Sunday, 2 March 2014

OLD NEWS TILL 24 AUG 2013

 

वीएचपी के वरिष्ठ नेता और 340 से ज्यादा कार्यकर्ता गिरफ्तार

 

84 कोसी यात्रा से पहले यूपी पुलिस ने कसा शिकंजा, VHP के कई नेता नजरबंद

अयोध्या/फैजाबाद, 24 अगस्त 2013 | 20:58 IST

वीएचपी नेता प्रवीण तोगड़िया
वीएचपी नेता प्रवीण तोगड़िया
उत्तर प्रदेश सरकार से इजाजत नहीं मिलने के बावजूद विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) द्वारा अयोध्या 84 कोसी परिक्रमा निकालने के फैसले पर अटल रहने से अयोध्या और फैजाबाद में तनावपूर्ण शांति है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए वीएचपी के कई वरिष्ठ नेताओं और 340 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है. सरकार द्वारा रोक और इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ द्वारा इस फैसले पर कमोबेश मुहर लगाए जाने के बावजूद वीएचपी चौरासी 84 यात्रा निकालने पर अड़ी है. इसके मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त हैं.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वीएचपी के पदाधिकारी महंत संतोष दास को वाराणसी में जबकि संगठन के प्रमुख नेता महंत राम शरण दास को राम सनेही घाट में गिरफ्तार कर लिया गया. बहराइच में बलहा से बीजेपी की विधायक सावित्री बाई फुले को नजरबंद किया गया है.
गृह विभाग के एक प्रवक्ता के मुताबिक कानपुर शहर में 100, फैजाबाद में 62, आगरा में 46, इलाहाबाद में 43, कानपुर देहात में 35, फतेहपुर में 17, बस्ती में आठ, जौनपुर में सात तथा बांदा में एक व्यक्ति को एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया गया है.
अशोक सिंघल और तोगड़िया के खिलाफ वारंट जारी
फैजाबाद के जिलाधिकारी विपिन कुमार द्विवेदी के मुताबिक वीएचपी के शीर्ष नेताओं अशोक सिंघल, प्रवीण तोगड़िया और रामविलास वेदांती के खिलाफ वारंट जारी किए जा चुके हैं. प्रमुख नेताओं की गिरफ्तारी के लिए फैजाबाद के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में एक टीम ने स्थानीय कारसेवकपुरम स्थित वीएचपी के स्थानीय मुख्यालय, मणिराम छावनी, महंत नृत्य गोपाल दास के राम जन्मभूमि ट्रस्ट और वीएचपी कार्यकर्ताओं की मौजूदगी की आशंका वाले ठिकानों पर तलाशी ली. शुरुआत में वीएचपी के 70 प्रमुख नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने वाले जिला प्रशासन ने अब 300 और कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी वारंट जारी किए हैं.
गिरफ्तारी इस लिए कि बनी रहे कानून-व्यवस्था
जिलाधिकारी ने बताया, ‘हम ऐसे प्रमुख वीएचपी नेताओं की गिरफ्तारी कर रहे हैं, जो 84 कोसी परिक्रमा के नाम पर कानून-व्यवस्था की समस्या खड़ी कर सकते हैं.’ इस बीच, फैजाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक केबी सिंह ने बताया कि साधुओं को अयोध्या की तरफ जाने से ससम्मान रोका जा रहा है. गौरतलब है कि वीएचपी ने राज्य सरकार को एक पत्र लिखकर 25 अगस्त से 13 सितंबर तक साधु-संतों और श्रद्धालुओं की 84 कोसी परिक्रमा का आयोजन करने की इजाजत मांगी थी, लेकिन सरकार ने परंपरा के अनुसार इस अनुष्ठान का समय बीत जाने और सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इसके आयोजन की अनुमति देने से इनकार कर दिया था.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
84 कोसी परिक्रमा छह जिलों फैजाबाद, बाराबंकी, बस्ती, बहराइच, गोण्डा और अंबेडकरनगर से होकर गुजरती है. इस यात्रा में करीब 50 हजार वीएचपी कार्यकर्ताओं के शिरकत करने की आशंका है. इस बीच, फैजाबाद में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीएसी की 13 कम्पनियां, रैपिड एक्शन फोर्स की तीन कम्पनियों, दो पुलिस अधीक्षक, 19 अपर पुलिस अधीक्षक, 42 उपाधीक्षक, 135 निरीक्षक, 430 दरोगा तथा 1300 आरक्षी तैनात किए गए हैं. गृह विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि यात्रा में शिरकत के लिए जाने वाले लोगों को गिरफ्तार करने के लिए बहराइच में 16, बाराबंकी में 12, फैजाबाद में 10, अम्बेडकरनगर में पांच, गोंडा में तीन तथा बस्ती में दो अस्थाई कारागार बनाये गए हैं. उन्होंने बताया कि सम्बन्धित जिलों में बड़े पैमाने पर पुलिस बल के साथ-साथ नौ कम्पनी अर्धसैनिक बल को भी तैनात किया गया है. पुलिस महानिदेशक देवराज नागर ने बताया कि उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे दूसरे राज्यों के पुलिस महानिदेशकों से आग्रह किया गया है कि वे प्रस्तावित परिक्रमा में शामिल होने आ रहे साधु संतों के बारे में उत्तर प्रदेश पुलिस को पहले सूचना दें. उन्होंने बताया कि प्रदेश के खुफिया तंत्र से कहा गया है कि किसी तरह की संदिग्ध बात नजर आने पर उसकी सूचना दें. इस काम में दूसरी एजेंसियों का भी सहयोग लिया जा रहा है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सरकार द्वारा लगाया गया प्रतिबंध पूरी तरह लागू हो.
यात्रा की इजाजत नहीं देने के खिलाफ दायर याचिका खारिज
वीएचपी की अयोध्या 84 कोसी परिक्रमा करने की इजाजत नहीं देने के खिलाफ दायर एक जनहित याचिका को शनिवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने खारिज कर दिया. कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता ने इस परिक्रमा की पिछले सालों से चली आ रही परंपरा का हवाला अपनी याचिका में नहीं दिया है. ऐसे में इसे खारिज किया जाता है. न्यायमूर्ति लक्ष्मीकांत महापात्र और न्यायमूर्ति देवेंद्र कुमार उपाध्याय की खण्डपीठ ने यह फैसला स्थानीय वकील महेश गुप्ता की याचिका पर शुरुआती सुनवाई के बाद दिया. उधर, वीएचपी परिक्रमा यात्रा निकालने पर अड़ी है. उसके प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा कि साधु-संतों द्वारा ताजा परिस्थितियों की रोशनी में विचार-विमर्श के बाद तय किया गया है कि वीएचपी के कार्यक्रम में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा.
धार्मिक होगी यात्रा, कानून-व्यवस्था को खतरा नहीं
कार्यक्रम के मुताबिक 25 अगस्त को सरयू तट पर पूजा-अर्चना के बाद यात्रा निकाली जाएगी. वीएचपी प्रवक्ता ने बताया कि यात्रा निकालने वाले साधु-संत कानून-व्यवस्था को कोई खतरा पैदा नहीं करेंगे. यह एक धार्मिक यात्रा होगी और अगर सरकार संतों के खिलाफ कोई कार्रवाई करती है तो वे स्थिति से निपटने के लिए स्वतंत्र होंगे.
यूपी का सांप्रदायिक माहौल खराब करने की साजिश है यात्रा
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि वीएचपी की यह यात्रा प्रदेश का साम्प्रदायिक माहौल खराब करने की कुछ लोगों की साजिश है. उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘कुछ लोग ऐसी यात्रा निकालना चाहते हैं, जिससे आम जनता का कुछ भला नहीं होने वाले. यह माहौल खराब करने की साजिश है.’


