यू ट्यूब पर दिखी मां, तलाश में परिजन गए उत्तराखंड
जयपुर, 12 जुलाई 2013
जयपुर के एक शख्स को उत्तराखंड हादसे में लापाता हुई मां सोशल नेटवर्किंग
साइट यू ट्यूब के वीडियो में मिल गई है. परिवार को सरकार ने अपने खर्चे पर
फिर से खोजने के लिए उत्तराखंड भेजा है.
सरकार ने भले ही उत्तराखंड में लापाता लोगों की मरने की घोषणा की डेड
लाईन 15 जुलाई तय कर रखी हो, लेकिन लोग अपने अपनों ती तलाश हर संभव जगह
करने में लगे हैं. लोग इसके लिए सोशल नेटवर्किंग साइट का भी सहारा ले रहे
हैं.
अपनी मां की तलाश में उत्तराखंड गए जयपुर के इंजीनियर नितेश सोनी और उनका परिवार 15 दिनों बाद थक हार कर लौट आए थे लेकिन दिल मानने के लिए तैयार नहीं था कि मां अब नहीं मिलेगी. लिहाजा मां की तलाश फेसबुक और यू ट्यूब जैसे सोशल साइटों पर शुरू कर दी.
तीन दिन पहले नितेश को यू ट्यूब पर 22 जून का वीडियो दिखा, जिसमें सेना के दो जवान एक महिला को बचाकर निकाल रहे हैं. नितेश ने ये वीडियो घरवालों को दिखाया तो परिवार ने सरकार से मदद मांगी. जांच के बाद पता चला ये वीडियो सोनप्रयाग का है. इसके बाद परिवार के चार सदस्यों को सरकार ने उत्तराखंड भेजा.
उत्तराखंड सरकार ने साफ कर दिया है कि 15 जून के बाद लापाता लोगों को मृत घोषित कर दिया जाएगा. ऐसे में लोग अपने परिजनों को खोजने में लग गए हैं. उत्तराखंड से लौटने के बाद लोग गूगल, फेसबुक और यू ट्यूब जैसे सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं.
अपनी मां की तलाश में उत्तराखंड गए जयपुर के इंजीनियर नितेश सोनी और उनका परिवार 15 दिनों बाद थक हार कर लौट आए थे लेकिन दिल मानने के लिए तैयार नहीं था कि मां अब नहीं मिलेगी. लिहाजा मां की तलाश फेसबुक और यू ट्यूब जैसे सोशल साइटों पर शुरू कर दी.
तीन दिन पहले नितेश को यू ट्यूब पर 22 जून का वीडियो दिखा, जिसमें सेना के दो जवान एक महिला को बचाकर निकाल रहे हैं. नितेश ने ये वीडियो घरवालों को दिखाया तो परिवार ने सरकार से मदद मांगी. जांच के बाद पता चला ये वीडियो सोनप्रयाग का है. इसके बाद परिवार के चार सदस्यों को सरकार ने उत्तराखंड भेजा.
उत्तराखंड सरकार ने साफ कर दिया है कि 15 जून के बाद लापाता लोगों को मृत घोषित कर दिया जाएगा. ऐसे में लोग अपने परिजनों को खोजने में लग गए हैं. उत्तराखंड से लौटने के बाद लोग गूगल, फेसबुक और यू ट्यूब जैसे सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं.
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