IS का प्रवक्ता बनने की चाह रखने वाला पत्रकार गिरफ्तार | भारत का ये पत्रकार 'ज़ुबैर अहमद ख़ान' #ISIS का प्रवक्ता बनना चाहता है
Aug 7, 2015, 10.45 AM IST
मुंबई पुलिस उस व्यक्ति को ढूंढ़ रही है जो ख़ुद को इस्लामिक स्टेट कहने वाले चरमपंथी संगठन का प्रवक्ता बनने की ख़्वाहिश रखता है.
पत्रकार ज़ुबैर अहमद ख़ान ने याक़ूब मेमन को दी गई फांसी के ख़िलाफ़ फ़ेसबुक और ट्विटर पर पोस्ट भी लिखे थे.अबू बक़र को ख़त
ख़ान ने यह दावा भी किया कि भारत सरकार, पुलिस और हिंदू चरमपंथी मुसलमानों पर अत्याचार करते हैं और उन्होंने इसका अध्ययन किया है.
बाद में 30 जुलाई को पोस्ट किए गए संदेश में ख़ान ने याक़ूब मेमन को शहीद क़रार देकर उनकी काफ़ी तारीफ़ भी की थी.
'नागरिकता छोड़ेंगे'
इस पोस्ट के इंटरनेट पर वायरल होने के बाद लाखों लोगों ने प्रतिक्रियाएं दर्ज की थीं. सोशल मीडिया पर सक्रिय लोगों ने मुंबई क्राइम ब्रांच को आगाह भी किया था.
तलाश जारी
अधिकारी ने कहा, “मामले की गंभीरता को देखते हुए हमने खान को ढूंढने के लिए विशेष दस्ते बनाकर उन्हें देश के अलग अलग हिस्सों में भेजा है.”
ख़ान के प्रोफाइल के मुताबिक़ वे ‘इंटरनेशनल पीस’ नामक पत्रिका के मुख्य संपादक हैं. उन्होंने सिक्किम मनिपाल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी की है.
IS का प्रवक्ता बनने की चाह रखने वाला पत्रकार गिरफ्तार
जुबैर अहमद (फोटो- गूगल प्लस अकाउंट से ली गई है)
याकूब मेमन को शहीद बताकर भारत की नागरिकता छोड़ खूंखार आतंकी संगठन आईएस का प्रवक्ता बनने की चाहत रखने वाले जुबैर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। टीवी रिपोर्ट्स की मानें तो खुद को पत्रकार बताने वाले नवी मुंबई के जुबैर अहमद खान को दिल्ली के वसंत विहार इलाके से शुक्रवार सुबह पकड़ा गया है।
जुबैर मुंबई में अचानक गायब हो गया था। कल मुंबई पुलिस ने उसकी पत्नी से पूछताछ की थी। सूत्रों की मानें तो जुबैर चार अगस्त की सुबह से दिल्ली में था। उसने दिल्ली आने से पहले फेसबुक पर स्टेटस लिखा था कि वह इराक दूतावास में जाकर आईएस का सरकारी प्रवक्ता बनने के लिए बात करेगा।
सूत्रों के मुताबिक, जुबैर खाड़ी के एक देश के दूतावास में वीजा लेने वसंत विहार पहुंचा था। जब उसके बारे में जानकारी मिली, तो उसे पकड़ कर वसंत विहार थाने ले आया गया। खबर लिखे जाने के समय पुलिस के अलावा खुफिया विभागों के अफसर भी जुबैर से पूछताछ कर रहे थे। यह पता लगाने की कोशिश है कि आईएस में उसके संपर्क सही में हैं या उसने यह सब किसी और इरादे से किया? उसकी मानसिक हालत की जांच भी जरूरत के हिसाब से कराई जा सकती है।
जुबैर के इस पोस्ट के पहले भी जुबैर ने कई विवादित पोस्ट्स किए थे, जिसमें उसने आईएस के आका बगदादी के नाम खुला खत लिखते हुए आतंकी संगठन का सरकारी प्रवक्ता बनने की ख्वाहिश जताई थी।
इतना ही नहीं, इस पोस्ट में उसने आतंकी याकूब मेमन को शहीद बताया था। कुछ लोगों ने जुबैर के इन पोस्ट्स की जानकारी मुंबई क्राइम ब्रांच को दी थी। उसके बाद, पुलिस ने उसे बांद्रा तक ट्रेस भी किया गया था। क्राइम ब्रांच के कुछ अधिकारी उसे गिरफ्तार करने गए थे, लेकिन वह फरार हो चुका था।
फेसबुक, ट्विटर, गूगल प्लस से लेकर पिनट्रेस्ट जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर जुबैर के ऐसी तमाम पोस्ट नजर आती हैं, जिनसे उसके आईएस प्रेम और आतंक समर्थन की तस्दीक होती हैं। पुलिस ने बताया कि जुबैर ने फेसबुक पर एक कई आपत्तिजनक पोस्ट्स की थीं। आईएस चीफ बगदादी को लिखी एक पोस्ट में उसने आईएस का प्रवक्ता बनने की ख्वाहिश जाहिर की थी।
No comments:
Post a Comment