देहरादून पुलिस गांधी पार्क:पार्क में सुस्ताना पड़ा महंगा,करीब 35 युवती-युवकों को हिरासत में लिया।
‘यारियां' देखकर पार्क में सुस्ताना पड़ा महंगा
देहरादून गुरुवार, 30 जनवरी 2014 9:30 AM IST
देहरादून पुलिस गांधी पार्क:पार्क में सुस्ताना पड़ा महंगा,करीब 35 युवती-युवकों को हिरासत में लिया।
वाह रे देहरादून पुलिस!!! क्या देहरादून के सारे अपराध समाप्त हो गए जो पार्क में सुस्ताने वाले 35 युवती-युवकों को हिरासत में लिया।
‘साहब, हम ‘यारियां’ देखकर आ रहे थे। सोचा गांधी पार्क में सुस्ता लें। तभी पुलिस ने पकड़ लिया।’
बुधवार को पुलिस ने देहरादून के गांधी पार्क से ऐसे ही करीब 35 युवकों को हिरासत में लिया। पार्क में नशा और हंगामा करने वाले 17 लोगों का पुलिस एक्ट में चालान हुआ। इसमें एक युवती भी शामिल है।
दरअसल एसएसपी केवल खुराना को शिकायत मिली थी कि गांधी पार्क और आसपास का इलाका अराजक तत्वों का अड्डा बना रहता है। बुधवार को सीओ मसूरी जया बलूनी की अगुवाई में शहर कोतवाली पुलिस गांधी पार्क में 35 युवकों को एसएसपी दफ्तर ले आई।
यहां कुछ ने बताया कि वह ‘यारियां’ देखकर आ रहे तो कुछ ने ‘जय हो’ देखकर आने की बात कही। छह युवकों का एक ग्रुप ऐसा भी था, जो चमोली से जूडो-कराटे सीखने आया था।
कुछ कोचिंग जाने से पहले सुस्ताने गांधी पार्क में बैठ गए थे। ऐसे युवकों को पुलिस ने छोड़ दिया। एक युवक से नशे के टैबलेट बरामद हुए। सभी बाकी का पुलिस एक्ट में चालान कर परिजनों के सुपुर्द किया गया।
जब सड़क पर लड़के लड़कियों को छेड़ते है या बदतमीज़ी करते है, तब हमें ये फ़ोर्स नज़र नही आती है.
लेकिन हां पार्क या किसी स्थान में लड़के और लड़कियां दिख जाएं तो ये उनके ख़िलाफ़ फ़ौरन कारवाई करती है.
बुधवार को पुलिस ने देहरादून के गांधी पार्क से ऐसे ही करीब 35 युवकों को हिरासत में लिया। पार्क में नशा और हंगामा करने वाले 17 लोगों का पुलिस एक्ट में चालान हुआ। इसमें एक युवती भी शामिल है।
दरअसल एसएसपी केवल खुराना को शिकायत मिली थी कि गांधी पार्क और आसपास का इलाका अराजक तत्वों का अड्डा बना रहता है। बुधवार को सीओ मसूरी जया बलूनी की अगुवाई में शहर कोतवाली पुलिस गांधी पार्क में 35 युवकों को एसएसपी दफ्तर ले आई।
यहां कुछ ने बताया कि वह ‘यारियां’ देखकर आ रहे तो कुछ ने ‘जय हो’ देखकर आने की बात कही। छह युवकों का एक ग्रुप ऐसा भी था, जो चमोली से जूडो-कराटे सीखने आया था।
कुछ कोचिंग जाने से पहले सुस्ताने गांधी पार्क में बैठ गए थे। ऐसे युवकों को पुलिस ने छोड़ दिया। एक युवक से नशे के टैबलेट बरामद हुए। सभी बाकी का पुलिस एक्ट में चालान कर परिजनों के सुपुर्द किया गया।
जब सड़क पर लड़के लड़कियों को छेड़ते है या बदतमीज़ी करते है, तब हमें ये फ़ोर्स नज़र नही आती है.
लेकिन हां पार्क या किसी स्थान में लड़के और लड़कियां दिख जाएं तो ये उनके ख़िलाफ़ फ़ौरन कारवाई करती है.
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