Tuesday, 16 June 2015

Uttarakhand Flood After 2 Year: दो साल बाद भी शेष हैं उत्तराखंड आपदा के निशां...

Uttarakhand Flood After 2 Year: दो साल बाद भी शेष हैं उत्तराखंड आपदा के निशां...


16-17 जून 2015


पिथौरागढ़ ज़िले में जौलजीवी बाज़ार के पास भारत को नेपाल से जोड़ने वाला एकमात्र पुल पिछले दो साल से टूटा पड़ा है.
नेपाल के लोग सौदा-सुलुफ़ ख़रीदने के लिए जौलजीवी बाज़ार ही आते हैं लेकिन पुल टूट जाने की वजह से अब वो एक रस्सी के सहारे नदी पार करने को मजबूर हैं.
जौलजीवी उत्तराखंड में भारत-नेपाल सीमा पर बहने वाली महाकाली और गोरी नदियों का संगम स्थल है.
राज्य में दो साल पहले भयंकर प्राकृतिक आपदा ने कई इलाक़ों को तहस नहस कर दिया था. राज्य सरकार ने तेज़ी से पुनर्निर्माण के दावे किए.
मगर जौलजीवी और ऐसे कई इलाक़ों में रहने वालों को फिर भी राहत नसीब नहीं हुई.
महाकाली के दूसरे छोर पर नेपाल के कई गांव सीमा के इस पार मौज़ूद जौलजीवी बाज़ार पर ही निर्भर हैं.

बाजार में मंदी

जौलजीवी में पैदल पुल नहीं बनने के कारण नेपाल से भारत आने के लिए रस्सी ही एकमात्र साधन है. इसमें हाथों से खींची जाने वाली एक ट्राली लगी है.

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इस ट्राली से नदी पार करने का अधिकतम किराया 50 रूपये है. पार जाने के लिए अक्सर भीड़ लगी रहती है.
अक्सर लोगों को ट्राली खींचने वाले से अपनी बारी के लिए झगड़ते भी देखा गया है.
ट्राली खींचने वाले लोकेंद्र सिंह धामी कहते हैं, ‘‘ये व्यवस्था नेपाल सरकार ने नहीं बल्कि ग्राम पंचायत ने की है और इसमें हुए हादसे की ज़िम्मेदारी किसी की भी नहीं है.’’
स्थानीय लोगों को दिन में कई बार नदी पार करनी पड़ती है और जौलजीवी बाज़ार का अधिकतम व्यापार नेपाल से आने वाले ग्राहकों पर ही निर्भर है.
लेकिन पुल न बन पाने और रस्सी के पुल के ज़रिए नदी पार करना महंगा हो जाने के चलते जौलजी़वी के भरे-पूरे बाज़ार में इन दिनों धंधा मंदा है.

राष्ट्रीय राजमार्ग को नुक़सान


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महाकाली में साल 2013 में आई बाढ़ ने दोनों ही देशों के सीमाई इलाक़ों में तबाही मचा दी थी.
इस तबाही में जानमाल का केदारनाथ जैसा नुक़सान तो नहीं हुआ था लेकिन स्थानीय लोगों की रिहाइशों, खेती और आजीविका को भारी क्षति पहुंची.
सीमांत के इस पूरे इलाक़े को जोड़ने वाला जौलजीवी से तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग नदी में आई बाढ़ के चलते जगह-जगह पूरी तरह गायब हो गया.
आपदा के दो साल गुज़र जाने के बाद भी ये राजमार्ग अब तक ख़स्ताहाल है.

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जौलजीवी से धारचूला के बीच गड्ढों भरी सड़क में टैक्सी चलाने वाले पदम सिंह ख़स्ताहाल सड़क की ओर इशारा करते हुए कहते हैं, ‘‘अब पूरी सड़क का रास्ता बदलना पड़ा है और काम बहुत धीमा चल रहा है.’’

गांव बह गए

बाढ़ के कारण इस इलाक़े के कई गांव नदी में बह गए थे.
बलवाकोट, छारछुम, नया बस्ती, गोठी, तपोवन, दोबाट, ऐलागाड़, तवाघाट, और सोबला में नदी कई मकानों को अपने साथ बहा ले गई.
सोबला गांव में अपनी दुकान गँवा चुके कृष्ण सिंह बताते हैं कि वहां 90 फ़ीसद मकान बाढ़ की चपेट में आ गए थे.
उन्होंने कहा, ''मुझे सात लाख रूपया मुआवजा तो मिला है लेकिन इससे नया घर और नई आजीविका बनाना मुमकिन नहीं है.''

नेपाल के इलाक़े


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बाढ़ ने नेपाल के इलाक़ों को भी बुरी तरह प्रभावित किया है.
नेपाल का ज़िला मुख्यालय दारचुला एक बाज़ार है. 2013 की आपदा ने इस बाज़ार पर सीधे मार की और नदी अपने तेज बहाव में यहां के तकरीबन 25 इमारतों को बहा ले गई.
डम्मर सिंह खाती के मकान का भी एक हिस्सा नदी में बहा लेकिन उन्होंने फिर से नदी में पिलर डाल अपने मकान को दुरुस्त कर लिया है.
वह कहते हैं, ‘‘नदी ने अपना रास्ता पूरा बदल दिया है. जहां पर नदी अभी बह रही है उसके बीच में मकान हुआ करते थे."

धौलीगंगा परियोजना पर आरोप

फकीर सिंह धामी का मकान भी बह गए मकानों में शामिल था. वह नदी में आई भीषण बाढ़ का दोष भारत में बनी धौलीगंगा जल विद्युत परियोजना को देते हैं.

