मोदी के गंगा एक्शन प्लान की शुरुआत, पांच मंत्रालयों के समूह की पहली बैठक
नई दिल्ली, 6 जून 2014 | अपडेटेड: 08:50 IST
इंसानों को मोक्ष देने वाली गंगा अब पुनरुद्धार का मोक्ष मांग रही है.
गंदगी से दम तोड़ती गंगा को बचान की कवायद शुरू हो चुकी है. शुक्रवार को
मोदी की गंगा एक्शन प्लान टीम इस मुद्दे पर पहली बैठक करने जा रही है.
हिमालय की गोद से निकलती है पावन निर्मल गंगा और इंसानी आबादी में पहुंचते पहुंचते मैली हो जाती है. करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ी ये जलधारा खतरनाक प्रदूषण की चपेट में है. सदानीरा गंगा प्राचीनकाल से इंसानों के पाप धो रही है. लगता है कि अब इसके उद्धार का वक्त आ गया है.
8 दिन हुए हैं अभी नरेन्द्र मोदी को शपथ लिए हुए, इतन ही दिनों में गंगा कल्याण का पूरा रोडमैप तैयार कर लिया है. गंगोत्री से निकलने और लेकर बंगाल की खाड़ी में गिरने तक गंगा कैसे साफ होगी, स्वच्छ होगी और कैसे इसके तटों पर बसे शहर अपनी स्वच्छता के लिए जाने जाएंगे-ये पूरा एक्शन प्लान तैयार है. मोदी ने तब कहा भी था शहर और संस्कृति को बचाने के लिए गंगा का साफ होना सबसे पहली जरूरत है.
प्रधानमंत्री बनने के बाद सबसे पहले नरेंद्र मोदी ने जो पावरफुल मंत्रियों की कमेटी बनाई वो गंगा की हालत सुधारने के लिए ब्लू प्रिंट तैयार कर रही है. उस कमेटी में शामिल हैं.
गंगा पर मोदी की एक्शन कमेटी
उमा भारती- नदी विकास और जल संसाधन मंत्री
नितिन गडकरी- शिपिंग और परिवहन मंत्री
प्रकाश जावडेकर- -सूचना एंव प्रसारण राज्य मंत्री
पीयूष गोयल- कोयला एंव उर्जा मंत्री
श्रीपद नाइक- पर्यटन मंत्री
इन मंत्रियों के साथ ये पांच मंत्रालय गंगा को लेकर मोदी प्लान को साकार करने में जुटे हैं. मोदी का वादा तो है, गंगा सफाई के साथ काशी को वेटिकन सिटी की तरह इंटरनेशनल टूरिस्ट स्पॉट बनाने का. उसी को साकार करने का ब्लू प्रिंट तैयार कर रहे हैं मोदी के पांच मंत्री.
शुक्रवार को नई दिल्ली में मोदी का सपना पूरा करने का खाका खींचने के लिए मोदी की ये ड्रीम टीम बैठक करने जा रही है. इस पहली बैठक में गंगा के पुनरुद्धार की योजना को सतह पर उतारने के लिए चर्चा होगी. ये बैठक गंदगी से दम तोड़ती गंगा को बचाने के लिए पहला ठोस कदम है. हमारी आस्था का केंद्र होने के बावजूद हमारी रूढ़ियों और हमारे तनों का मैल ढो रही गंगा को स्वच्छ बनाने का श्रीगणेश मोदी के मंत्री आज करेंगे.
हिमालय की गोद से निकलती है पावन निर्मल गंगा और इंसानी आबादी में पहुंचते पहुंचते मैली हो जाती है. करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ी ये जलधारा खतरनाक प्रदूषण की चपेट में है. सदानीरा गंगा प्राचीनकाल से इंसानों के पाप धो रही है. लगता है कि अब इसके उद्धार का वक्त आ गया है.
8 दिन हुए हैं अभी नरेन्द्र मोदी को शपथ लिए हुए, इतन ही दिनों में गंगा कल्याण का पूरा रोडमैप तैयार कर लिया है. गंगोत्री से निकलने और लेकर बंगाल की खाड़ी में गिरने तक गंगा कैसे साफ होगी, स्वच्छ होगी और कैसे इसके तटों पर बसे शहर अपनी स्वच्छता के लिए जाने जाएंगे-ये पूरा एक्शन प्लान तैयार है. मोदी ने तब कहा भी था शहर और संस्कृति को बचाने के लिए गंगा का साफ होना सबसे पहली जरूरत है.
प्रधानमंत्री बनने के बाद सबसे पहले नरेंद्र मोदी ने जो पावरफुल मंत्रियों की कमेटी बनाई वो गंगा की हालत सुधारने के लिए ब्लू प्रिंट तैयार कर रही है. उस कमेटी में शामिल हैं.
गंगा पर मोदी की एक्शन कमेटी
उमा भारती- नदी विकास और जल संसाधन मंत्री
नितिन गडकरी- शिपिंग और परिवहन मंत्री
प्रकाश जावडेकर- -सूचना एंव प्रसारण राज्य मंत्री
पीयूष गोयल- कोयला एंव उर्जा मंत्री
श्रीपद नाइक- पर्यटन मंत्री
इन मंत्रियों के साथ ये पांच मंत्रालय गंगा को लेकर मोदी प्लान को साकार करने में जुटे हैं. मोदी का वादा तो है, गंगा सफाई के साथ काशी को वेटिकन सिटी की तरह इंटरनेशनल टूरिस्ट स्पॉट बनाने का. उसी को साकार करने का ब्लू प्रिंट तैयार कर रहे हैं मोदी के पांच मंत्री.
शुक्रवार को नई दिल्ली में मोदी का सपना पूरा करने का खाका खींचने के लिए मोदी की ये ड्रीम टीम बैठक करने जा रही है. इस पहली बैठक में गंगा के पुनरुद्धार की योजना को सतह पर उतारने के लिए चर्चा होगी. ये बैठक गंदगी से दम तोड़ती गंगा को बचाने के लिए पहला ठोस कदम है. हमारी आस्था का केंद्र होने के बावजूद हमारी रूढ़ियों और हमारे तनों का मैल ढो रही गंगा को स्वच्छ बनाने का श्रीगणेश मोदी के मंत्री आज करेंगे.
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