उत्तराखडं का दुर्रभाग्य:
बेहतर रोजगार की तलाश में 15 लाख लोगों ने किया पहाड़ से पालयन #UTTARAKHAN #JOB #UNEMPLOYMENT
March 10, 2015
देहरादून : उत्तराखडं में 2001 की जनगणना के अनुसार 15 लाख लोग बेहतर रोजगार की तलाश में पहाड़ से पलायन कर शहरी क्षेत्रो में बस गए।
लोकसभा में सोमवार को प्रश्नकाल में हरिद्वार सासंद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के सवाल के जवाब में केंद्रीय श्रम और रोजगार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बंडारू दुत्तात्रे ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया, पलायन का कारण रोजगार की कमी तथा शहरो में बेहतर मजदूरी और रोजगार के अवसर हैं। उन्होंने कहा कि पलायन रोकने के लिए लोगों को उनके निवास के निकट ही रोहगार उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय के अंतर्गत मनरेगा को कार्यान्वयन किया जा रहा है। इसमें हर ग्रामीण को 100 दिन का रोजगार जरूरी है। गरीब घर के युवाओं के लिए पंडीत दीनदयाल उपाध्याय, ग्रामीण कौशाल योजना चलाई जा रही है।
बेहतर रोजगार की तलाश में 15 लाख लोगों ने किया पहाड़ से पालयन #UTTARAKHAN #JOB #UNEMPLOYMENT
March 10, 2015
देहरादून : उत्तराखडं में 2001 की जनगणना के अनुसार 15 लाख लोग बेहतर रोजगार की तलाश में पहाड़ से पलायन कर शहरी क्षेत्रो में बस गए।
लोकसभा में सोमवार को प्रश्नकाल में हरिद्वार सासंद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के सवाल के जवाब में केंद्रीय श्रम और रोजगार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बंडारू दुत्तात्रे ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया, पलायन का कारण रोजगार की कमी तथा शहरो में बेहतर मजदूरी और रोजगार के अवसर हैं। उन्होंने कहा कि पलायन रोकने के लिए लोगों को उनके निवास के निकट ही रोहगार उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय के अंतर्गत मनरेगा को कार्यान्वयन किया जा रहा है। इसमें हर ग्रामीण को 100 दिन का रोजगार जरूरी है। गरीब घर के युवाओं के लिए पंडीत दीनदयाल उपाध्याय, ग्रामीण कौशाल योजना चलाई जा रही है।
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