'जासूसी' पर आमने सामने अमरीका और यूरोपीय संघ
रविवार, 30 जून, 2013 को 14:30 IST तक के समाचार
यूरोपीय संसद के प्रमुख ने क्लिक करें
अमरीका से उस रिपोर्ट पर "पूरी सफाई" मांगी है जिसके अनुसार अमरीका में यूरोपीय संघ के कुछ प्रमुख परिसरों की जासूसी कराई गई है.
यूरोपीय संसद के अध्यक्ष मार्टिन शुल्ट्स का कहना
है कि अगर यह बात सच है तो इससे यूरोपीय संघ और अमरीका के रिश्ते पर बुरा
असर पड़ेगा. यूरोपीय संघ के परिसरों में जासूसी की रिपोर्ट जर्मन पत्रिका
'डेयर श्पीगल' ने दी है.डेयर श्पीगल पत्रिका का कहना है कि अमरीकी खुफ़िया एजेंसी सीआईए के पूर्व विश्लेषक क्लिक करें एडवर्ड स्नोडेन ने इसका खुलासा किया है, जो इस वक्त अमरीका से फ़रार हैं.
स्नोडेन आम लोगों की फोन और इंटरनेट गतिविधियों पर नजर रखने वाले अमरीकी कार्यक्रम को उजागर करने के बाद सुर्खियों में हैं.
नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी (एनएसए) से भी जुड़े रहे स्नोडेन ने क्लिक करें इक्वाडोर में शरण मांगी है.
'घृणित कदम'
डेयर श्पीगल का कहना है कि ये दस्तावेज़ एनएसए से मिले हैं और इसी एजेंसी ने वॉशिंगटन में यूरोपीय संघ के आंतरिक कंप्यूटर नेटवर्क और न्यूयॉर्क में संघ के के संयुक्त राष्ट्र के दफ़्तर में भी सेंधमारी की.इस दस्तावेज़ में कथित तौर पर ईयू को ‘निशाना’ बनाया था. हालांकि अभी ये साफ नहीं है कि अमरीकी जासूसों को कौन सी सूचनाएं हाथ लगी है.
"अगर ये रिपोर्ट सही हैं तो यह बेहद घृणित कदम है. अपने मित्र राष्ट्रों की जासूसी कराने के बजाय अमरीका अपनी गोपनीय सेवाओं की निगरानी को बेहतर बनाए."
ज़्यौं एस्सलबॉर्न, लक्जमबर्ग के विदेश मंत्री
शनिवार को शुल्ट्स ने अपने एक बयान में कहा, “यूरोपीय संसद की ओर से मैं पूरा स्पष्टीकरण चाहता हूं और इस शिकायत के मद्देनज़र अमरीकी अधिकारियों से जल्द ही कुछ सूचनाएं हासिल करने की ज़रूरत पड़ेगी.”
डेयर श्पीगल ने लक्जमबर्ग के विदेश मंत्री ज़्यौं एस्सलबॉर्न के बयान का हवाला भी दिया है जिसमें उन्होंने कहा, “अगर ये रिपोर्ट सही हैं तो यह बेहद घृणित कदम है. अपने मित्र राष्ट्रों की जासूसी कराने के बजाय अमरीका अपनी गोपनीय सेवाओं की निगरानी को बेहतर बनाए.”
श्पीगल की रिपोर्ट पर अमरीकी सरकार ने अब तक कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है.
'नम्र निवेदन'
ऐसा माना जा रहा है कि स्नोडेन क्लिक करें मॉस्को के हवाई अड्डे पर हैं.स्नोडेन पर अमरीका में सरकारी संपत्ति को चुराने, राष्ट्रीय रक्षा संबंधी जानकारी को अनाधिकृत रूप से उजागर करने और जानबूझ कर गोपनीय खुफिया जानकारी को लीक करने के आरोप लगे हैं. इनमें प्रत्येक आरोपों के लिए 10 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है.
स्नोडेन के इक्वाडोर में शरण मांगने पर शनिवार को अमरीका के उप राष्ट्रपति जो बाइडन और इक्वाडोर के राष्ट्रपति रफ़ायल कोरेया के बीच फ़ोन पर बात हुई.
कोरेया के मुताबिक बाइडन ने नम्र निवेदन किया है कि इक्वाडोर शरण के लिए स्नोडेने के आवेदन को ठुकरा दे.
कोरेया ने जवाब में कहा, “फोन करने के लिए धन्यवाद. अमरीका का हम सम्मान करते हैं. हम ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होने देंगे.”
उन्होंने कहा, “अगर स्नोडेन कभी निवेदन कर इक्वाडोर आते तो सबसे पहले हम अमरीका की राय लेंगे.”
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