Saturday 24 August 2013

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मुंबई गैंगरेपः पीड़िता की आपबीती सुन खड़े हो जाएंगे रोंगटे...

मुंबई गैंगरेपः पीड़िता की आपबीती सुन खड़े हो जाएंगे रोंगटे...

  मुंबई, 24 अगस्त 2013  21:45
मुंबई में गैंगरेप का शिकार हुई महिला फोटो जर्नलिस्ट हैवानियत से हारी नहीं है. मुंबई पुलिस को इस बहादुर लड़की ने पूरी आपबीती सुनाई. पीड़ित लड़की ने पुलिस को जो बयान दिया वो सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे.

बीयर की बोतल दिखा दी थी जान से मारने की धमकी
गैंगरेप का शिकार हुई इस लड़की ने अपने बयान में कहा, 'गुरुवार दोपहर 1 बजे दफ्तर पहुंचने के बाद 5 बजे तक वहीं काम किया. उसके बाद ऑफिस की बताई हुई खबर करने के लिए एक साथी कर्मचारी के साथ शक्ति मिल कंपाउंड में जर्जर इमारत की फोटो निकालने के लिए महालक्ष्मी स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक से चल कर गए. इसी वक्त हमने दो लोगों से अंदर जाने का रास्ता पूछा. उन्होंने रास्ता बताया. कंपाउंड से अंदर जाने के बाद मैं अपने मोबाइल से और मेरा साथी कैमरे से फोटो खींचने लगे. उसी वक्त जिन लोगों ने हमें अंदर आने का रास्ता बताया था, वही लोग वापस अंदर आए. उनके साथ एक और व्यक्ति था, जिसने हमें हिंदी में बताया कि हमारे सेठ ने आपको देखा है आपको सेठ के पास आना पड़ेगा. तब मैंने कहा कि मैं तुम्हारे सेठ से बात करती हूं. पर उन्होंने फोन पर बात कराने से इनकार किया और हमें जबरदस्ती ले जाने लगे. मैंने ऑफिस में संपर्क करने की कोशिश की पर फोन नहीं मिला. तब तक हमें वो अंदर जर्जर इलाके में ले आए थे. फिर ऑफिस से मुझे फोन आया और मैंने उन्हें सारी घटना बताई. मुझे वहां से तुरंत निकल जाने को कहा गया. उन दो लोगों के साथ आए हुए तीसरे आदमी ने हमें कहा कि कुछ दिन पहले यहां मर्डर हुआ था, जो तुमने ही किया है. फिर उन्होंने दो और लोगों को बुला लिया. हम उनसे छूटने की कोशिश करने लगे. मेरे साथी को बेल्ट से मारा और रस्सी से बांध दिया. तब हमने उनसे विनती की कि हमारा मोबाइल और कैमरा जो तीस हजार से भी मंहगा है, वो ले लो और हमें छोड़ दो. लेकिन इसका कोई असर उनपर नहीं हुआ. इसके बाद उनमें से एक मूंछ वाला और बाद में आए दो लोग मुझे कोने में ले गए. तब तक मां का भी फोन आया और वो पूछने लगी कि क्या सब ठीक है. फिर उन लोगों ने मुझे टूटी हुई बियर की बोतल दिखाकर जान से मारने की धमकी दी और चुप रहने को कहा. फिर मां का दोबारा फोन आया पर उठाने नहीं दिया और छीनकर बंद कर दिया. उसके बाद पांचों लोगों ने बलात्कार किया. फिर हमें वहीं पड़े रहने को कहा और वो वहां से भाग गए. फिर मैं अपने साथी की मदद से कंपाउंड के बाहर निकली और टैक्सी पकड़कर जसलोक हॉस्पिल के लिए निकली. फिर मैंने रास्ते से मां को फोन किया और सारी वारदात बताई.'


EXCLUSIVE: क्‍या इस देश में हिंदू होना अपराध है: अशोक सिंघल

EXCLUSIVE: क्‍या इस देश में हिंदू होना अपराध है: अशोक सिंघल 



















वीएचपी के वरिष्ठ नेता और 340 से ज्यादा कार्यकर्ता गिरफ्तार

वीएचपी के वरिष्ठ नेता और 340 से ज्यादा कार्यकर्ता गिरफ्तार

 

