Saturday 31 January 2015

अन्ना:मोदी को हिलाने की ताक़त आप में ही.लोकपाल, लोकायुक्त और भूमि अधिग्रहण कानून को लेकर जल्द ही दिल्ली में आंदोलन, भ्रष्टाचार आज भी जारी है. काला पैसा अभी भी नहीं आया. उल्टा भूमि अधिग्रहण का कानून उन्होंने बदल दिया.

अन्ना:मोदी को हिलाने की ताक़त आप में ही.लोकपाल, लोकायुक्त और भूमि अधिग्रहण कानून को लेकर जल्द ही दिल्ली में आंदोलन, भ्रष्टाचार आज भी जारी है. काला पैसा अभी भी नहीं आया. उल्टा भूमि अधिग्रहण का कानून उन्होंने बदल दिया.

31 JAN 15
अन्ना हज़ारे
समाजसेवी अन्ना हज़ारे का कहना है कि 'नरेंद्र मोदी सरकार को हिलाने की ताक़त आम आदमी पार्टी में ही है'.
इन दिनों दिल्ली चुनाव के दौरान भाजपा के एक विज्ञापन की ख़ूब चर्चा हो रही है. इस विज्ञापन में छपे एक कार्टून में 'अन्ना' की तस्वीर पर हार चढ़ा हुआ दिखाया गया है.
जब इस बारे में उनकी प्रतिक्रिया मांगी गई तो अन्ना हज़ारे ने कहा कि वो कार्टून को देखे बिना कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे.
जब उन्हें ये कार्टून दिखाया गया तो वो ज़ोर से हंसे. आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के इस बयान पर भी उन्होंने ठहाका लगाया कि 'भाजपा ने अन्ना हज़ारे की हत्या की है'.
दिल्ली चुनावों पर उन्होंने ये कहते हुए कुछ भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, "इस कार्टून और दिल्ली के चुनावों पर बात करेंगे लेकिन चुनाव होने के बाद."

मोहभंग

दिल्ली का चुनाव केजरीवाल बनाम किरण बेदी हो गया है और ये दोनों ही अन्ना हज़ारे के सहयोगी रहे हैं.
वो स्पष्ट कहते हैं कि मोदी सरकार से उनका मोहभंग हो गया है. उनके शब्दों में "मोदी सरकार को हिलाने की ताकत आप में है."
अन्ना का कहना है कि वे लोकपाल, लोकायुक्त और भूमि अधिग्रहण कानून को लेकर जल्द ही दिल्ली में आंदोलन करेंगे.
उन्होंने कहा, "भाजपा सरकार ने केवल मेरा ही नहीं, देश की जनता का भी मोहभंग कर दिया है. चुनाव से पहले उन्होंने एक बार नहीं, कई बार जनता से वायदे किए थे, लेकिन भ्रष्टाचार आज भी जारी है. काला पैसा अभी भी नहीं आया. उल्टा भूमि अधिग्रहण का कानून उन्होंने बदल दिया.

पुरानी टीम से तौबा

अन्ना हज़ारे
अन्ना ने पूछा कि अगर उन्हें वायदे निभाने नहीं थे तो किए क्यों?
मोदी
उन्होंने कहा, "सरकार कहती है कि लोकसभा में विरोधी पक्ष के नेता न होने के कारण लोकपाल की नियुक्ति नहीं हो सकी, लेकिन राज्यों में तो लोकायुक्त नियुक्त किए जा सकते हैं. इसमें क्या बाधा है? कानूनन लोकपाल और लोकायुक्तों की नियुक्ति 365 दिन के अंदर होनी चाहिए थी, लेकिन अभी तक वह क्यों रुकी हुई है"
आंदोलन के बारे में अन्ना हज़ारे ने कहा, "अभी एक बैठक के बाद हमारा पूरा कार्यक्रम तय किया जाएगा. अभी इतना तय है कि इस आंदोलन में पुरानी टीम का कोई सदस्य नहीं होगा."

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