नई दिल्ली: आनलाइन रेल आरक्षण कराने में पेश आने वाली मुश्किलें अब दूर हो गईं है। भारतीय रेल खान पान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने अपनी वेबसाइट का आधुनिक संस्करण सार्वजनिक कर दिया जिसकी गति चार गुना तेज है। आईआरसीटीसी के सूत्रों ने बताया कि नेक्स्ट जेनेरेशन ई-टिकटिंग की पूरी प्रणाली का हार्डवेयर एवं साफ्टवेयर में लगभग 69 करोड़ रुपए की लागत से अगले एक दशक की जरूरतों के अनुरूप आधुनिकीकरण किया गया। यह काम रेलवे की सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी जरुरतें पूरी करने वाले सेंटर फार रेलवे इन्फार्मेशन सिस्टम (क्रिस) ने किया है।

सूत्रों के अनुसार पुरानी वेबसाइट की क्षमता करीब दो हजार आरक्षण प्रति मिनट से कुछ कम थी। इसका नतीजा यह होता था कि अक्सर व्यस्त समय में वेबसाइट हैंग कर जाती थी और आरक्षण अधूरे रह जाते थे। पुरानी वेबसाइट में एक साथ चालीस हजार से ज्यादा लोग लागिन नहीं कर पाते थे। सूत्रों ने बताया कि नई वेबसाइट की क्षमता लगभग 7200 टिकट प्रति मिनट बुकिंग की है। हालांकि इसके पूरी क्षमता से काम करने में थोडा और वक्त लगेगा। इस नई वेबसाइट को एक लाख बीस हजार से ज्यादा लोग एक साथ उपयोग कर पाएंगे। इससे पीक टाइम में भी बहुत आसानी से आरक्षण कराया जा सकेगा।

आईआरसीटीसी ने अपनी आन लाइन रेलवे आरक्षण की क्षमता वृद्धि के लिए पिछले वर्ष विंडोज 8 पर आधारित डेस्क टाप और मोबाइल फोन एप्लीकेशन लांच की है। इससे पहले इंटरनेट सुविधा से रहित साधारण फोन से एसएमएस के जरिए टिकट जारी करने की प्रणाली भी शुरु की है। ई बैंकिंग एवं कार्ड पेमेंट गेटवे में भुगतान की दिक्कतों को दूर करने के लिये ई.वोलेट योजना भी शुरु की गई है जिसमें लोग एडवांस राशि जमा रख सकते हैं। तकरीबन तेरह वर्ष पूर्व शुरु आईआरसीटीसी की आनलाइन रेलवे आरक्षण प्रणाली इतनी लोकप्रिय हो चुकी है कि लगभग 55 फीसदी यात्री इसी माध्यम से टिकट खरीद रहे हैं। मार्च 2014 में एक दिन में सर्वाधिक पांच लाख 80 हजार से ज्यादा टिकट इस पर बुक किये जाने
का रिकार्ड है।