84 कोसी यात्रा से पहले यूपी पुलिस ने कसा शिकंजा, VHP के कई नेता नजरबंद

अयोध्या/फैजाबाद, 24 अगस्त 2013 | 20:58 IST

वीएचपी नेता प्रवीण तोगड़िया
वीएचपी नेता प्रवीण तोगड़िया
उत्तर प्रदेश सरकार से इजाजत नहीं मिलने के बावजूद विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) द्वारा अयोध्या 84 कोसी परिक्रमा निकालने के फैसले पर अटल रहने से अयोध्या और फैजाबाद में तनावपूर्ण शांति है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए वीएचपी के कई वरिष्ठ नेताओं और 340 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है. सरकार द्वारा रोक और इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ द्वारा इस फैसले पर कमोबेश मुहर लगाए जाने के बावजूद वीएचपी चौरासी 84 यात्रा निकालने पर अड़ी है. इसके मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त हैं.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वीएचपी के पदाधिकारी महंत संतोष दास को वाराणसी में जबकि संगठन के प्रमुख नेता महंत राम शरण दास को राम सनेही घाट में गिरफ्तार कर लिया गया. बहराइच में बलहा से बीजेपी की विधायक सावित्री बाई फुले को नजरबंद किया गया है.
गृह विभाग के एक प्रवक्ता के मुताबिक कानपुर शहर में 100, फैजाबाद में 62, आगरा में 46, इलाहाबाद में 43, कानपुर देहात में 35, फतेहपुर में 17, बस्ती में आठ, जौनपुर में सात तथा बांदा में एक व्यक्ति को एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया गया है.
अशोक सिंघल और तोगड़िया के खिलाफ वारंट जारी
फैजाबाद के जिलाधिकारी विपिन कुमार द्विवेदी के मुताबिक वीएचपी के शीर्ष नेताओं अशोक सिंघल, प्रवीण तोगड़िया और रामविलास वेदांती के खिलाफ वारंट जारी किए जा चुके हैं. प्रमुख नेताओं की गिरफ्तारी के लिए फैजाबाद के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में एक टीम ने स्थानीय कारसेवकपुरम स्थित वीएचपी के स्थानीय मुख्यालय, मणिराम छावनी, महंत नृत्य गोपाल दास के राम जन्मभूमि ट्रस्ट और वीएचपी कार्यकर्ताओं की मौजूदगी की आशंका वाले ठिकानों पर तलाशी ली. शुरुआत में वीएचपी के 70 प्रमुख नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने वाले जिला प्रशासन ने अब 300 और कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी वारंट जारी किए हैं.
गिरफ्तारी इस लिए कि बनी रहे कानून-व्यवस्था
जिलाधिकारी ने बताया, ‘हम ऐसे प्रमुख वीएचपी नेताओं की गिरफ्तारी कर रहे हैं, जो 84 कोसी परिक्रमा के नाम पर कानून-व्यवस्था की समस्या खड़ी कर सकते हैं.’ इस बीच, फैजाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक केबी सिंह ने बताया कि साधुओं को अयोध्या की तरफ जाने से ससम्मान रोका जा रहा है. गौरतलब है कि वीएचपी ने राज्य सरकार को एक पत्र लिखकर 25 अगस्त से 13 सितंबर तक साधु-संतों और श्रद्धालुओं की 84 कोसी परिक्रमा का आयोजन करने की इजाजत मांगी थी, लेकिन सरकार ने परंपरा के अनुसार इस अनुष्ठान का समय बीत जाने और सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इसके आयोजन की अनुमति देने से इनकार कर दिया था.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
84 कोसी परिक्रमा छह जिलों फैजाबाद, बाराबंकी, बस्ती, बहराइच, गोण्डा और अंबेडकरनगर से होकर गुजरती है. इस यात्रा में करीब 50 हजार वीएचपी कार्यकर्ताओं के शिरकत करने की आशंका है. इस बीच, फैजाबाद में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीएसी की 13 कम्पनियां, रैपिड एक्शन फोर्स की तीन कम्पनियों, दो पुलिस अधीक्षक, 19 अपर पुलिस अधीक्षक, 42 उपाधीक्षक, 135 निरीक्षक, 430 दरोगा तथा 1300 आरक्षी तैनात किए गए हैं. गृह विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि यात्रा में शिरकत के लिए जाने वाले लोगों को गिरफ्तार करने के लिए बहराइच में 16, बाराबंकी में 12, फैजाबाद में 10, अम्बेडकरनगर में पांच, गोंडा में तीन तथा बस्ती में दो अस्थाई कारागार बनाये गए हैं. उन्होंने बताया कि सम्बन्धित जिलों में बड़े पैमाने पर पुलिस बल के साथ-साथ नौ कम्पनी अर्धसैनिक बल को भी तैनात किया गया है. पुलिस महानिदेशक देवराज नागर ने बताया कि उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे दूसरे राज्यों के पुलिस महानिदेशकों से आग्रह किया गया है कि वे प्रस्तावित परिक्रमा में शामिल होने आ रहे साधु संतों के बारे में उत्तर प्रदेश पुलिस को पहले सूचना दें. उन्होंने बताया कि प्रदेश के खुफिया तंत्र से कहा गया है कि किसी तरह की संदिग्ध बात नजर आने पर उसकी सूचना दें. इस काम में दूसरी एजेंसियों का भी सहयोग लिया जा रहा है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सरकार द्वारा लगाया गया प्रतिबंध पूरी तरह लागू हो.
यात्रा की इजाजत नहीं देने के खिलाफ दायर याचिका खारिज
वीएचपी की अयोध्या 84 कोसी परिक्रमा करने की इजाजत नहीं देने के खिलाफ दायर एक जनहित याचिका को शनिवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने खारिज कर दिया. कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता ने इस परिक्रमा की पिछले सालों से चली आ रही परंपरा का हवाला अपनी याचिका में नहीं दिया है. ऐसे में इसे खारिज किया जाता है. न्यायमूर्ति लक्ष्मीकांत महापात्र और न्यायमूर्ति देवेंद्र कुमार उपाध्याय की खण्डपीठ ने यह फैसला स्थानीय वकील महेश गुप्ता की याचिका पर शुरुआती सुनवाई के बाद दिया. उधर, वीएचपी परिक्रमा यात्रा निकालने पर अड़ी है. उसके प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा कि साधु-संतों द्वारा ताजा परिस्थितियों की रोशनी में विचार-विमर्श के बाद तय किया गया है कि वीएचपी के कार्यक्रम में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा.
धार्मिक होगी यात्रा, कानून-व्यवस्था को खतरा नहीं
कार्यक्रम के मुताबिक 25 अगस्त को सरयू तट पर पूजा-अर्चना के बाद यात्रा निकाली जाएगी. वीएचपी प्रवक्ता ने बताया कि यात्रा निकालने वाले साधु-संत कानून-व्यवस्था को कोई खतरा पैदा नहीं करेंगे. यह एक धार्मिक यात्रा होगी और अगर सरकार संतों के खिलाफ कोई कार्रवाई करती है तो वे स्थिति से निपटने के लिए स्वतंत्र होंगे.
यूपी का सांप्रदायिक माहौल खराब करने की साजिश है यात्रा
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि वीएचपी की यह यात्रा प्रदेश का साम्प्रदायिक माहौल खराब करने की कुछ लोगों की साजिश है. उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘कुछ लोग ऐसी यात्रा निकालना चाहते हैं, जिससे आम जनता का कुछ भला नहीं होने वाले. यह माहौल खराब करने की साजिश है.’

1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम

1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम


 
 
 
 
 
 
 
 
 
अल्काटेल ओटी-209 (Alcatel OT-209)
 
यह दुनिया का सबसे सस्ता फोन है। जुलाई 2011 में यह फोन लॉन्च किया गया था, तभी से इस फोन को कीमत के आधार पर कोई दूसरा फोन टक्कर नहीं दे पाया है।   
 
1.5 इंच कलर स्‍क्रीन 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीपैड
2जी नेटर्वक सपोर्ट  
एफएम रेडियो
लाउडस्पीकर  
टॉर्च  
एलार्म क्लॉक 
कैलकुलेटर   
कीमत- 710 रुपए
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
नोकिया 1280 (Nokia 1280)
 
2जी नेटर्वक सपोर्ट 
1.4 इंच की स्‍क्रीन 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीपैड 
एफएम रेडियो 
फ्लैश लाइट 
स्‍पीकिंग एलार्म 
800 एमएएच लियॉन बैटरी 
कीमत- 999 रुपए
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
सैमसंग गुरु 1200 (Samsung Guru 1200)
 
1.5 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन 
2जी नेटर्वक सपोर्ट 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड 
एंटी डस्‍ट कीपैड 
128 x 128 पिक्‍सल रेज्‍यूलूशन 
800 एमएएच बैटरी 
कीमत- 999 रुपए
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
कार्बन के 101 (Karbonn K101)
 
प्राइमरी कैमरा सपोर्ट 
एफएम रेडियो 
1.8 इंच की एलसीडी स्‍क्रीन 
ड्युल सिम सपोर्ट 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड 
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी 
ड्युल सिम सपोर्ट 
कीमत- 929 रुपए
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
माइक्रोमैक्स एक्स104सी (Micromax X104C)
 
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.79 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
डिजिटल कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 989 रुपये
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
सलोरा एसएम201 (Salora SM201)
 
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की एलसीडी स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
प्राइमरी कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 799 रुपये
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 सलोरा एसएम301ए (Salora SM301a)
 
0.3 मेगा-पिक्सल प्राइमरी कैमरा 
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की एलसीडी स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
कीमत - 899 रुपये
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
सलोरा एसएम301ए (Salora SM301a)
 
0.3 मेगा-पिक्सल प्राइमरी कैमरा 
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की एलसीडी स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
कीमत - 899 रुपये
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
आइबॉल आइ153 (iBall i153)
 
ड्यूल स्टैंड-बाई सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.77 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
वायरलेस एफएम रेडियो, रिकॉर्डिंग के साथ 
डिजिटल कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 949 रुपये
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
इंटेक्स नैनो एक्स (Intex Nano X)
 
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
16 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
प्राइमरी कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 999 रुपये
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
सेलकोन सी359 (Celkon C359)
 
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की स्‍क्रीन
8 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
ब्लूटूथ सपोर्ट 
कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 910 रुपये
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
विडियोकॉन वी1413 (Videocon V1413)
 
0.3 मेगा-पिक्सल प्राइमरी कैमरा 
ड्यूल स्टैंड-बाई सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
8 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
कीमत - 999 रुपये
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
सलोरा एसएम202 (Salora SM202)
 
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की एलसीडी स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
ब्लूटूथ सपोर्ट 
डिजिटल कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 849 रुपये
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
इंटेक्स नैनो वाई (Intex Nano Y)
 
 ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
8 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो, रिकॉर्डिंग के साथ 
प्राइमरी कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 949 रुपये
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
सेलकोन सी356 (Celkon C356)
 
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की स्‍क्रीन
8 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
ब्लूटूथ सपोर्ट 
कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 949 रुपये
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
लावा एआरसी11 (Lava ARC11)
 
