पोटेंसी टेस्ट में क्या-क्या हुआ आसाराम के साथ?
जोधपुर/इंटरनेट डेस्क | अंतिम अपडेट 3 सितंबर 2013 1:48 PM IST पर
यौन
शोषण के आरापों में फंसे 72 वर्षीय आसाराम बापू ने तीन डॉक्टरों की उस टीम
को हैरान कर दिया, जिस पर आध्यात्मिक गुरु के पौरुषत्व की जांच करने का
जिम्मा था।
रविवार को हुए पोटेंसी टेस्ट का ब्योरा जानने वाले सूत्रों का कहना है कि 16 साल की लड़की से यौन शोषण के आरोपी आसाराम का जब टेस्ट हुआ, तो वह पहले चरण में ही पॉजिटिव पाए गए।
यानी शारीरिक जांच में यह साबित हो गया कि वह यौन रूप से सक्षम हैं।
टीओआई की खबर के मुताबिक आसाराम ने शुरुआत में इस टेस्ट से इनकार किया था, लेकिन बाद में राजी हो गए। उन्होंने कहा, "शरीर नश्वर है, इसलिए डॉक्टर जो चाहें, उसके साथ कर सकते हैं।"
एक डॉक्टर ने बताया कि पोटेंसी टेस्ट कई चरण में होता है। उन्होंने बताया, "एक में छुअन के जरिए निजी अंगों में सिरहन पैदा करने की कोशिश की जाती है और दूसरे में पपावरिन जैसी दवा देकर ऐसा किया जाता है।"
आसाराम के मामले में छूने भर से इरक्शन हो गया और यह साबित हुआ कि वह सक्षम हैं। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें किसी दवा की जरूरत नहीं पड़ी।
कानूनी विकल्प चुने बिना आसाराम का इस टेस्ट के लिए तैयार हो जाना डॉक्टर और पुलिस, दोनों के लिए हैरानी का विषय बना, क्योंकि वह चाहते, तो इस टेस्ट से इनकार कर सकते थे।
शुरुआत में आसाराम ने हिचकिचाहट जताई और सवाल किया कि वे लोग इतना 'अपवित्र' काम कैसे कर रहे हैं। लेकिन पुलिसकर्मियों और डॉक्टरों के कहने के बाद वह राजी हो गए।
रविवार को हुए पोटेंसी टेस्ट का ब्योरा जानने वाले सूत्रों का कहना है कि 16 साल की लड़की से यौन शोषण के आरोपी आसाराम का जब टेस्ट हुआ, तो वह पहले चरण में ही पॉजिटिव पाए गए।
यानी शारीरिक जांच में यह साबित हो गया कि वह यौन रूप से सक्षम हैं।
टीओआई की खबर के मुताबिक आसाराम ने शुरुआत में इस टेस्ट से इनकार किया था, लेकिन बाद में राजी हो गए। उन्होंने कहा, "शरीर नश्वर है, इसलिए डॉक्टर जो चाहें, उसके साथ कर सकते हैं।"
एक डॉक्टर ने बताया कि पोटेंसी टेस्ट कई चरण में होता है। उन्होंने बताया, "एक में छुअन के जरिए निजी अंगों में सिरहन पैदा करने की कोशिश की जाती है और दूसरे में पपावरिन जैसी दवा देकर ऐसा किया जाता है।"
आसाराम के मामले में छूने भर से इरक्शन हो गया और यह साबित हुआ कि वह सक्षम हैं। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें किसी दवा की जरूरत नहीं पड़ी।
कानूनी विकल्प चुने बिना आसाराम का इस टेस्ट के लिए तैयार हो जाना डॉक्टर और पुलिस, दोनों के लिए हैरानी का विषय बना, क्योंकि वह चाहते, तो इस टेस्ट से इनकार कर सकते थे।
शुरुआत में आसाराम ने हिचकिचाहट जताई और सवाल किया कि वे लोग इतना 'अपवित्र' काम कैसे कर रहे हैं। लेकिन पुलिसकर्मियों और डॉक्टरों के कहने के बाद वह राजी हो गए।
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