को मौत के घाट उतार दिया. जनवरी में भी एक जवान का सिर काटकर ले गए थे. पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देना होगा. हमारी सेना में बहुत ताकत है पर उसे असहाय कर दिया गया है.'
हंगामे के बीच उन्होंने कहा, 'बीजेपी की दो मांग है. इस मसले पर रक्षा मंत्री एके एंटनी को बयान देना चाहिए. सदन में व्यवस्थित चर्चा होनी चाहिए'
इससे पहले, मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा में इस मुद्दे पर बयान दिया. उन्होंने कहा, 'पाक से हमारी सीमा को खतरा है. इसके अलावा चीन से भी सचेत रहने की जरूत है. चीन धोखेबाज देश है. इस बार दोनों देश एक साथ धोखा दे रहे हैं. सोनियाजी और रक्षा मंत्री साहब चीन पर भरोसा मत करिएगा.'
उन्होंने कहा, 'ऐसा लगता है कि पाकिस्तान अब हमसे नहीं डरता है. इसलिए ऐसी हरकतें कर रहा है. वहीं दूसरी तरफ चीन भारत पर हमला करने की तैयारी कर रहा है. उसने तो नया नक्शा भी तैयार कर लिया है.'
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए मुलायम बोले, 'मैंने पहले भी इस सरकार को चेताया था. पीएम बताएं कि सावधान करने के बावजूद सीमा पर जवानों की सुरक्षा में चूक कैसे हो रही है. सरकार को ऐसे हमलों के बारे में पहले से जानकारी क्यों नहीं होती है.'
मुलायम सिंह रक्षामंत्री एके एंटनी पर भी निशाना साधने से नहीं चूके. उन्होंने कहा, 'इस मसले पर रक्षा मंत्री जवाब नहीं दे पाएंगे. पीएम को जवाब देने की जरूरत है.'




दुर्गा निलंबन को लेकर FB पर कमेंट करने वाले दलित लेखक कंवल भारती गिरफ्तार

दुर्गा निलंबन को लेकर FB पर कमेंट करने वाले दलित लेखक कंवल भारती गिरफ्तार

नई दिल्‍ली/रामपुर, 6 अगस्त 2013 |

दुर्गा शक्ति नागपाल
दुर्गा शक्ति नागपाल
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करने के आरोप में बहुचर्चित दलित लेखक कंवल भारती को यूपी पुलिस ने मंगलवार को रामपुर में गिरफ्तार कर लिया. हालांकि पुलिस द्वारा स्‍थानीय अदालत में पेश किए जाने के कुछ देर बाद ही कंवल भारती को जमानत मिल गई. कंवल भारती ने फेसबुक पर लिखा था, 'आरक्षण और दुर्गा शक्ति नागपाल इन दोनों ही मुद्दों पर अखिलेश यादव की समाजवादी सरकार पूरी तरह फेल हो गयी है. अखिलेश, शिवपाल यादव, आज़म खान और मुलायम सिंह (यूपी के ये चारों मंत्री) इन मुद्दों पर अपनी या अपनी सरकार की पीठ कितनी ही ठोक लें, लेकिन जो हकीकत ये देख नहीं पा रहे हैं, (क्योंकि जनता से पूरी तरह कट गये हैं) वह यह है कि जनता में इनकी थू-थू हो रही है, और लोकतंत्र के लिए जनता इन्हें नाकारा समझ रही है. अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और बेलगाम मंत्री इंसान से हैवान बन गये हैं. ये अपने पतन की पटकथा खुद लिख रहे हैं. सत्ता के मद में अंधे हो गये इन लोगों को समझाने का मतलब है भैंस के आगे बीन बजाना.'
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के जरिए जैसे ही ये खबर आई कि दलित लेखक कंवल भारती को गिरफ्तार कर लिया गया हर कोई अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करने लगा. अधिकांश लोगों ने यूपी सरकार के इस कदम की कड़ी आलोचना की. कंवल भारती के इस फेसबुक स्टेटस को सैकड़ों लोगों ने शेयर किया था.

पुंछ: गोलीबारी में पांच भारतीय सैनिकों की मौत

पुंछ: गोलीबारी में पांच भारतीय सैनिकों की मौत

-अगर वे हमारे पांच लोगों को मारते हैं तो पाकिस्तान की सीमा में घुसकर 50 लोगों का मारो

-पाकिस्तान को उसकी औकात बताना जरूरी है

 
मंगलवार, 6 अगस्त, 2013 को 10:55 
 
 
 
भारत प्रशासित जम्मू और कश्मीर के पुंछ सेक्टर में भारत-पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा पर हुए एक हमले में पाँच भारतीय सैनिकों की मौत हो गई है.
अधिकारियों के मुताबिक ये घटना मंगलवार तड़के भारतीय सेना की एक चौकी पर घटी है. श्रीनगर में मौजूद बीबीसी संवाददाता रियाज़ मसरूर के अनुसार भारतीय सेना के अधिकारियों ने ऐसा हमला होने का दावा किया है.
इस्लामाबाद में मौजूद बीबीसी संवाददाता हारुन रशीद के अनुसार, पाकिस्तानी सेना के सूत्रों ने सीमा पर किसी तरह की गोलीबारी से इनकार किया है.
पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी ने बीबीसी से कहा है कि, 'भारत की तरफ़ से लगाए जा रहे संघर्ष विराम के आरोप गलत है.'

