Sunday, 22 September 2013

PAK: चर्च पर हमले में 78 की मौत, तहरीक-ए-तालिबान ने ली जिम्मेदारी

PAK: चर्च पर हमले में 78 की मौत, तहरीक-ए-तालिबान ने ली जिम्मेदारी

पेशावर, 22 सितम्बर 2013 | अपडेटेड: 21:43 IST

पाकिस्तान के पेशावर शहर के एक ऐतिहासिक चर्च पर रविवार को आत्मघाती हमलावरों द्वारा किए गए हमले में कई बच्चों और महिलाओं सहित 78 लोग मारे गए. रविवार की प्रार्थना के लिए भारी संख्या में जुटे श्रद्धालुओं को निशाना बनाकर किए गए दोहरे आत्मघाती हमले में करीब 130 से अधिक घायल भी हो गए. इसे पाकिस्तान के इतिहास में ईसाई समुदाय पर अब तक का सबसे विध्वंसक हमला माना जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि इस जघन्य हमले में 78 लोग मारे गए हैं. मारे गए लोगों में 30 से अधिक महिलाएं और कम से कम सात बच्चे शामिल हैं. पेशावर के कमिश्नर साहिबजादा मुहम्मद अनीस ने बताया कि शहर के हिंसाग्रस्त कोहाटी गेट जिले में स्थित प्राचीन ‘ऑल सेंट्स चर्च’ पर उस समय दोहरा आत्मघाती विस्फोट किया गया, जब श्रद्धालु रविवार की प्रार्थना के बाद बाहर निकल रहे थे.
अमेरिकी ड्रोन हमलों का बदला लेने के लिए हुआ हमला
अनीस ने बताया कि विस्फोट के समय चर्च के भीतर 600-700 लोग मौजूद थे. विस्फोट की तीव्रता के कारण आसपास की इमारतें भी क्षतिग्रस्त हो गई. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के धड़े जंदुल्ला ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसने अमेरिकी ड्रोन हमले का बदला लेने के लिए यह आतंकी कार्रवाई की है. इस संगठन के प्रवक्ता अहमद मारवात ने बताया, ‘जब तक ड्रोन हमले नहीं रोके जाते तब तक हम गैर मुस्लिमों के खिलाफ हमले जारी रखेंगे.’ जंदुल्ला ने गिलगिट-बाल्टिस्तान में 10 विदेशी पर्वतारोहियों की हत्या की भी जिम्मेदारी ली थी. पेशावर में बम निरोधक दस्ते के प्रमुख शफाकत महमूद ने इस बात की पुष्टि की कि चर्च परिसर में दो आत्मघाती हमलावरों ने ये हमले किए. प्रत्येक आत्मघाती हमलावर ने छह किलोग्राम विस्फोटक वाली जैकेट पहन रखी थी. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्होंने हमला स्थल पर शवों के टुकड़े, खून से सने कपड़े और जूते आदि पड़े देखे.
आक्रोशित हुआ ईसाई समुदाय
आक्रोशित ईसाई समुदाय के लोगों ने रीडिंग अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया जहां अधिकतर पीड़ितों को इलाज के लिए ले जाया गया है. उन्होंने मारे गए लोगों के शवों के साथ जी टी रोड को भी जाम कर दिया. पाकिस्तान में ईसाई समुदाय पर यह पहला बड़ा हमला है जिन्हें अभी तक अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों शिया या अहमदिया समुदायों की तरह अक्सर निशाना नहीं बनाया गया था. मारे गए लोगों में तीन से आठ साल के चार बच्चे और एक पुलिस अधिकारी शामिल हैं.
नवाज शरीफ ने की हमले की निंदा
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हमले की निंदा करते हुए कहा है कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता और मासूम लोगों को निशाना बनाना इस्लाम और सभी धर्मों की शिक्षाओं के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद की इस प्रकार की वीभत्स घटनाएं आतंकवादियों की नृशंसता और अमानवीय सोच को दर्शाती है. हमले के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता और खबर पख्तूनख्वाह प्रांत के मुख्यमंत्री परवेज खटक ने लेडी रीडिंग अस्पताल का दौरा कर घायलों से मुलाकात की.
ब्रिटिश काल में बना था 'ऑल सेंट्स चर्च'
'ऑल सेंट्स चर्च' पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के सबसे पुराने गिरजाघरों में से एक है. इसका निर्माण 1883 में ब्रिटिश काल में हुआ था. पेशावर के कोहाटी इलाके में स्थित इस गिरजाघर में हाल के वर्षों में कई आतंकी हमले हुए हैं. आत्मघाती हमले के समय श्रद्धालु गिरजाघर के बाहर मिठाइयां बांट रहे थे. हमले के कुछ देर बाद राहत दल मौके पर पहुंच गया और सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया. बम निरोधक दस्ते के प्रमुख महमूद ने कहा कि पुलिस ने दोनों हमलावरों का सिर बरामद किया है और जल्द उनके स्केच बनाए जाएंगे.
पेशावर के अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित
पेशावर के अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित कर दी गई है. लेडी रीडिंग अस्पताल के अधिकारियों ने बताया है कि 13 घायलों की हालत नाजुक है. अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के नेता और पूर्व सूचना मंत्री मियां इफ्तिखार हुसैन ने घटनास्थल का दौरा किया और ईसाई समुदाय के प्रति अपनी सहानुभूति प्रकट की. ‘काउंसिल फॉर इंटरनेशनल रिलीजन’ ने तीन दिन के शोक का ऐलान करते हुए कहा है कि पेशावर में सभी मिशनरी स्कूल और कॉलेज तीन दिन तक बंद रहेंगे. एएनपी ने भी तीन दिन के शोक का ऐलान किया है.

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