Legendary actor Pran dies at 93
July 12, 2013 22:41 IST (New Delhi)
Pran, one of Bollywood's most respected
actors, died in Mumbai's Lilavati Hospital today. He was 93 and had been
admitted to hospital a month ago.
He died after a spell of prolonged illness," his daughter Pinky told news agency PTI. "He was not keeping well, he was very weak. His health was deteriorating," she added.
Pran received the Dadasaheb Phalke Award this year in May. He was unable to travel to Delhi to receive the award at the presentation ceremony because of ill health. He was given the award at his home in Mumbai the next day.
Pran, star of films such as Zanjeer and Amar Akbar Anthony, began his career as a hero in Punjabi films, made a tremendous impact on Bollywood as the villain in Dilip Kumar's Ram Aur Shyam and was the first actor to break stereotype by playing character roles as well. In the '70s, there was almost no major film that did not feature Pran and he was often higher paid than the hero. Pran was credited with making the role of the villain as important as the hero's, and was known for his sophistication and style on screen.
Pran was also credited with helping actor Amitabh Bachchan get his biggest break - Zanjeer, which marked the rise of the Angry Young Man and made Amitabh Bachchan famous. Pran played one of his best known roles - the Pathan Sher Khan - in Zanjeer. He and Amitabh Bachchan formed a long and successful screen partnership after Zanjeer and struck up a lifelong friendship. Pran made one of his last public appearances at Amitabh Bachchan's 70th birthday party in October last year.
Pran's other famous films include Madhumati, Half Ticket, Upkar, Kashmir Ki Kali, Don, Karz, Naseeb and Shahenshah. He last appeared on-screen in 1997's Mrityudaata.
He is survived by his wife Shukla, daughter Pinky, and sons Arvind and Sunil.
He died after a spell of prolonged illness," his daughter Pinky told news agency PTI. "He was not keeping well, he was very weak. His health was deteriorating," she added.
Pran received the Dadasaheb Phalke Award this year in May. He was unable to travel to Delhi to receive the award at the presentation ceremony because of ill health. He was given the award at his home in Mumbai the next day.
Pran, star of films such as Zanjeer and Amar Akbar Anthony, began his career as a hero in Punjabi films, made a tremendous impact on Bollywood as the villain in Dilip Kumar's Ram Aur Shyam and was the first actor to break stereotype by playing character roles as well. In the '70s, there was almost no major film that did not feature Pran and he was often higher paid than the hero. Pran was credited with making the role of the villain as important as the hero's, and was known for his sophistication and style on screen.
Pran was also credited with helping actor Amitabh Bachchan get his biggest break - Zanjeer, which marked the rise of the Angry Young Man and made Amitabh Bachchan famous. Pran played one of his best known roles - the Pathan Sher Khan - in Zanjeer. He and Amitabh Bachchan formed a long and successful screen partnership after Zanjeer and struck up a lifelong friendship. Pran made one of his last public appearances at Amitabh Bachchan's 70th birthday party in October last year.
Pran's other famous films include Madhumati, Half Ticket, Upkar, Kashmir Ki Kali, Don, Karz, Naseeb and Shahenshah. He last appeared on-screen in 1997's Mrityudaata.
He is survived by his wife Shukla, daughter Pinky, and sons Arvind and Sunil.
अभिनेता प्राण का मुंबई में निधन, 93 साल की उम्र में लीलावती अस्पताल में ली आखिरी सांस
बॉलीवुड के मशहूर खलनायक प्राण का निधन हो गया. वो 93 वर्ष के थे. प्राण
लंबे समय से बीमार चल रहे थे. 12 फरवरी 1920 को दिल्ली में जन्मे प्राण
ने 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. शनिवार दोपहर 12 बजे शिवाजी
पार्क में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. प्राण ने रात 8.30 बजे अपनी
अंतिम सांसें ली.
प्राण का पूरा नाम प्राण कृष्ण सिकंद था. बीमार चल रहे और पद्मभूषण से
सम्मानित 93 वर्षीय प्राण को 2012 के लिए 44वें दादा साहब फाल्के पुरस्कार
से सम्मानित किया गया. हालांकि इस घोषणा को सबने सराहा, लेकिन अफसोस भी
जताया कि उन्हें भारतीय फिल्म उद्योग का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान बहुत देर
से मिला. विडंबना है कि इनमें से ज्यादातर पुरस्कार अभिनेताओं को उनके जीवन
के ढलते दौर में ही मिलते रहे हैं.