0.3 मेगा-पिक्सल प्राइमरी कैमरा 
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
8 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो, रिकॉर्डिंग के साथ 
टॉर्च  
कीमत - 990 रुपये
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
माइक्रोमैक्स एक्स009 (Micromax X099)
 
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.76 इंच की स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
ब्लूटूथ सपोर्ट 
कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 999 रुपये
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
स्‍पाइस एम 5005 एन (Spice M 5005n)
 
अल्‍फान्‍यूरिक कीपैड 
8 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी 
1.8 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन 
ड्युल सिम सपोर्ट 
0.3 मेगापिक्‍सल प्राइमरी कैमरा 
एफएम रेडियो
कीमत- 979 रुपए
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
विडियोकॉन वी1408 (Videocon V1408)
 
0.3 मेगा-पिक्सल प्राइमरी कैमरा 
ड्यूल स्टैंड-बाई सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
2 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो, रिकॉर्डिंग के साथ 
जीपीआरएस   
कीमत - 990 रुपये
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NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
सेलकोन सी355 (Celkon C355)
 
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.77 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
8 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो 
कैमरा सपोर्ट 
ब्लूटूथ सपोर्ट 
कीमत - 925 रुपये
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भले ही रुपए की कीमत गिर गई हो फिर भी इंडियन इकॉनमी बूम पर है। कामकाज की चीजों में भी ग्लैमर और स्टेटस का जुड़ाव हो ही जाता है। तभी तो बात करने के लिए बनी मोबाइल जैसी चीज की जगह आज स्मार्टफोन ने ले ली है। बाजार है, हम-आप इस बाजार से जुड़े हैं, और स्मार्टफोन इसी बाजार के दम पर बिक रहा है। 
 
एक बड़ी आबादी आज भी हालांकि स्मार्टफोन बाजार से दूर है। आज भी उनके लिए मोबाइल बात करने का माध्यम मात्र ही है। ऐसा भी नहीं है कि यह तबका सिर्फ आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण ही स्मार्टफोन से दूर है, बल्कि कई ऐसे संपन्न लोग भी आपको मिल जाएंगे, जो स्मार्टफोन के कॉम्प्लेक्स हैंडलिंग के कारण आम मोबाइल को तरजीह देते हैं।
 
Kosulla India Ltd आज आपके लिए ऐसे ही मोबाइल की पूरी लिस्ट ले कर आया है, जिनकी कीमत 1000 रुपये से कम है। आगे की स्लाइड में 19 ऐसे मोबाइल की लिस्ट और उनके यूजर्स फ्रेंडली फीचर्स को एक-एक कर बताया गया है।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

अयोध्‍या जा रहे विहिप के 100 कार्यकर्ता गिरफ्तार:परिक्रमा पर रोक बरकरार

अयोध्‍या जा रहे विहिप के 100 कार्यकर्ता गिरफ्तार:परिक्रमा पर रोक बरकरार







लखनऊ/अयोध्या. इलाहाबाद हाई कोर्ट ने विहिप की 84 कोसी परिक्रमा पर रोक बरकरार रखी है। लखनऊ बेंच ने इस रोक के खिलाफ दायर अर्जी खारिज कर दी। सरकारी वकील एसपी त्रिपाठी ने बताया कि चूंकि 50 सालों से यह यात्रा नहीं हुई है, ऐसे में अदालत ने यात्रा पर रोक बरकरार रखने का आदेश सुनाया। इस बीच, अयोध्‍या जा रहे विहिप के 100 कार्यकर्ताओं को इलाहाबाद में गिरफ्तार किया गया है। 84 कोसी परिक्रमा को लेकर विहिप और यूपी सरकार के बीच टकराव के चलते अयोध्या अभेद किले में तब्दील हो रही है। इस किले बंदी के पीछे राजनीतिक निहतार्थ भी तलाशे जा रहें है। लोगों को 1989 की अयोध्या की याद आ रही है जब तत्कालीन मुलायम सरकार ने एलान किया था कि परिंदा भी पर नही मार सकता है। विहिप और भाजपा से जुड़े सैकड़ों फोन सर्विलांस मे लगा दिये गए हैं। पुलिस व्यवस्था को जांचने के लिए माक ड्रिल की भी योजना है। 

अयोध्या के सरयू नदी पर गोंडा व मखभूमि मखौड़ा को जोड़ने वाला पुराने पुल पर बैरीकेटिंग शुरू कर दी गई है। अयोध्या फैजाबाद के बीच बाईपास और दूसरे करीब 42 स्थानों पर बैरीकेटिंग कर सुरक्षा का तिलस्मी बंदोबस्त किया जा रहा है। शनिवार तक अयोध्या में परिंदे के प्रवेश पर भी सुरक्षा बलों की निगाह होगी। पूरी व्यूह रचना को दुरूस्त रखने और कमजोरी कड़ी को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार ने अपने सबसे काबिल पुलिस अधिकारी को जिम्मेदारी दी है।

विहिप की 84 कोसी परिक्रमा के मद्देनजर फैजाबाद और अयोध्या में तैनात सभी सरकारी डॉक्टरों की छुट्टियां अगले आदेश तक निरस्त कर दी गई हैं। फैजाबाद के जिला अस्पताल में आपातकालीन स्थिति के लिए 50 बेड रिज़र्व कर लिए गए हैं। प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नानक शरण ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने आवश्यकता पड़ने पर टेंट हाउस से 100 बेड मंगवा कर ओपीडी ब्लाक में रखने की व्यवस्था कर ली है। ब्लड बैंकों को अलर्ट कर दिया गया है। रविवार से दो एम्बुलेंस 24 घंटे किसी भी इमरजेंसी के लिए तैनात कर दी जाएंगी।
परिक्रमा पर रोक बरकरार, अयोध्‍या जा रहे विहिप के 100 कार्यकर्ता गिरफ्तार



एडीजी कानून व्यवस्था अरुण कुमार को अयोध्या में कैम्प करने का निर्देश दिया गया है। सुरक्षा प्रबंधन को चाकचौबंद करने के लिए दो एसपी, 16 एएसपी, 32 डिप्टीएसपी, 80 इंस्पेक्टर, 247 सब इंस्पेक्टर, 600 सिपाही के साथ ही 13 कंपनी पीएसी, सरयू नदी पर निगाह रखने के लिए एक कंपनी जल पीएसी तैनात कर दी है। इसके अलावा एक कंपनी अतिरिक्त आरएएफ तैनात की गयी है। पहले से ही तैनात 10 कंपनी आरएएफ का कार्य अवधि भी बढ़ा दी गयी है।
बाराबंकी के एसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि धारा 144 के कंप्लायंस के लिए जो भी संभव होगा वह कदम उठाया जाएगा। लखनऊ से आने वाला ट्रैफिक फैजाबाद की ओर चौपुला पुल से अब रामनगर तिराहा से जरवल रोड गोंडा होकर जाएगा। इसी तरह से रायबरेली से हैदरगढ़, भिटरिया होते हुए फैजाबाद जाने के लिए आने वाला ट्रैफिक अब रामनगर तिराहे से गोंडा की ओर भेजा जाएगा। वहीं, सीतापुर की ओर से आने वाले ट्रैफिक को भी रामनगर तिराहे से ही जरवल रोड गोंडा के लिए भेजा जायेगा। 
बाराबंकी प्रशासन ने परिक्रमा मार्ग की ओर जाने वाले दो दर्जन स्थानों को पहचान की है और यहाँ पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है। बाराबंकी प्रशासन ने परिक्रमा मार्ग की ओर जाने वाले दो दर्जन स्थानों को पहचान की है और यहाँ पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है। इसके अलावा अयोध्या की ओर जाने से रोकने पर वापस न लौटने वालों को गिरफ्तार कर अस्थाई जेलों में रखने के लिए स्थान भी चिन्हित किये गए हैं।
'हिंसा हुई या महौल बिगड़ा तो जिम्मेदार होगी प्रदेश सरकार'
विहिप ने उप्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य सरकार जानबूझ कर माहौल बिगाड़ रही है। एक रणनीति के तहत व तनाव भड़का रही है, उसकी कोशिश है कि दंगे फसाद हो। विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि हिंसा होती है तो उसके लिए प्रदेश की सपा सरकार ही जिम्मेदार होती है। वरना दो ढाई सौ संतों की परंपरागत परिक्रमा को लेकर पूरे प्रदेश का महौल खराब करने की कोशिश न होती।
उन्होंने कहा कि यह एक धार्मिक यात्रा है। सरकार का रवैया वोट की राजनीति के लिए बहुसंख्यक हिंदुओं का अपमान और अल्पसं यक वर्ग को खुश करना है। हांलाकि अल्पसं यक वर्ग भी सरकार की नीति को समझ रहा है। शर्मा ने आरोप लगाया कि पुलिस के अधिकारी उनके समर्थकों को धमका रहें है।
परिक्रमा पर रोक बरकरार, अयोध्‍या जा रहे विहिप के 100 कार्यकर्ता गिरफ्तार




