पीएम मोदी की मौजूदगी में PSLV C-23 ने भरी उड़ान :::: सार्क देशों के लिए उपग्रह लॉन्च करें भारतीय वैज्ञानिक: मोदी #ISRO #PSLVC23 #PSLV #INDIA
सार्क देशों के लिए उपग्रह लॉन्च करें भारतीय वैज्ञानिक: मोदी
सोमवार, 30 जून, 2014 को 10:51 IST तक के समाचार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने
भारतीय वैज्ञानिकों से आह्वान किया है कि वे सार्क देशों के लिए एक उपग्रह
लॉन्च करें, जिसे भारत के पड़ोसी देशों को आधुनिक तकनीकी का लाभ मिल सके.
मोदी ने पीएसएलवी सी-23 के प्रक्षेपण के बाद इसरो
के वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए कहा, "यह उपग्रह भारत की तरफ से पड़ोसी
देशों को तोहफ़ा होगा. ताकि दूरस्थ शिक्षा, टेलिमेडिसिन, और कृषि संबंधी
जानकारी जैसी सुविधाएं उन्हें मिल पाएं.''मोदी ने कहा, "मानव के विकास की गाथा उपनिषद से उपग्रह तक पहुंची चुकी है."
इससे पहले पीएसएलवी सी-23 को सुबह नौ बजकर 52 मिनट पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कर दिया गया.
प्रक्षेपण
44 मीटर ऊंचे, 230 टन वज़नी और क़रीब 100 करोड़ रुपए की लागत वाले इस रॉकेट ने पांच विदेशी उपग्रहों को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया. इनमें फ्रांस का 714 किलोग्राम भार वाला स्पॉट-7 प्रमुख है.पहले इसे नौ बजकर 49 मिनट पर प्रक्षेपित किया जाना था, लेकिन अंतरिक्ष में मौजूद मलबे से संभावित टकराव को टालने के लिए इसे तीन मिनट आगे बढ़ा दिया गया था.
भारत ने 1999 से लेकर अब तक पीएसएलवी के ज़रिए 19 देशों के 40 उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्थापित किया है.
पीएम मोदी की मौजूदगी में PSLV C-23 ने भरी उड़ान
श्रीहरिकोटा:
देश के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम में उपलब्धि की एक और इबारत
लिखते हुए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का ध्रुवीय प्रक्षेपण यान
(पीएसएलवी सी-23) पांच विदेशी उपग्रहों के साथ आज सफलतापूर्वक अंतरिक्ष के
लिए रवाना हो गया।
पीएसएलवी ने आंध्रपदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ठीक सुबह 9 बजकर 52 मिनट पर गगनभेदी गर्जना के साथ उड़ान भरी।
देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम की इस कामयाबी को देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा आंध्रप्रदेश के राज्यपाल ई.एस.एल. नरसिम्हन और मुख्यमंत्री के. चंद्रबाबू नायडू, इसरो के अध्यक्ष के.राधाकृष्णन सहित कई वैज्ञानिक और अधिकारी भी मौजूद थे। यान के सफल प्रक्षेपण के साथ ही समूचा अंतरिक्ष केंद्र तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा।
पीएसएलवी ने आंध्रपदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ठीक सुबह 9 बजकर 52 मिनट पर गगनभेदी गर्जना के साथ उड़ान भरी।
देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम की इस कामयाबी को देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा आंध्रप्रदेश के राज्यपाल ई.एस.एल. नरसिम्हन और मुख्यमंत्री के. चंद्रबाबू नायडू, इसरो के अध्यक्ष के.राधाकृष्णन सहित कई वैज्ञानिक और अधिकारी भी मौजूद थे। यान के सफल प्रक्षेपण के साथ ही समूचा अंतरिक्ष केंद्र तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा।
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