 

 

1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम




अल्काटेल ओटी-209 (Alcatel OT-209)
यह दुनिया का सबसे सस्ता फोन है। जुलाई 2011 में यह फोन लॉन्च किया गया था, तभी से इस फोन को कीमत के आधार पर कोई दूसरा फोन टक्कर नहीं दे पाया है।   
1.5 इंच कलर स्‍क्रीन 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीपैड
2जी नेटर्वक सपोर्ट  
एफएम रेडियो
लाउडस्पीकर  
टॉर्च  
एलार्म क्लॉक 
कैलकुलेटर   
कीमत- 710 रुपए
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
नोकिया 1280 (Nokia 1280)
2जी नेटर्वक सपोर्ट 
1.4 इंच की स्‍क्रीन 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीपैड 
एफएम रेडियो 
फ्लैश लाइट 
स्‍पीकिंग एलार्म 
800 एमएएच लियॉन बैटरी 
कीमत- 999 रुपए
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
सैमसंग गुरु 1200 (Samsung Guru 1200)
1.5 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन 
2जी नेटर्वक सपोर्ट 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड 
एंटी डस्‍ट कीपैड 
128 x 128 पिक्‍सल रेज्‍यूलूशन 
800 एमएएच बैटरी 
कीमत- 999 रुपए
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
कार्बन के 101 (Karbonn K101)
प्राइमरी कैमरा सपोर्ट 
एफएम रेडियो 
1.8 इंच की एलसीडी स्‍क्रीन 
ड्युल सिम सपोर्ट 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड 
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी 
ड्युल सिम सपोर्ट 
कीमत- 929 रुपए
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
माइक्रोमैक्स एक्स104सी (Micromax X104C)
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.79 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
डिजिटल कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 989 रुपये
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
सलोरा एसएम201 (Salora SM201)
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की एलसीडी स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
प्राइमरी कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 799 रुपये
___________________________________________________ 
  

NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
 सलोरा एसएम301ए (Salora SM301a)
0.3 मेगा-पिक्सल प्राइमरी कैमरा 
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की एलसीडी स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
कीमत - 899 रुपये
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
सलोरा एसएम301ए (Salora SM301a)
0.3 मेगा-पिक्सल प्राइमरी कैमरा 
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की एलसीडी स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
कीमत - 899 रुपये
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
आइबॉल आइ153 (iBall i153)
ड्यूल स्टैंड-बाई सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.77 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
वायरलेस एफएम रेडियो, रिकॉर्डिंग के साथ 
डिजिटल कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 949 रुपये
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
इंटेक्स नैनो एक्स (Intex Nano X)
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
16 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
प्राइमरी कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 999 रुपये
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
सेलकोन सी359 (Celkon C359)
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की स्‍क्रीन
8 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
ब्लूटूथ सपोर्ट 
कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 910 रुपये
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
विडियोकॉन वी1413 (Videocon V1413)
0.3 मेगा-पिक्सल प्राइमरी कैमरा 
ड्यूल स्टैंड-बाई सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
8 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
कीमत - 999 रुपये
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
सलोरा एसएम202 (Salora SM202)
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की एलसीडी स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
ब्लूटूथ सपोर्ट 
डिजिटल कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 849 रुपये
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
इंटेक्स नैनो वाई (Intex Nano Y)
 ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
8 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो, रिकॉर्डिंग के साथ 
प्राइमरी कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 949 रुपये
 ___________________________________________________
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
सेलकोन सी356 (Celkon C356)
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की स्‍क्रीन
8 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
ब्लूटूथ सपोर्ट 
कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 949 रुपये
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
लावा एआरसी11 (Lava ARC11)
0.3 मेगा-पिक्सल प्राइमरी कैमरा 
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.8 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
8 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो, रिकॉर्डिंग के साथ 
टॉर्च  
कीमत - 990 रुपये
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
माइक्रोमैक्स एक्स009 (Micromax X099)
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.76 इंच की स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो
ब्लूटूथ सपोर्ट 
कैमरा सपोर्ट 
कीमत - 999 रुपये
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
स्‍पाइस एम 5005 एन (Spice M 5005n)
अल्‍फान्‍यूरिक कीपैड 
8 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी 
1.8 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन 
ड्युल सिम सपोर्ट 
0.3 मेगापिक्‍सल प्राइमरी कैमरा 
एफएम रेडियो
कीमत- 979 रुपए
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
विडियोकॉन वी1408 (Videocon V1408)
0.3 मेगा-पिक्सल प्राइमरी कैमरा 
ड्यूल स्टैंड-बाई सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
2 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
4 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो, रिकॉर्डिंग के साथ 
जीपीआरएस   
कीमत - 990 रुपये
___________________________________________________ 
NEW: 1000 से भी कम कीमत के ये मोबाइल, फीचर्स में नहीं हैं किसी से कम
सेलकोन सी355 (Celkon C355)
ड्यूल सिम 
अल्‍फान्‍यूमरिक कीबोर्ड
1.77 इंच की टीएफटी स्‍क्रीन
8 जीबी एक्‍पेंडेबल मैमोरी
एफएम रेडियो 
कैमरा सपोर्ट 
ब्लूटूथ सपोर्ट 
कीमत - 925 रुपये
___________________________________________________ 
भले ही रुपए की कीमत गिर गई हो फिर भी इंडियन इकॉनमी बूम पर है। कामकाज की चीजों में भी ग्लैमर और स्टेटस का जुड़ाव हो ही जाता है। तभी तो बात करने के लिए बनी मोबाइल जैसी चीज की जगह आज स्मार्टफोन ने ले ली है। बाजार है, हम-आप इस बाजार से जुड़े हैं, और स्मार्टफोन इसी बाजार के दम पर बिक रहा है। 
एक बड़ी आबादी आज भी हालांकि स्मार्टफोन बाजार से दूर है। आज भी उनके लिए मोबाइल बात करने का माध्यम मात्र ही है। ऐसा भी नहीं है कि यह तबका सिर्फ आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण ही स्मार्टफोन से दूर है, बल्कि कई ऐसे संपन्न लोग भी आपको मिल जाएंगे, जो स्मार्टफोन के कॉम्प्लेक्स हैंडलिंग के कारण आम मोबाइल को तरजीह देते हैं।
Kosulla India Ltd आज आपके लिए ऐसे ही मोबाइल की पूरी लिस्ट ले कर आया है, जिनकी कीमत 1000 रुपये से कम है। आगे की स्लाइड में 19 ऐसे मोबाइल की लिस्ट और उनके यूजर्स फ्रेंडली फीचर्स को एक-एक कर बताया गया है।

 

 

अयोध्‍या जा रहे विहिप के 100 कार्यकर्ता गिरफ्तार:परिक्रमा पर रोक बरकरार

 







लखनऊ/अयोध्या. इलाहाबाद हाई कोर्ट ने विहिप की 84 कोसी परिक्रमा पर रोक बरकरार रखी है। लखनऊ बेंच ने इस रोक के खिलाफ दायर अर्जी खारिज कर दी। सरकारी वकील एसपी त्रिपाठी ने बताया कि चूंकि 50 सालों से यह यात्रा नहीं हुई है, ऐसे में अदालत ने यात्रा पर रोक बरकरार रखने का आदेश सुनाया। इस बीच, अयोध्‍या जा रहे विहिप के 100 कार्यकर्ताओं को इलाहाबाद में गिरफ्तार किया गया है। 84 कोसी परिक्रमा को लेकर विहिप और यूपी सरकार के बीच टकराव के चलते अयोध्या अभेद किले में तब्दील हो रही है। इस किले बंदी के पीछे राजनीतिक निहतार्थ भी तलाशे जा रहें है। लोगों को 1989 की अयोध्या की याद आ रही है जब तत्कालीन मुलायम सरकार ने एलान किया था कि परिंदा भी पर नही मार सकता है। विहिप और भाजपा से जुड़े सैकड़ों फोन सर्विलांस मे लगा दिये गए हैं। पुलिस व्यवस्था को जांचने के लिए माक ड्रिल की भी योजना है। 
अयोध्या के सरयू नदी पर गोंडा व मखभूमि मखौड़ा को जोड़ने वाला पुराने पुल पर बैरीकेटिंग शुरू कर दी गई है। अयोध्या फैजाबाद के बीच बाईपास और दूसरे करीब 42 स्थानों पर बैरीकेटिंग कर सुरक्षा का तिलस्मी बंदोबस्त किया जा रहा है। शनिवार तक अयोध्या में परिंदे के प्रवेश पर भी सुरक्षा बलों की निगाह होगी। पूरी व्यूह रचना को दुरूस्त रखने और कमजोरी कड़ी को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार ने अपने सबसे काबिल पुलिस अधिकारी को जिम्मेदारी दी है।
विहिप की 84 कोसी परिक्रमा के मद्देनजर फैजाबाद और अयोध्या में तैनात सभी सरकारी डॉक्टरों की छुट्टियां अगले आदेश तक निरस्त कर दी गई हैं। फैजाबाद के जिला अस्पताल में आपातकालीन स्थिति के लिए 50 बेड रिज़र्व कर लिए गए हैं। प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नानक शरण ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने आवश्यकता पड़ने पर टेंट हाउस से 100 बेड मंगवा कर ओपीडी ब्लाक में रखने की व्यवस्था कर ली है। ब्लड बैंकों को अलर्ट कर दिया गया है। रविवार से दो एम्बुलेंस 24 घंटे किसी भी इमरजेंसी के लिए तैनात कर दी जाएंगी।
परिक्रमा पर रोक बरकरार, अयोध्‍या जा रहे विहिप के 100 कार्यकर्ता गिरफ्तार