यूपी सरकार की चौतरफा घेरेबंदी के बीच विहिप के सावन मेले व राम झूले के लिए अयोध्या आये संत सन्यासी उम्मीद की किरण है। अयोध्या के मठों व मंदिरों में इनकी तादात करीब पांच हजार है। प्रशासन के पास भी इनकी पक्की सं या नही है। विहिप के कार्यकर्ताओं व परिक्रमा से जुड़े जि मेदार लोगों ने इनसे संपर्क कर सहयोग मांगा है। परिक्रमा में जान फूंकने में इनकी बेहद अहम भूमिका होगी। हालांकि यूपी सरकार व प्रशासन की कोशिश है कि विहिप से जुड़ा कोई भी साधू संत तुलसी घाट पर न पहुंच सके। इसके लिए वे श्वेत व केसरिया वस्त्रों के साथ घाट की ओर जाने वालों को हिरासत में लेकर अयोध्या से बाहर की किसी अस्थाई जेल में भेज देगें।
सपा के मंत्री ने तोड़ा विहिप से जुड़े अहम महंत को
अयोध्या फैजाबाद के विधायक और राज्यमंत्री पवन पांडेय ने शुक्रवार को विहिप से जुड़े परिक्रमा मार्ग पर सबसे ज्यादा पहचाने जाने वाले महंत गयादास को झटक लिया। मंत्री के इशारे में उनके खास लोगों ने महंत गयादास की विहिप से नाराजगी का लाभ उठाते हुए प्रेसकांफ्रेंस में पेश कर दिया। महंत गया दास ने विहिप की परिक्रमा पर कई सवाल लगाते हुए कहा कि वे परिक्रमा के समर्थक है और चाहते है कि परिक्रमा हो लेकिन शांतिभंग की कीमत पर नही। महंत ने कहा कि विहिप ने पहले उन्हे परिक्रमा का संयोजक बनाया फिर दूध की मक्खी की तरह फेंक दिया। महंत इसी वजह से आहत है।

परिक्रमा मार्ग में होती है मारपीट और लूटपाट
महंत गयादास ने कहा कि मुस्लिम अल्पसंख्यक बाहुल क्षेत्रों से गुजरते समय श्रद्धालुओं को लूटपाट या मारपीट का भय होता है। उनके साथ पिछले वर्षो के दौरान कई घटनाएं भी हुई है। इसके पहले उनके गुरू व गुरूभाई के साथ भी घटनाएं हुई है। महंत से कहा कि वह शांति पसंद है इसलिए पुलिस से मदद तो लेते है पर एफआईआर नही करते। क्योंकि एफआईआर कदने पर उन्हे मुकदमा लडऩा पड़ेगा। वे हर साल परिक्रमा शुरू करने के पहले प्रशासन को जानकारी देते है। प्रशासन उन्हे सुरक्षा देता है। सुरक्षा न होने पर खतरा है। 

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उन्होंने कहा कि परिक्रमा मार्ग में बाराबंकी के बेलखरा व अलियाबाद, फैजाबाद का रूदौली व सिड़सिड़ा बहराइच का जरवल रोड ऐसी जगहें है जहां खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा छोटे-छोटे कई स्थान है, जहां परिक्रमा का विरोध होता है। गौरतलब है कि कुछ महीने पहले दुर्गापूजा के दौरान रूदौली में सांप्रदायिक तनाव भड़क गया था।
विहिप ने एक महीने पहले कर लिया था परिक्रमा मार्ग का सर्वे
महंत गयादास ने भास्कर से बात करते हुए कहा कि परिक्रमा की योजना बनाने के बाद विहिप ने उनसे संपर्क किया था। परिक्रमा मार्ग की पूरी जानकारी लेकर सर्वे कराया था। उन्होने खुद सर्वे में मदद की थी। महंत ने कहा कि वे चाहते थे कि परिक्रमा के महत्व से लोग परिचित हो, लेकिन जो हो वह शांतिपूर्वक हो। किसी को परेशान करने के लिए परिक्रमा न हो। उन्होने कहा कि विहिप के लोगों ने उन्हे परिक्रमा का संयोजक बनाया, फिर हटा दिया। इसके लिए वे अयोध्या की स्थानीय राजनीति को दोष देते है।    

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विहिप ने परिक्रमा मार्ग में कर दिया है बदलाव
महंत गयादास ने कहा कि विहिप ने परिक्रमा मार्ग में अपनी सुविधा के मुताबिक कुछ बदलाव किये है यह बदलाव उन रास्तों पर पानी भरने या बाढ़ आने के कारण किया गया है। उन्होने कहा कि सामान्य तौर पर 84 कोसी की परिक्रमा में 252 किमी होते है। लेकिन पानी भरे होने के कारण रास्ते में बदलाव से मार्ग की लंबाई बढ़ गई है।
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हर दिन एक प्रांत के संत होगें परिक्रमा में शामिल
विहिप की 84 कोसी (एक कोस में लगभग तीन किमी) परिक्रमा की शुरूआत 25 अगस्त से होकर 13 सितंबर तक चलेगी। किसी भी दिन भीड़ जुटाने का कार्यक्रम नही है। प्रशासन का अनुमान है कि भीड़ अनुमान से ज्यादा होगी। 25 अगस्त को कानपुर अयोध्या व जयपुर के संत कार्यक्रम में शामिल होगें। सुबह सरयू पूजन के बाद पत्रकारों से बात भी होगी। पदल चलते हुए संत सरयू का पुल पार कर कटरा कुटी पहुंचेगें। यहां से वाहनों से छह किमी दूर मखौड़ा पहुंचेगें। जहां चार बजे से यज्ञ किया जाएगा। एक सभा भी होगी।
26 अगस्त को मध्य भारत व मध्य प्रदेश के संत महंत पहुंचेगें। मखौड़ा से इनका प्रस्थान होगा। यह उसी दिन 19 किमी की परिक्रमा करेगें। विहिप के कार्यक्रम के अनुसार 27 को काशी प्रांत, 28 को झारखंड प्रांत, 29 को अवध प्रांत, 30 को महाकौशल व चित्तौडग़ढ़ के संत परिक्रमा के लिए निकलेगें। यह सिलसिला आगे चलता रहेगा। 31 को पश्चिमी उप्र के मेरठ प्रांत के संत परिक्रमा करेगें।
परिक्रमा व रोक के पीछे, जनता देख रही है राजनीति
अयोध्या में भारी सुरक्षा बंदोबस्त और लावलश्कर को लेकर लोगों में संशय है। अयोध्या के मुख्य मार्ग के व्यवसायी राजाराम का दावा है कि सरकार ने विहिप की यात्रा पर रोक न लगा कर अनुमति दे दी होती तो हंगामा न होता। किसी को पता नही चलता कि हुआ क्या। वे बताते है कि 2001 में विहिप ने राम मंदिर के शिलादान का एलान किया, तत्कालीन प्रदेश सरकार व केन्द्र सरकार ने कहा कि नही लेगें, रामसेवकों के आने पर रोक लगी अयोध्या में सुरक्षा की किलेबंदी हो गई गोधरा और गुजरात भी हो गया। इसके बाद केन्द्र सरकार के प्रतिनिधि ने शिला स्वीकार ली। जो आज भी फैजाबाद के कोषागार में जमा है।

