#DelhiDecides #KiskiDilli: एसके बग्गा, जिन्होंने किरन बेदी को हराया
2. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के मज़बूत गढ़ समझे जाने वाले कृष्णा नगर से जीत हासिल की है. अपनी जीत की वजह बताते हुए बग्गा ने मीडिया से कहा है कि किरण बेदी बाहरी उम्मीदवार थीं, इसका उन्हें फ़ायदा हुआ.
3. वे अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले जन लोकपाल आंदोलन में काफी सक्रिय रहे थे. लेकिन पहले वे कांग्रेस के कार्यकर्ता रहे हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले वे आम आदमी पार्टी में शामिल हुए.
4. बग्गा 1993 से ही कृष्णा नगर की भगवान श्रीराम चंद्र दशहरा धार्मिक कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं. यह कमेटी गरीब और जरूरत मंद बच्चों के शिक्षा के लिए भी काम करती रही है.
5. बग्गा आम आदमी पार्टी में कारोबारी वर्ग की आवाज़ के तौर पर जाने जाते हैं. उन्होंने कारोबारियों के लिए वैट को सामान्य तौर पर लागू करने का खाका तैयार किया है.
दिल्ली के कृष्णा नगर विधानसभा सीट से किरण बेदी चुनाव हार गई हैं.
उन्हें आम आदमी पार्टी के एसके बग्गा ने 2000 से अधिक वोटों से हराया है.एसके बग्गा के बारे में ख़ास बातें-
1. 61 साल के बग्गा पेशे से वकील हैं. लेकिन सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर भी सक्रिय रहे हैं.2. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के मज़बूत गढ़ समझे जाने वाले कृष्णा नगर से जीत हासिल की है. अपनी जीत की वजह बताते हुए बग्गा ने मीडिया से कहा है कि किरण बेदी बाहरी उम्मीदवार थीं, इसका उन्हें फ़ायदा हुआ.
3. वे अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले जन लोकपाल आंदोलन में काफी सक्रिय रहे थे. लेकिन पहले वे कांग्रेस के कार्यकर्ता रहे हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले वे आम आदमी पार्टी में शामिल हुए.
4. बग्गा 1993 से ही कृष्णा नगर की भगवान श्रीराम चंद्र दशहरा धार्मिक कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं. यह कमेटी गरीब और जरूरत मंद बच्चों के शिक्षा के लिए भी काम करती रही है.
5. बग्गा आम आदमी पार्टी में कारोबारी वर्ग की आवाज़ के तौर पर जाने जाते हैं. उन्होंने कारोबारियों के लिए वैट को सामान्य तौर पर लागू करने का खाका तैयार किया है.
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