ISRO:भारत का मंगलयान मंजिल से 200 दिन दूर
भारत का मंगलयान मंजिल से 200 दिन दूर
चेन्नई। भारत का मंगलयान मार्स ऑर्बिटर मिशन [एमओएम] ठीक 200 दिन
बाद अपनी मंजिल यानी लाल ग्रह की कक्षा में पहुंच जाएगा। पिछले साल 5
नवंबर को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया
एमओएम शुक्रवार तक दो करोड़ 10 लाख किलोमीटर का सफर तय कर चुका था।भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन [इसरो] ने शुक्रवार को सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर यह जानकारी दी। इसरो ने बताया कि यदि सबकुछ योजनानुसार रहा तो मंगलयान शुक्रवार से ठीक 200 दिन बाद 24 सितंबर को लाल ग्रह की कक्षा में प्रवेश कर जाएगा। मंगलयान में लगे सभी पांचों उपकरण ठीक तरीके से काम कर रहे हैं। महत्वाकांक्षी मंगल अभियान सफल रहा तो भारत विश्व के छह विशिष्ट देशों की श्रेणी में शामिल हो जाएगा।
मंगल ग्रह पर मिली अनोखी चट्टान, वैज्ञानिक चकित
मंगल ग्रह पर मिली अनोखी चट्टान, वैज्ञानिक चकित
लंदन। मंगल ग्रह पर गए ऑपरच्यूनिटी रोवर को एक अनोखी चट्टान मिली है। यह
चट्टान डोनट (तेल आटे का अमेरिकी खाद्य पदार्थ) की तरह लगती है। इस खोज को
देखकर वैज्ञानिक चकित हैं। हाल में रोवर के कैमरे द्वारा ली गई तस्वीरों
में केवल मिट्टी के नीचे की चट्टानें दिखाई दे रही हैं। कैलिफोर्निया में
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के जेट प्रोपलशन लेबोरेटरी के वैज्ञानिकों ने
बताया कि इन तस्वीरों के 12 दिन बाद ली गई तस्वीरों में डोनट के आकार के
लगभग बराबर की एक चट्टान दिखाई दे रही है। इस अभियान से जुड़े प्रमुख वैज्ञानिक स्टीव स्कवायर्स ने बताया कि यह चट्टान बीच में किनारों पर सफेद दिखती है। इसके केंद्र में एक गहरे लाल रंग का धब्बा भी है। मिरर डॉट सीओ डॉट यूके की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिनैकल आइलैंड नाम की यह चट्टान संभवत: उल्का से आई है। स्क्वायर्स ने कहा,' हमने इस प्रकार की चट्टान पहले कभी नहीं देखी है। इसमें सल्फर और मैग्निशियम की मात्रा बहुत अधिक है।
मंगल पर मिली किसी भी चीज की तुलना में इसमें मैगनीज के मात्रा दोगुनी है। हम इसे लेकर पूरी तरह से चकराए हुए हैं।'
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