एडीजी कानून व्यवस्था अरुण कुमार को अयोध्या में कैम्प करने का निर्देश दिया गया है। सुरक्षा प्रबंधन को चाकचौबंद करने के लिए दो एसपी, 16 एएसपी, 32 डिप्टीएसपी, 80 इंस्पेक्टर, 247 सब इंस्पेक्टर, 600 सिपाही के साथ ही 13 कंपनी पीएसी, सरयू नदी पर निगाह रखने के लिए एक कंपनी जल पीएसी तैनात कर दी है। इसके अलावा एक कंपनी अतिरिक्त आरएएफ तैनात की गयी है। पहले से ही तैनात 10 कंपनी आरएएफ का कार्य अवधि भी बढ़ा दी गयी है।
बाराबंकी के एसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि धारा 144 के कंप्लायंस के लिए जो भी संभव होगा वह कदम उठाया जाएगा। लखनऊ से आने वाला ट्रैफिक फैजाबाद की ओर चौपुला पुल से अब रामनगर तिराहा से जरवल रोड गोंडा होकर जाएगा। इसी तरह से रायबरेली से हैदरगढ़, भिटरिया होते हुए फैजाबाद जाने के लिए आने वाला ट्रैफिक अब रामनगर तिराहे से गोंडा की ओर भेजा जाएगा। वहीं, सीतापुर की ओर से आने वाले ट्रैफिक को भी रामनगर तिराहे से ही जरवल रोड गोंडा के लिए भेजा जायेगा। 
बाराबंकी प्रशासन ने परिक्रमा मार्ग की ओर जाने वाले दो दर्जन स्थानों को पहचान की है और यहाँ पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है। बाराबंकी प्रशासन ने परिक्रमा मार्ग की ओर जाने वाले दो दर्जन स्थानों को पहचान की है और यहाँ पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है। इसके अलावा अयोध्या की ओर जाने से रोकने पर वापस न लौटने वालों को गिरफ्तार कर अस्थाई जेलों में रखने के लिए स्थान भी चिन्हित किये गए हैं।
'हिंसा हुई या महौल बिगड़ा तो जिम्मेदार होगी प्रदेश सरकार'
विहिप ने उप्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य सरकार जानबूझ कर माहौल बिगाड़ रही है। एक रणनीति के तहत व तनाव भड़का रही है, उसकी कोशिश है कि दंगे फसाद हो। विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि हिंसा होती है तो उसके लिए प्रदेश की सपा सरकार ही जिम्मेदार होती है। वरना दो ढाई सौ संतों की परंपरागत परिक्रमा को लेकर पूरे प्रदेश का महौल खराब करने की कोशिश न होती।
उन्होंने कहा कि यह एक धार्मिक यात्रा है। सरकार का रवैया वोट की राजनीति के लिए बहुसंख्यक हिंदुओं का अपमान और अल्पसं यक वर्ग को खुश करना है। हांलाकि अल्पसं यक वर्ग भी सरकार की नीति को समझ रहा है। शर्मा ने आरोप लगाया कि पुलिस के अधिकारी उनके समर्थकों को धमका रहें है।
परिक्रमा पर रोक बरकरार, अयोध्‍या जा रहे विहिप के 100 कार्यकर्ता गिरफ्तार




यूपी सरकार की चौतरफा घेरेबंदी के बीच विहिप के सावन मेले व राम झूले के लिए अयोध्या आये संत सन्यासी उम्मीद की किरण है। अयोध्या के मठों व मंदिरों में इनकी तादात करीब पांच हजार है। प्रशासन के पास भी इनकी पक्की सं या नही है। विहिप के कार्यकर्ताओं व परिक्रमा से जुड़े जि मेदार लोगों ने इनसे संपर्क कर सहयोग मांगा है। परिक्रमा में जान फूंकने में इनकी बेहद अहम भूमिका होगी। हालांकि यूपी सरकार व प्रशासन की कोशिश है कि विहिप से जुड़ा कोई भी साधू संत तुलसी घाट पर न पहुंच सके। इसके लिए वे श्वेत व केसरिया वस्त्रों के साथ घाट की ओर जाने वालों को हिरासत में लेकर अयोध्या से बाहर की किसी अस्थाई जेल में भेज देगें।
सपा के मंत्री ने तोड़ा विहिप से जुड़े अहम महंत को
अयोध्या फैजाबाद के विधायक और राज्यमंत्री पवन पांडेय ने शुक्रवार को विहिप से जुड़े परिक्रमा मार्ग पर सबसे ज्यादा पहचाने जाने वाले महंत गयादास को झटक लिया। मंत्री के इशारे में उनके खास लोगों ने महंत गयादास की विहिप से नाराजगी का लाभ उठाते हुए प्रेसकांफ्रेंस में पेश कर दिया। महंत गया दास ने विहिप की परिक्रमा पर कई सवाल लगाते हुए कहा कि वे परिक्रमा के समर्थक है और चाहते है कि परिक्रमा हो लेकिन शांतिभंग की कीमत पर नही। महंत ने कहा कि विहिप ने पहले उन्हे परिक्रमा का संयोजक बनाया फिर दूध की मक्खी की तरह फेंक दिया। महंत इसी वजह से आहत है।

परिक्रमा मार्ग में होती है मारपीट और लूटपाट
महंत गयादास ने कहा कि मुस्लिम अल्पसंख्यक बाहुल क्षेत्रों से गुजरते समय श्रद्धालुओं को लूटपाट या मारपीट का भय होता है। उनके साथ पिछले वर्षो के दौरान कई घटनाएं भी हुई है। इसके पहले उनके गुरू व गुरूभाई के साथ भी घटनाएं हुई है। महंत से कहा कि वह शांति पसंद है इसलिए पुलिस से मदद तो लेते है पर एफआईआर नही करते। क्योंकि एफआईआर कदने पर उन्हे मुकदमा लडऩा पड़ेगा। वे हर साल परिक्रमा शुरू करने के पहले प्रशासन को जानकारी देते है। प्रशासन उन्हे सुरक्षा देता है। सुरक्षा न होने पर खतरा है। 

परिक्रमा पर रोक बरकरार, अयोध्‍या जा रहे विहिप के 100 कार्यकर्ता गिरफ्तार




उन्होंने कहा कि परिक्रमा मार्ग में बाराबंकी के बेलखरा व अलियाबाद, फैजाबाद का रूदौली व सिड़सिड़ा बहराइच का जरवल रोड ऐसी जगहें है जहां खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा छोटे-छोटे कई स्थान है, जहां परिक्रमा का विरोध होता है। गौरतलब है कि कुछ महीने पहले दुर्गापूजा के दौरान रूदौली में सांप्रदायिक तनाव भड़क गया था।
विहिप ने एक महीने पहले कर लिया था परिक्रमा मार्ग का सर्वे
महंत गयादास ने भास्कर से बात करते हुए कहा कि परिक्रमा की योजना बनाने के बाद विहिप ने उनसे संपर्क किया था। परिक्रमा मार्ग की पूरी जानकारी लेकर सर्वे कराया था। उन्होने खुद सर्वे में मदद की थी। महंत ने कहा कि वे चाहते थे कि परिक्रमा के महत्व से लोग परिचित हो, लेकिन जो हो वह शांतिपूर्वक हो। किसी को परेशान करने के लिए परिक्रमा न हो। उन्होने कहा कि विहिप के लोगों ने उन्हे परिक्रमा का संयोजक बनाया, फिर हटा दिया। इसके लिए वे अयोध्या की स्थानीय राजनीति को दोष देते है।    

परिक्रमा पर रोक बरकरार, अयोध्‍या जा रहे विहिप के 100 कार्यकर्ता गिरफ्तार




विहिप ने परिक्रमा मार्ग में कर दिया है बदलाव
महंत गयादास ने कहा कि विहिप ने परिक्रमा मार्ग में अपनी सुविधा के मुताबिक कुछ बदलाव किये है यह बदलाव उन रास्तों पर पानी भरने या बाढ़ आने के कारण किया गया है। उन्होने कहा कि सामान्य तौर पर 84 कोसी की परिक्रमा में 252 किमी होते है। लेकिन पानी भरे होने के कारण रास्ते में बदलाव से मार्ग की लंबाई बढ़ गई है।
परिक्रमा पर रोक बरकरार, अयोध्‍या जा रहे विहिप के 100 कार्यकर्ता गिरफ्तार




हर दिन एक प्रांत के संत होगें परिक्रमा में शामिल
विहिप की 84 कोसी (एक कोस में लगभग तीन किमी) परिक्रमा की शुरूआत 25 अगस्त से होकर 13 सितंबर तक चलेगी। किसी भी दिन भीड़ जुटाने का कार्यक्रम नही है। प्रशासन का अनुमान है कि भीड़ अनुमान से ज्यादा होगी। 25 अगस्त को कानपुर अयोध्या व जयपुर के संत कार्यक्रम में शामिल होगें। सुबह सरयू पूजन के बाद पत्रकारों से बात भी होगी। पदल चलते हुए संत सरयू का पुल पार कर कटरा कुटी पहुंचेगें। यहां से वाहनों से छह किमी दूर मखौड़ा पहुंचेगें। जहां चार बजे से यज्ञ किया जाएगा। एक सभा भी होगी।
26 अगस्त को मध्य भारत व मध्य प्रदेश के संत महंत पहुंचेगें। मखौड़ा से इनका प्रस्थान होगा। यह उसी दिन 19 किमी की परिक्रमा करेगें। विहिप के कार्यक्रम के अनुसार 27 को काशी प्रांत, 28 को झारखंड प्रांत, 29 को अवध प्रांत, 30 को महाकौशल व चित्तौडग़ढ़ के संत परिक्रमा के लिए निकलेगें। यह सिलसिला आगे चलता रहेगा। 31 को पश्चिमी उप्र के मेरठ प्रांत के संत परिक्रमा करेगें।
परिक्रमा व रोक के पीछे, जनता देख रही है राजनीति
अयोध्या में भारी सुरक्षा बंदोबस्त और लावलश्कर को लेकर लोगों में संशय है। अयोध्या के मुख्य मार्ग के व्यवसायी राजाराम का दावा है कि सरकार ने विहिप की यात्रा पर रोक न लगा कर अनुमति दे दी होती तो हंगामा न होता। किसी को पता नही चलता कि हुआ क्या। वे बताते है कि 2001 में विहिप ने राम मंदिर के शिलादान का एलान किया, तत्कालीन प्रदेश सरकार व केन्द्र सरकार ने कहा कि नही लेगें, रामसेवकों के आने पर रोक लगी अयोध्या में सुरक्षा की किलेबंदी हो गई गोधरा और गुजरात भी हो गया। इसके बाद केन्द्र सरकार के प्रतिनिधि ने शिला स्वीकार ली। जो आज भी फैजाबाद के कोषागार में जमा है।

