नई दिल्ली: चंद महीने पहले लोकसभा चुनावों के दौरान नरेंद्र मोदी अपने हर भाषण में गुजरात मॉडल की तारीफ करते नहीं थकते थे। मोदी का जादू चला, देश में कमल खिला, मोदी अब पीएम हैं। नेपाल से लेकर अमेरिका तक मोदी छाये हुए हैं। लेकिन जिस गुजरात के वो चार बार सीएम रहे, वहीं के छोटा उदयपुर जिले के सेवाड़ा समेत 16 गांव के 100 से ज्यादा लड़के-लड़कियां तौर कर रोजना स्कूल जाने को मजबूर हैं। इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि शासन-प्रशासन की बेरूखी के चलते ये बच्चे रोजना इसी तरह जान जोखिम में डालकर स्कूल पढऩे जाते हैं। नौंवी क्लास में पढऩे वाली गीता भी अपने दोस्तों के साथ नदी पार करने के लिए रोजाना सुबह सात बजे पहुंच जाती हैं।

इस दौरान इन लड़कियों में से एक के पिता सुरक्षा के लिहाज से उनके साथ तैरकर नदी पार करते हैं। कई मौकों पर कुछ ग्रामीण नदी के दोनों तरफ खड़े रहते हैं। नदी में पानी की मात्रा बढऩे या फिर पानी में कोई खतरनाक चीज नजर आने की सूरत में वे बच्चों को अलर्ट करते हैं। नदी पार करने में इन लोगों को 30 मिनट का वक्त लगता है। किताबों और स्कूल बैग को प्लास्टिक के एक बैग में लपेटकर रखा जाता है। चप्पल को गोहरी में डाल दिया जाता है ताकि वे सुरक्षित रहें।