यूपी: मैगी के बाद अब येप्पी नूडल्स की बारी, पांच हजार पैकेट सीज...
लखनऊ/आगरा, 30 मई 2015
मैगी के बाद अब येप्पी नूडल्स के भी सैंपल फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन
(एफडीए) ने लिए हैं. इसे जांच के लिए लखनऊ स्थित लैब भेजा जाएगा. चीफ फूड
इंस्पेक्टर रामनरेश यादव ने को वाटर वर्क्स चौराहे के पास आईटीसी के डिस्ट्रिब्यूटर
के गोदाम से ये सैंपल लिए हैं.
एफडीए ने शुक्रवार को येप्पी नूडल्स के पांच हजार पैकेट सीज कर लिए हैं.
चीफ फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इसे रिलीज करने
पर फैसला होगा. उन्होंने
कहा कि बाजार में मैगी या येप्पी नूडल्स की बिक्री रोकने के लिए ऐसा किया
गया है.
उन्होंने बताया कि येप्पी के सैंपल लेने के लिए किसी तरह का निर्देश नहीं था. एफडीआई की जिम्मेदारी है कि हर तरह के खाद्य पदार्थ की जांच करे. चूंकि मैगी में लेड (शीशा) होने के मामले पहले ही सामने आ चुके हैं, इसलिए अब येप्पी के तीन सैंपल लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि ठेले पर बिकने वाले नूडल्स और चाऊमीन के भी सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे, ताकि लोगों को नुकसानदायक खाद्य पदार्थ से बचाया जा सके.
गौरतलब है कि आगरा से एक सप्ताह पहले मैगी के सैंपल जांच के लिए लखनऊ की लैब में भेजे गए थे, लेकिन उसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है. एफडीए को इसकी रिपोर्ट का इंतजार है, ताकि वह अगली कार्रवाई कर सके. फिलहाल मैगी और येप्पी की बिक्री पर रोक नहीं लगाई गई है.
मैगी में लेड की मात्रा ज्यादा मिलने से पूरे देश में नमूने लेकर इसकी जांच की कार्रवाई की जा रही है. यह लेड नुकसानदायक स्तर पर है. यह खासकर बच्चों की सेहत के लिए खतरनाक है. इसके बाद 1.40 लाख मैगी के पैकेट्स सीज किए गए थे.
उन्होंने बताया कि येप्पी के सैंपल लेने के लिए किसी तरह का निर्देश नहीं था. एफडीआई की जिम्मेदारी है कि हर तरह के खाद्य पदार्थ की जांच करे. चूंकि मैगी में लेड (शीशा) होने के मामले पहले ही सामने आ चुके हैं, इसलिए अब येप्पी के तीन सैंपल लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि ठेले पर बिकने वाले नूडल्स और चाऊमीन के भी सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे, ताकि लोगों को नुकसानदायक खाद्य पदार्थ से बचाया जा सके.
गौरतलब है कि आगरा से एक सप्ताह पहले मैगी के सैंपल जांच के लिए लखनऊ की लैब में भेजे गए थे, लेकिन उसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है. एफडीए को इसकी रिपोर्ट का इंतजार है, ताकि वह अगली कार्रवाई कर सके. फिलहाल मैगी और येप्पी की बिक्री पर रोक नहीं लगाई गई है.
मैगी में लेड की मात्रा ज्यादा मिलने से पूरे देश में नमूने लेकर इसकी जांच की कार्रवाई की जा रही है. यह लेड नुकसानदायक स्तर पर है. यह खासकर बच्चों की सेहत के लिए खतरनाक है. इसके बाद 1.40 लाख मैगी के पैकेट्स सीज किए गए थे.
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