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उनका कहना है, ‘‘बाढ़ के समय धौलीगंगा बांध से छोड़े गए पानी ने महाकाली का जलस्तर बढ़ा दिया जिससे बाढ़ का पानी बहुत बढ़ गया.'’
इस इलाक़े में बांध परियोजनाओं के प्रभावों पर काम कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता थियो फिलस भी कहते हैं, ''धौलीगंगा परियोजना से अचानक छोड़े गए पानी ने तबाही को बहुत बढ़ा दिया था.''
लेकिन एनएचपीसी की इस परियोजना के अधिकारी इन आरोपों से इनकार करते हैं. वह कहते हैं कि धौलीगंगा परियोजना को 2013 की इस बाढ़ से पांच गुना अधिक प्रभावशाली बाढ़ झेल लेने के लिहाज से डिजाइन किया गया है.

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उनका कहना है कि परियोजना के बांध ने नदी के निचले इलाक़ों मे बाढ़ की तीव्रता को रोकने का काम किया.
उपजाऊ खेतों की जगह नदी के एकदम चौड़े हो गए पाट, उस पर फैली रेत, ढेर सारा मलबा और किनारे भूस्खलन से दरके पहाड़ों से गुजरती टूटी-फूटी सड़कें बता रही हैं कि आपदा का असर न इस भूगोल से जा पाया है और न ही इस समाज से.

Russia: Nato condemns Putin's nuclear 'sabre-rattling'

Russia: Nato condemns Putin's nuclear 'sabre-rattling'

17 june 2015

Nato has condemned Russia's move to strengthen its nuclear arsenal, saying it amounted to "nuclear sabre-rattling" and was "unjustified" and "dangerous".
President Vladimir Putin said Russia would put more than 40 new intercontinental ballistic missiles into service this year.
It is part of a wide-reaching programme to modernise the country's military.
The move comes after the US proposed increasing its military presence in Nato states in Eastern Europe.
Tensions are high over Russia's role in the conflict in eastern Ukraine.
Nato Secretary-General Jens Stoltenberg said that the statement from Mr Putin was "confirming the pattern and behaviour of Russia over a period of time - we have seen Russia is investing more in defense in general and in its nuclear capability in particular".
He said: "This nuclear sabre-rattling of Russia is unjustified, it's destabilizing and it's dangerous.
"This is something which we are addressing and it's also one of the reasons why we now are increasing the readiness and the preparedness of our forces."
He added that "what Nato now does in the eastern part of the alliance is something that is proportionate, that is defensive and that is fully in line with our international commitments".

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Russia has increased its defense spending substantially under Vladimir Putin
US Secretary of State John Kerry also expressed concern over President Putin's announcement, saying the decision was in contravention of the Start agreement designed to destroy nuclear weapons in the former territories of the Soviet Union.
"It could well be posturing with respect to negotiations because of their concerns about military moves being made by Nato itself," he said.
But "nobody should hear that kind of announcement from the leader of a powerful country and not be concerned about what the implications are," he added.
Following Mr Stoltenberg's comments, Mr Putin said that Russia would be forced to aim its armed forces at any countries that might threaten it.

Advanced weapons

Earlier, Mr Putin said the weapons would be able to overcome even the most technically advanced anti-missile defence systems.
Nato and Western leaders accuse Russia of sending soldiers and heavy weapons, including tanks and missiles, to the pro-Russian separatists in eastern Ukraine.
Russia has repeatedly denied this, insisting that any Russians fighting there are "volunteers".
Russia has increased its defence spending substantially under Vladimir Putin, and is in the midst of a massive modernisation programme, says in Moscow.
The missiles are hi-tech replacements, not additions to Russia's nuclear arsenal, but the nod to the US is clear, our correspondent says.

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Russia nuclear arsenal

12000 UP Lekhpal Recruitment 2015–Lekhpal & Accountant Posts @ bbor.up.nic.in http://www.kosullaindia.com/

12000 UP Lekhpal Recruitment 2015–Lekhpal & Accountant Posts @bor.up.nic.in


UP Lekhpal Recruitment 2015Board of Revenue Department has published a notification for 12000 Lekhpal vacancies in Uttar Pradesh. Interested candidates who want to apply for Lekhpal or Accountant vacancies can apply Online through the Official website of bor.up.nic.in. Last date of Online Application is 22.07.2015.
There are 12000 huge vacancies in Board of Revenue of Department. Job hunters who are waiting for Lekhpal & Accountant Jobs. Here is a Great opportunities for those candidates, because 12000 lekhpal posts are so much. So please don’t miss this opportunities.

 http://bor.up.nic.in/
लेखपाल भर्ती परीक्षा - 2015 (प्रारूप)
लेखपाल भर्ती परीक्षा - 2015 (प्रेस-विज्ञप्ति)
लेखपालों के पदों पर भर्ती के संबंध में सामान्य दिशा निर्देश


lekhpal 12000 jobs 2015

Educational qualification for Lekhpal or Accountant 12000 posts must be minimum 12th class or Intermediate from the recognized board and the age of the applicant must have age 18 years and applicant should not exceed age 40 years.
Candidates can apply for this vacancy by filling up online form available on official website of Board of Revenue Department, by logging on to official website: bor.up.nic.in, Here search for recruitment tab and follow steps mentioned on that webpage.
 
For more information and other details about Up lekhpal jobs 2015 are mentioned below.We advised that please read the UP lekhpal Advertisement 2015 carefully before apply up lekhpal application form.

UP Lekhpal 12000 Vacancy Notification 2015 Details:

Board of Revenue, Uttar Pradesh

 
Uttar Pradesh Lekhpal OR Accountant Vacancies 2015

 
Official website: bor.up.nic.in Job Name: Lekhpal or Accountant Total Vacancies: 12,000


Sr.
Post Name Pay Scale Vacancies
01. Lekhpal OR Accountant Rs. 5200/- to Rs. 20200/- with Grade Pay Rs. 2000/- Per Month 12000


Total Vacancies
12000
UP Lekhpal District wise vacancies:

Sr.District Total Approved Posts After Adding 5000 Additional Posts No. of Additional Posts according to village basis
01 2 3 4 5
Region – ALIGARH