मखौड़ा में भीड़ नही जुटने देगा प्रशासन
गुरूवार को विहिप के पदाधिकारियों ने यहां बैठक कर इंतजामों की समीक्षा की है। जबकि बस्ती के डीएम व एसपी ने गुरूवार को परिक्रमा की शुरूआत मखौड़ा धाम सहित समूचे मार्ग का निरीक्षण किया। साथ ही मातहतों को वहां साधु-संतों के जमावड़े पर रोक लगाने की हिदायत दी। भाजपा सहित तमाम हिंदू संगठनों ने आयोजन की रूपरेखा तैयार करने के लिए बैठक कर प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। 
जिलाधिकारी अनिल कुमार दमेले व पुलिस अधीक्षक वीपी श्रीवास्तव ने हर्रैया के एसडीएम लालजी मिश्र व सीओ चंद्रधर गौड़ के साथ मखौड़ा धाम का दौरा किया। श्रीराम जानकी मंदिर के महंत से बात कर उन्हें जिले में धारा 144 लागू होने की जानकारी देते हुए कहा कि यदि मंदिर पर साधु.संत आते हैं या किसी प्रकार की भीड़ होती है तो इसकी सूचना पुलिस को दें। प्रशासनिक टीम ने छावनी थाना क्षेत्र के रामरेखा मंदिर पर पडऩे वाले संतों के प्रथम पड़ाव पर भी यही हिदायत दी।
परिक्रमा पर रोक बरकरार, अयोध्‍या जा रहे विहिप के 100 कार्यकर्ता गिरफ्तार
आधा दर्जन जिलों में बन रहीं है अस्थाई जेलें
विहिप की परिक्रमा रोकने के लिए गिर तारी की तैयारी की जा रही है। प्रदेश सरकार के निर्देश पर मार्ग में पढऩे वाले सभी आधा दर्जन जिलों में अस्थाई जेलों की व्यवस्था की जा रहा है। इसके लिए स्कूलों व सार्वजनिक भवनों को सुरक्षित किया जा रहा है। 
परिक्रमा पर रोक बरकरार, अयोध्‍या जा रहे विहिप के 100 कार्यकर्ता गिरफ्तार
84 कोसी परिक्रमा पर विहिप का सिक्रेट प्लान
तू डाल-डाल मैं पात-पात की तर्ज पर सरकार के नुमाइंदे और विश्व हिन्दू परिषद के नेता एक दूसरे की चालों को मात देने में लगे हैं। एक तरफ पुलिस और प्रशासन के अधिकारी 84 कोसी परिक्रम को रोकने की कवायद में बैठकें कर रहे हैं, वहीं विहिप के नेता अयोध्या-फैजाबाद के आस-पास के लोगों के साथ बैठकें कर रणनीति बना रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा और विहिप के स्थानीय नेता लोगों से मिल कर चौरासी कोसी परिक्रमा में शामिल साधु-संतों के जोरदार स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। साधु-संतों और विहिप के नेताओं की गिरफ्तारी के समय लोगों द्वारा मानव श्रृंखला बनाने की बात समझाई जा रही है। इससे पुलिस के लिए गिरफ्तारी कठिन हो जाएगी।
भाजपा और विहिप नेताओं द्वारा 21 अगस्त को सावन मेले देश के कोने-कोने से शामिल होने आए लोगों को परिक्रमा में शामिल होने की अपील भी की जा रही है। उनसे साधु-संतों के साथ परिक्रमा करने की गुजारिश की जा रही है।
दूसरी तरफ, स्थानीय पुलिस-प्रशासने अयोध्या-फैजाबाद सहित छह जिलों में धारा-144 लगा दी है। उनके द्वारा सावन मेले में शामिल होने आए लोगों से 22 अगस्त तक वापस चले जाने की अपील की जा रही है।
प्रशानिक सूत्रों के मुताबिक, भाजपा और विहिप के 23 बड़े नेताओं के चिन्हित कर लिया गया है। इन्हें रात तक गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके अलावा करीब 60 और नेताओं के गिरफ्तारी के प्रयास किए जाएंगे। कई नेताओं ने मोबाइल सर्विलांस की जरिये अपनी रणनीती का खुलासा होने से बचने के लिए या तो अपने मोबाइल स्विच ऑफ कर लिए है या फिर नंबर बदल दिये हैं।

 

 

 

आपके खाते से कट रहे हैं एसएमएस अलर्ट के पैसे


24 अगस्त 2013 12:56 PM



sms-alert-bank-charge-annual-60-rupee-hdfc-sbi-icici-canera-vijaya-idbi  

देश के सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों ने कमाई करने का नया तरीका निकाल लिया है। पहले लोगों को एटीएम की लत लगवाई और अब कार्ड के जरिए मनी ट्रांजेक्‍शन करने के बाद लोगों को आने वाले मोबाइल एसएमएस अलर्ट का पैसा वसूला जा रहा है।

टीनएनएन के मुताबिक सार्वजनिक और निजी दोनों तरह के बैंक ग्राहकों को एसएमएस के जरिए उनके खाते से हुए लेन-देन की जानकारी भेज रहे हैं। दोनों ही क्षेत्रों के बैंकों ने ग्राहकों को बिना बताए ही एसएमएस फीस के रूप में सालाना 60 से 100 रुपए तक एसएमएस शुल्‍क उनके बैंक एकाउंट से काटना शुरू कर दिया है।

आप भी अपने एकाउंट की डिटेल का चेक कर इसका पता कर सकते हैं।

भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक ग्राहकों से 60 रुपए सालाना का एसएमएस शुल्‍क वसूल कर रहे हैं। केनरा बैंक एसएमएस शुल्‍क के तौर पर 100 रुपए ले रहा है। एचडीएफएसी बैंक अभी सिर्फ स्पेशल अलर्ट मैसेज के लिए ‌ही 60 रुपए का शुल्‍क ले रहा है।

वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा था कि सिर्फ सार्वजनिक क्षेत्र के सिर्फ पांच बैंक ही एसएमएस अलर्ट के लिए शुल्‍क ले रहे हैं।

वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने लोकसभा में बताया कि विजया बैंक और आईडीबीआई बैंक वर्ष 2010-11 से ही एसएमएस अलर्ट के लिए ग्राहकों से शुल्‍क ले रहे हैं। आईडीबीआई बैंक ने वर्ष 2010-11 के दौरान एसएमएस अलर्ट के जरिए एक करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की है। वहीं विजया बैंक ने 30 लाख रुपए की कमाई एसएमएस अलर्ट के जरिए की है।


ग्राहकों को अब नेट बैंकिंग के लिए मिलेगा कम समय





net banking customer get less time
रिजर्व बैंक द्वारा बैंकों के लिए पूंजी की उपलब्धता में कमी करने का असर अब आम ग्राहकों पर पड़ रहा है।

एक तरफ जहां बैंक अपना कर्ज महंगा कर रहे हैं, वहीं छोटे बैंकों के लिए नेट बैंकिंग के जरिए फंड ट्रांसफर की सुविधा भी दिन भर देना मुश्किल हो रहा है।

इसके मद्देनजर आईडीबीआई बैंक ने एनईएफटी ट्रांसफर की अवधि में दो घंटे की कमी कर दी है। यानी, अब बैंक से सामान्य दिन में नेट बैंकिंग के जरिए उसी दिन फंड ट्रांसफर की सुविधा केवल साढ़े तीन बजे तक ही मिल सकेगी।

बैंकर्स के अनुसार आरबीआई ने नकद आरक्षी अनुपात (सीआरआर) के लिए प्रतिदिन 99 फीसदी तक राशि सुरक्षित रखनी अनिवार्य कर दी है।

इससे बैंकों को पूंजी की व्यवस्था करने में दिक्कत आ रही है। जिसका खास तौर से असर छोटे बैंकों पर हो रहा है। इसके पहले सीआरआर की सीमा 70 फीसदी निर्धारित थी।

