Saturday 30 November 2013

चीन ने पड़ोसियों(जापान,भारत,अमेरिका...) को फिर धमकाया

चीन ने पड़ोसियों(जापान,भारत,अमेरिका...) को फिर धमकाया

Updated on: Sun, 01 Dec 2013 10:03 AM 
China
चीन ने पड़ोसियों को फिर धमकाया
बीजिंग। चीन ने जापान समेत सभी पड़ोसियों को धमकी देते हुए कहा है कि वह संप्रभुता और अपने इलाकों के मुद्दे पर कभी पीछे नहीं हटेगा। यदि विवादित द्वीपों के चलते कोई सैन्य कार्रवाई हुई तो इसका जिम्मेदार जापान होगा।
शनिवार को चीन पीपुल्स पॉलिटिकल कंसल्टेटिव कांफ्रेंस (सीपीपीसीसी) के प्रवक्ता ल्यू शिन्हुआ ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए बताया कि हम जापान समेत सभी देशों से मित्रता चाहते हैं। लेकिन, हमारे अपने सिद्धांत हैं। हम संप्रभुता और अपने इलाकों के मुद्दों पर कभी पीछे नहीं हटेंगे। ल्यू ने युद्ध के सवाल पर कहा कि चीन के जहाज दियाऊ द्वीपों के आसपास जाएंगे। यदि जापान कोई भड़काने वाली कार्रवाई करता है तो इसका जिम्मेदार वही होगा। चीन और भारत का भी लंबे समय से सीमा विवाद चल रहा है। इस मसले पर दोनों देश वार्ता कर रहे हैं।
सीपीपीसीसी देश की मुख्य विधायिका नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) की सलाहकार संस्था है। एनपीसी की बैठक के दो दिन पहले विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए सीपीपीसीसी के 2,237 सदस्यों की बैठक शुरू हुई। नवंबर में कम्युनिस्ट पार्टी के नए नेता शी जिनपिंग की नियुक्ति के बाद एनपीसी की बैठक पहली बार होने जा रही है। सीपीपीसीसी ने हाल ही में हॉलीवुड कलाकार जैकी चेन और पिछले साल के नोबेल विजेता मो यान को शामिल कर अपनी छवि बदलने की कोशिश की है। अगले हफ्ते से शुरू हो रही एनपीसी बैठक के दौरान जिनपिंग को आधिकारिक तौर से देश का नया राष्ट्रपति चुना जाएगा। हू जिंताओ इसी बैठक में इस्तीफा देंगे।
1,000 किमी दायरे में हमला कर सकेगा चीनी लड़ाकू विमान
सेना के आधुनिकीकरण में जुटे चीन ने घोषणा की है कि उसका नया लड़ाकू विमान जे-15 एक हजार किमी के दायरे में हमला करने में सक्षम है। यह अमेरिकी एफ-18 हॉर्नेट फाइटर जेट की क्षमता की तरह बम ले जाने और लड़ाई करने में सक्षम है।
रिपोर्टो के मुताबिक, जे-15 के बहुत हद तक रूसी विमान एसयू-33 की तरह होने से मॉस्को परेशान है। फ्लाइंग शार्क के नाम से भी पहचाने जाने वाले जे-15 की परीक्षण उड़ान अगस्त, 2009 में हुई थी।

बम धमाके से हिला इलाहाबाद विश्वविद्यालय

बम धमाके से हिला इलाहाबाद विश्वविद्यालय

bomb blast in allahabad university

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के लिए शुक्रवार का दिन मनहूस साबित हुआ। सुबह छात्रों के हाथों शिक्षक पिटे तो आधी रात को छात्रसंघ चुनाव को लेकर दो गुटों के बीच चल रहा झगड़ा खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया।

हॉकी-डंर्डों, ईंट-पत्थर से लैस हॉलैंड हॉल और एसएसएल हॉस्टल में रहने वाले महामंत्री पद के दो प्रत्याशियों के समर्थक आमने-सामने आ गए तथा जमकर बमबाजी की। घटना में एक दर्जन से अधिक वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और आधा दर्जन छात्रों को भी चोटें आईं।

