अरुणाचलः सेना के काफिले पर हमला, 3 जवान शहीद
Terror attack in Arunachal Pradesh.We Lost 3 #Indian Army Soldiers
Apr 3, 2015
इटानगर,अरुणाचल प्रदेश के तिराप जिले में गुरुवार को संदिग्ध उग्रवादियों ने
सेना के एक काफिले पर घात लगाकर हमला कर दिया। इस हमले में सेना के तीन
जवान शहीद हो गए, जबकि तीन अन्य घायल हो गए। सेना के एक अधिकारी ने बताया
कि उग्रवादियों ने सेना के एक काफिले पर ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी,
जिसमें सेना के छह जवान घायल हो गए। घायल सैनिकों को अस्पताल में भर्ती
कराया गया जहां तीन ने दम तोड़ दिया।
अधिकारी ने कहा, 'सेना का काफिला असम के तिनसुकिया जिला स्थित छावनी से अरुणाचल प्रदेश के लोंगडिंग जिले की ओर जा रहा था। काफिला जैसे ही टोपी इलाके में पहुंचा संदिग्ध उग्रवादियों के एक दल ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।' उन्होंने कहा, 'हमें संदेह है कि इस हमले के पीछे नैशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-खपलांग (एनएससीएन-के) धड़े का हाथ है। एनएससीएन के इस धड़े ने उल्फा के बाचतीच विरोधी धड़े के साथ मिलकर घात लगाकर यह हमला किया है।'
अधिकारी ने हालांकि कहा कि नैशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-इसाक मुइवा (एनएससीएन-आईएम) की भूमिका से भी इंकार नहीं किया जा सकता। एस.एस. खपलांग के नेतृत्व वाले एनएससीएन-खपलांग ने शुक्रवार को केंद्र सरकार के साथ संघर्ष विराम समझौते को भंग कर दिया था। म्यांमार की सीमा से लगे अरुणाचल प्रदेश के तिराप और चंगलांग जिलों को एनएससीएन धड़ों का गढ़ माना जाता है। साथ ही यह उल्फा के बाचतीच विरोधी धड़े का म्यांमार तक जाने का रास्ता भी है जहां पर इन समूहों के शिविर हैं।
अधिकारी ने कहा, 'सेना का काफिला असम के तिनसुकिया जिला स्थित छावनी से अरुणाचल प्रदेश के लोंगडिंग जिले की ओर जा रहा था। काफिला जैसे ही टोपी इलाके में पहुंचा संदिग्ध उग्रवादियों के एक दल ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।' उन्होंने कहा, 'हमें संदेह है कि इस हमले के पीछे नैशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-खपलांग (एनएससीएन-के) धड़े का हाथ है। एनएससीएन के इस धड़े ने उल्फा के बाचतीच विरोधी धड़े के साथ मिलकर घात लगाकर यह हमला किया है।'
अधिकारी ने हालांकि कहा कि नैशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-इसाक मुइवा (एनएससीएन-आईएम) की भूमिका से भी इंकार नहीं किया जा सकता। एस.एस. खपलांग के नेतृत्व वाले एनएससीएन-खपलांग ने शुक्रवार को केंद्र सरकार के साथ संघर्ष विराम समझौते को भंग कर दिया था। म्यांमार की सीमा से लगे अरुणाचल प्रदेश के तिराप और चंगलांग जिलों को एनएससीएन धड़ों का गढ़ माना जाता है। साथ ही यह उल्फा के बाचतीच विरोधी धड़े का म्यांमार तक जाने का रास्ता भी है जहां पर इन समूहों के शिविर हैं।
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