आईडीबीआई बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अमर उजाला को बताया कि बैंक ने सामान्य दिनों में एनईएफटी के जरिए फंड ट्रांसफर की सुविधा साढ़े पांच बजे से घटाकर साढ़े तीन बजे कर दी है। शनिवार को यह सुविधा 11.45 तक ही मिलेगी।

ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीआरआर की सीमा 99 फीसदी करने का असर नकदी की उपलब्धता पर हो रहा है। एनईएफटी सेवा के लिए बैंकों को पूंजी 5.30 शाम बजे तक रखनी होगी। ऐसे में मौजूदा हालात में पूंजी उपलब्ध कराना छोटे बैंकों के लिए खास तौर से आसान नहीं है।

पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारी के अनुसार छोटे बैंकों के लिए नकदी की उपलब्धता बनाए रखना काफी मुश्किल हो रहा है। ऐसे समय में जब कॉल मार्केट में रेट 10.25 फीसदी तक पहुंच गए हैं, बैंक या तो कर्ज महंगा करेंगे या दूसरी सुविधाओं में कटौती करेंगे।

कैसे होगा एनईएफटी सुविधा पर असर
बैंकों द्वारा तय अवधि के बीच एनईएफटी के जरिए फंड ट्रांसफर करने से ग्राहकों के खातों में राशि उसी दिन पहुंच जाती है। जबकि उसके बाद ट्रांजेक्शन करने पर राशि अगले दिन ग्राहकों के खातों में पहुंचती है। अवधि कम होने पर उसी दिन फंड ट्रांसफर करने का मौका ग्राहकों को कम समय के लिए मिलेगा।

आजम:प्रदेश में दोबारा 1992 जैसे हालात नहीं बनने देंगे


गाजियाबाद 24 अगस्त 2013 8:22 AM 





azam khan warning to vhp
उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के मुरादनगर में लैपटॉप बांटने आए यूपी के संसदीय कार्य एवं नगर विकास मंत्री आजम खां इशारों ही इशारों में विहिप को चेतावनी दे गए।

उन्होंने मंच से साफ किया कि किसी भी प्रदेश में दोबारा से 1992 जैसे हालात बनने नहीं दिए जाएंगे। प्रदेश की फिजा बिगाड़ने वाले कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। शासन-प्रशासन पूरी तरह तैयार है। कोर्ट के आदेश का पूरी सख्ती से पालन किया जाएगा।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि देश का संविधान सबसे ऊपर है। उनका कहना था कि लोग शांति और विकास चाहते हैं, मगर कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए आम जनता को बरगलाने का काम कर रहे हैं।

विहिप के 70 लोगों के खिलाफ जारी हुए वारंट पर बोलते हुए आजम ने कहा कि सभी संबंधित जिलों के डीएम से रिपोर्ट मांगी गई थी। यह किसी पार्टी या सरकार का मामला नहीं है, बल्कि यह सिस्टम का हिस्सा है। अगर सिस्टम में ढील दी गई तो प्रदेश में जंगलराज हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि कानून सभी लोगों के लिए समान है। इसलिए किसी को भी कानून का उल्लंघन करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। जो लोग नफरत फैलाने की कोशिश करेंगे, उनके साथ शासन-प्रशासन सख्ती से निपटेगा। कानून व्यवस्था बनी रहे इसकी जिम्मेदारी सरकार की है। वैसे भी संविधान में बीच का कोई रास्ता नहीं होता।

 

84 कोसी परिक्रमा: रोक पर हाई कोर्ट ने भी लगाई मुहर!

लखनऊ 24 अगस्त 2013 2:05 PM  


high court imposes ban on 84 kosi parikrama
खबर आ रही है कि हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने भी विश्‍व हिंदू परिषद की 84 कोसी परिक्रमा पर राज्य सरकार की रोक पर मुहर लगा दी है।

शनिवार को राज्य सरकार द्वारा परिक्रमा पर लगाई गई रोक के विरोध में दर्ज की गई याचिका को बेंच ने यह कहते हुए खारिज कर दिया गया कि क्योंकि याची ने यह नहीं कहा कि यह परिक्रमा परंपरागत तौर पर होती आई है, इसलिए शुरुआती दौर में खारिज किया जा रहा है।

फैजाबाद के डीएम ने बताया है कि अयोध्या में हिंदू महासभा, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के 50 नेता-कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है।

इसके अलावा, सूबे के छह जिलों की सीमाओं को भी सील कर दिया गया है। पुलिस और सुरक्षा बलों को सख्त निर्देश दे दिए गए हैं कि किसी भी कीमत पर इन संगठनों के लोगों को अयोध्या में न घुसने दिया जाए।

केंद्र से मिले सुरक्षाबलों की कुछ और टुकड़ियां भी शुक्रवार राज फैजाबाद और आसपास के जिलों में तैनात कर दी गईं हैं।



इस दौरान, भले ही 84 कोसी परिक्रमा शुरू होने में अब 24 घंटे से भी कम वक्त बचा है लेकिन विहिप की तैयारियां अब भी जोरों पर हैं।

इसके पहले, शुक्रवार रात मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने आनन-फानन में फैजाबाद के डीएम और एसएसपी को लखनऊ तलब कर हालात की समीक्षा की।

बैठक के बाद पुलिस महानिदेशक देवराज नागर ने मीडिया को बताया कि परिक्रमा किसी हालत में नहीं निकलने दी जाएगी, किसी ने कोशिश की तो गिरफ्तारी होगी।

परिक्रमा मार्ग से संबंधित अन्य जिलों में भी जगह-जगह बैरीकेडिंग कर वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है। शनिवार शाम से सीमा पूरी तरह सील कर दी जाएगी।

हालांकि, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अफसरों को संतों के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार न किए जाने की खास हिदायत दी है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि आम लोगों को कोई दिक्कत न हो। इसके उल्लंघन पर उन्होंने कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है।

उधर, विहिप ने परिक्रमा के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, शुरू करने की बात दोहराते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि उसने हठधर्मिता न छोड़ी तो गंभीर नतीजे होंगे।

भाजपा ने भी सरकार पर एक वर्ग विशेष के वोट लेने के लिए हिंदू आस्था पर चोट पहुंचाने का आरोप लगाते हुए विहिप के साथ रहने का ऐलान किया।

 

84 कोसी: किन 500 लोगों पर है सरकार की पैनी नजर?


लखनऊ/फैजाबाद अंतिम अपडेट 24 अगस्त 2013 10:23 AM 



force posted in ayodhya
84 कोसी परिक्रमा शुरू होने में अब 24 घंटे ही बचे हैं। विहिप की तैयारियों को देखते हुए अयोध्या-फैजाबाद को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।

शनिवार से फैजाबाद की सीमा सील कर दी जाएगी। केंद्र से मिले सुरक्षाबलों की कुछ और टुकड़ियां शुक्रवार को फैजाबाद और आसपास के जिलों में तैनात कर दी गईं।

500 से ज्यादा लोगों को चिह्न्ति करते हुए अधिकारियों से उन पर नजर रखने की हिदायत दी गई है। शुक्रवार देर रात से गिरफ्तारियों का सिलसिला भी शुरू होने का अंदेशा है।

मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने फैजाबाद के डीएम एवं एसएसपी को लखनऊ तलब कर हालात की समीक्षा की।

बैठक के बाद पुलिस महानिदेशक देवराज नागर ने मीडिया को बताया कि परिक्रमा किसी हालत में नहीं निकलने दी जाएगी, किसी ने कोशिश की तो गिरफ्तारी होगी।

इस बीच, सरकार ने संतों सहित सभी से इसमें शामिल न होने का अनुरोध किया है। सरकार की ओर से साफ किया गया है कि आम लोगों के आवागमन पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है।

परिक्रमा मार्ग से संबंधित अन्य जिलों में भी जगह-जगह बैरीकेडिंग कर वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है। शनिवार शाम से सीमा पूरी तरह सील कर दी जाएगी।

हालांकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अफसरों को संतों के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार न किए जाने की खास हिदायत दी है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि आम लोगों को कोई दिकक्त न हो। इसके उल्लंघन पर उन्होंने कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है।

उधर, विहिप ने परिक्रमा के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, शुरू करने की बात दोहराते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि उसने हठधर्मिता न छोड़ी तो गंभीर नतीजे होंगे।

भाजपा ने भी सरकार पर एक वर्ग विशेष के वोट लेने के लिए हिंदू आस्था पर चोट पहुंचाने का आरोप लगाते हुए विहिप के साथ रहने का ऐलान किया।

 

84 कोसी यात्रा: अशोक सिंघल, तोगड़िया समेत 70 VHP नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट


फैजाबाद/लखनऊ, 24 अगस्त 2013 | अपडेटेड: 09:07 IST
टैग्स: वीएचपी| 84 कोसी परिक्रमा| अयोध्या| 84-kosi yatra| Ayodhya| VHP
 

फाइल फोटो
फाइल फोटो
विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) की रविवार से अयोध्या में प्रस्तावित अपनी 84 कोसी परिक्रमा शुरू करने पर अड़े रहने के बीच फैजाबाद जिला प्रशासन ने वीएचपी के 70 नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किये. इस बीच, अयोध्या और फैजाबाद में पुलिस बल की भारी संख्या में तैनाती कर दी गई है. फैजाबाद के जिला मजिस्ट्रेट विपिन कुमार द्विवेदी ने फैजाबाद में कहा कि अशोक सिंघल, प्रवीण तोगड़िया और राम विलास वेदांती सहित अन्य नेताओं के खिलाफ वारंट जारी किये गये हैं.
उत्तर प्रदेश सरकार ने सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने की आशंका से इस यात्रा पर पाबंदी लगा दी है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, वीएचपी के 20 कार्यकर्ताओं को पकड़ा गया है जबकि वेदांती सहित कुछ वरिष्ठ नेता भूमिगत हो गये हैं.
उत्तर प्रदेश सरकार ने वीएचपी कार्यकर्ताओं के आवागमन के बारे में खुफिया जानकारी साझा करने के लिए पडोसी राज्यों से मदद मांगी है.