मौके पर पहुंची पुलिस पर भी छात्रों ने बम फेंके। बमबाजी के बीच पुलिस एसएसएल में दाखिल हो गई और कमरों के दरवाजों को तोड़कर छात्रों को निकालने के बाद जमकर पीटा। दोनों पक्षों ने मामले की रिपोर्ट नहीं दर्ज कराई है।

बवाल महामंत्री पद के प्रत्याशी गौरव सिंह ‘बादल’ और नवीन सिंह ‘मिंटू’ के समर्थकों के बीच सलोरी में मतदान के लिए दिन में हुए विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। घटना की जांच एसपी क्राइम एके पांडेय को सौंपी है।

BA, BSc बंद करने की योजना:BA, BSc अब आउट ऑफ कोर्स...और अब बंद हो जाएंगे बीए, बीएससी कोर्स

BA, BSc बंद करने की योजना:BA, BSc अब आउट ऑफ कोर्स...और अब बंद हो जाएंगे बीए, बीएससी कोर्स

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विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने बीए और बीएससी की पढ़ाई को आउट ऑफ कोर्स बताते हुए बंद करने का प्रस्ताव किया है। इसकी जगह नया कोर्स लांच करने की तैयारी है। इसका नाम बैचलर ऑफ वोकेशनल एजूकेशन (बीवोक) रहेगा जो पूरी तरह से रोजगार परक होगा। इंडस्ट्री की डिमांड के मुताबिक कोर्स करिकुलम तैयार किया जाएगा।

अगले साल वीवोक होगा लागू
यूजीसी ने बीए, बीएससी की पढ़ाई को रिप्लेस करने का मसौदा तैयार कर लिया है। इसका सर्कुलर भी राज्य विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों की वेबसाइट, लॉगिन पर उपलब्ध है।

27 नवंबर को यूजीसी के वाइस चेयरमैन एस. देवराज की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि प्रयोग के तौर पर बीवोक का नया कोर्स सत्र 2015-16 से लांच किया जाएगा। पहले फेज के दौरान देश के 200 कालेजों में यह कोर्स शुरू होगा।

अगले 10 सालों में संशोधित कोर्स देश के सभी राजकीय, अनुदानित और सेल्फ फाइनेंस कालेजों में पढ़ाने की योजना है। यह व्यवस्था कई फेज में लागू जाएगी। बीए, बीएससी की पढ़ाई अब रोजगार परक नहीं है। इसलिए इसमें बदलाव जरूरी है।

परफारमेंस बेस्ड होगी जांच
वाइस चेयरमैन ने कहा कि यूजीसी का अनुदान अब परफारमेंस बेस्ड कर दिया गया है। जिस कालेज के पास अच्छी फैकल्टी, रिसर्च, इंफ्रास्ट्रक्चर और एजूकेशन क्वालिटी बढ़िया होगी, उसे अच्छा अनुदान दिया जाएगा। यूजीसी ने एजूकेशनल इंस्टीट्यूट को और जवाबदेह बनाने की कवायद की है। देवराज ने कहा है कि उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में इंग्लैंड और अमेरिका की तरह सुधार की जरूरत है।

वाइस चेयरमैन के मुताबिक राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के तहत देश के निजी शैक्षिक संस्थानों को� 25 हजार करोड़ रुपये का अनुदान दिया जाना है। इससे शैक्षिक गुणवत्ता में जबरदस्त सुधार की उम्मीद है।

पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र से निकलकर मंगल ग्रह की ओर बढ़ा मंगलयान

पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र से निकलकर मंगल ग्रह की ओर बढ़ा मंगलयान