प्राण का नाम भारतीय सिनेमा में विलेन का पर्याय रहा है, शायद यही बात उनके हिस्से आने वाले इस सम्मान के लिए अड़ंगा बन गई हो. हालांकि अपने छह दशक के लंबे करियर के दौरान उन्होंने लगभग 400 फिल्मों में काम किया है, उनमें से ज्यादातर में उनका रोल पॉजिटिव रहा है. हकीकत यह है कि अभिनय में पुरस्कार की बारी आती है तो नायक, नायिकाएं और अच्छे किरदार निभाने वाले, विलेन और कैरेक्टर ऐक्टर से बाजी मार ले जाते हैं, चाहे उनका अभिनय कौशल कितना ही सशक्त क्यों न हो.
प्राण ने परदे पर बतौर विलेन इतिहास रच डाला हैः उन्हें ‘विलेन ऑफ द मिलेनियम’ कहा गया है. दर्शकों को उन्होंने किस कदर थर्रा रखा था.
प्राण का नाम भारतीय सिनेमा में विलेन का पर्याय रहा है, शायद यही बात उनके हिस्से आने वाले इस सम्मान के लिए अड़ंगा बन गई हो. हालांकि अपने छह दशक के लंबे करियर के दौरान उन्होंने लगभग 400 फिल्मों में काम किया है, उनमें से ज्यादातर में उनका रोल पॉजिटिव रहा है. हकीकत यह है कि अभिनय में पुरस्कार की बारी आती है तो नायक, नायिकाएं और अच्छे किरदार निभाने वाले, विलेन और कैरेक्टर ऐक्टर से बाजी मार ले जाते हैं, चाहे उनका अभिनय कौशल कितना ही सशक्त क्यों न हो.
प्राण ने परदे पर बतौर विलेन इतिहास रच डाला हैः उन्हें ‘विलेन ऑफ द मिलेनियम’ कहा गया है. दर्शकों को उन्होंने किस कदर थर्रा रखा था.
दोपहर में होगा अंतिम संस्कार, यहां पढ़ें निधन पर किसने क्या कहा?
मुंबई।
सदी के खलनायक अभिनेता प्राण के निधन से पूरा बॉलीवुड शोकाकुल है। सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं बल्कि राजनेता भी उनके निधन से काफी दुखी हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया है कि प्राण साहब के निधन से बॉलीवुड में स्वर्ण युग का अंत हो गया है। प्राण साहब को बॉलीवुड में खलनायकों का गॉडफादर कहा जा रहा है। शुक्रवार को लीलावती अस्पताल में प्राण साहब ने अंतिम सांस ली। आज दोपहर 12 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
-अभिनेता शाहरुख खान ने इनके निधन पर कहा, प्राण साहब हमेशा ही हमारे दिल में रहेंगे, मुझे समझ नहीं आता जो लोग हमारे जज्बातों से जुड़े हैं, जो हमें जिंदगी के फलसफे सिखाते हैं उन्हें जाना क्यों पड़ता है। हम प्राण साहब को कभी भूल नहीं पाएंगे। बॉलीवुड ने माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर पर शोक व्यक्त किया है।
-बिग बी ने लिखा,प्राण साहब से मैंने बहुत कुछ सीखा है। वे मेरे सीनियर थे। हम अच्छे दोस्त हुआ करते थे। जब वे बीमार थे तब मैं रोज उनकी सलामती की दुआएं मांगता था।
-किरण बेदी ने अभिनेता प्राण को खलनायकों का गॉडफादर करार दिया है।
-अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने लिखा कि जो प्राण साहब की फिल्म जंजीर के रिमेक में मुख्य किरदार निभा रही हैं, उन्होंने भी ट्विटर पर प्राण साहब को श्रद्धाजंलि दी है।
-अभिनेता अर्जुन रामपाल लिखते हैं कि वे एक एक्टर ही नहीं बल्कि एक जैंटलमैन थे।