मखौड़ा में भीड़ नही जुटने देगा प्रशासन
गुरूवार को विहिप के पदाधिकारियों ने यहां बैठक कर इंतजामों की समीक्षा की है। जबकि बस्ती के डीएम व एसपी ने गुरूवार को परिक्रमा की शुरूआत मखौड़ा धाम सहित समूचे मार्ग का निरीक्षण किया। साथ ही मातहतों को वहां साधु-संतों के जमावड़े पर रोक लगाने की हिदायत दी। भाजपा सहित तमाम हिंदू संगठनों ने आयोजन की रूपरेखा तैयार करने के लिए बैठक कर प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। 
जिलाधिकारी अनिल कुमार दमेले व पुलिस अधीक्षक वीपी श्रीवास्तव ने हर्रैया के एसडीएम लालजी मिश्र व सीओ चंद्रधर गौड़ के साथ मखौड़ा धाम का दौरा किया। श्रीराम जानकी मंदिर के महंत से बात कर उन्हें जिले में धारा 144 लागू होने की जानकारी देते हुए कहा कि यदि मंदिर पर साधु.संत आते हैं या किसी प्रकार की भीड़ होती है तो इसकी सूचना पुलिस को दें। प्रशासनिक टीम ने छावनी थाना क्षेत्र के रामरेखा मंदिर पर पडऩे वाले संतों के प्रथम पड़ाव पर भी यही हिदायत दी।
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आधा दर्जन जिलों में बन रहीं है अस्थाई जेलें
विहिप की परिक्रमा रोकने के लिए गिर तारी की तैयारी की जा रही है। प्रदेश सरकार के निर्देश पर मार्ग में पढऩे वाले सभी आधा दर्जन जिलों में अस्थाई जेलों की व्यवस्था की जा रहा है। इसके लिए स्कूलों व सार्वजनिक भवनों को सुरक्षित किया जा रहा है। 
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84 कोसी परिक्रमा पर विहिप का सिक्रेट प्लान
तू डाल-डाल मैं पात-पात की तर्ज पर सरकार के नुमाइंदे और विश्व हिन्दू परिषद के नेता एक दूसरे की चालों को मात देने में लगे हैं। एक तरफ पुलिस और प्रशासन के अधिकारी 84 कोसी परिक्रम को रोकने की कवायद में बैठकें कर रहे हैं, वहीं विहिप के नेता अयोध्या-फैजाबाद के आस-पास के लोगों के साथ बैठकें कर रणनीति बना रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा और विहिप के स्थानीय नेता लोगों से मिल कर चौरासी कोसी परिक्रमा में शामिल साधु-संतों के जोरदार स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। साधु-संतों और विहिप के नेताओं की गिरफ्तारी के समय लोगों द्वारा मानव श्रृंखला बनाने की बात समझाई जा रही है। इससे पुलिस के लिए गिरफ्तारी कठिन हो जाएगी।
भाजपा और विहिप नेताओं द्वारा 21 अगस्त को सावन मेले देश के कोने-कोने से शामिल होने आए लोगों को परिक्रमा में शामिल होने की अपील भी की जा रही है। उनसे साधु-संतों के साथ परिक्रमा करने की गुजारिश की जा रही है।
दूसरी तरफ, स्थानीय पुलिस-प्रशासने अयोध्या-फैजाबाद सहित छह जिलों में धारा-144 लगा दी है। उनके द्वारा सावन मेले में शामिल होने आए लोगों से 22 अगस्त तक वापस चले जाने की अपील की जा रही है।
प्रशानिक सूत्रों के मुताबिक, भाजपा और विहिप के 23 बड़े नेताओं के चिन्हित कर लिया गया है। इन्हें रात तक गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके अलावा करीब 60 और नेताओं के गिरफ्तारी के प्रयास किए जाएंगे। कई नेताओं ने मोबाइल सर्विलांस की जरिये अपनी रणनीती का खुलासा होने से बचने के लिए या तो अपने मोबाइल स्विच ऑफ कर लिए है या फिर नंबर बदल दिये हैं।

आपके खाते से कट रहे हैं एसएमएस अलर्ट के पैसे

आपके खाते से कट रहे हैं एसएमएस अलर्ट के पैसे

24 अगस्त 2013 12:56 PM


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देश के सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों ने कमाई करने का नया तरीका निकाल लिया है। पहले लोगों को एटीएम की लत लगवाई और अब कार्ड के जरिए मनी ट्रांजेक्‍शन करने के बाद लोगों को आने वाले मोबाइल एसएमएस अलर्ट का पैसा वसूला जा रहा है।

टीनएनएन के मुताबिक सार्वजनिक और निजी दोनों तरह के बैंक ग्राहकों को एसएमएस के जरिए उनके खाते से हुए लेन-देन की जानकारी भेज रहे हैं। दोनों ही क्षेत्रों के बैंकों ने ग्राहकों को बिना बताए ही एसएमएस फीस के रूप में सालाना 60 से 100 रुपए तक एसएमएस शुल्‍क उनके बैंक एकाउंट से काटना शुरू कर दिया है।

आप भी अपने एकाउंट की डिटेल का चेक कर इसका पता कर सकते हैं।

भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक ग्राहकों से 60 रुपए सालाना का एसएमएस शुल्‍क वसूल कर रहे हैं। केनरा बैंक एसएमएस शुल्‍क के तौर पर 100 रुपए ले रहा है। एचडीएफएसी बैंक अभी सिर्फ स्पेशल अलर्ट मैसेज के लिए ‌ही 60 रुपए का शुल्‍क ले रहा है।

वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा था कि सिर्फ सार्वजनिक क्षेत्र के सिर्फ पांच बैंक ही एसएमएस अलर्ट के लिए शुल्‍क ले रहे हैं।

वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने लोकसभा में बताया कि विजया बैंक और आईडीबीआई बैंक वर्ष 2010-11 से ही एसएमएस अलर्ट के लिए ग्राहकों से शुल्‍क ले रहे हैं। आईडीबीआई बैंक ने वर्ष 2010-11 के दौरान एसएमएस अलर्ट के जरिए एक करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की है। वहीं विजया बैंक ने 30 लाख रुपए की कमाई एसएमएस अलर्ट के जरिए की है।


ग्राहकों को अब नेट बैंकिंग के लिए मिलेगा कम समय


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रिजर्व बैंक द्वारा बैंकों के लिए पूंजी की उपलब्धता में कमी करने का असर अब आम ग्राहकों पर पड़ रहा है।

एक तरफ जहां बैंक अपना कर्ज महंगा कर रहे हैं, वहीं छोटे बैंकों के लिए नेट बैंकिंग के जरिए फंड ट्रांसफर की सुविधा भी दिन भर देना मुश्किल हो रहा है।

