जस्टिस गांगुली सेक्स स्कैंडलः हाथ पर किस कर बोले आई लव यू...पढ़ें लॉ इंटर्न का बयान
नई दिल्ली, 16 दिसम्बर 2013 | अपडेटेड: 12:46 IST
जस्टिस गांगुली यौन शोषण मामले में एडिशनल सॉलिसिटर जनरल इंदिरा जयसिंह
ने पीड़ित इंटर्न के बयान के अंश सार्वजनिक कर दिए हैं. बयान सार्वजनिक
करते हुए जयसिंह ने कहा कि जस्टिस गांगुली लगातार यह कह रहे हैं कि
उन्होंने इंटर्न के साथ बेटी की तरह व्यवहार किया. साथ ही वह पश्चिम
बंगाल ह्यूमन राइट कमीशन से भी इस्तीफा नहीं दे रहे. जबकि पीड़िता का बयान
उनके दावों को खोखला करता है.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में बयान प्रकाशित करते हुए जयसिंह ने
जस्टिस गांगुली से सवाल किया कि क्या सच में वह अपनी बेटी से भी ऐसा ही
व्यवहार करते हैं?
गौरतलब है कि चीफ जस्टिस पी. सतशिवम ने मामले में जांच के लिए तीन सदस्यों की एक समिति गठित की थी, जिसके सामने पीड़िता ने लिखित और मौखिक बयान दर्ज कराया था.
पढ़े क्या लिखा है इंटर्न ने अपने बयान में-
'मुझे रेड वाइन दी और रिलेक्स होने को कहा'
पीडि़त इंटर्न के अनुसार, 'जब उस दिन मैं ली मेरेडियन होटल में जस्टिस गांगुली के कमरे में पहुंची तो वहां पहले से एक पुरुष और एक महिला मौजूद थी. वहां मौजूद पुरुष एआईएफएफ का सदस्य था, जबकि महिला एक स्टेनोग्राफर. जस्टिस ने मुझसे कहा कि उन्हें एआईएफएफ रिपोर्ट सुबह तक सौंपनी है, इसलिए मैं रात वहीं रुककर काम निपटा लूं. मैंने कहा कि मुझे वापस पीजी लौटना है तो उन्होंने कहा कि आज रात यहीं रुको. उन्होंने उस व्यक्ति से होटल में अलग से कमरा बुक करवाने का अनुरोध किया. लेकिन उस व्यक्ति ने कहा कि यह संभव नहीं है.'
'होटल के कमरे में इंटरनेट काम नहीं कर रहा था, मैंने जस्टिस से कहा कि ऐसे में रिसर्च वर्क नहीं कर पाऊंगी. उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हारे क्रिसमस सेलिब्रेशन में दखल दी है. उन्होंने मुझे रेड वाइन पीने को दी और रिलेक्स होने के लिए कहा.'
'वह चाहते थे कि मैं उनके साथ रूम शेयर करूं'
'यह सब बहुत अजीब था, इसलिए मैं जल्द से जल्द वहां से निकलना चाहती थी. लेकिन जस्टिस गांगुली ने मुझे रोक कर कुछ देर बात करने के लिए कहा. उन्होंने मुझसे कहा कि लगता है अलग कमरा संभव नहीं हो पाएगा. ऐसा करो तुम मेरे साथ इसी कमरे में रहो और रातभर में रिपोर्ट फाइनल कर लो.'
'उन्होंने खूब शराब पी'
'जस्टिस गांगुली के ऑफर ने मुझे और भी चिंतित कर दिया. मैंने उन्हें मना करते हुए कहा कि मैं पीजी जाना चाहती हूं आप मेरे लिए ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था कर दें. उन्होंने कहा कि वह अकेले काम खत्म नहीं कर पाएंगे, इसलिए रुक जाओ. लेकिन मैंने फिर मना किया. इस दौरान जस्टिस रेड वाइन के कई पैग पी चुके थे और उन्होंने एक और शराब की बोतल निकाल ली थी. वह मुझसे भी जल्दी पैग खत्म करने को कह रहे थे.'