भारतीय संसद में हंगामा

भारत के केंद्रीय गृहराज्य मंत्री आरपीएन सिंह ने कहा है कि ये घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और इससे भारत-पाकिस्तान के रिश्तों पर असर पड़ेगा.
संसदीय कार्यमंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि, "रक्षा मंत्री इस मुद्दे पर बयान देंगे. बहुत संवेदनशील मुद्दा है और आज ही इस पर बयान आएगा."
राज्यसभा में इस मामले पर खासा हंगामा हुआ और सभापति हामिद अंसारी ने विपक्ष को आश्वासन दिया कि यदि वे बहस का नोटिस देंगे तो बहस के लिए समय दिया जाएगा.
लेकिन विपक्ष के सदस्य इससे संतुष्ट नहीं हुए.
विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा, "हमें तथ्य भी चाहिए क्योंकि ये मीडिया में आ रहा है. रक्षा और विदेश नीति पर भी इसका असर होगा तो सरकार इस सभी मुद्दों पर जवाब देने के लिए तैयार रहे."
इससे पहले भारत प्रशासित जम्मू और कश्मीर राज्य के मुख्य मंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्विटर पर कहा है कि ये हमला मंगलवार सुबह हुआ जिसमें पांच भारतीय जवानों की मौत हो गई. उन्होंने मारे गए सैनिकों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं जताई है.

उमर अब्‍दुल्ला का ट्वीट
 
घटना के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्‍दुल्ला ने ट्वीट किया, "आज सुबह मुझे एलओसी पर हमारे 5 भारतीय सैनिकों के मारे जाने की जानकारी मिली। मृतकों के परिवार के प्रति मैं हार्दिक संवेदना प्रकट करता हूं।"

उन्होंने ट्विटर पर कहा, "यह घटना पाकिस्तान के साथ हमारे रिश्तों को सामान्य या बेहतर बनाने में मदद नहीं करेगी और पाक सरकार के इस दिशा में किए गए प्रयासों पर सवाल खड़े करेगी।"



सोमवार देर रात 2 बजे जम्मू के पुंछ सेक्टर में भारतीय जवानों पर पाकिस्तानी सेना के फायरिंग में सेना के पांच जवानों के शहीद होने की खबर हैं. राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला में जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है.

सेना के सूत्रों के हवाले से मिल रही खबरों के मुताबिक सोमवार रात को पाकिस्तान सेना ने चक्कां दा बाग इलाके में सरला पोस्ट पर फायरिंग की. पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सीमा में घुसकर हमला किया. इस नापाक हमले में शहीद हुए पांचों जवान 21 बिहार रेजीमेंट के हैं.
दरअसल, कुछ आतंकी बीती रात भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे. जब भारतीय सेना इस घुसपैठ को रोकने की कोशिश तो पाकिस्तानी सेना ने फायरिंग शुरू कर दी. इस हमले में जैश और लश्कर के आतंकियों के शामिल होने की खबर है. भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की. भारत-पाक सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है.



गोली का जवाब गोली हो. पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब मिले. वो गोली मारते हैं और हम कबूतर उड़ाते हैं. इससे काम नहीं चलेगा. पाकिस्तान को उसकी औकात बताना जरूरी है. ये बोल हैं बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन के. जैसे ही जम्मू एवं कश्मीर के पुंछ जिला स्थित नियंत्रण रेखा (LOC) पार कर पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए हमले में पांच सैनिकों के शहीद होने की खबर आई. विपक्षी पार्टियों के नेता पाकिस्तान को सबक सिखाने की दलील दे रहे हैं.
शिवसेना नेता संजय राउत के मुताबिक अब पाकिस्तान पर हमला करने का वक्त आ चुका है. उन्होंने कहा, 'अगर वे हमारे पांच लोगों को मारते हैं तो पाकिस्तान की सीमा में घुसकर 50 लोगों का मारो. ऐसा करने पर ही पाक सबक सीखेगा.'


पाकिस्तानी हमले पर बीजेपी के पीएम दावेदार नरेंद्र मोदी की भी प्रतिक्रिया आई. उन्होंने ट्वीट किया, 'आखिर कब जागेगी केंद्र सरकार? सीमा पर हमारे सैनिकों की सुरक्षा करने में केंद्र सरकार विफल है.'

बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी ने कहा, 'एक तरफ पाक संबंध सुधारने की बात करता है और दूसरी तरफ घुसपैठ और हिंसा करता है. यह नहीं चल सकता है. अगर यह सरकार देश की सीमा की रक्षा नहीं कर सकती है तो यह किसी काम की नहीं है.'

विपक्षी नेता भले ही युद्ध का बिगुल बजाने की बात कर रहे हों पर सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस अब भी बातचीत को ही संबंध सुधारने का एकमात्र विकल्प बता रही है. कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज ने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. अगर पाकिस्तान बातचीत के लिए गंभीर है तो ऐसे हमले बंद होने चाहिए.'

वहीं, केंद्रीय मंत्री फारुख अब्दुल्ला ने कहा, 'यह कोई नई घटना नहीं है. पिछले कई सालों से पाक इस तरह की हरकत करता रहा है. पाकिस्तान को समझना होगा कि दोस्ती और हिंसा एक साथ नहीं चल सकती. हमारी सेना के सब्र की भी सीमा है. प्रधानमंत्री सितंबर महीने में पाकिस्तानी पीएम से मिलने वाले हैं. उन्हें इस मसले को उठाना चाहिए. बातचीत बंद करने से मसले का समाधान नहीं निकलेगा.'