PAINFUL Dowry CASE:
Bihar Dowry Not Found Woman For Three Years Imprisoned In Toilet
Bihar Dowry Not Found Woman For Three Years Imprisoned In Toilet
बिहार: दहेज नहीं मिला तो महिला को तीन साल तक टॉयलेट में कैद करके रखा
Sep 09, 2014, 11:49AM IST
फोटो: पीड़ित महिला
दरभंगा. बिहार के दरभंगा में एक महिला को तीन साल तक ससुराल
में टॉयलेट में बंद रखने का मामला सामने आया है। 25 साल की इस महिला के
परिवार द्वारा दहेज की मांग पूरी न करने पर और बेटी को जन्म देने की वजह
से यह सलूक किया गया। पुलिस ने रामबाग इलाके से रविवार को इस महिला को
निकाला।
एसएचओ सीमा कुमारी के मुताबिक, जब महिला को टॉयलेट से बाहर निकाला
गया, तब वह फटे हुए कपड़ों में बहुत ही बुरी हालत में थी। छोटे-से कम रोशनी
वाले टॉयलेट से बाहर आने के बाद कुछ देर के बाद ही वह मुश्किल से आंखें
खोल सकी। उसने आरोप लगाया कि उसे टॉयलेट में बंद कर ताला लगा दिया गया था।
बचा-खुचा खाना दिया जाता था। उसे अपनी बेटी को देखने तक नहीं दिया जाता था।
दहेज लाने और बेटी को जन्म देने का बदला उससे लिया जा रहा था। महिला के
पिता श्याम सुंदर सिंह की कोशिशें आखिर रंग लाईं। एसएसपी से शिकायत के बाद
पुलिस ने महिला के घर पर कार्रवाई कर उसे मुक्त कराया। पति और अन्य ससुराल
वालों पर मामला दर्ज किया गया है।
क्या है पूरा मामला
दरभंगा जिले के ही पटसन गांव की रहने वाली महिला की 2010 में प्रभात कुमार सिंह से शादी हुई थी। शादी के कुछ ही दिन बाद से उसके पति और ससुराल वालों ने दहेज के लिए अत्याचार करना शुरू कर दिया था। उसे न तो मायके जाने दिया जाता था और अगर मायके के संबंधी मिलने आते थे, तो उन्हें भगा दिया जाता था। एसएचओ ने कहा कि महिला ने बाहर आते ही अपनी बेटी से मिलने की इच्छा जताई। तीन साल की बेटी के पहचान न पाने पर वह फूट-फूट कर रोने लगी।
दरभंगा जिले के ही पटसन गांव की रहने वाली महिला की 2010 में प्रभात कुमार सिंह से शादी हुई थी। शादी के कुछ ही दिन बाद से उसके पति और ससुराल वालों ने दहेज के लिए अत्याचार करना शुरू कर दिया था। उसे न तो मायके जाने दिया जाता था और अगर मायके के संबंधी मिलने आते थे, तो उन्हें भगा दिया जाता था। एसएचओ ने कहा कि महिला ने बाहर आते ही अपनी बेटी से मिलने की इच्छा जताई। तीन साल की बेटी के पहचान न पाने पर वह फूट-फूट कर रोने लगी।
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