'40 से 50 हजार कार्यकर्ताओं के भाग लेने की उम्मीद'

पुलिस महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) राजकुमार विश्वकर्मा ने लखनऊ में से कहा, ‘वीएचपी की 25 अगस्त से प्रस्तावित 84 कोसी परिक्रमा के सिलसिले में पड़ोसी राज्यों से खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान का आग्रह किया गया है.’ जिला प्रशासन ने इस यात्रा में वीएचपी के 40 से 50 हजार कार्यकर्ताओं के भाग लेने की उम्मीद जताई है.

द्विवेदी ने कहा कि फैजाबाद में करीब एक दर्जन पुलिस दल विहिप नेताओं के विभिन्न ठिकानों पर नियमित छापे मार रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने सिंघल को इलाहाबाद से आते वक्त अयोध्या जाने की अनुमति नहीं दी. उन्होंने कहा कि अयोध्या और फैजाबाद में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किये गये हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या फैजाबाद जिले की सीमा सील की जाने वाली है, विश्वकर्मा ने कहा कि इस संबंध में परिस्थितियों को देखते हुए निर्णय किया जायेगा. मगर फिलहाल ऐसी कोई रोक नहीं है और कोई भी शहर की यात्रा कर सकता है. विश्वकर्मा ने कहा कि केवल उन्हें ही अयोध्या जाने से रोका जायेगा जो यात्रा में भाग लेने की नीयत से जा रहे होंगे, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि इस बात की शिनाख्त कैसे होगी कि कौन परिक्रमा में भाग लेने जा रहा है.

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

विश्वकर्मा ने बताया कि फैजाबाद में शांति और व्यवस्था बनाये रखने के लिये पीएसी की 13 और आरएएफ की तीन कंपनियों के अलावा दो पुलिस अधीक्षकों, 19 अपर पुलिस अधीक्षकों, 42 पुलिस उपाधीक्षकों, 135 निरीक्षकों, 430 उपनिरीक्षकों और 1300 सिपाहियों की तैनाती की गयी है.

प्रस्तावित 84 कोसी अयोध्या परिक्रमा पथ फैजाबाद के अलावा बस्ती, बाराबंकी, गोंडा, बहराइच और अंबेडकर नगर जिलों से होकर गुजरता है.

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने फैजाबाद और उसके आसपास के जिलों के पार्टी विधायकों के साथ बैठक करके वीएचपी की प्रस्तावित परिक्रमा के मद्देनजर उनके क्षेत्रों में उपजी परिस्थितियों की जानकारी ली.
मुख्यमंत्री ने पार्टी विधायकों से हालात पर करीबी नजर रखने और जो भी स्थिति हो उससे उन्हें और पार्टी को अवगत कराते रहने के निर्देश दिये.


 

Saurav Ganguly Donated Rs. One Crore For Uttarakhand Flood Victims.


 Mr. Saurav Ganguly Donated Rs. One Crore For Uttarakhand Flood Victims. You Are Baap Of Baaps, No Wonder People Call You Dada. Thank You Dada & May God Bless You Always.  #Respect
 
Mr. Saurav Ganguly with her wife Dona
 
Mr. Saurav Ganguly Donated Rs. One Crore For Uttarakhand Flood Victims. You Are Baap Of Baaps, No Wonder People Call You Dada. Thank You Dada & May God Bless You Always. Respect
 

ट्रेन जाने से 10 मिनट पहले भी आम आदमी पा सकता है कन्फर्म टिकट, जानें कैसे


Fri, 23 Aug 2013 09:54

कई बार अचानक ट्रेन से कहीं जाने का प्लान बन जाता है और  रेल में रिजर्वेशन कन्फर्म नहीं मिल पाता है। या फिर चार्ट बन जाता है और वेटिंग टिकट भी नहीं मिलता है। ऐसे में आपको खड़े होकर या घूस देकर ट्रेन से सफर करना पड़ता है। अगर आपके साथ भी ऐसा है तो अब घबराने की जरूरत नहीं है जनाब। जी हां, अब ट्रेन का रिजर्वेशन चार्ट बन जाने के बाद आपको कन्फर्म टिकट मिल सकता है।
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर रिजर्वेशन चार्ट बन जाने के बाद और ट्रेन जाने से 10 मिनट पहले तक कैसे कन्फर्म रेल टिकट मिल सकता है, लेकिन ऐसा हो सकता है। आप कन्फर्म टिकट पाकर कभी भी अपनी सीट पर सफर कर सकते हैं।
दरअसल, ट्रेन में सफर करने के लिए अब कंफर्म टिकट होना जरूरी हो गया है। बिना कंफर्म टिकट के रेलवे ने सफर पर रोक लगा दी है। ऐसे में हम आपको टिकट पाने का तरीका बता रहे हैं।
रेलवे में चार्ट बनने और ट्रेन छूटने से पहले कुछ शर्तो के साथ कंफर्म टिकट पाने को लेकर एक नियम है। इस नियम के तहत ही भारतीय रेल ने देश के अधिकतर स्टेशन पर एक-एक करंट काउंटर खोल रखें हैं।
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये करंट काउंटर क्या है.. तो जनाब यही तो चार्ट बनने के बाद भी सीट रहने पर टिकट मिलने का तरीका है। यह तरीका ठीक उसी तरह काम करता है जो स्टेशन पर जाकर रिजर्वेशन कराने का होता है।

रेलवे का करंट काउंटर को बनाने का मकसद चार्ट बनने के बाद और ट्रेन छूटने से पहले तक खाली सीटों का रिजर्वेशन करवाना है। ताकी ट्रेन में सीटें खाली न रह जाएं। 
अब आपका अगला सवाल ये हो सकता है कि करंट काउंटर से टिकट पाने का क्या तरीका है.. तो जनाब इस काउंटर से टिकट पाने के लिए आपको एक रिजर्वेशन फॉर्म भरना पड़ेगा।


ट्रेन जाने से 10 मिनट पहले भी आम आदमी पा सकता है कंफर्म टिकट, जानें कैसे...

यह फॉर्म नॉर्मल रिजर्वेशन फॉर्म की तरह ही होता है। इस फॉर्म में पूरी डिटेल भरने के बाद विंडो पर बैठे क्लर्क को देना पड़ेगा। 
ट्रेन जाने से 10 मिनट पहले भी आम आदमी पा सकता है कंफर्म टिकट, जानें कैसे...

क्लर्क उस ट्रेन में चार्ट बनने के बाद बची हुई सीटों का स्टेटस चेक करेगा और अगर सीट खाली होगी तो बिना कोई अतिरिक्त चार्ज लिए रिजर्वेशन चार्ज के साथ टिकट बुक कर देगा। सीट खाली न होने पर आपको इस बारे में बता देगा। 
दिल्ली सहित कई जगह आप ऑनलाइन बिना स्टेशन जाए भी ये पता कर सकते हैं कि आखिर चार्ट बनने के बाद किस ट्रेन में कितनी सीटें खाली रह गईं हैं। ऑनलाइन चेक करने के बाद जिस ट्रेन में खाली हो स्टेशन पर जाकर उस ट्रेन में टिकट ले लें।
ध्यान देने वाली बात ये है कि ऑनलाइन चेक करने से अच्छा ये है कि सीधे स्टेशन पर जाकर चेक करें और तुरंत टिकट बुक करा लें। दिलचस्प है कि ऑनलाइन चेक करने के बाद कई बार स्टेशन पहुंचते-पहुंचते ही सारी खाली सीटें भर जाती हैं।
आपको बताते चलें कि करंट काउंटर से टिकट बुक करने की सुविधा ऑनलाइन न होकर केवल स्टेशन पर ही मिलती है।