01. Aligarh 340 340 00
02. Etah 245 245 00
03. Kaasganj 209 209 00
04. Hathras 181 187 06
Region – AGRA



05. Agra 362 362 00
06. Firozabad 225 275 50
07. Mathura 346 346 00
08. Mainpuri 259 309 50
Region – AAJAMGARH



09. Aajamgarh 971 1138 167
10. Baliya 566 664 98
11. Mau 311 456 145
Region – ALLAHABAD



12. Kaushambi 224 242 18
13. Pratapgarh 539 618 79
14. Allahabad 822 882 60
15. Fatehpur 567 567 00
Region – KANPUR



16. Etawah 160 235 75
17. Auraiya 157 234 77
18. Kannauj 217 267 50
19. Kanpur Dehat 332 332 00
20. Kanpur Nagar 328 328 00
21. Farrukhabad 244 281 37
Region – GORAKHPUR



22. Kushinagar 400 451 51
23. Gorakhpur 547 893 346
24. Devriya 388 590 202
25. Maharajganj 385 385 00
Region – CHITRAKUTDHAM



26. Chitrakut 212 212 00
27. Baanda 438 438 00
28. Mahoba 218 218 00
29. Hameerpur 309 309 00
Region – JHANSI



30. Jallon 385 385 00
31. Jhansi 377 377 00
32. Lalitpur 285 285 00
Region – DEVIPATAN



33. Gonda 573 573 00
34. Balrampur 392 392 00
35. Bahraich 425 425 00
36. Shravasti 190 190 00
Region – FAIZABAD



37. Amethi 334 334 00
38. Ambedkar Nagar 380 434 114
39. Faizabad 435 435 00
40. Barabanki 432 509 77
41. Sultanpur 514 514 00
Region – BAREILLY



42. Pilibheet 316 397 81
43. Badayun 473 473 00
44. Bareilly 527 593 66
45. Shahjahanpur 432 644 212
Region – BASTI



46. Basti 507 877 370
47. Santakbeer Nagar 259 478 219
48. Siddharth Nagar 523 702 179
Region – MERATH



49. Gaziyabad 85 85 00
50. Gautambuddha Nagar 112 112 00
51. Bulandshahar 337 346 09
52. Baagpat 137 137 00
53. Merath 232 232 00
54. Hapud 118 118 00
Region – MURADABAD



55. Amroha 202 312 110
56 Muradabad 252 332 80
57. Bijnaur 459 794 335
58. Rampur 223 330 107
59. Sambhal 244 281 37
Region – MIRZAPUR



60. Mirzapur 411 552 141
61. Santarvida Nagar 192 348 156
62. Sonbhadra 266 397 131
Region – LUCKNOW



63. Unnao 486 496 10
64. Kheeri 559 559 00
65. Raibareilly 379 444 65
66. Lucknow 318 318 00
67. Sitapur 552 654 102
68. Hardoi 590 590 00
Region – VARANASI



69. Gajipur 522 882 360
70. Chandauli 289 455 166
71. Jaunpur 770 950 180
72. Varanasi 280 393 113
Region – SAHARANPUR



73. Muzaffar Nagar 271 271 00
74. Shamli 123 123 00
75.Saharanpur37444369
 
For more information about UP Lekhpal vacancies, Download pdf fileClick Here
 
Age Limit for lekhpal 2015:

  • age of the applicant must have age 18 years and applicant should not exceed age 40 years.
  • Age relaxation as per Government rules and regulations.
up lekhpal vacancies 2015
 
Qualification for up lekhpal vacancy:
Eligible and interested candidates must passed minimum 12th class or Intermediate from the recognized board.

 
Application Fee:
Candidates are required to pay :



Category
Application fees
General & OBC category candidates Rs. 300/-
SC/ST category candidates Rs. 150/-
PWD category candidates No Application Fees
 
Selection Process for lekhpal jobs:
Candidates will be selected based on performance in :


Procedure:
Candidates are required to apply online by filling online application form through official website.

 
How To Apply for up lekhpal job:
Candidates can apply for this vacancy by filling up online form available on official website of Board of Revenue Department, by logging on to official website: bor.up.nic.in, Here search for recruitment tab and follow steps mentioned on that webpage.

Important Dates for lekhpal vacancies:

Important Links:

We advised that please read the UP lekhpal Notification 2015 carefully before apply up lekhpal application form.

Monday, 15 June 2015

VHP key meeting on Ram mandir in Ayodhya today... #VHP | #RamTemple | #RamVilasVedanti | #RamJanmabhoomi #Nyas | #Pravin #Togadia


VHP key meeting on Ram mandir in Ayodhya today... 

#VHP | #RamTemple | #RamVilasVedanti | #RamJanmabhoomi #Nyas | #Pravin #Togadia




AYODHYA/FAIZABAD: A crucial meeting of Ram Janmabhoomi Nyas, a high-powered committee authorized to take decisions regarding construction of the proposed Ram temple in Ayodhya, has been scheduled here on Tuesday to take important decisions regarding the stalled Hindutva project.

Former BJP MP and senior member of the Nyas, Ram Vilas Vedanti, told  that some "important decisions about the construction of Ram temple might be taken at the meeting".

"After the NDA government came to power with absolute majority, the VHP initially gave some time for the government to settle down. But with the Modi government's first anniversary completed, we don't want to wait for long before taking some 'big' decision about the construction of Ram temple in Ayodhya," a VHP official told . Nyas chairman Mahant Nritya Gopal Das will preside over the meeting.

Former international working president of VHP Ashok Singhal and his successor Pravin Togadia have reached Ayodhya for the meeting that is likely to deliberate on forming a committee to take up the temple issue with the central government.

VHP media in charge Sharad Sharma said the meeting was likely to decide on forming a panel to meet Prime Minister Narendra Modi to find a way to construct the temple. "Stones for the proposed temple have already been carved at Maniram Chavni," Sharma said.

The administration has issued an alert ahead of the meeting and security personnel have been deployed in Ayodhya and Faizabad.

BJP functionaries have been saying that while they are committed to the temple, they cannot bring a bill in Parliament as the party doesn't have a majority in Rajya Sabha. However, after lying low for a year, last month, both RSS and VHP brought the temple issue to the forefront.