-निर्माता मधुर भंडारकर ने लिखा कि ऐसे एक्टर बार बार नहीं जन्म लेते, इन्होंने हिंदी सिनेमा में नेगेटिव रोल्स को एक अलग ही पहचान दी थी।
-अभिनेता अभिषेक बच्चन ने लिखा कि जो प्राण साहब ने दिया है उसे भुलाना नामुमकिन है।
-निर्माता करण जौहर ने लिखा कि प्राण साहब ने फिल्मों में नकारात्मक भूमिकाओं को एक नई उड़ान दी है।
-निर्माता कुणाल कोहली लिखते हैं कि इनके निधन से जैसे बॉलीवुड में खलनायकों का दौर खत्म हो गया।
-अभिनेता आफताब शिवदसानी ने भी उन्हें ट्विटर पर श्रद्धाजंलि अर्पित की।
-अभिनेता अनुपम खैर लिखते हैं भारतीय सिनेमा में प्राण जी की भूमिका को भूला नहीं जा सकता है। उनका आखिरी वक्त आ गया था।
-अभिनेत्री प्रीति जिंटा ने लिखा कि वे उन्हें ज्यादा करीब से नहीं जानती थीं, लेकिन वह एक बेहतरीन कलाकार के साथ-साथ एक बेहतरीन इन्सान भी थे।
-अभिनेता रितेश देशमुख लिखते हैं कि प्राण साहब हमेशा सबके दिलों में जिंदा रहेंगे। उन्हें कोई नहीं भूल सकता।
प्राण के डायलॉग
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इस इलाके में नए आए हो बरखुरदार, वर्ना यहां शेर खान को कौन नहीं जानता!
ज़ंजीर
राम ने हर युग में जन्म लिया लेकिन लक्ष्मण फिर पैदा नहीं हुआ.
उपकार
ये पाप की नगरी है यहां कंस और दुर्योद्धन का ठिकाना है.
उपकार
ज़िंदगी में चढ़ते की पूजा मत करना, डूबते की भी सोचना
क्लिक करें उपकार
ये फूलो के शाथ शाथ दिल कबशे बेचना शुरू कर दिया है.
कश्मीर की कली
एक डाकू की लड़की पुलिस वाले से शादी करेगी, गोली मारिए सरदार
जिस देश में गंगा बहती है
शेर और बकरी जिस घाट पर एक साथ पानी पीते हों वो घाट न हमने देखा है और न देखना चाहते हैं
आन बान
पहचाना इस इकन्नी को यह वही इकन्नी है जिसे बरसों पहले उछालकर तुमने मेरा मज़ाक उड़ाया था. रॉबर्ट सेठ तुम्हारे ही सोने से तुम्हारे ही आदमियों को ख़रीद कर आज मैं तुम्हारी जगह पहुंच गया हूं और तुम मेरे क़दमों में.
अमर अकबर एंथनी
क्योंकि मैं रिवॉल्वर हमेशा ख़ाली रखता हूं.
मजबूर
लेकिन मैं उस क़िस्म का जेलर नहीं हूं. मैं न तो छुट्टी पर जाऊंगा और न तबादले की दरख़्वास्त करूंगा. तुम्हारा वो रिकॉर्ड है, तो हमारा भी एक रिकॉर्ड है. हमारी जेल से संगीन से संगीन क़ैदी जो बाहर गया है उसने तुम्हारे उस दरबार में दुआ मांगी है तो यही दुआ मांगी है कि अगर दुबारा जेल जाए तो रघुवीर सिंह की जेल में न जाए
कालिया
समझते हो कि सब समझता हूं इससे बढ़कर इंसान की नासमझी और क्या हो सकती है
क्रोधी
शायद तू यह भूल गया कि इस ज़मीन पर फ़तह ख़ां अकेला पैदा नहीं हुआ है, उसके साथ उसकी बला की ज़िद भी पैदा हुई है. कहीं मेरी ज़िद किसी ज़िद पर आ गई तो अपनी बेटी के रास्ते में पड़े हुए बेशुमार कांटों को तो मैं अपने दामन में समेट लूंगा लेकिन तेरे रास्ते दहकते हुए अंगारों से भर दूंगा.
सनम बेवफ़ा
आवाज़ तो तेरी एक दिन मैं नीची करूंगा, शेर की तरह गरजने वाला बिल्ली की ज़बान बोलेगा.
सनम बेवफ़ा
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