इसके मद्देनजर आईडीबीआई बैंक ने एनईएफटी ट्रांसफर की अवधि में दो घंटे की कमी कर दी है। यानी, अब बैंक से सामान्य दिन में नेट बैंकिंग के जरिए उसी दिन फंड ट्रांसफर की सुविधा केवल साढ़े तीन बजे तक ही मिल सकेगी।

बैंकर्स के अनुसार आरबीआई ने नकद आरक्षी अनुपात (सीआरआर) के लिए प्रतिदिन 99 फीसदी तक राशि सुरक्षित रखनी अनिवार्य कर दी है।

इससे बैंकों को पूंजी की व्यवस्था करने में दिक्कत आ रही है। जिसका खास तौर से असर छोटे बैंकों पर हो रहा है। इसके पहले सीआरआर की सीमा 70 फीसदी निर्धारित थी।

आईडीबीआई बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अमर उजाला को बताया कि बैंक ने सामान्य दिनों में एनईएफटी के जरिए फंड ट्रांसफर की सुविधा साढ़े पांच बजे से घटाकर साढ़े तीन बजे कर दी है। शनिवार को यह सुविधा 11.45 तक ही मिलेगी।

ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीआरआर की सीमा 99 फीसदी करने का असर नकदी की उपलब्धता पर हो रहा है। एनईएफटी सेवा के लिए बैंकों को पूंजी 5.30 शाम बजे तक रखनी होगी। ऐसे में मौजूदा हालात में पूंजी उपलब्ध कराना छोटे बैंकों के लिए खास तौर से आसान नहीं है।

पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारी के अनुसार छोटे बैंकों के लिए नकदी की उपलब्धता बनाए रखना काफी मुश्किल हो रहा है। ऐसे समय में जब कॉल मार्केट में रेट 10.25 फीसदी तक पहुंच गए हैं, बैंक या तो कर्ज महंगा करेंगे या दूसरी सुविधाओं में कटौती करेंगे।

कैसे होगा एनईएफटी सुविधा पर असर
बैंकों द्वारा तय अवधि के बीच एनईएफटी के जरिए फंड ट्रांसफर करने से ग्राहकों के खातों में राशि उसी दिन पहुंच जाती है। जबकि उसके बाद ट्रांजेक्शन करने पर राशि अगले दिन ग्राहकों के खातों में पहुंचती है। अवधि कम होने पर उसी दिन फंड ट्रांसफर करने का मौका ग्राहकों को कम समय के लिए मिलेगा।

आजम खां की विहिप को चेतावनी :प्रदेश में दोबारा 1992 जैसे हालात नहीं बनने देंगे

आजम:प्रदेश में दोबारा 1992 जैसे हालात नहीं बनने देंगे


गाजियाबाद 24 अगस्त 2013 8:22 AM 





azam khan warning to vhp
उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के मुरादनगर में लैपटॉप बांटने आए यूपी के संसदीय कार्य एवं नगर विकास मंत्री आजम खां इशारों ही इशारों में विहिप को चेतावनी दे गए।

उन्होंने मंच से साफ किया कि किसी भी प्रदेश में दोबारा से 1992 जैसे हालात बनने नहीं दिए जाएंगे। प्रदेश की फिजा बिगाड़ने वाले कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। शासन-प्रशासन पूरी तरह तैयार है। कोर्ट के आदेश का पूरी सख्ती से पालन किया जाएगा।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि देश का संविधान सबसे ऊपर है। उनका कहना था कि लोग शांति और विकास चाहते हैं, मगर कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए आम जनता को बरगलाने का काम कर रहे हैं।

विहिप के 70 लोगों के खिलाफ जारी हुए वारंट पर बोलते हुए आजम ने कहा कि सभी संबंधित जिलों के डीएम से रिपोर्ट मांगी गई थी। यह किसी पार्टी या सरकार का मामला नहीं है, बल्कि यह सिस्टम का हिस्सा है। अगर सिस्टम में ढील दी गई तो प्रदेश में जंगलराज हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि कानून सभी लोगों के लिए समान है। इसलिए किसी को भी कानून का उल्लंघन करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। जो लोग नफरत फैलाने की कोशिश करेंगे, उनके साथ शासन-प्रशासन सख्ती से निपटेगा। कानून व्यवस्था बनी रहे इसकी जिम्मेदारी सरकार की है। वैसे भी संविधान में बीच का कोई रास्ता नहीं होता।

84 कोसी परिक्रमा: रोक पर हाई कोर्ट ने भी लगाई मुहर!

84 कोसी परिक्रमा: रोक पर हाई कोर्ट ने भी लगाई मुहर!

लखनऊ 24 अगस्त 2013 2:05 PM  


high court imposes ban on 84 kosi parikrama
खबर आ रही है कि हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने भी विश्‍व हिंदू परिषद की 84 कोसी परिक्रमा पर राज्य सरकार की रोक पर मुहर लगा दी है।

शनिवार को राज्य सरकार द्वारा परिक्रमा पर लगाई गई रोक के विरोध में दर्ज की गई याचिका को बेंच ने यह कहते हुए खारिज कर दिया गया कि क्योंकि याची ने यह नहीं कहा कि यह परिक्रमा परंपरागत तौर पर होती आई है, इसलिए शुरुआती दौर में खारिज किया जा रहा है।

फैजाबाद के डीएम ने बताया है कि अयोध्या में हिंदू महासभा, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के 50 नेता-कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है।

इसके अलावा, सूबे के छह जिलों की सीमाओं को भी सील कर दिया गया है। पुलिस और सुरक्षा बलों को सख्त निर्देश दे दिए गए हैं कि किसी भी कीमत पर इन संगठनों के लोगों को अयोध्या में न घुसने दिया जाए।

केंद्र से मिले सुरक्षाबलों की कुछ और टुकड़ियां भी शुक्रवार राज फैजाबाद और आसपास के जिलों में तैनात कर दी गईं हैं।



इस दौरान, भले ही 84 कोसी परिक्रमा शुरू होने में अब 24 घंटे से भी कम वक्त बचा है लेकिन विहिप की तैयारियां अब भी जोरों पर हैं।

इसके पहले, शुक्रवार रात मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने आनन-फानन में फैजाबाद के डीएम और एसएसपी को लखनऊ तलब कर हालात की समीक्षा की।

बैठक के बाद पुलिस महानिदेशक देवराज नागर ने मीडिया को बताया कि परिक्रमा किसी हालत में नहीं निकलने दी जाएगी, किसी ने कोशिश की तो गिरफ्तारी होगी।

परिक्रमा मार्ग से संबंधित अन्य जिलों में भी जगह-जगह बैरीकेडिंग कर वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है। शनिवार शाम से सीमा पूरी तरह सील कर दी जाएगी।

हालांकि, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अफसरों को संतों के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार न किए जाने की खास हिदायत दी है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि आम लोगों को कोई दिक्कत न हो। इसके उल्लंघन पर उन्होंने कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है।

उधर, विहिप ने परिक्रमा के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, शुरू करने की बात दोहराते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि उसने हठधर्मिता न छोड़ी तो गंभीर नतीजे होंगे।

भाजपा ने भी सरकार पर एक वर्ग विशेष के वोट लेने के लिए हिंदू आस्था पर चोट पहुंचाने का आरोप लगाते हुए विहिप के साथ रहने का ऐलान किया।

84 कोसी: किन 500 लोगों पर है सरकार की पैनी नजर?

84 कोसी: किन 500 लोगों पर है सरकार की पैनी नजर?