"The BJP government should live up to the expectations of the people while fulfilling promises made to the electorate, particularly on Ram mandir and scrapping of Article 370 of Constitution that gives special status to Jammu and Kashmir," an RSS official, Arun Kumar, had said in Nagpur on the first anniversary of the Modi government last month.

Last week, Singhal had appealed to Muslims to hand over the disputed sites in Ayodhya, Kashi and Mathura to Hindus. Earlier, VHP's margdarshak mandal meet held last month in Haridwar too had asked the government to "clear hurdles" in the path of the temple construction.

The Parishad also rejected any formula involving construction of a temple as well as a mosque at the disputed site.

"No place of worship for Muslims would be allowed to come up in the huge premises having hundreds of Hindu pilgrimage centres," it said about various efforts being made to reach an out-of-court settlement on the dispute. The Ayodhya title suit to decide the ownership of disputed land is pending before the Supreme Court.

The Ram Janmabhoomi Nyas was founded as an independent trust by VHP in 1993 to take charge of the disputed site and oversee construction of the proposed temple.

800 साल बाद मैग्ना कार्टा के लेखकों की पहचान .... www.kosullaindia.com

800 साल बाद मैग्ना कार्टा के लेखकों की पहचान


  • 1 घंटा पहले

मैग्ना कार्टा, ब्रिटिश लाइब्रेरी

वैज्ञानिकों ने इंग्लैंड में 800 साल पुराने समझौते मैग्ना कार्टा (महान चार्टर) की चार मूल प्रतियों में से दो के लेखकों की पहचान कर ली है.
वैज्ञानिकों के अनुसार मैग्ना कार्टा की लिंकन और सैलिसबरी कैथेड्रल में रखी हुई प्रतियाँ कैथेड्रल के लेखकों ने लिखी थी, न कि राजा जॉन के किसी कर्मचारी ने.
इंग्लैंड के तत्कालीन राजा जॉन और उसके सामंतों के बीच समझौते के इस दस्तावेज़ पर 15 जून, 1215 को दस्तख़त किए गए थे.

मैग्ना कार्टा को ब्रिटेन की लोकतांत्रिक क़ानून और संवैधानिक व्यवस्था का आधार माना जाता है. इसे मानवाधिकारों की बुनियाद रखने वाला दस्तावेज़ भी कहा जाता है.
इसके तहत पहली बार राजा को क़ानून के दायरे में लाया गया और कहा गया कि 'सभी मनुष्य समान हैं.'

महत्वपूर्ण उपलब्धि


प्रमुख शोधकर्ता प्रोफ़ेसर निकोलस विंसेंट के अऩुसार इस ऐतिहासिक दस्तावेज़ के लेखकों की पहचान एक 'महत्वपूर्ण उपलब्धि' है.
विंसेंट ने कहा कि 800 साल बाद "ये भूसे के ढेर में सुई खोजने जैसा ही था."
इस नई खोज के बाद मैग्ना कार्टा को तैयारी और प्रसार में चर्च की भूमिका पर नया प्रकाश पड़ेगा. चर्च चाहता था कि राजा की सत्ता पर अंकुश लगे.

मैग्ना कार्टा
प्रोफ़ेसर विंसेंट कहते हैं, "अब ये साफ़ हो गया है कि चर्च ऑफ़ इंग्लैंड के बिशपों की मैग्ना कार्टा के प्रकाशन और संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका थी."
वो कहते हैं, "राजा जॉन की इसे प्रकाशित करने या लागू करने की कोई मंशा नहीं थी. ये बिशप थे जिन्होंने इसे पूरे देश में बांटने और कैथेड्रल में संरक्षित रखने पर ज़ोर दिया."

नई धारणा


मैग्ना कार्टा
इस शोध में यूनिवर्सिटी ऑफ़ ईस्ट एंग्लिया और किंग्स कॉलेज लंदन के विद्वान शामिल थे.
इस शोध के दौरान पता चला कि लिंकन में मौजूद मैग्ना कार्टा की प्रति किसी ऐसे लेखक ने तैयार की थी जिसने लिंकन और सैलिसबरी के बिशप के लिए दूसरे कई दस्तावेज़ तैयार किए थे.

मैग्ना कार्टा
शोध दल में शामिल प्रोफ़ेसर डेविड कारपेंटर किंग्स कॉलेज से जुड़े हैं. वो कहते हैं, "हमें अब पता है कि चार्टर की तीन-चार बची हुई प्रतियाँ लिंकन, सैलिसबरी और कैंटरबरी कैथेड्रल में थीं."
वो कहते हैं, "इससे पहले ये धारणा थी कि इन्हें विभिन्न राज्यों के शेरिफ़ों को भेजा गया था लेकिन ये घातक होता क्योंकि इस चार्टर में शेरिफ़ों पर ही प्रहार किया गया है."

अब 'अपनी कार से' ढाका और थिम्पू: भारत ने भूटान, बांग्लादेश और नेपाल के साथ एक समझौते पर दस्तख़त किए हैं. इससे इन देशों के बीच वाहनों की निर्बाध आवाजाही हो सकेगी. म्यांमार और थाईलैंड भी सार्क देशों की तर्ज़ पर भारत के साथ समझौते के लिए सहमत हो गए हैं.... www.kosullaindia.com

अब 'अपनी कार से' ढाका और थिम्पू:

भारत ने भूटान, बांग्लादेश और नेपाल के साथ एक समझौते पर दस्तख़त किए हैं. इससे इन देशों के बीच वाहनों की निर्बाध आवाजाही हो सकेगी. म्यांमार और थाईलैंड भी सार्क देशों की तर्ज़ पर भारत के साथ समझौते के लिए सहमत हो गए हैं.
  • 16 जून 2015

नेपाल

भारत ने भूटान, बांग्लादेश और नेपाल के साथ एक समझौते पर दस्तख़त किए हैं. इससे इन देशों के बीच वाहनों की निर्बाध आवाजाही हो सकेगी.
इन वाहनों में सवारी और सामान ढोने वाले दोनों ही तरह के वाहन शामिल हैं.
उदाहरण के तौर पर लोग निजी कार से दिल्ली से कोलकाता और ढाका होते हुए थिम्पू जा सकेंगे और उन्हें वाहन बदलने की ज़रूरत भी नहीं होगी.