बेंगलूर  नई दिल्‍ली, 1 दिसम्बर 2013 | अपडेटेड: 09:30 IST
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मंगलयान की ग‍तिविधियों पर नजर रखते वैज्ञानिक
मंगलयान की ग‍तिविधियों पर नजर रखते वैज्ञानिक
मंगल मिशन में इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. इसरो की योजना के मुताबिक भारत का मंगल आर्बिटर यान पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र से शनिवार मध्यरात्रि के कुछ देर बाद 300 दिनों की यात्रा पर दूर अंतरिक्ष में ‘लाल ग्रह’ के लिए निकल गया. आर्बिटर अब मंगल की यात्रा पर आगे बढ़ गया है.यह मिशन की सबसे अहम प्रक्रिया (ट्रांस मार्स इजेंक्शन-टीएमआई) थी. इसके जरिए अंतरिक्षयान को मार्स ट्रांसफर ट्रेजेक्टरी में उतने वेग से भेज गया जितना कि इसे पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र से निकालने के लिए जरूरत थी. यह एक अहम प्रक्रिया इसलिए भी है कि इससे यह अनुमान मिलेगा कि अंतरिक्ष यान 24 सितंबर, 2014 को शाम पौने सात बजे मंगल के चारों ओर की दीर्घवृत्ताकार निर्धारित कक्षा से 50 किलोमीटर आगे या पीछे होगा.
5 नवंबर को श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी सी 25 रॉकेट के जरिए प्रक्षेपित किए जाने के बाद से यह अंतरिक्ष यान पृथ्वी की कक्षा में था.


Friday 29 November 2013

अब बैंक खाते पर ज्यादा फायदा, मिलेगा हर महीने ब्याज

अब बैंक खाते पर ज्यादा फायदा, मिलेगा हर महीने ब्याज

नई दिल्ली, 30 नवम्बर 2013 | अपडेटेड: 11:52 IST
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RBI
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अब आपको अपने बैंक खाते पर पहले से कहीं ज्यादा ब्याज मिल सकता है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने शुक्रवार को कमर्शल बैंकों को बचत खाते और टर्म डिपॉजिट पर तीन महीने से कम समय अवधि में ब्याज देने का विकल्प दिया है. इसका मतलब हुआ कि अब आपको बैंक हर महीने ब्याज दे सकेंगे. इससे बैंक अपना ग्राहक आधार बढ़ाने के लिए ज्यादा भुगतान करेंगे और खाताधारकों को फायदा होगा. अब कम समय के लिए भी ब्याज की गणना होगी और बैंक आपको बचत खाते तथा टर्म डिपॉजिट के लिए कहीं ज्यादा ब्याज मिलेगा. दरअसल बैंक इस समय तीन महीने के आधार पर ब्याज की गणना करके ग्राहकों को देते हैं लेकिन इससे महीने में ब्याज लेने वालों को घाटा होता है. अगर तीन महीने का ब्याज 300 रुपए है तो एक महीने में 100 रुपए देने की बजाय बैंक कम राशि देते हैं. अर्ली पेमेंट के नाम पर वह ब्याज की कुल राशि घटा देते हैं. लेकिन अब उन्हें पूरे 100 रुपए देने होंगे.
दरअसल बैंक इस समय लोगों से धन जुटाने के मामले में पिछड़ रहे हैं. जनता का धन कम खर्च वाला होता है और इसके लिए बैंकों को अतिरिक्त धन नहीं देना होता है. इससे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नए गवर्नर एम राजन नाखुश हैं. उन्होंने इच्छा जताई है कि बैंकों में जनता और धन जमा करे. इसके लिए ही आरबीआई ने यह कदम उठाया है.
अब हर महीने ब्याज देने से बैंकों पर आर्थिक दबाव तो पड़ेगा लेकिन उन्हें फायदा यह होगा कि वे ज्यादा डिपॉजिट आकर्षित कर सकेंगे.