लखनऊ/फैजाबाद अंतिम अपडेट 24 अगस्त 2013 10:23 AM 



force posted in ayodhya
84 कोसी परिक्रमा शुरू होने में अब 24 घंटे ही बचे हैं। विहिप की तैयारियों को देखते हुए अयोध्या-फैजाबाद को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।

शनिवार से फैजाबाद की सीमा सील कर दी जाएगी। केंद्र से मिले सुरक्षाबलों की कुछ और टुकड़ियां शुक्रवार को फैजाबाद और आसपास के जिलों में तैनात कर दी गईं।

500 से ज्यादा लोगों को चिह्न्ति करते हुए अधिकारियों से उन पर नजर रखने की हिदायत दी गई है। शुक्रवार देर रात से गिरफ्तारियों का सिलसिला भी शुरू होने का अंदेशा है।

मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने फैजाबाद के डीएम एवं एसएसपी को लखनऊ तलब कर हालात की समीक्षा की।

बैठक के बाद पुलिस महानिदेशक देवराज नागर ने मीडिया को बताया कि परिक्रमा किसी हालत में नहीं निकलने दी जाएगी, किसी ने कोशिश की तो गिरफ्तारी होगी।

इस बीच, सरकार ने संतों सहित सभी से इसमें शामिल न होने का अनुरोध किया है। सरकार की ओर से साफ किया गया है कि आम लोगों के आवागमन पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है।

परिक्रमा मार्ग से संबंधित अन्य जिलों में भी जगह-जगह बैरीकेडिंग कर वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है। शनिवार शाम से सीमा पूरी तरह सील कर दी जाएगी।

हालांकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अफसरों को संतों के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार न किए जाने की खास हिदायत दी है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि आम लोगों को कोई दिकक्त न हो। इसके उल्लंघन पर उन्होंने कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है।

उधर, विहिप ने परिक्रमा के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, शुरू करने की बात दोहराते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि उसने हठधर्मिता न छोड़ी तो गंभीर नतीजे होंगे।

भाजपा ने भी सरकार पर एक वर्ग विशेष के वोट लेने के लिए हिंदू आस्था पर चोट पहुंचाने का आरोप लगाते हुए विहिप के साथ रहने का ऐलान किया।

84 कोसी यात्रा: अशोक सिंघल, तोगड़िया समेत 70 VHP नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट

84 कोसी यात्रा: अशोक सिंघल, तोगड़िया समेत 70 VHP नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट


फैजाबाद/लखनऊ, 24 अगस्त 2013 | अपडेटेड: 09:07 IST
टैग्स: वीएचपी| 84 कोसी परिक्रमा| अयोध्या| 84-kosi yatra| Ayodhya| VHP
 

फाइल फोटो
फाइल फोटो
विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) की रविवार से अयोध्या में प्रस्तावित अपनी 84 कोसी परिक्रमा शुरू करने पर अड़े रहने के बीच फैजाबाद जिला प्रशासन ने वीएचपी के 70 नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किये. इस बीच, अयोध्या और फैजाबाद में पुलिस बल की भारी संख्या में तैनाती कर दी गई है. फैजाबाद के जिला मजिस्ट्रेट विपिन कुमार द्विवेदी ने फैजाबाद में कहा कि अशोक सिंघल, प्रवीण तोगड़िया और राम विलास वेदांती सहित अन्य नेताओं के खिलाफ वारंट जारी किये गये हैं.
उत्तर प्रदेश सरकार ने सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने की आशंका से इस यात्रा पर पाबंदी लगा दी है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, वीएचपी के 20 कार्यकर्ताओं को पकड़ा गया है जबकि वेदांती सहित कुछ वरिष्ठ नेता भूमिगत हो गये हैं.
उत्तर प्रदेश सरकार ने वीएचपी कार्यकर्ताओं के आवागमन के बारे में खुफिया जानकारी साझा करने के लिए पडोसी राज्यों से मदद मांगी है.

'40 से 50 हजार कार्यकर्ताओं के भाग लेने की उम्मीद'

पुलिस महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) राजकुमार विश्वकर्मा ने लखनऊ में से कहा, ‘वीएचपी की 25 अगस्त से प्रस्तावित 84 कोसी परिक्रमा के सिलसिले में पड़ोसी राज्यों से खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान का आग्रह किया गया है.’ जिला प्रशासन ने इस यात्रा में वीएचपी के 40 से 50 हजार कार्यकर्ताओं के भाग लेने की उम्मीद जताई है.

द्विवेदी ने कहा कि फैजाबाद में करीब एक दर्जन पुलिस दल विहिप नेताओं के विभिन्न ठिकानों पर नियमित छापे मार रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने सिंघल को इलाहाबाद से आते वक्त अयोध्या जाने की अनुमति नहीं दी. उन्होंने कहा कि अयोध्या और फैजाबाद में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किये गये हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या फैजाबाद जिले की सीमा सील की जाने वाली है, विश्वकर्मा ने कहा कि इस संबंध में परिस्थितियों को देखते हुए निर्णय किया जायेगा. मगर फिलहाल ऐसी कोई रोक नहीं है और कोई भी शहर की यात्रा कर सकता है. विश्वकर्मा ने कहा कि केवल उन्हें ही अयोध्या जाने से रोका जायेगा जो यात्रा में भाग लेने की नीयत से जा रहे होंगे, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि इस बात की शिनाख्त कैसे होगी कि कौन परिक्रमा में भाग लेने जा रहा है.

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

विश्वकर्मा ने बताया कि फैजाबाद में शांति और व्यवस्था बनाये रखने के लिये पीएसी की 13 और आरएएफ की तीन कंपनियों के अलावा दो पुलिस अधीक्षकों, 19 अपर पुलिस अधीक्षकों, 42 पुलिस उपाधीक्षकों, 135 निरीक्षकों, 430 उपनिरीक्षकों और 1300 सिपाहियों की तैनाती की गयी है.

प्रस्तावित 84 कोसी अयोध्या परिक्रमा पथ फैजाबाद के अलावा बस्ती, बाराबंकी, गोंडा, बहराइच और अंबेडकर नगर जिलों से होकर गुजरता है.

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने फैजाबाद और उसके आसपास के जिलों के पार्टी विधायकों के साथ बैठक करके वीएचपी की प्रस्तावित परिक्रमा के मद्देनजर उनके क्षेत्रों में उपजी परिस्थितियों की जानकारी ली.
मुख्यमंत्री ने पार्टी विधायकों से हालात पर करीबी नजर रखने और जो भी स्थिति हो उससे उन्हें और पार्टी को अवगत कराते रहने के निर्देश दिये.

Friday 23 August 2013

Saurav Ganguly Donated Rs. One Crore For Uttarakhand Flood Victims.

Saurav Ganguly Donated Rs. One Crore For Uttarakhand Flood Victims.


