आख़िर चूक कहाँ हुई नोकिया से
मंगलवार, 3 सितंबर, 2013 को 16:30 IST तक के समाचार
नोकिया इंडिया के उपाध्यक्ष डी.
शिवकुमार ने 2007 में इंडिया नॉलेज एट व्हार्टन से कहा था कि, "अगर आप 1995
के परिदृश्य को देखें तो पाएंगे कि कोई भी सफल हो सकता था, अगर वो वही काम
करता जो नोकिया ने किया था."
दरअसल उस समय एलजी और क्लिक करें
सैमसंग जैसी सभी प्रतिस्पर्धी कंपनियां टीवी फ्रिज जैसे दूसरे
उत्पाद भी तैयार कर रही थीं, जबकि नोकिया ने सिर्फ मोबाइल फोन कारोबार पर
फोकस किया.
कारोबारी विशेषज्ञों के मुताबिक इस रणनीति में एक जोखिम था. सबकुछ ठीक रहा तो कंपनी अच्छा करेगी, लेकिन अगर मोबाइल फोन की मांग कम होने लगी तो कंपनी क्या करेगी.
इस लिहाज से सैमसंग का नजरिया अधिक लोचदार था. सैमसंग दूसरे उत्पादों को बना सकती थी, लेकिन क्लिक करें नोकिया के पास दूसरा कोई रास्ता नहीं था.
वितरण की जिम्मेदारी
नोकिया के हैंडसेट की बिक्री क्लिक करें एचसीएल करती थी, जिसका देश भर में तगड़ा वितरण नेटवर्क था.
यह वो दौर था जब बाजार में नोकिया की बादशाहत को चुनौती देने के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था.
ऐसे में नोकिया ने एक साहसिक निर्णय लेते हुए अपने हैंडसेट के वितरण का काम खुद करने का फैसला किया.
कंपनी के इस फैसले ने सैमसंग जैसे उसके प्रतिस्पर्धियों को बढ़त कायम करने का एक मौका दे दिया, जिनके पास पहले से ही अपना वितरण नेटवर्क मौजूद था.
ब्रांडिंग का संकट
शहरों में नोकिया के ई-सिरीज़ फोन (कारोबारियों के लिए) और एन सिरीज़ फोन (क्लिक करें मल्टीमीडिया फीचर्स वाले फोन) काफी लोकप्रिय थे. यहाँ उसे कोई भी चुनौती देता हुआ नज़र नहीं आ रहा था.
ऐसे में नोकिया ने आशा सिरीज़ के हैंडसेट के साथ अपना फोकस ग्रामीण भारत पर किया. कारोबार के लिहाज से यह नोकिया की दूसरी रणनीतिक चूक थी.
ग्रामीण भारत पर फोकस के चलते नोकिया ने हाईएंड फोन निर्माता की अपनी छवि को खो दिया, जबकि सस्ते फोन के मैदान में वह माइक्रोमैक्स, स्पाइस और चीन से आयातित कई अनजान ब्रांडों का मुकाबला नहीं कर सकी.
एंड्रॉएड सिस्टम से दूरी
नोकिया ने एक और रणनीतिक भूल गूगल के एड्रॉएड ऑपरेटिंग सिस्टम से दूरी बनाकर की. नोकिया पूरी तरह से माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज़ फ़ोन प्लेटफार्म पर निर्भर हो गया. इसका नोकिया को भारी नुकसान उठाना पड़ा.दरअसल हार्डवेयर के लिहाज से नोकिया आज भी सबसे बेहतर माना जाता है, लेकिन नोकिया के सॉफ्टवेयर में अक्सर गड़बड़ी की शिकायत देखने को मिलती है. सैमसंग का गैलक्सी एड्रॉएड प्लेटफार्म पर ही आधारित है.
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