परवेज मुशर्रफ के खिलाफ हत्या के नए आरोप
अंतिम अपडेट 2 सितंबर 2013 9:12 PM IST पर
पाकिस्तान
के पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ पर बेनजीर भुट्टो की हत्या से जुड़े आरोप
हैं। अब उन्हें लाल मस्जिद की घेराबंदी के दौरान मौलवी अब्दुल राशिद गाजी
की हत्या के मुकदमे का सामना भी करना पड़ेगा।हत्या के नए आरोपों का संबंध कट्टरपंथी मौलवी अब्दुल रशीद गाजी की मौत से है। साल 2007 में इस्लामाबाद की लाल मस्जिद की घेराबंदी के समय गाजी की मौत हो गई थी।
परवेज मुशर्रफ फिलहाल नजरबंद हैं और उन पर पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और एक बलोच कबयाली नेता की हत्या का मामला चल रहा है।
इतना ही नहीं, मुशर्रफ पर 2007 में पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के जजों को बर्खास्त करने की कोशिश करने का मुकदमा भी चल रहा है।
2007 में ही पाकिस्तान में आपातकाल लगाने और संविधान को निलंबित करने के मुद्दे पर सरकार ने कहा है कि परवेज मुशर्रफ पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाएगा।
हालांकि परवेज मुशर्रफ इन आरोपों से इनकार करते हैं और अपने खिलाफ मुकदमों को राजनीति से प्रेरित बताते हैं।
भुट्टो की हत्या
लाल मस्जिद में 2007 में कट्टरपंथियों और सुरक्षा बलों के बीच चली बेनतीजा बातचीत के बाद हुई सैन्य कार्रवाई में 100 से भी ज्यादा लोग मारे गए थे।
जानकारों का कहना है कि मस्जिद पर कार्रवाई करने से कट्टरपंथी नाराज़ हो गए थे और तालिबानी चरमपंथियों ने सरकार और सुरक्षा बलों के खिलाफ आत्मघाती हमलों का एक अभियान ही शुरू कर दिया था।
समाचार एजेंसी एएफपी ने अब्दुल रशीद गाज़ी की पैरवी करने वाले वकील तारिक असद के हवाले से बताया, "गाजी के बेटे की याचिका पर हाई कोर्ट ने इस्लामाबाद पुलिस को परवेज मुशर्रफ के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने का आदेश दिया है।"
पिछले महीने मुशर्रफ के खिलाफ पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के सिलसिले में आरोप औपचारिक रूप से तय कर दिए गए थे।
बेनजीर भुट्टो 2007 में एक चुनावी सभा के दौरान हुए आत्मघाती हमले में मारी गई थीं। मुशर्रफ पर उन्हें उचित सुरक्षा मुहैया न कराने के आरोप हैं।
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