मनमोहन सिंह के वो 8 बयान जो बने सुर्खियां
नई दिल्ली, 3 जनवरी 2014 | अपडेटेड: 09:28 IST
बेशक मनमोहन सिंह कम बोलते हैं, लेकिन जब वो बोलते हैं वो सुर्खियां बनती हैं. पढ़ें मनमोहन के कुछ अहम बयान.
1. - 'हजारों जवाबों से अच्छी है मेरी खामोशी, न जाने कितने सवालों की आबरू रखी'.
2. - पैसे पेड़ पर नहीं उगते.
3. मैं किसी नियम से ऊपर नहीं हूं... अगर ऐसा है कि इस मुद्दे पर सीबीआई या कोई और मुझसे सवाल करना चाहती है तो मेरे पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है.
4. मेरे दस साल का कार्यकाल इतिहासकारों के मूल्यांकन का विषय है.
5. राहुल गांधी के लिए कुर्सी खाली करने को तैयार हूं. राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के लिए काम करने में मुझे बहुत खुशी होगी...2014 के चुनाव के बाद प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी एक आदर्श पसंद होंगे.
6. हो सकता है कि हमने कुछ गलत किया हो... लेकिन हमने बहुत अच्छे काम भी किए हैं...हिंदुस्तान की जनता वोट करने से पहले यूपीए के अच्छे कामों और बड़ी उलब्धियों को ध्यान में रखेगी.
7. मैं एक खुली किताब हूं...
8. राजनीति में लंबे समय तक कोई दोस्त या दुश्मन नहीं होता है.
1. - 'हजारों जवाबों से अच्छी है मेरी खामोशी, न जाने कितने सवालों की आबरू रखी'.
2. - पैसे पेड़ पर नहीं उगते.
3. मैं किसी नियम से ऊपर नहीं हूं... अगर ऐसा है कि इस मुद्दे पर सीबीआई या कोई और मुझसे सवाल करना चाहती है तो मेरे पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है.
4. मेरे दस साल का कार्यकाल इतिहासकारों के मूल्यांकन का विषय है.
5. राहुल गांधी के लिए कुर्सी खाली करने को तैयार हूं. राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के लिए काम करने में मुझे बहुत खुशी होगी...2014 के चुनाव के बाद प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी एक आदर्श पसंद होंगे.
6. हो सकता है कि हमने कुछ गलत किया हो... लेकिन हमने बहुत अच्छे काम भी किए हैं...हिंदुस्तान की जनता वोट करने से पहले यूपीए के अच्छे कामों और बड़ी उलब्धियों को ध्यान में रखेगी.
7. मैं एक खुली किताब हूं...
8. राजनीति में लंबे समय तक कोई दोस्त या दुश्मन नहीं होता है.
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