नेपाल
ये चारों देश दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन यानी सार्क के सदस्य हैं.
भूटान की राजधानी थिम्पू में चारों देशों के परिवहन और राजमार्ग मंत्रियों ने इस समझौते पर सोमवार को दस्तख़त किए.
बांग्लादेश के संचार सचिव एमएएन सिद्दीकी ने कहा, “लोग अब ढाका से थिम्पू या काठमांडू या वहां से वापस भारत के रास्ते अपने वाहनों में यात्रा कर सकेंगे. सीमा पर वाहन बदलना या सामान को लोड करना या उतारना ज़रूरी नहीं रहेगा.”

म्यांमार
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, म्यांमार और थाईलैंड भी सार्क देशों की तर्ज़ पर भारत के साथ समझौते के लिए सहमत हो गए हैं.

नितिन गडकरी
भारत के परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ''मोटर व्हीकल एक्ट के तहत तीनों देशों ने सार्क देशों की तर्ज़ पर समझौते के लिए सहमति जताई है.''

Lalit Modi की मदद करने के आरोप में फंसी Sushma Swaraj!.सुषमा स्वराज की बढ़ेगी मुश्किलें :: लालू ने कहा- सुषमा को मोदी पसंद नहीं करते :: ‘आस्तीन के सांप ने रची सुषमा स्वराज के ख़िलाफ़ साजिश’: आजाद

Lalit Modi की मदद करने के आरोप में फंसी Sushma Swaraj!.सुषमा स्वराज की बढ़ेगी मुश्किलें :: लालू ने कहा- सुषमा को मोदी पसंद नहीं करते ::  ‘आस्तीन के सांप ने रची सुषमा स्वराज के ख़िलाफ़ साजिश’: आजाद

 
June 15, 2015

नई दिल्ली: आईपीएल के पहले कमिश्नर रहे ललित मोदी की मदद करने के मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज फंसती हुई नजर आ रही है। मोदी के साथ कथित रिश्ते की खबर आते ही विपक्ष ने विदेश मंत्री सुषमा से इस्तीफे की मांग की है। 
क्या है मामला?
एक अंग्रेजी अखबार में सुषमा स्वराज पर मोदी को पासपोर्ट दिलाने में मदद करने का आरोप लगाया है। अखबार के अनुसार उन्होंने ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज सुलभ कराने के लिए ब्रिटिश आव्रजन विभाग पर दबाव बनाया था। 

सुषमा स्वाराज ने दी सफाई

सुषमा स्वराज ने अपने उपर लगे आरोपों के बाद ट्विटर पर अपनी सफाई दी है। विदेश मंत्री ने बताया कि जुलाई 2014 में ललित मोदी ने उन्हें फोन करके कहा कि उनकी पत्नी कैंसर से पीड़ित हैं और उनका आपरेशन चार अगस्त को पुर्तगाल में होना है। ललित मोदी ने यह भी कहा कि ऑपरेशन के कागजों पर दस्तखत के लिए उन्हें भी वहां मौजूद रहना होगा। सुषमा ने बताया कि ललित मोदी ने उन्हें सूचित किया कि उन्होंने लंदन में पासपोर्ट के लिए आवेदन किया है और ब्रिटिश सरकार उन्हें यात्रा दस्तावेज देने की तैयारी कर रही है लेकिन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के एक पत्र के कारण मामला रुका हुआ है इससे दोनों देशों के संबंधों पर असर पड़ेगा। 

विपक्ष ने मांगा इस्तीफा

कांग्रेस एवं जनता दल यूनाइटेड ने सुषमा पर आरोपों को गंभीर बताते हुए कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विदेश मंत्री ने एक अभियुक्त की मदद की। कांग्रेस ने उनके इस्तीफे की मांग भी की है। कांगेस नेता दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्पष्टीकरण देने की मांग की है। वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की नेता वृंदा करात ने भी मोदी से स्पष्टीकरण देने की मांग की है। आम आदमी पार्टी (आप) के प्रवक्ता आशुतोष ने कहा है कि सुषमा स्वराज को इस्तीफा दे देना चाहिए या फिर प्रधानमंत्री को उन्हें पद से हटा देना चाहिए। 
मिला बड़े नेताओं का साथ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘सुषमा स्वराज ने जो किया वह सही था और मैं उसे उचित ठहराता हूं। आईपीएल के पूर्व आयुक्त ललित मोदी को ब्रिटेन जाने के लिए यात्रा दस्तावेज पाने में सुषमा स्वराज द्वारा की गई मदद मानवीय है।’’ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का कहना है सुषमा स्वाराज ने कोई गलती नहीं की और कोई नैतिक मुद्दा शामिल नहीं है।

क्या आरोप हैं ललित मोदी पर?
ईडी ने ललित मोदी पर दो केस दर्ज कर रखे हैं। ललित मोदी ने वल्र्ड स्पोट्र्स को आईपीएल के प्रसारण के लिए 425 करोड़ का ठेका दिया था। ईडी इसकी जांच कर रही है।

सुषमा स्वराज की बढ़ेगी मुश्किलें
ललित मोदी के मामले में उलझी पूरी स्वराज फैमिली की परेशानियां और ज्यादा बढ़ सकती हैं। सुषमा के पति स्वराज कौशल और उनकी बेटी बांसुरी का इस मामले में नाम आने के बाद और ललित मोदी द्वारा सुषमा के पति को किया गया मेल उनकी परेशानी बढ़ा सकता है।

भले ही सुषमा स्वराज अपने आपको निर्दोष बता रही हो पर राजनीतिक हलकों में उनकी इस बात को इतनी सहजता से नहीं लिया जा रहा है। हम आपको बता रहे हैं वह दस बातें जो पूरे मामले में सुषमा स्वराज की भूमिका पर सवाल खड़ा कर रही हैं।


सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज वकील हैं और ललित मोदी का केस भी उन्हीं के पास है। यही नहीं जो मेल सामने आया है उसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि उनकी बेटी भी ललित मोदी की मदद के लिए पूरी कोशिश कर रही थी। ललित मोदी के पूरे मामले की


जानकारी सुषमा स्वराज को थी। सुषमा के पति कौशल स्वराज ललित मोदी के बेहद करीबी हैं और उन्होंने ललित की मदद के लिए सुषमा स्वराज की मदद ली।

सुषमा के पति स्वराज कौशल और बेटी बांसुरी दोनों ही सुप्रीम कोर्ट में अपराध से जुड़े मामलों के ख्यात वकील हैं। सुषमा की बेटी बांसुरी सबसे पहले करीब सात साल पहले बाला साहेब ठाकरे का केस लड़ने के मामले में उनसे मुलाकात के बाद सुर्खियों में आई थी। बांसुरी स्वराज दंपती की एकमात्र संतान हैं। बांसुरी ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से स्नातक और इनर टेम्पल से कानून में बैरिस्टर की डिग्री ली है। वे दिल्ली हाईकोर्ट तथा सुप्रीम कोर्ट में वकालत करती हैं।


‘आस्तीन के सांप ने रची सुषमा स्वराज के ख़िलाफ़ साजिश’



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सुषमा स्वराज द्वारा ललित मोदी की मदद किए जाने का मामला लगातार सुर्खियों में है। इस मामले पर बीजेपी नेता कीर्ति आजाद ने कहा है कि सुषमा अपनों का ही शिकार बनी हैं।
कीर्ति आजाद ने ट्वीट कर कहा कि आस्तीन के सांप ने ही सुषमा के खिलाफ साजिश की है। उनके ट्वीट के बाद इस बात पर बहस छिड़ गई है कि आखिर वह आस्तीन का सांप किसे कह रहे हैं।

कीर्ति आजाद के बयान पर जब शत्रुघ्न सिन्हा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कीर्ति आजाद मेरे अच्छे दोस्त हैं, उन्होंने जो कहा है सोच समझ कर कहा होगा।

लालू ने कहा- सुषमा को मोदी पसंद नहीं करते
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने सुषमा का बचाव किया है। उन्होंने कहा, ''यह बीजेपी के अंदरूनी विवाद का नतीजा है। मोदी सुषमा के कामकाज को पसंद नहीं करते, विदेश दौरों में उन्हें तवज्जो नहीं देते। यह बीजेपी के लिए जांच का विषय है। सुषमा को अपना पक्ष रखने का पूरा मौका दिया जाना चाहिए।''

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की नोटिस पाने वाले ललित मोदी की मदद करने पर विपक्ष से लगातार इस्तीफे की मांग के बीच पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने इस संबंध में नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह से बात की। इसके बाद सुषमा के समर्थन में खुलकर आने का फैसला लिया। बता दें कि सुषमा और अमित शाह के बीच रिश्ते बहुत मधुर नहीं समझे जाते हैं। गुजरात में फर्जी मुठभेड़ मामले में जब अमित शाह गिरफ्तार हुए थे तो सुषमा स्वराज ने उन्हें पार्टी से निकालने की मांग भी की थी। 

ललित मोदी की कथित मदद मामले में उठ रहे सवालों के बीच विदेश मंत्री ने सुषमा ने पत्रकार पर सवाल उठाया है। उन्होंने सोमवार को एक ट्वीट किया, ''देखिए कौन उपदेश दे रहा है, नविका कुमार।'' नविका टाइम्स नाऊ की पत्रकार हैं। इससे पहले बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद ने टाइम्स नाऊ के ही पत्रकार अर्नब गोस्वामी पर बीजेपी नेताओं के खिलाफ साजिश का आरोप लगाया था। 
ललित मोदी ने पत्नी के कैंसर का ऑपरेशन कराने के लिए पुर्तगाल में मौजूद रहने की इजाजत मांगी थी, जबकि वहां उनके मौजूद रहने की कोई जरूरत नहीं थी। जानकारी के मुताबिक, पुर्तगाल के नियम के तहत 14 साल से ज्यादा उम्र का कोई भी व्यक्ति अपना कंसेंट खुद दे सकता है, उसके लिए किसी दूसरे की जरूरत नहीं होती है। बता दें कि सुषमा ने अपनी सफाई में कहा था कि ललित मोदी ने उनसे 2014 जुलाई में बात की थी और वह पत्नी के ऑपरेशन के लिए कंसेंट देने पुर्तगाल जाना चाहते थे। इसी के संबंध में उन्होंने ब्रिटेन के सांसद से बात की थी।

AIPMT की परीक्षा रद्द, 4 हफ्तों में दोबारा कराने के निर्देश, अंडरगारमेंट में चिप लगाकर की गई थी नकल

Breaking News:

AIPMT 2015 will be conducted again withing 4 weeks :::: AIPMT की परीक्षा रद्द, 4 हफ्तों में दोबारा कराने के निर्देश, अंडरगारमेंट में चिप लगाकर की गई थी नकल

15-06-15 

Supreme Court of India have asked Central board of Secondary Education to conduct AIPMT 2015 exam again. Supreme Court decision for AIPMT 2015 retest came on 15th June and Supreme court has ordered that CBSE will have to conducted AIPMT retest withing 4 weeks deadline.