पीठ पर हाथ रखा और...
'लगभग 10 बजे कमरे में डिनर आया. हमने खाना शुरू किया. तभी उन्होंने मेरे पीठ पर हाथ रखा और मुझे काम में सहायोग देने के लिए धन्यवाद दिया. उनके ऐसा करने से मुझे अजीब लगा और मैं थोड़ा पीछे हट गई, लेकिन उन्होंने मेरी पीठ से हाथ नहीं हटाया.'
हाथ पर किस किया
'मैं खाना छोड़कर फिर से काम में जुट गई. तभी जस्टिस मेरे पास आए और उन्होंने मेरे सिर पर हाथ रखा और कहा- तुम बहुत खूबसूरत हो. उनके ऐसा कहते ही मैं उठकर खड़ी हो गई, लेकिन इससे पहले कि मैं कुछ कह पाती उन्होंने मेरी बांह पकड़ी और कहा- क्या तुम्हें नहीं पता कि मैं तुम्हारे प्रति आकर्षित हूं. तुम सोच रही होगी कि यह बूढ़ा आदमी नशे में है. लेकिन मैं तुम्हें बताना चाहता हूं कि मैं तुमसे प्यार करता हूं. जस्टिस के ऐसा कहने पर मैं दूर हटी लेकिन उन्होंने मुझे पकड़ा और मेरे हाथों पर किस किया.'
'वह लिफ्ट में आए और कहा कि मत जाओ'
'मैं उनके इरादों को भांप चुकी थी. मैं अपना बैग लेकर लिफ्ट की ओर बढ़ी. वह भी मेरे साथ आए और कहा कि मत जाओ. प्लीज, मैं तुम्हारे बिना काम पूरा नहीं कर पाऊंगा. रिस्पेशन पर उन्होंने एआईएफएफ के एक और सदस्य से मिलवाया और उनसे मेरे लिए गाड़ी की व्यवस्था करने को कहा. इस दौरान भी वह मुझसे रुकने का अनुरोध करते रहे. लेकिन मैं गाड़ी मैं बैठकर चली गई.'
मैसेज कर कहा, सॉरी
'अगली सुबह मैंने जस्टिस को एसएमएस किया कि मैं उनके साथ काम नहीं कर सकती. उन्होंने मुझे कई बार फोन किया, लेकिन मैंने उनसे बात नहीं की. तब जस्टिस ने मुझे मैसेज किया और पिछली रात की घटनाओं के लिए माफी मांगी. उन्होंने इसके बाद भी कई बार फोन किया, लेकिन मैंने कोई जवाब नहीं दिया.'
गौरतलब है कि चीफ जस्टिस पी. सतशिवम ने मामले में जांच के लिए तीन सदस्यों की एक समिति गठित की थी, जिसके सामने पीड़िता ने लिखित और मौखिक बयान दर्ज कराया था.
पढ़े क्या लिखा है इंटर्न ने अपने बयान में-
'मुझे रेड वाइन दी और रिलेक्स होने को कहा'
पीडि़त इंटर्न के अनुसार, 'जब उस दिन मैं ली मेरेडियन होटल में जस्टिस गांगुली के कमरे में पहुंची तो वहां पहले से एक पुरुष और एक महिला मौजूद थी. वहां मौजूद पुरुष एआईएफएफ का सदस्य था, जबकि महिला एक स्टेनोग्राफर. जस्टिस ने मुझसे कहा कि उन्हें एआईएफएफ रिपोर्ट सुबह तक सौंपनी है, इसलिए मैं रात वहीं रुककर काम निपटा लूं. मैंने कहा कि मुझे वापस पीजी लौटना है तो उन्होंने कहा कि आज रात यहीं रुको. उन्होंने उस व्यक्ति से होटल में अलग से कमरा बुक करवाने का अनुरोध किया. लेकिन उस व्यक्ति ने कहा कि यह संभव नहीं है.'