चीन ने अमरीकी और जापानी विमानों के पीछे लगाए अपने विमान

चीन ने अमरीकी और जापानी विमानों के पीछे लगाए अपने विमान

 शनिवार, 30 नवंबर, 2013 को 08:05 IST तक के समाचार

चीनी लड़ाकू विमान
चीन का कहना है कि उसने पूर्वी चीन सागर स्थित अपने हालिया घोषित वायु रक्षा क्षेत्र में उड़ान भरने वाले  अमरीकी और जापानी विमानों की निगरानी के लिए अपने लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया है.
 चीन के इस वायु रक्षा क्षेत्र पर उसके अलावा जापान, ताइवान और दक्षिण कोरिया भी दावा करते हैं.
चीन बीते हफ़्ते कह चुका है कि इस क्षेत्र से गुज़रने वाले तमाम विमानों को अपनी पहचान ज़ाहिर करना चाहिए वरना उन्हें 'आपात रक्षात्मक उपायों' का सामना करना होगा.
अमरीका, जापान और दक्षिण कोरिया का कहना है कि उन्होंने चीन की इस व्यवस्था को ख़ारिज़ करते हुए इस क्षेत्र में अपने लड़ाकू विमानों को उड़ाया है.
चीन के इस वायु रक्षा क्षेत्र में पूर्वुी चीन सागर का एक बड़ा हिस्सा शामिल है, इसमें वे द्वीप समूह भी आते हैं जिन पर जापान, चीन और ताइवान अपना हक़ जताते हैं.
इस नए हवाई क्षेत्र में पानी में डूबा एक चट्टानी क्षेत्र भी है जिसे दक्षिण कोरिया अपना इलाक़ा बताता है.
वायु रक्षा क्षेत्र बनाने के चीन के कदम से कुछ देशों ने ख़ासी नाराज़गी ज़ाहिर की है. अमरीकी विदेश विभाग ने इसे 'पूर्वी चीन सागर की मौजूदा स्थिति में एकतरफ़ा बदलाव की कोशिश' बताया है जो 'क्षेत्रीय तनाव, टकराव और दुर्घटनाओं का ख़तरा बढ़ाएगी.'

चीन का इरादा

चीन का जंगी विमान
गुरुवार को चीन ने घोषणा की थी कि वो इस इलाक़े में निगरानी और प्रतिरक्षा को ध्यान में रखते हुए लड़ाकू विमानों की तैनाती कर रहा है.
इसके बाद शुक्रवार को चीन की वायुसेना के प्रवक्ता कर्नल शेन जिनके ने कहा कि उन्होंने अपने लड़ाकू विमानों को उड़ाया है जिन्होंने इस क्षेत्र में अमरीका के दो निगरानी विमानों और जापान के दस विमानों का पता लगाया है.
चीन का कहना है कि इन विमानों में जंगी विमान भी शामिल थे जो उसके वायु रक्षा क्षेत्र से गुजर रहे थे.
चीन के सरकारी मीडिया की ख़बरों में कर्नल शेन के हवाले से कहा गया है कि इन विमानों की पहचान कर ली गई है.
वहीं जापान के अधिकारियों ने इन उड़ानों के बारे में कोई ब्योरा नहीं दिया लेकिन कहा कि वे इस क्षेत्र में अपने नियमित अभियान करते रहते हैं.

'शांति से देंगे जबाव'

जापान का जंगी विमान
क्योदो समाचार एजेंसी की ख़बरों में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे का हवाला देते हुए कहा गया है कि जापान, चीन के इस कदम का 'मज़बूती लेकिन शांति से' जबाव देगा.
विदेश मंत्री फुमियो कुशिदा का कहना है कि अमरीकी उपराष्ट्रपति जो बाइडन की सोमवार से आरंभ हो रही तीन दिवसीय जापान यात्रा के दौरान इस मुद्दे पर विचार-विमर्श किया जाएगा.
इंसानी बसाहट से रहित इन विवादित द्वीपों को जापान में सेनकाकू और चीन में दियाओयू के नाम से जाना जाता है.
इन पर जापान का नियंत्रण है जो विपुल जल संसाधन और जीवाश्म ईंधन के भंडार की संभावनाओं की वजह से हाल के वर्षों में तनाव का कारण रहे हैं.
दक्षिण कोरिया का कहना है कि चीन का ये वायुरक्षा क्षेत्र उसके इसी तरह के क्षेत्र का अतिक्रमण करता है.
इसबीच सिंगापुर, क्वान्टास और कोरियाई कारोबारी हवाई सेवाओं ने कहा है कि वे चीन की नई ज़रूरतों के हिसाब से उड़ान भरेंगी.

