Monday 8 September 2014

हरिद्वार छापा: बच्चा चोर गिरोह से बरामद हुए दो और मासूम(उम्र एक साल से कम)

हरिद्वार छापा: बच्चा चोर गिरोह से बरामद हुए दो और मासूम(उम्र एक साल से कम)

अब तक मिले सात बच्चे, चार की पहचान
बच्चा चोर गिरोह की निशानदेही पर हरिद्वार पुलिस ने पटियाला में छापा मारकर दो और बच्चे (उम्र एक साल से कम) बरामद किए हैं। इनमें से एक मासूम पटियाला के एक ठेकेदार को सवा दो लाख रुपये में बेचा गया था।

इस बच्चे की पहचान बिजनौर निवासी किसान के बेटे के रूप में हुई है। दूसरे की पहचान की कोशिश की जा रही है। इस सिलसिले में एक और महिला को गिरफ्तार किया गया है।

अब तक गैंग की निशानदेही पर सात मासूम बरामद किए गए हैं, जिनमें से चार की पहचान हो गई है। मालूम हो कि पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर शुक्रवार को बच्चा चोर गिरोह के पर्दाफाश का दावा किया था।

रविवार को एसएसपी सदानंद दाते ने बताया कि शुक्रवार को बच्चा चोर गैंग के कब्जे से पांच मासूम बरामद हुए थे। इनमें से दो की पहचान नहीं हो पाई है।

रिश्ते कराती थी शकुंतला
गैंग सदस्य शकुंतला पेशे से शादी विवाह कराने में बिचौलिये का काम करती है। इसी की वजह से निसंतान दंपति भी उनके संपर्क में आए। बिजनौर निवासी दंपति के जिस बच्चे को उसने सवा दो लाख रुपये में बेचा था वह परिवार बेहद संपन्न है।
 

पटियाला से बरामद हुए मासूम

पटियाला से बरामद हुए मासूम
शनिवार को हरिद्वार पुलिस गैंग की सदस्य सरला को लेकर पटियाला पहुंची। वहां पुलिस ने छापा मारकार शकुंतला (पत्नी जयमल सिंह, मकान नंबर 728, जगतार नगर, अरबन स्टेट पटियाला, पंजाब) को गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर पुलिस टीम ने दो और मासूम बच्चे बरामद किए।

इनमें से एक मासूम की पहचान चंदनपुरा, किमौडी, बिजनौर निवासी मुरली सिंह के बेटे के रूप में हुई है। यह बच्चा हरिद्वार सीसीआर टावर से चुराया गया था। पूछताछ में महिला ने बताया कि यह बच्चा उसे गैंग के सदस्य जगमोहन ने सौंपा था।

एसएसपी के मुताबिक बिजनौर के दंपति का बच्चा सवा दो लाख रुपये में पटियाला के एक ठेकेदार को बेचा गया था। आरोपी जगमोहन ने एक शपथपत्र में बच्चे के जन्म पर पत्नी की मौत होने पर परवरिश न कर पाने की बात लिखी है। पटियाला के ग्राहक को बच्चे की डिलीवरी ऋषिकेश में दी थी। जगमोहन के अलावा गैंग की सदस्य सरला एवं राजदेवी भी मौजूद रही।
 

अपना बच्चा मिला तब छोड़ा दावा

अपना बच्चा मिला तब छोड़ा दावा
शनिवार तक अमरोहा के दंपति के पुत्र को अपना पुत्र बता रहे बिजनौर के दंपति ने अपने पुत्र के मिलने के बाद दावा छोड़ दिया है। जब पटियाला से पुलिस टीम दो मासूमों को लेकर हरिद्वार पहुंची तो बिजनौर का दंपति भी पहुंच गया था। दंपति ने तुरंत इनमें से एक बच्चे की पहचान अपने बेटे के रूप में की।

महिला पुलिसकर्मी कर रही देखभाल
जिन तीन मासूमों के माता पिता की पहचान नहीं हो पाई है उनकी देखरेख में महिला पुलिसकर्मी जुटी हैं। दो की देखभाल जीआरपी की महिला पुलिसकर्मी शांता, अमिता, कल्पना, शोभा कर रही है। तीसरे की जिम्मेदारी शहर कोतवाली पुलिस उठा रही है।

कराएंगे डीएनए टेस्ट
चार दंपतियों ने भले ही अपने बच्चों की पहचान कर ली हो लेकिन प्रकरण की स्थिति साफ करने के लिए पुलिस डीएनए टेस्ट कराने की तैयारी कर रही है। कोतवाली प्रभारी पीसी मठपाल के अनुसार भविष्य में कोई बच्चे पर अपना दावा न करे इसके लिए सभी का डीएनए टेस्ट कोर्ट के आदेश पर कराया जाएगा।

No comments:

Post a Comment