'होटल के कमरे में इंटरनेट काम नहीं कर रहा था, मैंने जस्टिस से कहा कि ऐसे में रिसर्च वर्क नहीं कर पाऊंगी. उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हारे क्रिसमस सेलिब्रेशन में दखल दी है. उन्होंने मुझे रेड वाइन पीने को दी और रिलेक्स होने के लिए कहा.'
'वह चाहते थे कि मैं उनके साथ रूम शेयर करूं'
'यह सब बहुत अजीब था, इसलिए मैं जल्द से जल्द वहां से निकलना चाहती थी. लेकिन जस्टिस गांगुली ने मुझे रोक कर कुछ देर बात करने के लिए कहा. उन्होंने मुझसे कहा कि लगता है अलग कमरा संभव नहीं हो पाएगा. ऐसा करो तुम मेरे साथ इसी कमरे में रहो और रातभर में रिपोर्ट फाइनल कर लो.'
'उन्होंने खूब शराब पी'
'जस्टिस गांगुली के ऑफर ने मुझे और भी चिंतित कर दिया. मैंने उन्हें मना करते हुए कहा कि मैं पीजी जाना चाहती हूं आप मेरे लिए ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था कर दें. उन्होंने कहा कि वह अकेले काम खत्म नहीं कर पाएंगे, इसलिए रुक जाओ. लेकिन मैंने फिर मना किया. इस दौरान जस्टिस रेड वाइन के कई पैग पी चुके थे और उन्होंने एक और शराब की बोतल निकाल ली थी. वह मुझसे भी जल्दी पैग खत्म करने को कह रहे थे.'
पीठ पर हाथ रखा और...
'लगभग 10 बजे कमरे में डिनर आया. हमने खाना शुरू किया. तभी उन्होंने मेरे पीठ पर हाथ रखा और मुझे काम में सहायोग देने के लिए धन्यवाद दिया. उनके ऐसा करने से मुझे अजीब लगा और मैं थोड़ा पीछे हट गई, लेकिन उन्होंने मेरी पीठ से हाथ नहीं हटाया.'
हाथ पर किस किया
'मैं खाना छोड़कर फिर से काम में जुट गई. तभी जस्टिस मेरे पास आए और उन्होंने मेरे सिर पर हाथ रखा और कहा- तुम बहुत खूबसूरत हो. उनके ऐसा कहते ही मैं उठकर खड़ी हो गई, लेकिन इससे पहले कि मैं कुछ कह पाती उन्होंने मेरी बांह पकड़ी और कहा- क्या तुम्हें नहीं पता कि मैं तुम्हारे प्रति आकर्षित हूं. तुम सोच रही होगी कि यह बूढ़ा आदमी नशे में है. लेकिन मैं तुम्हें बताना चाहता हूं कि मैं तुमसे प्यार करता हूं. जस्टिस के ऐसा कहने पर मैं दूर हटी लेकिन उन्होंने मुझे पकड़ा और मेरे हाथों पर किस किया.'
'वह लिफ्ट में आए और कहा कि मत जाओ'
'मैं उनके इरादों को भांप चुकी थी. मैं अपना बैग लेकर लिफ्ट की ओर बढ़ी. वह भी मेरे साथ आए और कहा कि मत जाओ. प्लीज, मैं तुम्हारे बिना काम पूरा नहीं कर पाऊंगा. रिस्पेशन पर उन्होंने एआईएफएफ के एक और सदस्य से मिलवाया और उनसे मेरे लिए गाड़ी की व्यवस्था करने को कहा. इस दौरान भी वह मुझसे रुकने का अनुरोध करते रहे. लेकिन मैं गाड़ी मैं बैठकर चली गई.'
मैसेज कर कहा, सॉरी
'अगली सुबह मैंने जस्टिस को एसएमएस किया कि मैं उनके साथ काम नहीं कर सकती. उन्होंने मुझे कई बार फोन किया, लेकिन मैंने उनसे बात नहीं की. तब जस्टिस ने मुझे मैसेज किया और पिछली रात की घटनाओं के लिए माफी मांगी. उन्होंने इसके बाद भी कई बार फोन किया, लेकिन मैंने कोई जवाब नहीं दिया.'
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