Tuesday, 3 September 2013

असद:सीरिया किसी भी 'बाहरी आक्रमण’ के लिए तैयार

असद:सीरिया किसी भी 'बाहरी आक्रमण’ के लिए तैयार

काहिरा, 2 सितम्बर 2013 | अपडेटेड: 16:01 IST

बशर अल-असद
बशर अल-असद
युद्ध में उलझे हुए सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने कहा कि देश किसी भी ‘बाहरी आक्रमण’ के लिए पूरी तरह तैयार है. दूसरी ओर असद की सरकार ने सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई से पहले सांसदों की मंजूरी लेने के संबंध में अचानक किए गए ओबामा के ‘उलझन’ भरे फैसले को अमेरिका द्वारा कदम खींचने की ऐतिहासिक घटना का आरंभ करार दिया. असद ने कहा, ‘सीरिया जिस तरह से रोजाना आतंकवादी समूहों और उन्हें समर्थन करने वालों के आंतरिक विद्रोहों का सामना कर रहा है बिल्कुल उसी तरह ही वह किसी भी स्तर के बाहरी आक्रमण के लिए तैयार है.’ सरकारी संवाद समिति ‘सना’ की खबर के अनुसार राष्ट्रपति ने कहा कि सीरिया लगातार ‘विजय पर विजय’ हासिल कर रहा है.
सीरिया की सरकार द्वारा अपने नागरिकों पर कथित रूप से रासायनिक हथियारों का प्रयोग करने के आरोप में सैन्य कार्रवाई करने के संबंध में अचानक सांसदों की मंजूरी लेने के ओबामा के निर्णय के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में असद ने यह बात कही.
सरकारी अखबार ‘अल-तवरा’ ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, ‘कांग्रेस सैन्य कार्रवाई के लिए हरी झंडी दिखाए या लाल, युद्ध की संभावनाएं प्रबल हों या कमजोर. राष्ट्रपति ओबामा ने कल, छुपे रूप में या संकेत के तौर पर अमेरिका द्वारा कदम खींचने की ऐतिहासिक घटना के आरंभ की घोषणा की.’ आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए ओबामा ने घोषणा की कि उनका मानना है कि रासायनिक हथियारों के कथित प्रयोग के मामले में सीरियाई निशानों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई सही कदम है लेकिन वह सेना के प्रयोग के संबंध में कांग्रेस की मंजूरी चाहते हैं.
अखबार ने अपने पहले पन्ने पर लिखा है सीमित हस्तक्षेप के विस्तृत युद्ध में बदलने के ओबामा के डर ने उन्हें कांग्रेस की अनुमति लेने पर मजबूर कर दिया.
अमेरिका का दावा है कि सीरिया की सेना ने 21 अगस्त को दमिश्क के बाहरी इलाकों में रासायनिक हमले किए थे जिनमें 1,429 लोग मारे गए. हालांकि सीरिया ने अमेरिका के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि विद्रोहियों के साथ लड़ रहे जिहादी लड़ाकों ने इन जानलेवा हथियारों का प्रयोग किया ताकि दुनिया में सीरिया विरोधी भावना प्रबल हो सके. ओबामा के निर्णय पर सीरिया की पहली प्रतिक्रिया देते हुए उपविदेश मंत्री फैसल मुकदाद ने कहा कि ओबामा ‘संकोच’ और ‘उलझन’ में हैं.
मुकदाद ने कहा, ‘कल बोलते वक्त राष्ट्रपति ओबामा स्पष्ट रूप से संकोच, उलझन और निराशा में थे.’ उन्होंने अमेरिकी सांसदों से अपील की कि वे सीरिया पर सैन्य कार्रवाई के प्रस्ताव पर मतदान करते हुए ‘बुद्धि’ का उपयोग करें. मुकदाद ने कहा, ‘हम अमेरिकी संसद से बुद्धि का प्रयोग करने को कह रहे हैं.’ इससे पहले युद्ध से जूझ रही बशर अल-असद सरकार ने कहा था कि अमेरिकी और पश्चिमी देशों द्वारा हमले की स्थिति में उसका भी हाथ बटन पर है. यानी वह भी हमले के लिए तैयार है.
प्रधानमंत्री वइल अल-हल्की ने कल कहा था, ‘सीरिया की सेना पूरी तरह तैयार है, उसके हाथ ट्रिगर पर हैं. वह जो भी करें जैसी भी स्थिति पैदा करें हम उसके लिए तैयार हैं.’ अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा कि सीरिया पर सैन्य कार्रवाई के संबंध में मंजूरी लेने के लिए राष्ट्रपति बराक ओबामा का कांग्रेस जाना अमेरिका का पीछे हटना नहीं है, जैसी कि सीरिया की सरकार इसे बता रही है.
सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के संबंध में कांग्रेस की मंजूरी लेना ‘ऐतिहासिक रूप से अमेरिका के पीछे हटने की शुरुआत है’ के दमिश्क की मीडिया के बयान पर प्रतिक्रिया पूछने पर केरी ने ‘फॉक्स न्यूज संडे’ को बताया, ‘मुझे इसपर बिल्कुल विश्वास नहीं हो रहा.’ एक प्रश्न के उत्तर में केरी ने कहा, ‘वह संयुक्त राज्य (अमेरिका) की कांग्रेस के हाथ में है. राष्ट्रपति ने अपना निर्णय ले लिया है. राष्ट्रपति सामने आकर यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन किया जाए और हम उस निर्मम तानाशाह को क्षमा दान नहीं प्रदान करें जो अपनी ही जनता पर गैस (रासायनिक हथियारों) का प्रयोग करे.’ केरी ने कहा, ‘मैं इसकी कल्पना भी नहीं कर सकता कि संयुक्त राज्य की कांग्रेस ईरान, इस्राइल, जॉर्डन, तुर्की, क्षेत्र में हमारे मित्रों, सीरिया के लोगों और विपक्ष के संबंध में हमारे हितों को नहीं समझेगी.’ सीरिया में रासायनिक हथियारों के प्रयोग के संबंध में केरी का कहना है कि हमले के स्थान से लिए गए रक्त और केश के नमूनों की जांच में सारिन गैस के प्रयोग की पुष्टि हुई है.


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