एके-47 राइफ़ल के जनक क्लाशनिकोव का निधन
-साल 1947 आवटोमैट कलाशनिकोवा(AK 47) मॉडल
मंगलवार, 24 दिसंबर, 2013 को 07:39 IST तक के समाचार
क्लाशनिकोव राइफ़ल का आविष्कार करने वाले मिखाइल क्लाशनिकोव का निधन हो गया है. वे 94 साल के थे.
क्लाशनिकोलव ने जिस ऑटोमैटिक राइफ़ल को डिज़ाइन किया वो दुनिया का सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला हथियार है.हालांकि क्लाशनिकोव को रूसी सरकार से सम्मान मिला था लेकिन उन्होंने इस हथियार से बहुत कम ही पैसा कमाया. एक बार उन्होंने कहा था कि उन्होंने घास काटने वाली कोई मशीन डिज़ाइन की होती तो उनके पास ज़्यादा पैसे होते.
मिखाइल क्लाशनिकोव को अंदरूनी रक्तस्त्राव की वजह से नवंबर में अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
क्लाशनिकोव का जन्म रूस के पश्चिमी साइबेरिया में 10 नवंबर 1919 को हुआ था.
जीवन
जर्मनी के एसॉल्ट राइफ़ल बनाने में महारत हासिल करने से रूस की सेना को अकसर जर्मन हथियारों को झेलने में मुश्किल होती थी.
जब क्लाशनिकोव अस्पताल में थे उसी दौरान उनसे एक रूसी सैनिक से कहा कि रूसी सेना ऐसी बंदूक क्यों नहीं बना लेती जो जर्मन हथियारों का मुकाबला कर सके.
इसके बाद क्लाशनिकोव ने एक मशीन गन बनाई. उन्होंने कहा था, "इसे आवटोमैट कलाशनिकोवा कहा गया यानी क्लाशनिकोव का ऑटोमैटिक हथियार."
शुरुआती मॉडल में कई दिक्कतें थीं लेकिन साल 1947 में उन्होंने आवटोमैट कलाशनिकोवा मॉडल को पूरा कर लिया. बोलने में मुश्किल होने की वजह से इसे संक्षिप्त कर एके 47 कहा जाने लगा.
बाद में इस राइफ़ल का इस्तेमाल दुनिया भर की कई सेनाओं और लड़ाकू गुटों ने किया.
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