 Mr. Saurav Ganguly Donated Rs. One Crore For Uttarakhand Flood Victims. You Are Baap Of Baaps, No Wonder People Call You Dada. Thank You Dada & May God Bless You Always.  #Respect
 
Mr. Saurav Ganguly with her wife Dona
Mr. Saurav Ganguly Donated Rs. One Crore For Uttarakhand Flood Victims. You Are Baap Of Baaps, No Wonder People Call You Dada. Thank You Dada & May God Bless You Always. Respect
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BREAKING NEWS FROM 3 AUGUST TO TILL DATE(22 August)

BREAKING NEWS FROM 18 AUGUST  TO TILL DATE(22 August) 

नरेंद्र मोदी की तारीफ के लिए अपनी आवाज के इस्तेमाल पर भड़के अमिताभ, बोले केस कर दूंगा


मुंबई, 22 अगस्त 2013 
टैग्स: Amitabh Bachchan| Narendra Modi| Fake YouTube video| अमिताभ बच्चन| नरेंद्र मोदी| गुजरात
 


फाइल फोटो
गुजरात पर्यटन का प्रचार करने वाले अमिताभ बच्चन प्रदेश के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ के लिए अपनी आवाज के गलत इस्तेमाल पर नाराज हो गए हैं. यूट्यूब पर चले इस वीडियो में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ के लिए उनकी आवाज का इस्तेमाल किया गया है.इस पर बिग बी ने कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'किसी ने मेरी आवाज के इस्तेमाल से एक फर्जी वीडियो बनाया है. मेरे शब्दों को शरारती और गलत तरीके से गुजरात के मुख्यमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी के प्रचार के लिए बनाए गए वीडियो के साथ इस्तेमाल किया गया है.'
इस पर नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करके लिखा है, 'वीडियो बनाने वाले को तुरंत अमिताभ जी से माफी मांगनी चाहिए'.
लीड इंडिया का विज्ञापन मोदी पर चिपका दिया
वीडियो में अमिताभ बच्चन की आवाज सुनाई दे रही है, जिसमें वह कह रहे हैं, 'इंतजार है एक ऐसे सारथी का जो इस कुरुक्षेत्र में हमें विजयी बनाए. जरूरत है एक ऐसे नेता की जो हमारे युवाओं के सपने को साकार करे और हमें उस शिखर तक ले जाए जहां सारी दुनिया हमारे कदमों में हो'. इस वॉयस ओवर के साथ नरेंद्र मोदी के विजुअल्स लगा दिए गए हैं.

अमिताभ ने अपने ब्लॉग पर लिखा, 'असल वीडियो 2007 में बनाया गया था. मैंने ये शब्द 'लीड इंडिया' कैंपेन के विज्ञापन के लिए भारत के सम्मान में कहे थे.'



अमिताभ बोले, हैरान हूं, गुस्से में हूं
अमिताभ ने यह भी लिखा कि उन्होंने अपनी डिजिटल टीम से फेक वीडियो बनाने वालों के बारे में पता करने और उन पर कार्रवाई करने को कहा है.

उन्होंने लिखा, 'यह कड़ी कार्रवाई को निमंत्रण देने वाला अवैध काम है. मैं इससे हैरान हूं. यह बिना सहमति के किया गया काम है. यह खुला दुरुपयोग है और कॉपीराइट कानून का उल्लंघन भी है. इसकी सब ओर से आलोचना की जानी चाहिए.' उन्होंने लिखा, 'मैं गुस्से में हूं'.
देखें वीडियो : http://youtu.be/UksdYSBxxT0
अमिताभ ने अपने ब्लॉग पर पांच वीडियो के लिंक पोस्ट किए. इनमें से चार डिलीट किए जा चुके हैं. हालांकि एक वीडियो चल रहा है, जिसमें असली और नकली दोनों वीडियो एक साथ देखे जा सकते हैं.



 

ट्रेन जाने से 10 मिनट पहले भी आम आदमी पा सकता है कन्फर्म टिकट, जानें कैसे

ट्रेन जाने से 10 मिनट पहले भी आम आदमी पा सकता है कन्फर्म टिकट, जानें कैसे


Fri, 23 Aug 2013 09:54

कई बार अचानक ट्रेन से कहीं जाने का प्लान बन जाता है और  रेल में रिजर्वेशन कन्फर्म नहीं मिल पाता है। या फिर चार्ट बन जाता है और वेटिंग टिकट भी नहीं मिलता है। ऐसे में आपको खड़े होकर या घूस देकर ट्रेन से सफर करना पड़ता है। अगर आपके साथ भी ऐसा है तो अब घबराने की जरूरत नहीं है जनाब। जी हां, अब ट्रेन का रिजर्वेशन चार्ट बन जाने के बाद आपको कन्फर्म टिकट मिल सकता है।

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर रिजर्वेशन चार्ट बन जाने के बाद और ट्रेन जाने से 10 मिनट पहले तक कैसे कन्फर्म रेल टिकट मिल सकता है, लेकिन ऐसा हो सकता है। आप कन्फर्म टिकट पाकर कभी भी अपनी सीट पर सफर कर सकते हैं।
दरअसल, ट्रेन में सफर करने के लिए अब कंफर्म टिकट होना जरूरी हो गया है। बिना कंफर्म टिकट के रेलवे ने सफर पर रोक लगा दी है। ऐसे में हम आपको टिकट पाने का तरीका बता रहे हैं।
रेलवे में चार्ट बनने और ट्रेन छूटने से पहले कुछ शर्तो के साथ कंफर्म टिकट पाने को लेकर एक नियम है। इस नियम के तहत ही भारतीय रेल ने देश के अधिकतर स्टेशन पर एक-एक करंट काउंटर खोल रखें हैं।
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये करंट काउंटर क्या है.. तो जनाब यही तो चार्ट बनने के बाद भी सीट रहने पर टिकट मिलने का तरीका है। यह तरीका ठीक उसी तरह काम करता है जो स्टेशन पर जाकर रिजर्वेशन कराने का होता है।
रेलवे का करंट काउंटर को बनाने का मकसद चार्ट बनने के बाद और ट्रेन छूटने से पहले तक खाली सीटों का रिजर्वेशन करवाना है। ताकी ट्रेन में सीटें खाली न रह जाएं। 
अब आपका अगला सवाल ये हो सकता है कि करंट काउंटर से टिकट पाने का क्या तरीका है.. तो जनाब इस काउंटर से टिकट पाने के लिए आपको एक रिजर्वेशन फॉर्म भरना पड़ेगा।

ट्रेन जाने से 10 मिनट पहले भी आम आदमी पा सकता है कंफर्म टिकट, जानें कैसे...
यह फॉर्म नॉर्मल रिजर्वेशन फॉर्म की तरह ही होता है। इस फॉर्म में पूरी डिटेल भरने के बाद विंडो पर बैठे क्लर्क को देना पड़ेगा। 
ट्रेन जाने से 10 मिनट पहले भी आम आदमी पा सकता है कंफर्म टिकट, जानें कैसे...
क्लर्क उस ट्रेन में चार्ट बनने के बाद बची हुई सीटों का स्टेटस चेक करेगा और अगर सीट खाली होगी तो बिना कोई अतिरिक्त चार्ज लिए रिजर्वेशन चार्ज के साथ टिकट बुक कर देगा। सीट खाली न होने पर आपको इस बारे में बता देगा। 
दिल्ली सहित कई जगह आप ऑनलाइन बिना स्टेशन जाए भी ये पता कर सकते हैं कि आखिर चार्ट बनने के बाद किस ट्रेन में कितनी सीटें खाली रह गईं हैं। ऑनलाइन चेक करने के बाद जिस ट्रेन में खाली हो स्टेशन पर जाकर उस ट्रेन में टिकट ले लें।
ध्यान देने वाली बात ये है कि ऑनलाइन चेक करने से अच्छा ये है कि सीधे स्टेशन पर जाकर चेक करें और तुरंत टिकट बुक करा लें। दिलचस्प है कि ऑनलाइन चेक करने के बाद कई बार स्टेशन पहुंचते-पहुंचते ही सारी खाली सीटें भर जाती हैं।
आपको बताते चलें कि करंट काउंटर से टिकट बुक करने की सुविधा ऑनलाइन न होकर केवल स्टेशन पर ही मिलती है।

ट्रेन जाने से 10 मिनट पहले भी आम आदमी पा सकता है कंफर्म टिकट, जानें कैसे...
इन लिंक पर क्लिक कर आप चार्ट बनने के बाद बची खाली सीटों के बारे में जान सकते हैं-
http://122.252.248.145:8182/RW/
http://www.indianrail.gov.in/vacant_Berth_Status.html
http://www.indianrail.gov.in/inet_curbkg_Enq.html