लासा: AAP के नेता और DELHI के कानून मंत्री सोमनाथ भारती दुनिया के शीर्ष 200 स्पैमरों में और भारत के शीर्ष 3 स्पैमरों में शुमार थे
बदनाम स्पैमर सोमनाथ भारती बोले, संदिग्ध साइट से मेरा वास्ता नहीं पर सच कुछ और ही
नई दिल्ली, 8 फरवरी 2014 | अपडेटेड: 11.00
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के कानून मंत्री सोमनाथ भारती का
विवादों से पुराना नाता रहा है. इतिहास है कि उनका पीछा ही नहीं छोड़ता.
पहली नजर में भारती दुनिया के शीर्ष 200 स्पैमरों में हैं, लेकिन अब इनके
बारे में एक और नया खुलासा हुआ है.भारती स्पैमर ही नहीं बल्कि स्कैमर
भी हैं. इस बात का खुलासा प्रसिद्ध डिजिटल जर्नलिस्ट प्रशांतो के रॉय ने
राहुल कंवल से शुक्रवार को सेंटरस्टेज में किया. बताया जाता है कि सोमनाथ
भारती से एसोसिएट एक कंपनी पोर्नोग्राफिक डोमेन नेम बेचने के मामले में
शामिल है.
हालांकि भारती ने कैमरे के सामने और लिखित में हेडलाइंस टुडे को बताया कि उनका टॉपसाइट एलएलसी से कोई लेना देना नहीं है. लेकिन दस्तावेज बताते हैं कि उनका यह बयान पूरी तरह से झूठा है. रिपोर्ट बताती हैं कि भारती देश के टॉप थ्री स्पैमर्स में शुमार थे. अमेरिका की एक अदालत में स्पैम मेल भेजने के आरोप में भारती पर मुकदमा भी चल चुका है और उन्होंने इस मामले को कोर्ट के बाहर करीब 5 हजार डॉलर में सेटल कर लिया था.
रिपोर्ट के मुताबिक भारती का नाम और उनकी साइट ROKSO (रजिस्टर ऑफ नोन स्पैमिंग ऑपरेसंश) में दर्ज है. वो कथित तौर पर इसको जॉन केनेडी और पॉल आंगर के नाम से आपरेट करते थे.
2004 में टॉपसाइट एलएलसी डायरेक्टरीज एलएलसी हो गई. बताते हैं कि मीडिया एलएलसी के भी मालिक भी ये ही थे. टॉपसाइट एलएलसी और डायरेक्टरीज एलएलसी मालवीय नगर के पते पर रजिस्टर्ड हैं. सोमनाथ की इंडियन कंपनी मैजन सॉल्यूशंस भी मालवीय नगर के पते पर दर्ज है.
डॉक्यूमेंट्स बताते हैं कि 5 सितंबर 2008 को डायरेक्टरीज एलएलसी का नामोनिशान मिट गया. हालांकि भारती अपने ऊपर लगाए गए इन आरोपों को सिरे से गलत बताते हुए कहते हैं कि यह उनको बदनाम करने की एक साजिश है. लेकिन सच यह है कि 2003-04 में वह कोई नेता नहीं थे, फिर उन्हें अमेरिका या यूके के लोग बदनाम क्यों करेंगे.
हालांकि भारती ने कैमरे के सामने और लिखित में हेडलाइंस टुडे को बताया कि उनका टॉपसाइट एलएलसी से कोई लेना देना नहीं है. लेकिन दस्तावेज बताते हैं कि उनका यह बयान पूरी तरह से झूठा है. रिपोर्ट बताती हैं कि भारती देश के टॉप थ्री स्पैमर्स में शुमार थे. अमेरिका की एक अदालत में स्पैम मेल भेजने के आरोप में भारती पर मुकदमा भी चल चुका है और उन्होंने इस मामले को कोर्ट के बाहर करीब 5 हजार डॉलर में सेटल कर लिया था.
रिपोर्ट के मुताबिक भारती का नाम और उनकी साइट ROKSO (रजिस्टर ऑफ नोन स्पैमिंग ऑपरेसंश) में दर्ज है. वो कथित तौर पर इसको जॉन केनेडी और पॉल आंगर के नाम से आपरेट करते थे.
2004 में टॉपसाइट एलएलसी डायरेक्टरीज एलएलसी हो गई. बताते हैं कि मीडिया एलएलसी के भी मालिक भी ये ही थे. टॉपसाइट एलएलसी और डायरेक्टरीज एलएलसी मालवीय नगर के पते पर रजिस्टर्ड हैं. सोमनाथ की इंडियन कंपनी मैजन सॉल्यूशंस भी मालवीय नगर के पते पर दर्ज है.
डॉक्यूमेंट्स बताते हैं कि 5 सितंबर 2008 को डायरेक्टरीज एलएलसी का नामोनिशान मिट गया. हालांकि भारती अपने ऊपर लगाए गए इन आरोपों को सिरे से गलत बताते हुए कहते हैं कि यह उनको बदनाम करने की एक साजिश है. लेकिन सच यह है कि 2003-04 में वह कोई नेता नहीं थे, फिर उन्हें अमेरिका या यूके के लोग बदनाम क्यों करेंगे.
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