Earthquake 7.9 magnitude - नेपाल में भूकंप, दिल्ली हिली: भूकम्प के झटकों से हिला उत्तर भारत, नेपाल था इसका केंद्र,2-3 मिनट तक किया महसूस
26 april; 25 अप्रैल 2015
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#earthquake:
Indian embassy helpline numbers in Kathmandu: +977 98511 07021, +977 98511 35141
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#NepalEarthquake: #नेपाल में आए भयानक भूंकप से 2500 लोगों की मौत हो गई, इनमें आठ भारतीय भी शामिल है
#Nepal #Earthquake #kosullaindia #india
— Bhupesh Kumar Mandal (@bhupeshmandal) April 26, 2015
#earthquake:
Indian embassy helpline numbers in Kathmandu: +977 98511 07021, +977 98511 35141
We've just launched a Person Finder instance to help track missing persons for the #Nepal earthquake-->http://t.co/3e4pNsOALm
— Google India (@googleindia) April 25, 2015
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#earthquake:More then 876 people #die in #Nepal,Many buildings razed in #Kathmandu & 34 die in #India
#kosullaindia #NepalEarthquake #Bihar
— Bhupesh Kumar Mandal (@bhupeshmandal) April 25, 2015
दिल्ली- देश के कई हिस्सों में शनिवार को तेज भूकम्प के झटके
महसूस किए गए। ये झटके नेपाल, दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, कलकत्ता, उत्तराखंड,
बिहार,
झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पटना समेत पूरे उत्तर भारत में महसूस किए
गए।भूकम्प का पहला झटका करीब 11.40 बजे और दूसरा झटका करीब 12.05
बजे के आसपास महसूस किया गया। इसके बाद करीब 12.20 पर फिर से भूकंप के झटके
महसूस किए गए।भूकंप के ये झटके हरियाणा के रेवाड़ी, कुरुक्षेत्र,
रोहतक, सोनीपत और बहादुरगढ़ में महसूस किए गए। उत्तरकाशी में यह झटके करीब
11.47 पर महसूस किए गए।
2-3 मिनट तक किया महसूस
यह भूकंप के झटके करीब 2-3 मिनट तक महसूस किए गए।
नेपाल की राजधानी काठमांडू में कुछ इमारतों के गिरने की भी खबर है। नेपाल
में इस भूकंप की तीव्रता करीब 7.4 मापी गई है।इस भूकम्प का केंद्र
नेपाल में पोखरा के पास माना जा रहा है, जहां पर इसकी तीव्रता 7.7 मानी जा
रही है। इस भूकम्प का केंद्र जमीन से करीब 11.5 किलोमीटर नीचे था।इस
भूकम्प के झटकों की वजह से दिल्ली और कोलकाता में मेट्रो की सेवाएं भी रोक
दी गई हैं। पटना से कई घरों में दरारें पड़ने की भी खबरें आ रही हैं।
कनाडा में कल-परसों लगा था झटका
गुरुवार और शुक्रवार को कनाडा के पश्चिमी तट पर और ब्रिटिश कोलंबिया के भीतरी हिस्सों में भूकंप के दो झटके महसूस किए गए थे।रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.2 से 6.1 मापी गई थी। सीबीसी न्यूज़ के अनुसार इन झटकों से जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।वेबसाइट के अनुसार पहला झटका गुरुवार को रात 10.43 पर आया था जबकि दूसरा झटका शुक्रवार को सुबह 6.56 पर आया था।खबरें
हैं कि ये झटके पश्चिमी तट से लेकर उत्तरी तट पर महसूस किए गए थे। इन
झटकों के बाद सूनामी की चेतावनी भी जारी की गई थी जिसे बाद में वापस ले
लिया गया।
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#NepalEarthquake:
अगले 48hr तक #india से #nepalजाने वाली कॉल फ्रीः#airetel
अगले 3 दिनों तक भारत से नेपाल #BSNL से की जाने कॉल्स लोकल दरों पर
— Bhupesh Kumar Mandal (@bhupeshmandal) April 25, 2015
रिक्टर स्केल को ऐसे समझें
रिक्टर स्केल | असर |
0 से 1.9 | सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है। |
2 से 2.9 | हल्का कंपन। |
3 से 3.9 | कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर। |
4 से 4.9 | खिड़कियां टूट सकती हैं। दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं। |
5 से 5.9 | फर्नीचर हिल सकता है। |
6 से 6.9 | इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है। |
7 से 7.9 | इमारतें गिर जाती हैं। जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं। |
8 से 8.9 | इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं। |
9 और उससे ज्यादा | पूरी तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी। समंदर नजदीक हो तो सुनामी। |
* भूकंप में रिक्टर पैमाने का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर होता है।
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