ट्रेन जाने से 10 मिनट पहले भी आम आदमी पा सकता है कंफर्म टिकट, जानें कैसे...
इन लिंक पर क्लिक कर आप चार्ट बनने के बाद बची खाली सीटों के बारे में जान सकते हैं-
http://122.252.248.145:8182/RW/
http://www.indianrail.gov.in/vacant_Berth_Status.html
http://www.indianrail.gov.in/inet_curbkg_Enq.html


















भारतीय गोलीबारी में दो सैनिकों की मौत: पाकिस्तान 

 इस्लामाबाद, 22-08-13 11:27 PM

 
Image Loading
 
पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार को दावा किया कि कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भारतीय सैनिकों की गोलीबारी में उसके दो सैनिकों की मौत हो गई। सेना ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर टटटा पानी सेक्टर में शाम भारतीय सैनिकों की ओर से बगैर उकसावे के हुई गोलीबारी में एक सैनिक की मौत हो गई और दो घायल हो गए। इससे पहले दिन में पाकिस्तानी सेना ने कहा था कि रावलकोट के पास नियंत्रण रेखा के राखीकाहरी सेक्टर में हुई। एक अधिकारी ने कहा कि सिपाही हबीब की इस गोलीबारी में मौत हो गई। भारतीय सैनिकों की गोलीबारी में कल पाक सेना के कैप्टन की मौत हुई थी। पाकिस्तान ने भारतीय उपउच्चायुक्त को विदेश मंत्रालय बुलाकर इस घटना पर विरोध जताया। ताजा घटना से थोड़ी देर पहले पाकिस्तानी संसद के निचले सदन ने एक प्रस्ताव पारित कर कैप्टन की मौत को आक्रामक कार्य बताया।

365 भारतीय बंदियों को रिहा करेगा पाकिस्तान

इस्लामाबाद, 22-08-13 09:58 PM


पाकिस्तान ने सद्भावना का परिचय देते हुए 365 भारतीय कैदियों को मुक्त करने का फैसला लिया है। पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने गुरुवार को यह घोषणा की। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने मंत्रालय के हवाले से कहा है कि मुक्त किए जाने वाले कैदियों में 34० मछुआरे तथा नावों का संचालन करने वाले 25 अन्य सदस्य शामिल हैं। इन सभी भारतीय कैदियों ने अपनी कैद पूरी कर ली है, इसलिए उन्हें शनिवार को वाघा सीमा के रास्ते भारत वापस भेजा जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि इन कैदियों में आठ किशोर भी शामिल हैं, जो कराची के युवा अपराधी औद्योगिक स्कूल में बंद हैं। पाकिस्तान द्वारा भारतीय कैदियों को मुक्त करने का निर्णय ऐसे समय में आया है, जब सीमा पर गोलीबारी के चलते परमाणु शक्ति संपन्न दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ चुका है। दोनों देशों के बीच सामुद्रिक सीमा तय न होने के कारण भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे के मछुआरों को अक्सर गिरफ्तार करते रहते हैं। इससे पहले दोनों देशों ने इस मुद्दे पर कई चरणों में बातचीत की थी, लेकिन किसी समाधान तक नहीं पहुंचा जा सका। पाकिस्तानी प्राधिकरण ने भारतीय अधिकारियों को भारतीय कैदियों को मुक्त किए जाने के अपने फैसले के बारे में पहले ही बता दिया है।


 

भारत में जन्म लेना लाटरी जीतने जैसा: बेवन


नई दिल्ली, :22-08-13 10:37 PM

 
    Image Loading

ब्रितानी उच्चायुक्त जेम्स बेवन ने कहा कि 21वीं सदी में भारत में जन्म लेना इतिहास की लाटरी जीतने जैसा है। बेवन ने भारत में विभिन्न क्षेत्रों में वृद्धि की व्यापक संभावनाओं तथा दुनिया में इसके बढ़ते रुतबे का ज्रिक करते हुए यह बात कही।  

यहां जामिया मिल्लिया इस्लामिया में बातचीत के दौरान बेवन ने कहा कि भारत में आशावान तथा आनंदित होने के अनेक कारण हैं जिनमें इसका आर्थिक फायदे की स्थितिति में होना, शिक्षा प्रणाली, सांस्कृतिक बहुलता शामिल है। उन्होंने कहा कि अगर आप वास्तव में कुछ बड़ा करना चाहते हैं तो भारत के पास इसके लिए धन, लोग तथा संसाधन सबकुछ है।


अयोध्या परिक्रमा पर प्रतिबंध पर पुनर्विचार करे सरकार: राजनाथ 

विहिप की अयोध्या परिक्रमा पर रोक उचित: कांग्रेस 

लखनऊ, 22-08-13 09:37 PM

 
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने 25 अगस्त से प्रस्तावित साधु संतों की 84 कोसी अयोध्या परिक्रमा पर प्रतिबंध लगाए जाने को अनुचित बताते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। सिंह ने आज शाम यहां पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं स्तम्भकार दयनारायण दीक्षित पर नारायण दीक्षित और उनकी पत्रकारिता शीर्षक से प्रकाशित शोध पत्र के विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी धर्म जाति के लोगों के धार्मिक आयोजन को सुरक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है। यदि सौ डेढ़ सौ साधु संतों ने 84 कोसी अयोध्या परिक्रमा का फैसला कर लिया तो सरकार को आपत्ति नहीं होनी चाहिए और उसे सुरक्षा देनी चाहिए। उन्होंने इस परिक्रमा पर लगे प्रतिबंध को सबके लिए चुनौती बताते हुए सरकार से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया और कहा कि यदि सरकार को सौ डेढ़ सौ साधु संतों से शांति भंग की आशंका है तो उसके पास पर्याप्त सुरक्षा बल है और दो चार सौ सुरक्षाकर्मियों की तैनाती करके परिक्रमा की अनुमति दे देनी चाहिए।


विहिप की अयोध्या परिक्रमा पर रोक उचित: कांग्रेस 
कांग्रेस पार्टी ने अयोध्या में 25 अगस्त से प्रस्तावित साधु संतों की 84 कोसी परिक्रमा पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लगाए गये प्रतिबंध को उचित बताते हुए कहा है कि यह कोई पारम्परिक यात्रा नहीं है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष निर्मल खत्री ने बयान में प्रस्तावित परिक्रमा पर सरकार के प्रतिबंध को उचित बताते हुए कहा है कि अयोध्या में धार्मिक महत्व की पारम्परिक 84 कोसी परिक्रमा चैत्र शुक्ल पूर्णिमा से प्रारंभ होकर बैशाख शुक्ल नवमी तक चलती है और 25 अगस्त से प्रस्तावित विहिप की यात्रा परम्परा से हट कर है। उन्होंने कहा कि विहिप की प्रस्तावित यात्रा परम्परागत और धार्मिक आयोजन न होकर राम मंदिर निर्माण के लिए प्रस्तावित है, जबकि उच्चतम न्यायालय ने वहां यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दे रखा है। यह सवाल करते हुए कि विहिप ने यह यात्रा तब क्यों नहीं की जब दिल्ली में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी, खत्री ने आरोप लगाया है कि विहिप की 25 अगस्त से प्रस्तावित परिक्रमा लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक उद्देश्य से प्रेरित है।

अंधकार युग में जी रहे हैं सरकारी मंत्रालय और यूजीसी : पित्रोदा

 कोलकाता, 22 अगस्त 18:3 HR
 देश में शिक्षा की मौजूदा गुणवत्ता पर चिंता जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री के सलाहकार सैम पित्रोदा ने आज कहा कि सरकारी मंत्रालयों एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग :यूजीसी: की मानसिकता में तेजी से बदलाव नहीं हो रहा और वे अब भी अंधकार युग में ही जी रहे हैं ।


याहू ने गूगल को पछाड़ा

जुलाई माह के दौरान याहू में 19.6 करोड़ यूनिक विजिटर्स आये हैं जबकि गूगल में यह आंकड़ा 19.2 करोड़ का है

Fri, 23 Aug 2013 09:54 AM
Web traffic
याहू ने गूगल को पछाड़ा


नई दिल्ली। जब आप सबसे पहले इंटरनेट ऑन करते हैं तो क्या खोलते हैं। अधिकांश लोग कहेंगे गूगल। हालांकि, भारत में गूगल ने अपनी पकड़ काफी मजबूत बना रखी है लेकिन दुनिया भर में हमेशा से इंटरनेट जगत के दो दिग्गज-याहू और गूगल के बीच नंबर वन बनने की लड़ाई चल रही है। पिछले दो सालों से गूगल वेब ट्रेफिक के मामले में याहू को मात देता आ रहा है। लेकिन इस बार फोटो शेयरिंग साइट फ्लिकर के दम पर याहू ने पलटवार करते हुए गूगल को पछाड़ दिया है।
ये खबर याहू के सीईओ मारिस्सा मेयर में बेहद अच्छी है। मई 2011 के बाद पहली बार वेब ट्रेफिक के मामले में याहू ने गूगल को पीछे छोड़ा है। एक रिसर्च कंपनी कॉमस्कोर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जुलाई माह के दौरान याहू में 19.6 करोड़ यूनिक विजिटर्स आये हैं जबकि गूगल में यह आंकड़ा 19.2 करोड़ का है। ट्रैफिक में इजाफा मेयर को प्रोत्साहित कर सकता है। मेयर ने याहू के अस्तित्व को कायम रखने को गूगल को पीछे छोड़ने के लिए भरसक प्रयास किये हैं। चाहे याहू की ईमेल सुविधा को बदलना हो या फोटो शेयरिंग साइट फ्लिकर को मजबूत करना।
मेयर पिछले साल जुलाई में याहू से जुड़ी थी, उस वक्त याहू वेब पेज यूजर्स के मामले में गूगल से 50 लाख से ज्यादा पीछे चल रही था। वहीं, धीरे-धीरे याहू ने गूगल को कड़ी टक्कर देनी शुरू की और परिणाम सबके सामने का गया। 

