Tuesday 28 July 2015

गूगल प्लस को अलविदा कहने की तैयारी

गूगल प्लस को अलविदा कहने की तैयारी

Publish Date:29 Jul 2015 

ह्यूस्टन। फेसबुक के सामने गूगल एक बार फिर हथियार डालता दिखाई दे रहा है। सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म ऑर्कुट को बंद करने के बाद गूगल ने अपनी सोशल नेटवर्किंग साइट गूगल प्लस को भी अब समेटने की शुरुआत कर दी है। गूगल ने चार साल पहले इसे फेसबुक का मुकाबला करने के लिए लांच किया था।
पिछले कई महीनों से गूगल गूगल प्लस के कुछ महत्वपूर्ण हिस्सों को हटाने में लगा है। सोमवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए कंपनी ने गूगल प्लस को तोड़ने का एलान कर दिया। अगले कुछ महीनों में इसे रीस्ट्रक्चर करके दो हिस्सों में बांट दिया जाएगा, जिसमें से एक वेब स्ट्रीमिंग के लिए और दूसरा फोटो के लिए होगा।
गूगल ने कहा है कि आने वाले महीनों में आपको यूट्यूबल चैनल, लोगों से संवाद करने और अन्य चीजों के लिए केवल एक ही गूगल अकाउंट की जरूरत पड़ेगी। गूगल के फोटोज एंड शेय¨रग के वाइस प्रेसीडेंट ब्रेडली होरोवित्ज ने कंपनी के ब्लॉग पर लिखा, 'लोगों का कहना है कि सभी गूगल सेवाओं के लिए एक खाता होना इसे आसान बनाता है।'
गूगल ने यह भी एलान किया कि वह गूगल प्लस कलेक्शन नाम से सोशल नेटवर्किग में नए फीचर्स शामिल करेगी। ये बदलाव सांकेतिक रूप से सोशल नेटवर्किंग साइट के तौर पर गूगल प्लस को बंद करने का संकेत भी हैं।
घट रहे थे यूजर्स
गूगल की कुछ अन्य सेवाओं के लिए लोगों को जबरन गूगल प्लस से जुड़ने के लिए बाध्य करने की कोशिश ने यूजर्स को भड़काने का काम किया। गूगल ने दावा किया था कि 2013 के अंत में उसके पास 30 करोड़ सक्रिय यूजर्स थे, जबकि डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी स्टोन टेंपल कंसल्टिंग ने बताया है कि इस साल अप्रैल में यह संख्या सिर्फ 11.1 करोड़ रह गई थी।
मुफ्त इंटरनेट का विस्तार कर रहा फेसबुक
न्यूयॉर्क। इंटरनेट से जुड़ी कुछ सेवाओं को निशुल्क देने की दिशा में फेसबुक अपनी इंटरनेट डॉट ओआरजी को विस्तार देने में लगा हुआ है। इस पहल की पहली सालगिरह के मौके पर ज्यादा से ज्यादा मोबाइल ऑपरेटरों को इससे जोड़ने के लिए फेसबुक ने पोर्टल लांच किया है।
फेसबुक ने अपने ब्लॉग पोस्ट पर लिखा, 'हम दूसरे साल में प्रवेश कर रहे हैं। इस मौके पर हम मूल इंटरनेट सेवाओं को निशुल्क प्रदान करने की दिशा में जुड़ने वाले किसी मोबाइल ऑपरेटर के लिए इसे आसान बनाने के लिए तैयार हैं।' इंटरनेट डॉट ओआरजी की पहल के बाद से नेट न्यूट्रैलिटी को लेकर बहस छिड़ी हुई है।

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