AIPMT 2015 Retest: AIPMT will be conducted again

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AIPMT 2015 result was to be announced in first week of June 2015 but Supreme court did not allowed CBSE to declare the result and now as Haryana police presented evidence for leak of AIPMT question paper and demanded for AIPMT retest. Now CBSE will have to announce AIPMT 2015 retest Date and result for the same will be announced then after.
Police has arrested 12 persons for leaking AIPMT answer key and more than 6.5 lakh MBBS aspirants will be appearing in the AIPMT Retest 2015. Now we are waiting for CBSE to announce AIPMT 2015 retest date again.
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AIPMT की परीक्षा रद्द, 4 हफ्तों में दोबारा कराने के निर्देश, अंडरगारमेंट में चिप लगाकर की गई थी नकल
15-06-15 

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एआईपीएमटी की परीक्षा रद्द हो गई है। सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा को रद्द करने का आदेश सुनाते हुए सीबीएसई को निर्देश दिया कि चार हफ्तों में परीक्षा दोबारा कराई जाए।
तीन मई को एआईपीएमटी की परीक्षा हुई थी और इसमें करीब साढ़े 6 लाख छात्रों ने भाग लिया था। विवाद तब हुआ जब रोहतक में पुलिस ने कुछ लोगों को आंसर शीट के साथ गिरफ्तार किया।

इसके बाद कुछ छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर कर परीक्षा दोबारा कराए जाने की मांग की थी।

छात्रों की याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 5 जून को घोषित होने वाले परीक्षा के नतीजों पर रोक लगा दी थी।


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TWITTER: ट्विटर ने डायरेक्ट मैसेजिंग सेवा पर 140 कैरेक्टर की सीमा हटा ली है .जानिए ट्विटर पर 10 हजार कैरेक्टर वाले मैसेज से क्या फायदा होगा

TWITTER: ट्विटर ने डायरेक्ट मैसेजिंग सेवा पर 140 कैरेक्टर की सीमा हटा ली है .जानिए ट्विटर पर 10 हजार कैरेक्टर वाले मैसेज से क्या फायदा होगा
15-06-15

 http://www.livehindustan.com/uploadimage/filephotos/year_2015/month_06/day_15/twitter~15~06~2015~1434340449_storyimage.jpg

माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने डायरेक्ट मैसेजिंग सेवा पर 140 कैरेक्टर की सीमा हटा ली है और जुलाई से इसके उपयोगकर्ता 10 हजार कैरेक्टर तक वाले डायरेक्ट मैसेज भेज सकेंगे। इस बदलाव का आखिर क्या कारण हो सकता है?
ह्वाट्सएप और फेसबुक जैसे डायरेक्ट मैसेजिंग प्लेटफार्म की लोकप्रियता के कारण विशेषज्ञ मान रहे हैं कि अपने उपयोगकर्ताओं को बनाए रखने के लिए और बाजार में प्रतियोगी बने रहने के लिए शायद ट्विटर ने ऐसा किया है।

गार्टनर के मुख्य शोध विश्लेषक ऋषि तेजपाल ने कहा, "उन्हें उपयोगकर्ताओं से डायरेक्ट मैसेज पर से 140 कैरेक्टर की सीमा हटाने का आग्रह मिल रहा होगा।"

तेजपाल ने कहा, "मेरे खयाल से ट्विटर अपने मौजूदा संसाधन पर ही अपना दायरा बढ़ा रहा हो।"

ट्विटर के एक डेवलपर ने लिखा है, "जुलाई में एक बदलाव जो हम करने जा रहे हैं, वह है डायरेक्ट मैसेज में से 140 कैरेक्टर की सीमा हटाना।"

डिजिटल रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी सोल्यूशंस के सह-संस्थापक सचिन दून ने कहा, "इसका उपयोग कारोबारी भी कर सकेंगे। वे अपने उत्पादों के न्यूजलेटर डायरेक्ट मैसेज में डाल सकेंगे।"

उन्होंने साथ ही कहा, "लोग अब अपने संदेश में व्यापकरण के नियमों का अधिक पालन कर सकेंगे।"

15 June 2015: देश भर में BSNL की फ्री रोमिंग सेवा आज से .बीएसएनएल की फ़्री रोमिंग की 6 ख़ास बातें :::: Vodafone और MTS ने DELHI में बढ़ाए डेटा रेट :::: एसी में तत्काल टिकट 10 बजे व स्लीपर में 11 बजे से ,,,,,BSNL, free roaming, telecom, mobile users

15 June 2015:
- देश भर में BSNL की फ्री रोमिंग सेवा आज से.बीएसएनएल की फ़्री रोमिंग की 6 ख़ास बातें
- वोडाफोन और एमटीएस ने दिल्ली में बढ़ाए डेटा रेट
- एसी में तत्काल टिकट 10 बजे व स्लीपर में 11 बजे से


http://www.livehindustan.com/uploadimage/filephotos/year_2015/month_06/day_15/special~15~06~2015~1434336967_storyimage.jpg
 BSNL अपने दस करोड़ मोबाइल फोन धारकों के लिए सोमवार से देश भर में निशुल्क रोमिंग सेवा शुरू कर रहा है। सोमवार से BSNL के ग्राहक देश भर में कहीं से भी निशुल्क रोमिंग कॉल कर सकेंगे। BSNL देश की पहली मोबाइल सेवा प्रदात्ता कंपनी है जो निशुल्क रोमिंग सेवा शुरू कर रही है।

BSNL के सीएमडी अनुपम श्रीवास्तव ने कहा कि संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस सेवा की घोषणा विगत दो जून को वार्षिक प्रेस कांफ्रेस के दौरान की थी। अब सोमवार से यह सेवा शुरू होने जा रही है जिसका फायदा सभी पुराने और नए बनने वाले ग्राहकों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि सोमवार से BSNL के ग्राहकों को अब एक से ज्यादा सिमकार्ड लेकर देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

BSNL की मुफ्त रोमिंग सेवा पर एक बैठक में दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने यह कहकर सवाल उठाए थे कि उसने किसकी अनुमति से यह सेवा शुरू की है। इस पर श्रीवास्तव का कहना है कि संचार मंत्री के निर्देश पर यह सेवा शुरू की गई है। इसलिए ट्राई को इस पर कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि ट्राई से उन्हें इस बारे में कोई आधिकारिक आपत्ति भी प्राप्त नहीं हुई है। इसलिए सेवा पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार शुरू की जा रही है।

एनडीए सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की संचार कंपनियों BSNL और एमटीएनएल को फिर से खड़ा करने की कोशिश की है। इसी कड़ी में BSNL ने रोमिंग फ्री करके नए ग्राहकों को जोड़ने की कवायद शुरू की है। पूर्व में BSNL एवं एमटीएनएल रात में लैंडलाइन फोन से फ्री कॉल करने की सुविधा दे चुका हैं। संचार मंत्रालय के अनुसार पिछले एक साल के दौरान दोनो कंपनियों के राजस्व में सुधार आना शुरू हो गया है।


बीएसएनएल की फ़्री रोमिंग की 6 ख़ास बातें


भारत में मोबाइल

भारत में सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल की मुफ़्त रोमिंग सेवा सोमवार से शुरू हो रही है.
इससे देशभर में सात करोड़ से अधिक ग्राहकों को फ़ायदा होगा.