Thursday 28 November 2013

पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली को पड़ा दिल का दौरा

पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली को पड़ा दिल का दौरा

मुंबई, 29 नवम्बर 2013 | अपडेटेड: 12:52 IST
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विनोद कांबली
विनोद कांबली
अपने जमाने के मशहूर बल्‍लेबाज विनोद कांबली को दिल का दौरा पड़ा है. हार्ट अटैक के बाद उन्‍हें मुंबई के लीलावती अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है.विनोदी कांबली के दिल में दर्द तब उठा, जब वे गाड़ी ड्राइव कर कर थे. इसके बाद उन्‍हें फौरन अस्‍पताल ले जाया गया, जहां डाक्‍टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है. उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जाती है.
विनोद कांबली शुक्रवार सुबह करीब 10.15 से 10.30 बजे के बीच चेंबूर से बांद्रा की ओर अपनी कार से जा रहे थे. मातुंगा के पास उन्हें सीने में दर्द महसूस हुआ, तो उन्होंने अपनी कार सड़क के किनारे खड़ी की. एक ट्रैफिक पुलिस वाले ने जब उन्हें देखा, तो वह पास आया और उसने तुरंत कांबली को लीलावती अस्पताल भेजने का इंतजाम किया.

दीक्षांत समारोह:नहीं पहना गाउन,विदेशी परंपरा का पोषक बताकर अपना गोल्ड मेडल ठुकरा दिया गोल्ड मेडलिस्ट छात्र ने , दीक्षांत समारोह से निकाला गया

दीक्षांत समारोह:नहीं पहना गाउन,विदेशी परंपरा का पोषक बताकर अपना गोल्ड मेडल ठुकरा दिया गोल्ड मेडलिस्ट छात्र ने , दीक्षांत समारोह से निकाला गया

 वाराणसी, 29 नवम्बर 2013 | अपडेटेड: 12:55 IST
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उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश
वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के पांच मेधावी छात्रों ने गाउन को विदेशी परंपरा का पोषक बताकर अपना गोल्ड मेडल ठुकरा दिया. विश्वविद्यालय के 31वें दीक्षांत समारोह में गुरुवार (28 नवंबर) की दोपहर गाउन पहनकर मेडल न लेने की जिद पर अड़े छात्रों को कार्यक्रम स्थल निकाले जाने के बाद जमकर हंगामा हुआ. प्रशासन की सख्ती से नाराज सर्वाधिक नौ स्वर्ण पदक अपने नाम करने वाले मेधावी सुमन चंद्र पंत समेत बड़ी संख्या में छात्रों ने दीक्षांत समारोह का बहिष्कार कर दिया. विश्वविद्यालय के मुख्य भवन के सामने कुछ छात्र धरने पर बैठ गए. उन्होंने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यपाल बी. एल. जोशी की फ्लीट के आगे लेटने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया. अंतत: पांच छात्रों ने मेडल नहीं लिया.
समारोह में राज्यपाल के आगमन से पहले ही संचालन कर रहे तुलनात्मक धर्म दर्शन के विभागाध्यक्ष डॉ. रजनीश शुक्ल ने चेताया कि निर्धारित दीक्षांत परिधान में जो छात्र नहीं होंगे, उन्हें गोल्ड मेडल के लिए मंच पर आमंत्रित करना संभव नहीं हो सकेगा. सर्वाधिक नौ गोल्ड मेडल जीतने वाले सुमन चंद पंत और सिल्वर मेडल पाने वालों की सूची में शुमार विपिन कुमार द्विवेदी के अलावा डिग्री लेने आए उमेश चंद्र शुक्ल, साकेत शुक्ल धोती-कुर्ता में आए थे. उन्होंने गाउन पहनने से इनकार कर दिया था.
इन छात्रों का कहना था कि गुलामी के प्रतीक परिधान को पहनकर वे पदक नहीं लेंगे. पारंपरिक परिधान धोती-कुर्ता में ही उन्हें पदक दिया जाए. इन छात्रों की जिद तोड़वाने के लिए कुलसचिव राकेश मालापाणि, चीफ प्राक्टर केदारनाथ त्रिपाठी, निदेशक प्रकाशन पद्माकर मिश्र समेत कई अफसरों की कोशिश बेकार गई. गाउन में मेडल न लेने की जिद पर अड़े सिल्वर मेडल विजेता विपिन कुमार द्विवेदी ने अंतिम क्षणों में अपना इरादा बदल दिया.
सुमन चंद्र पंत के साथ बाहर नारेबाजी कर रहे विपिन ने ऐन वक्त पर गोल्ड मेडल विजेता समिति के अध्यक्ष प्रो. गिरजेश दीक्षित से संपर्क कर औपचारिकता पूरी की और गाउन पहनकर मंच पर पहुंचे. मेडल लेते वक्त उन्होंने मंच पर राज्यपाल के सामने ही गाउन उतार दिया. इसके साथ ही राज्यपाल से उन्होंने बताया कि सर्वाधिक स्वर्ण पदक सुमन चंद को मिलने हैं लेकिन वह गाउन में नहीं आना चाहते. उन्हें दीक्षांत मंडप से बाहर कर दिया गया है.


