Monday, 9 December 2013

देखिए नरेंद्र मोदी कैसे इंटरव्यू छोड़कर भाग खड़े होते हैं ?

देखिए नरेंद्र मोदी कैसे इंटरव्यू छोड़कर भाग खड़े होते हैं ?



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देखिए नरेंद्र मोदी कैसे पलायन कर रहे हैं. सवालों का जवाब देते नहीं बन रहा उनसे, इंटरव्यू छोड़कर भाग खड़े होते हैं


 You tube link: http://youtu.be/QHS_eSoOBzg


 Video of interview of Narendra Modi:







पलायनवादी किसे कहते हैं??? वह जो सवालों से भाग जाए या वो, जो डटकर जवाब दे. बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी की असलियत इस वीडियो में देखिए और जानिए कि जब सवाल पूछे गए तो उनकी हालत कितनी पतली है. बॉडी लैंग्वेज देखिए, आधी कहानी तो वही बता रहा है मोदी की. चेहरा देखिए, सूख गया है. Confidence की नितांत कमी है जैसे किसी ‘अपराधी’ से सवाल-जवाब हो रहा हो. एक और बात, जब अंग्रेजी बोलने में आप ‘comfortable’ नहीं हैं, तो हिंदी में जवाब दीजिए ना. ठीक से बोल भी नहीं पा रहे हैं. दो बार मुंह खोलते हैं, लेकिन बात अंदर ही गटक जाते हैं. मोदी का इंटरव्यू लेने वाले करण थापर carpet bombing कर रहे हैं सवालों की और मोदी से जवाब देते नहीं बन रहा है.
फिर अचानक से मोदी माइक-वाइक हटाकर पलायन कर जाते हैं वहां से. दोस्ती की दुहाई देते हुए…करण थापर आवक हैं, उन्हें मोदी जैसे ‘विराट व्यक्तित्व’ से ये उम्मीद नहीं रही होगी. और ऐसा नहीं है कि करण ने कोई गलत सवाल पूछा. बस मोदी के जले पर थोड़ा सा नमक छिड़क दिया. दंगों और उनकी इमेज की बात कर दी.
ये इंटरव्यू इस देश के लोकतंत्र और उन बीजेपी समर्थकों के लिए एक आईना है (संघ के कार्यकर्ताओं को छोड़कर) जो बताता है कि जो आदमी लोकतंत्र की दुहाई देकर पीएम बनने का खाब देख रहा है, कैसे वह इस लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाता है. देर नहीं लगती उसको. जब आप एक राज्य के सीएम हैं और दुनिया भर में गुजरात के विकास का ढिंढोरा पीटते फिरते हैं तो भाई वहां, जो कत्ले-आम हुआ, दंगे हुए, उस पर भी तो आप ही को जवाब देना होगा ना. या फिर कोई और आएगा जवाब देने. लेकिन मोदी उसका जवाब नहीं देना चाहते. आधा सच और आधा झूठ. यही है मोदी का खेल. जब एक राज्य तक सिमटे हुए हैं तो इतना अहं-दर्प है, लोकतांत्रिक तरीके से पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दे रहे. और जब केंद्र की सत्ता में आ जाएंगे तब पता नहीं क्या करेंगे. वैसे दिल्ली अभी दूर है. जनता सब जानती है. ख्याली पुलाव बनाते रहिए. आधी असलियत तो अभी दिल्ली विधानसभा चुनाव में ही पता चल जाएगी आपको. रिजल्ट का इंतजार कीजिए.
(स्रोत – एफबी)

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