दक्षिणी सूडान में तीन भारतीय सैनिकों की मौत
अफ्रीकी देश दक्षिणी सूडान के राज्य जोंगलेई में
संयुक्त राष्ट्र के एक परिसर में हुए हमले में तीन भारतीय शांति सैनिकों की
मौत हो गई है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि अशोक मुखर्जी ने बताया कि दक्षिण सूडान के दूसरे सबसे बड़े जातीय समूह नुएर के विद्रोहियों ने गुरुवार को यह हमला किया।
हमलावरों का निशाना आम लोग थे, जिनमें ज़्यादातर डिंका समुदाय के थे।
मुखर्जी ने बताया कि यह हमला अकोबा स्थित संयुक्त राष्ट्र के परिसर में हुई और उस समय वहां 43 भारतीय शांति सैनिक थे।
घटना
उन्होंने बताया कि ज़्यादातर हमलावर युवा थे और उनके निशाने पर डिंका समुदाय के 32 लोग थे, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र के परिसर में शरण मांगी थी।
इस हमले के बाद परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने डिंका और नुएर के बीच गृह युद्ध शुरू होने की आशंका जाहिर की है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने कहा है कि वो दक्षिण सूडान के कई हिस्सों में हिंसा बढ़ने, मानवाधिकार उल्लंघन और हत्या की ख़बरों से काफी चिंतित हैं।
अशांति
दक्षिणी सूडान में राष्ट्रपति साल्वा कीर ने अपने पूर्व उप-राष्ट्रपति रिएक मशार पर तख़्तापलट की कोशिश का आरोप लगाया है। इसके बाद से वहां लगातार अशांति बनी हुई है।
ताजा उपद्रव की शुरुआत रविवार को हुई और तब से वहां करीब 500 लोग मारे जा चुके हैं।
संघर्ष की शुरुआत राजधानी जूबा से हुई, लेकिन जल्द ही इसका असर देश के दूसरे हिस्सों में देखा जाने लगा।
साल्वा कीर ने हिंसा के लिए मशार का समर्थन कर रहे सैनिकों के एक समूह को ज़िम्मेदार ठहराया है।
राष्ट्रपति का आरोप है कि इन लोगों ने रविवार की रात तख़्तापलट करने की कोशिश की। हालांकि पूर्व उप राष्ट्रपति ने इन दावों से इनकार किया है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि अशोक मुखर्जी ने बताया कि दक्षिण सूडान के दूसरे सबसे बड़े जातीय समूह नुएर के विद्रोहियों ने गुरुवार को यह हमला किया।
हमलावरों का निशाना आम लोग थे, जिनमें ज़्यादातर डिंका समुदाय के थे।
मुखर्जी ने बताया कि यह हमला अकोबा स्थित संयुक्त राष्ट्र के परिसर में हुई और उस समय वहां 43 भारतीय शांति सैनिक थे।
घटना
उन्होंने बताया कि ज़्यादातर हमलावर युवा थे और उनके निशाने पर डिंका समुदाय के 32 लोग थे, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र के परिसर में शरण मांगी थी।
इस हमले के बाद परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने डिंका और नुएर के बीच गृह युद्ध शुरू होने की आशंका जाहिर की है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने कहा है कि वो दक्षिण सूडान के कई हिस्सों में हिंसा बढ़ने, मानवाधिकार उल्लंघन और हत्या की ख़बरों से काफी चिंतित हैं।
अशांति
दक्षिणी सूडान में राष्ट्रपति साल्वा कीर ने अपने पूर्व उप-राष्ट्रपति रिएक मशार पर तख़्तापलट की कोशिश का आरोप लगाया है। इसके बाद से वहां लगातार अशांति बनी हुई है।
ताजा उपद्रव की शुरुआत रविवार को हुई और तब से वहां करीब 500 लोग मारे जा चुके हैं।
संघर्ष की शुरुआत राजधानी जूबा से हुई, लेकिन जल्द ही इसका असर देश के दूसरे हिस्सों में देखा जाने लगा।
साल्वा कीर ने हिंसा के लिए मशार का समर्थन कर रहे सैनिकों के एक समूह को ज़िम्मेदार ठहराया है।
राष्ट्रपति का आरोप है कि इन लोगों ने रविवार की रात तख़्तापलट करने की कोशिश की। हालांकि पूर्व उप राष्ट्रपति ने इन दावों से इनकार किया है।
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