ग्राहकों के लिए क्या ख़ास है इस योजना में:

1-इससे देशभर में कंपनी के ग्राहकों को इनकमिंग कॉल पर शुल्क नहीं देना होगा.
2-बीएसएनएल देश की पहली मोबाइल सेवा कंपनी है जो निशुल्क रोमिंग सेवा शुरू कर रही है.
3-इस साल मार्च के अंत तक देश में बीएसएनएल के मोबाइल ग्राहकों की संख्या 7.72 करोड़ थी.
रविशंकर प्रसाद ट्वीट
4-बीएसएनएल दिल्ली और मुंबई को छोड़कर पूरे देश में अपनी सेवाएं देती है.5-अब बीएसएनएल के ग्राहकों को रोमिंग के दौरान पैसा बचाने के लिए अलग-अलग हैंडसेट व सिम रखने की जरूरत नहीं होगी.
6-बीएसएनएल अपनी सेवाओं को बेहतर करने के लिए 5000 अतिरिक्त टावर भी लगाएगी.
हालांकि बीएसएनएल की मुफ्त रोमिंग सेवा पर दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने यह कहकर सवाल उठाए थे कि उसने किसकी अनुमति से यह सेवा शुरू की है.

मोबाइल उपभोक्ता
इस पर बीएसएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव का कहना है कि दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद के निर्देश पर यह सेवा शुरू की गई है.
ट्राई को इस पर कोई आपत्ति नहीं है. रविशंकर प्रसाद ने गत 2 जून को घोषणा की थी कि बीएसएनएल 15 जून से मुफ्त रोमिंग की सुविधा पेश करेगी.


वोडाफोन और एमटीएस ने दिल्ली में बढ़ाए डेटा रेट

दूरसंचार कंपनियों वोडाफोन और एमटीएस ने दिल्ली-एनसीआर में अपनी 2जी और 3जी प्रीपेड डेटा दरों में बढ़ोतरी कर दी है। वोडाफोन ने डेटा दरों में जहां 47 प्रतिशत तक का इजाफा किया है, वहीं एमटीएस ने पोस्टपेड डेटा दरों में आठ प्रतिशत की वृद्धि की है।

मार्च की स्पेक्ट्रम नीलामी के बाद दूरसंचार कंपनियां डेटा दरों में बढ़ोतरी कर रही है। उस नीलामी में कंपनियों ने 1.1 लाख करोड़ रुपये खर्च किए थे। हालांकि, मार्च की नीलामी में एमटीएस ब्रांड का परिचालन करने वाली सिस्तेमा श्याम टेलीसर्विसेज शामिल नहीं हुई थी

इससे पहले भारती एयरटेल व आइडिया सेल्युलर ने मोबाइल डेटा की दरों में इजाफा किया था। वोडाफोन ने अपने 28 दिन की वैधता अवधि वाले 10 जीबी के 3जी डेटा पैक की दर बढ़ाकर 1,847 रुपये कर दी है जो अभी तक 1,255 रुपये थी।

देश की दूसरी सबसे बड़ी मोबाइल ऑपरेटर ने 1जीबी के 3जी डेटा की दर 255 रुपये से बढ़ाकर 297 रुपये कर दी है। वहीं 1 जीबी के 2जी डेटा पैक की कीमत कंपनी ने 175 रुपये से 195 रुपये कर दी है। इस बारे में वोडाफोन के प्रवक्ता को भेजे गए सवालों का जवाब नहीं मिला। वहीं एमटीएस के प्रवक्ता ने कहा कि हमने पोस्टपेड ग्राहकों के लिए मोबाइल डेटा दरों में आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। वोडाफोन ने ज्यादातर प्रीपेड प्लान में भी बदलाव किया है और विभिन्न पैक की वैधता अवधि घटा दी है।


एसी में तत्काल टिकट 10 बजे व स्लीपर में 11 बजे से

रेल आरक्षण केंद्रों पर तत्काल कोटे की भीड़ को कम करने के लिए रेलवे ने स्लीपर और एसी क्लास समय अलग-अलग कर दिया है। सोमवार से सभी आरक्षण केंद्रों पर एसी का तत्काल टिकट सुबह 10 से जारी होगा जबकि स्लीपर क्लास का टिकट 11 बजे से मिलेगा। इस दौरान रेलवे के ई टिकट बनाने वाले अधिकृत एजेंट तत्काल और सामान्य टिकट आरक्षण काउंटर खुलने के 30 मिनट बाद टिकट बना सकेंगे।
उत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी नीरज शर्मा ने बताया कि तत्काल टिकट काउंटरों पर एक लाइन में यात्रियों की भीड़ को अलग-अलग करके कम करने के लिए नई व्यवस्था लागू की जा रही है। 15 जून से शुरू होने वाली नई व्यवस्था के तहत एक काउंटर पर अलग-अलग समय में एसी और स्लीपर ट्रेनों के तत्काल टिकटों की बुकिंग आसानी से कराई जा सकेंगी। रेलवे बोर्ड ने सेंटर फॉर रेलवे इंफारमेंशन सिस्टम को साफ्टवेयर के जरिए अपडेट कर दिया है।