जासूसी कांड: माधुरी के साथ सामने आई नरेंद्र मोदी की तस्‍वीर!

जासूसी कांड: माधुरी के साथ सामने आई नरेंद्र मोदी की तस्‍वीर!

  | नई दिल्‍ली, 29 नवम्बर 2013 | अपडेटेड: 12:39 IST
टैग्स: नरेंद्र मोदी| माधुरी| प्रदीप शर्मा| अमित शाह| साहेब
महिला और प्रदीप शर्मा के साथ नरेंद्र मोदी. फोटो सौजन्‍य: गुलेल
खोजी वेबसाइट गुलेल ने एक महिला के साथ बीजेपी के पीएम इन वेटिंग नरेंद्र मोदी की तस्‍वीर जारी की है. गुलेल का दावा है कि ये वही माधुरी (बदला हुआ नाम) नाम की महिला है, जिसकी जासूसी करने का आरोप गुजरात के पूर्व गृह मंत्री और मोदी के करीबी अमित शाह पर लगा था. आपको बता दें कि इससे पहले गुलेल ने गुजरात के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गिरीश एल सिंघल और अमित शाह की बातचीत की टेप के अंश जारी किए थे. टेप के मुताबिक शाह अपने 'साहेब' के कहने पर सिंघल से एक महिला आर्किटेक्ट माधुरी की जासूसी करवा रहे थे. हालांकि ये टेप साहेब की पहचान नहीं बता पाए.गुलेले ने गुरुवार को दर्जनभर तस्‍वीरें जारी की हैं. यह तस्‍वीरें अक्टूबर 2005 के कच्छ शरद उत्सव की हैं. इन तस्‍वीरों में मोदी एक महिला के साथ दिख रहे हैं, जिसका चेहरा छिपा दिया गया है. इनमें से एक तस्वीर में विवादित आइएएस अधिकारी प्रदीप शर्मा भी मौजूद हैं और महिला उन दोनों के साथ खड़ी है.
वेबसाइट द्वारा जारी किए टेप के मुताबिक कथा कुछ इस प्रकार है. पूरे अगस्त और सितंबर 2009 में सिंघल और उनके सात मातहतों ने अहमदाबाद और भुज में काम करने वाली 35 वर्षीया आर्किटेक्ट 'माधुरी' सोनी (असली नाम नहीं) की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी. उसके पिता 63 वर्षीय प्राणलाल सोनी भुज के सराफ बाजार में कच्छ की सबसे नामी जेवरात की दुकान 'नरभेराम रामजी ज्वेलर्स' चलाते थे. उन्होंने 2001 के भूकंप के बाद सराफ बाजार के पुनर्निर्माण में तत्कालीन जिलाधिकारी प्रदीप शर्मा के साथ मिलकर सक्रिय भूमिका निभाई थी. तीन साल बाद मोदी ने नए बाजार का उद्घाटन किया. सूत्रों के मुताबिक, सोनी के बेटों-38 वर्षीय चिंतन और 29 वर्षीय हरित ने 2008 में बंगलुरु में एक ऊर्जा बचत कंपनी इकोलिब्रियम एनर्जी खोली, जिसकी एक निदेशक माधुरी थी. इस कंपनी का गुजरात सरकार से करार था. प्राणलाल सोनी मोदी के करीबी थे. मोदी 2010 में केंसविला गोल्ड क्लब में अहमदाबाद के एक व्यापारी के साथ 'माधुरी' की शादी में भी पहुंचे थे.
