GREAT THOUGHT PM INDIA - MODI:
उन्होंने कहा कि भारत को शासकों ने नहीं बल्कि किसानों, मजदूरों और आम जनता ने बनाया है.
उन्होंने कहा कि देश को यहां तक लाने में पूर्व की सभी सरकारों का, सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों का और सभी राज्यों का योगदान है.
उन्होंने कहा कि देश को आगे बढ़ाने में जितनी सरकार की भूमिका है, उतनी ही भूमिका विपक्ष की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जल्द ही योजना आयोग की जगह एक अन्य संस्था लेगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में बेटे और बेटियों में होने वाले भेदभाव का मुद्दा भी उठाया.
उन्होंने कहा कि हर माता पिता को ज़िम्मेदारी लेनी होगी कि उनकी संतानें ग़लत रास्ते पर न जाएं.
हिंसा का रास्ता अपनाने वाले लोगों से उन्होंने कहा कि इससे कुछ हासिल नहीं होगा.
मोदी ने कहा "डॉक्टरों से मेरा अनुरोध है कि अपनी तिजोरी भरने के लिए किसी के गर्भ में पल रही बेटियों को मत मारिए. मांएं बेटे की आस में बेटियों को बलि न चढ़ाएं."
उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल में जिन खिलाड़ियों ने देश का गौरव बढ़ाया 'उसमें 29 बेटियां शामिल हैं'
उन्होंने उद्यमियों और युवाओं से देश के औद्योगिक विकास में भागीदार बनने को कहा.
मोदी ने युवाओं से कहा, "आपके रहते हुए छोटी मोटी चीज़ें हमें दुनिया से क्यों मंगानी पड़ीं."
प्रधानमंत्री ने भारत में इंटरनेट और उससे जुड़ी सेवाओं के विस्तार पर भी बल दिया.
उन्होंने देश को स्वच्छ बनाने की भी बात कही. मोदी ने अपने भाषण में कहा, "कोई कह सकता है कि ये कैसा प्रधानमंत्री है. लाल किले से शौचालय की बात करता है."
डॉक्टर तिजोरी भरने के लिए बेटियां न मारें: मोदी
शुक्रवार, 15 अगस्त, 2014 को 09:41 IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा
है कि जल्द ही योजना आयोग की जगह एक संस्था लेगी.उनकी सरकार बहुमत के बल
पर नहीं, बल्कि आम सहमति के साथ आगे बढ़ना चाहती है.
ये बात उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से अपने पहले भाषण में कही.उन्होंने कहा कि देश को यहां तक लाने में पूर्व की सभी सरकारों का, सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों का और सभी राज्यों का योगदान है.
उन्होंने कहा कि देश को आगे बढ़ाने में जितनी सरकार की भूमिका है, उतनी ही भूमिका विपक्ष की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जल्द ही योजना आयोग की जगह एक अन्य संस्था लेगी.
'हिंसा से कुछ हासिल नहीं होगा'
भारत शुक्रवार को अपना 68वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है.प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में बेटे और बेटियों में होने वाले भेदभाव का मुद्दा भी उठाया.
उन्होंने कहा कि हर माता पिता को ज़िम्मेदारी लेनी होगी कि उनकी संतानें ग़लत रास्ते पर न जाएं.
हिंसा का रास्ता अपनाने वाले लोगों से उन्होंने कहा कि इससे कुछ हासिल नहीं होगा.
'बेटियों को बचाएं'
उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या की ज़िक्र भी अपने भाषण में किया.मोदी ने कहा "डॉक्टरों से मेरा अनुरोध है कि अपनी तिजोरी भरने के लिए किसी के गर्भ में पल रही बेटियों को मत मारिए. मांएं बेटे की आस में बेटियों को बलि न चढ़ाएं."
उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल में जिन खिलाड़ियों ने देश का गौरव बढ़ाया 'उसमें 29 बेटियां शामिल हैं'
उन्होंने उद्यमियों और युवाओं से देश के औद्योगिक विकास में भागीदार बनने को कहा.
मोदी ने युवाओं से कहा, "आपके रहते हुए छोटी मोटी चीज़ें हमें दुनिया से क्यों मंगानी पड़ीं."
प्रधानमंत्री ने भारत में इंटरनेट और उससे जुड़ी सेवाओं के विस्तार पर भी बल दिया.
उन्होंने देश को स्वच्छ बनाने की भी बात कही. मोदी ने अपने भाषण में कहा, "कोई कह सकता है कि ये कैसा प्रधानमंत्री है. लाल किले से शौचालय की बात करता है."
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