नई दिल्ली: भले ही पूरी दुनिया मध्य प्रदेश के विदिशा में जन्मे कैलाश सत्यार्थी को शांति का नोबेल पुरस्कार मिलने पर जान गई हो लेकिन उनके ही गृह प्रदेश के कई मंत्री और विधायक ऐसे हैं, जो  सत्यार्थी के बारे में जानते तक नहीं हैं।

कैलाश सत्यार्थी को नोबेल पुरस्कार मिलने के बाद कुछ पत्रकारों ने सरकार के मंत्रियों और विधायकों से प्रतिक्रिया लेनी चाही तो मंत्री कुसुम महदेले से जब इस संबंधी पत्रकारों ने सवाल किया तो पहले तो वे अटक गई और कुछ देर रूकने के बाद बोलीं कि अच्छा क्या अपने कैलाश को, वाह क्या बात है।

इसी तरह राजस्व राज्यमंत्री ज्ञान सिंह तो विजयवर्गीय की कार्यशैली का बखान करने लग गए। कुछ ऐसे ही हाल रहे भाजपा विधायक दिलीप सिंह परिहार व रंजीत सिंह का, जिन्होंने कैलाश सत्यार्थी की जगह कैलाश विजयवर्गीय का गुणगान कर डाला।