टेप के मुताबिक, शाह ने सिंघल से प्रदीप शर्मा की जासूसी बढ़ाने को भी कहा, जो तब भावनगर के निगम आयुक्त बन गए थे. जासूसी में माधुरी का पीछा करने के अलावा उसके कॉल रिकॉर्ड को भी खंगालना था. करीब 62 दिनों तक सिंघल और उनकी टीम यह खबर रखती रही कि वह कहां गई, किससे मिली और क्यों. उसका पीछा पुलिसवाले कार और मोटर साइकिल से हवाई अड्डे, होटल, शॉपिंग मॉल, जिम हर जगह करते रहे. उसकी गतिविधियों का पता लगाने के लिए मोबाइल मेटाडाटा खंगाला गया. यानी वह कब कहां है, कितने कॉल उसे आए, किससे कितनी देर बात हुई, वगैरह. एक मौके पर तो एक पुलिसवाले को अहमदाबाद से मुंबई की उड़ान में साथ बिठाया गया.
मोदी की टीम इस जासूसी का दो तरह से बचाव करती है. वे कहते हैं कि सोनी और उनकी बेटी खुद जासूसी प्रकरण की जांच नहीं चाहते, फिर क्या समस्या है? उनका दूसरा बचाव है कि महिला के पिता अपनी बेटी की सुरक्षा चाहते थे और उनका मानना था कि वह पहले से विवाहित प्रदीप शर्मा के साथ 'नाजायज' रिश्ता बना रही है.
वेबसाइट ने एक बयान जारी कर कहा है, 'ये तस्वीरें महिला के पिता प्रेमलाल सोनी और बीजेपी की सफाई पर गंभीर सवाल उठाती हैं कि सोनी और मोदी पुराने परिचित हैं और सोनी ने ही मोदी को 2009 में अपनी बेटी का ध्यान रखने को कहा था. इन तस्वीरों से पता चलता है कि मोदी माधुरी को अवैध रूप से जासूसी करने से कम से कम पांच साल पहले से जानते थे. इससे यह भी साबित होता है कि प्रदीप शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में जो ऐफिडेविट दाखिल किया है कि माधुरी अक्टूबर 2005 में शरद उत्सव के दौरान मोदी से मिली थीं, सही है. शर्मा 2003 से 2005 के बीच कच्छ के जिलाधिकारी थे.'
आपको बता दें कि मोदी सरकार प्रदीप शर्मा को 2003 से 2010 के बीच कच्छ के कलेक्टर के रूप में जमीन सौदों के पांच मामलों में भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित कर चुकी है. उन्हें 2010 में गिरफ्तार किया गया और साल भर बाद वे जमानत पर रिहा हुए. वे अब भी निलंबित हैं. अप्रैल 2011 में सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामे में प्रदीप शर्मा ने कहा था कि उन्‍होंने ही माधुरी को मोदी से मिलवाया था. बाद में मोदी और माधुरी के बीच मैसेज और ई-मेल होने लगे. उन्होंने कहा है कि चूंकि वह दोनों के बीच निकटता के बारे में जानते थे इसलिए उन पर गबन के आरोप लगाए गए. शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट से महिला की निगरानी की सीबीआई जांच कराने की मांग की है.