हिन्दू पंचांग के अनुसार नया साल 31 मार्च 2014 को शुरु होने जा रहा है :: 31 मार्च से नया संवत् शुरू, कैसा रहेगा साल 2014-15?
हिन्दू पंचांग के अनुसार नया साल
31 मार्च 2014 को नया संवत् शुरु होने जा रहा है।
इसके साथ ही बीते एक साल से चल रहा पराभव संवत् समाप्त हो जाएगा और हिन्दू
पंचांग के अनुसार नया साल शुरु हो जाएगा।
ज्योतिषशास्त्र की गणना के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन से शुरु हो रहा नया संवत् 2071 का नाम है प्लवंग। नव संवत् का प्रवेश काल 30 मार्च रविवार की अर्द्धरात्रि को 12 बजकर 15 मिनट पर उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में ब्रह्म योग में हो रहा है।
ज्योतिषशास्त्र की गणना के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन से शुरु हो रहा नया संवत् 2071 का नाम है प्लवंग। नव संवत् का प्रवेश काल 30 मार्च रविवार की अर्द्धरात्रि को 12 बजकर 15 मिनट पर उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में ब्रह्म योग में हो रहा है।
साल के राजा चंद्रमा क्या गुल खिलाएंगे
लेकिन 31 मार्च सोमवार के दिन रेवती नक्षत्र, ऎन्द्र योग और मीन राशि में स्थित चंद्रमा के समय नए संवत् का आरंभ माना जाएगा।
इसलिए इस नव संवत् में राजा और मंत्री दोनों ही चंद्रमा होंगे। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार अगर राजा और मंत्री एक ही ग्रह हों तो मिले जुले फल प्राप्त होते हैं, इसे बहुत अच्छा नहीं माना जाता है।
इस संवत् में वर्षा खूब होगी और रोगों की अधिकता भी रहेगी। राजनीतिक दलों के बीच टकराव की स्थिति बनी रहेगी।
इसलिए इस नव संवत् में राजा और मंत्री दोनों ही चंद्रमा होंगे। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार अगर राजा और मंत्री एक ही ग्रह हों तो मिले जुले फल प्राप्त होते हैं, इसे बहुत अच्छा नहीं माना जाता है।
इस संवत् में वर्षा खूब होगी और रोगों की अधिकता भी रहेगी। राजनीतिक दलों के बीच टकराव की स्थिति बनी रहेगी।
प्लवंग संवत् में जन्म लेने वाले व्यक्ति
लोक भविष्य की बात करें तो प्लवंग में जन्में
व्यक्ति क्रूर और अधिक क्रोध करने वाले होते हैं। इनमें दूसरों की वस्तुओं
की प्राप्ति की लालसा रहती है। लेकिन जरुरत के समय दूसरों की मदद भी करते
हैं।
यह किसी दल का मुखिया एवं समाज में प्रमुख पद पाने वाले होते हैं। योग साधना की ओर उनका मन लगा रहता है, इनकी योग साधना योग्य मनुष्य बनाने में सहायक होती है।
यह किसी दल का मुखिया एवं समाज में प्रमुख पद पाने वाले होते हैं। योग साधना की ओर उनका मन लगा रहता है, इनकी योग साधना योग्य मनुष्य बनाने में सहायक होती है।
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