जमीनी हकीकत:दागियों के मामले में UPA से भी आगे मोदी सरकार,मोदी कैबिनेट में एक तिहाई मंत्री दागी, कैसे पूरा होगा दागीमुक्त संसद का वादा
| नई दिल्ली, 11 नवम्बर 2014 |
हत्या की कोशिश, राज्य के खिलाफ युद्ध, आपराधिक धमकी और धोखाधड़ी. ये वे
मामले हैं जिनमें नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्रीय कैबिनेट के मंत्री
फंसे हुए हैं. नरेंद्र मोदी ने संसद को दागीमुक्त बनाने का वादा किया था,
लेकिन जमीनी हकीकत इससे कहीं दूर है. संसद तो दूर, उनके खुद के मंत्रिमंडल में करीब एक तिहाई मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. रविवार
को शपथ लेने वाले 21 में से सात मंत्रियों के खिलाफ भी अदालत में आपराधिक
केस चल रहे हैं. यानी अब 66 सदस्यीय कैबिनेट में दागी मंत्रियों का अनुपात
बढ़कर करीब एक तिहाई हो गया है.
दागियों के मामले में UPA से भी आगे मोदी सरकार
मोदी कैबिनेट में कम से कम पांच मंत्रियों के खिलाफ रेप और सांप्रदायिक हिंसा जैसे गंभीर मामले पेंडिंग हैं. हालांकि सोमवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सफाई देते हुए कहा कि कैबिनेट में अपराधियों के शामिल होने की बात 'पूरी तरह निराधार' है. उन्होंने कहा, 'ये मामले आरोप आधारित हैं, अपराध आधारित नहीं.' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वयं इन मंत्रियों की भली-भांति जांच की है.
हालांकि आगरा से सांसद और मोदी सरकार में नए मानव संसाधन राज्य मंत्री रामशंकर कठेरिया के खिलाफ 20 से ज्यादा आपराधिक मामले हैं. इनमें हत्या की कोशिश और धार्मिक और जातीय विद्वेष बढ़ाने जैसे गंभीर आरोप भी हैं. कठेरिया के दफ्तर से उनका जो नंबर मिला, वह बंद था. इसलिए वह प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध नहीं हो सके.
जाहिर है, ऐसे मंत्रियों की आमद नरेंद्र मोदी के भ्रष्टाचार और अपराध विरोधी नारे के प्रतिकूल है. बल्कि मोदी कैबिनेट में दागियों की तादाद पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के मुकाबले करीब दोगुनी है. इसी वजह से सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना भी हो रही है.
हंसराज अहिर पर भी 20 से ज्यादा मामले
नए रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री हंसराज अहिर पर भी 20 से ज्यादा मामले चल रहे हैं. इनमें राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने, धमकाने और विद्रोह को उकसाने जैसे गंभीर मामले भी हैं. अहिर भी बातचीत के लिए उपलब्ध नहीं हो पाए. लेकिन उनके सचिव ने कहा कि उनके खिलाफ मामले राजनीति से प्रेरित थे. बीजेपी प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि मंत्रियों पर लगे आरोप सही हैं या नहीं, इसका फैसला कोर्ट करेगा. उन्होंने कहा कि कई आरोप राजनीतिक विरोधियों की साजिश हैं.
वहीं बिहार के नवादा से सांसद गिरिराज सिंह भी आलोचना के दायरे में हैं. उन्होंने अपने घर पर 50 हजार रुपये चोरी होने की रपट लिखाई थी, लेकिन पुलिस ने चोरों को 1 करोड़ 14 लाख रुपये के साथ धर दबोचा. गिरिराज ने सफाई देते हुए कहा कि यह पैसा उनका नहीं, उनके भतीजे का था. इसके बाद आयकर विभाग मामले की जांच कर रहा था. तब से इस मामले में कोई नई जानकारी सामने नहीं आई है. गिरिराज सिंह अब सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री बना दिए गए हैं.
याद रहे कि सत्तारूढ़ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ भी फर्जी एनकाउंटर का केस चल रहा है और मामले में एक बार वह गिरफ्तार भी किए जा चुके हैं. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक दागी सांसदों की संख्या बीते दो दशकों में दोगुनी से ज्यादा हो गई है.
दागियों के मामले में UPA से भी आगे मोदी सरकार
मोदी कैबिनेट में कम से कम पांच मंत्रियों के खिलाफ रेप और सांप्रदायिक हिंसा जैसे गंभीर मामले पेंडिंग हैं. हालांकि सोमवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सफाई देते हुए कहा कि कैबिनेट में अपराधियों के शामिल होने की बात 'पूरी तरह निराधार' है. उन्होंने कहा, 'ये मामले आरोप आधारित हैं, अपराध आधारित नहीं.' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वयं इन मंत्रियों की भली-भांति जांच की है.
हालांकि आगरा से सांसद और मोदी सरकार में नए मानव संसाधन राज्य मंत्री रामशंकर कठेरिया के खिलाफ 20 से ज्यादा आपराधिक मामले हैं. इनमें हत्या की कोशिश और धार्मिक और जातीय विद्वेष बढ़ाने जैसे गंभीर आरोप भी हैं. कठेरिया के दफ्तर से उनका जो नंबर मिला, वह बंद था. इसलिए वह प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध नहीं हो सके.
जाहिर है, ऐसे मंत्रियों की आमद नरेंद्र मोदी के भ्रष्टाचार और अपराध विरोधी नारे के प्रतिकूल है. बल्कि मोदी कैबिनेट में दागियों की तादाद पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के मुकाबले करीब दोगुनी है. इसी वजह से सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना भी हो रही है.
हंसराज अहिर पर भी 20 से ज्यादा मामले
नए रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री हंसराज अहिर पर भी 20 से ज्यादा मामले चल रहे हैं. इनमें राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने, धमकाने और विद्रोह को उकसाने जैसे गंभीर मामले भी हैं. अहिर भी बातचीत के लिए उपलब्ध नहीं हो पाए. लेकिन उनके सचिव ने कहा कि उनके खिलाफ मामले राजनीति से प्रेरित थे. बीजेपी प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि मंत्रियों पर लगे आरोप सही हैं या नहीं, इसका फैसला कोर्ट करेगा. उन्होंने कहा कि कई आरोप राजनीतिक विरोधियों की साजिश हैं.
वहीं बिहार के नवादा से सांसद गिरिराज सिंह भी आलोचना के दायरे में हैं. उन्होंने अपने घर पर 50 हजार रुपये चोरी होने की रपट लिखाई थी, लेकिन पुलिस ने चोरों को 1 करोड़ 14 लाख रुपये के साथ धर दबोचा. गिरिराज ने सफाई देते हुए कहा कि यह पैसा उनका नहीं, उनके भतीजे का था. इसके बाद आयकर विभाग मामले की जांच कर रहा था. तब से इस मामले में कोई नई जानकारी सामने नहीं आई है. गिरिराज सिंह अब सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री बना दिए गए हैं.
याद रहे कि सत्तारूढ़ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ भी फर्जी एनकाउंटर का केस चल रहा है और मामले में एक बार वह गिरफ्तार भी किए जा चुके हैं. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक दागी सांसदों की संख्या बीते दो दशकों में दोगुनी से ज्यादा हो गई है.
No comments:
Post a Comment