84 कोसी की परिक्रमा : अयोध्‍या में दिखेगी बाबरी केस के फैसले जैसी ही सुरक्षा


 फैजाबाद, 22 अगस्त 2013 14:21 

अयोध्‍या में वीएचपी की पदयात्रा के मद्देनजर वैसी ही सुरक्षा-व्‍यवस्‍था की जा रही है, जैसी बाबरी मामले में हाइकोर्ट के फैसले की वक्‍त की गई थी.
 30 दिसबर, 2010 को अयोध्या मंदिर-मस्जिद फैसले के समय की गई सुरक्षा-व्यवस्था को एक बार फिर दुहराने की तैयारी शुरू हो गई है. हालांकि इस पर कोई भी कुछ साफ-साफ बोलने को तैयार नहीं है. 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जगह-जगह अस्थाई जेलें बनाई जा रही हैं. जिले की सीमा में घुसने के पहले आने वाले लोगों की जांच की जाएगी. यात्रा से जुड़े सक्रिय लोगों को घरों में नजरबन्द करने या गिरफ्तार करने जैसी तैयारी भी की जा रही है. इस बार ग्राम प्रधानों और ग्राम चौकीदारों को भी यह निर्देश दिए जा रहे हैं कि जो भी बाहरी व्यक्ति उन्हें दिखाई दे, उसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दें. 

संबंधित थाना प्रभारियों और कोतवाली प्रभारियों को ताकीद की जा रही है कि उनके क्षेत्र में अगर बाहरी व्यक्ति अयोध्या में घुसे या यात्रा में शामिल होने के लिए निकले या कोई नारेबाजी या इस तरह का काम करते हैं, तो यह सीधे उनकी जिम्मेदारी होगी. गौरतलब है कि फैजाबाद, अयोध्या, आंबेडकर नगर, बस्ती, गोंडा, बहराइच, बाराबंकी में पहले ही धारा-144 लगाई जा चुकी है.

पूरे अयोध्या क्षेत्र को 6 जोन और 23 सेक्टरों में बांटा गया है. बाहर से आई फोर्स का ब्‍योरा इस तरह है:
27 डिप्टी एसपी
10 इन्स्पेक्टर
200 सब इन्स्पेक्टर
100 हेड कॉन्‍स्टेबल
900 पुलिसकर्मी
15 महिला हेड कॉन्‍स्टेबल
50 महिला कॉन्‍स्टेबल
6 ट्रैफिक इन्स्पेक्टर
15 ट्रैफिक हेड कॉन्‍स्टेबल
50 ट्रैफिक सिपाही
14 कंपनी PAC
2 कंपनी RAF
800 होमगार्ड.

'सुपर रिच' को देना पड़ सकता है 35 फीसदी टैक्‍स!


नई दिल्ली, 22 अगस्त 2013  11:49
पी. चिदंबरम
पी. चिदंबरम 
केंद्रीय मंत्रिमंडल प्रत्यक्ष कर संहिता (डीटीसी) विधेयक पर गुरुवार को विचार कर सकता है. यह विधेयक 50 बरस पुराने आयकर कानून की जगह लेगा. इसमें बेहद अमीर (सुपर रिच) लोगों के लिए 35 प्रतिशत का नया स्लैब शुरू होने की संभावना है.सूत्रों के मुताबिक, ‘कैबिनेट की बैठक के एजेंडा में डीटीसी विधेयक भी है.’ व्यक्तिगत आयकर दाताओं के लिए 2 लाख रुपये की आमदनी पर टैक्‍स छूट की सीमा को संभवत: नहीं छेड़ा जाएगा, लेकिन 'सुपर रिच' के लिए 35 प्रतिशत का नया स्लैब शुरू किया जा सकता है.
सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा न्यूनतम वैकल्पिक कर (मैट) बुक मुनाफे पर लगाया जाएगा, सकल परिसंपत्तियों पर नहीं. इसके अलावा प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) को कायम रखा जा सकता है. हालांकि वित्त पर स्थायी समिति ने इसे समाप्त करने की सिफारिश की है.
सीनियर बीजेपी लीडर यशवंत सिन्हा की अगुवाई वाली स्थायी समिति ने इसके अलावा प्रस्तावित डीटीसी विधेयक, 2010 में आयकर छूट की सीमा 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये करने की सिफारिश की है.



ICICI बैंक से लोन लेना होगा महंगा, बेस रेट में बढ़ोत्तरी


  नई दिल्ली, 22 अगस्त 2013 19:55 
ICICI बैंक
ICICI बैंक 
निजी क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा बैंक ICICI बैंक ने बेस रेट गुरुवार को 0.25 फीसदी बढ़ाकर 10 प्रतिशत कर दी. नई दर 23 अगस्त से प्रभावी होगी. बैंक अपने बेस रेट से कम पर लोन नहीं दे सकते. ICICI बैंक ने बयान में कहा कि बैंक ने इसी प्रकार की वृद्धि प्रधान उधारी दर में की है. नई दर मौजूदा ग्राहकों पर लागू होगी जिन्होंने फ्लोटिंग दर पर लोन लिया है. बैंक ने यह स्पष्ट किया है कि निश्चित ब्याज दर पर लोन लेने वाले ग्राहकों के लिए दरें यथावत रहेंगी.
इससे पहले, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक तथा यस बैंक ने ब्याज दरें 0.2 से 0.25 प्रतिशत बढ़ाई हैं. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में अबतक केवल आंध्रा बैंक ने बेस रेट में वृद्धि की है.


दिल्ली गैंगरेप: गवाहों के बयान दर्ज, अब होगी अंतिम जिरह


  नई दिल्ली, 22 अगस्त 2013  10:40 

दिल्ली में पिछले वर्ष 16 दिसंबर को चलती बस में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले की सुनवाई कर रही एक स्थानीय अदालत ने बुधवार को गवाहों के बयान दर्ज करने की कार्यवाही पूरी कर ली और कहा कि इस मामले में अंतिम जिरह गुरुवार से होगी. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश योगेश खन्ना ने आरोपी विनय शर्मा, अक्षय ठाकुर, पवन गुप्ता और मुकेश की ओर से पेश बचाव पक्ष के गवाहों के बयान दर्ज करने के बाद अंतिम जिरह शुरू करने की तारीख 22 अगस्त तय कर दी. यह मामला चलती बस में 23 वर्षीया फीजियोथेरेपी प्रशिक्षु के साथ पांच वयस्कों और एक नाबालिग द्वारा क्रूरतापूर्ण तरीके से किए गए दुष्कर्म से संबंधित है. दक्षिणी दिल्ली के मुनिरका बस स्टैंड पर छात्रा अपने मित्र के साथ बस में चढ़ी थी. लहूलुहान छात्रा और उसके पुरुष मित्र को वसंत विहार इलाके में चलती बस से फेंक दिया गया था.
गंभीर रूप से घायल छात्रा को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. बाद में बेहतर इलाज के लिए उसे सिंगापुर के एलिजाबेथ अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. इस दर्दनाक हादसे से पिछले वर्ष समूचा देश आंदोलित हो उठा था.
इस मामले का नाबालिग आरोपी किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष कार्यवाहियों का सामना कर रहा है, जबकि अन्य चार आरोपियों के खिलाफ मामले की सुनवाई साकेत स्थित त्वरित अदालत में चल रही है. मामले का मुख्य आरोपी तिहाड़ जेल में खुदकुशी कर चुका है.
चार बालिग आरोपियों में से एक विनय ने अपने बयान में दावा किया है कि घटना के समय वह सह आरोपी पवन के साथ दक्षिणी दिल्ली के हौजखास स्थित डीडीए पार्क में आयोजित संगीत कार्यक्रम देखने गया था.
एक अन्य आरोपी अक्षय का कहना है कि वह घटना से एक दिन पहले ही बिहार स्थित अपने गांव चला गया था. वह उस बस में नहीं था, जिसमें यह घटना हुई.
अभियोजन पक्ष के गवाहों ने हालांकि इन दोनों आरोपियों के दावे को खारिज कर दिया है.
एक आरोपी मुकेश का कहना है कि घटना के सामय वह बस चला रहा था. उसके भाई राम सिंह, विनय, पवन, अक्षय और एक नाबालिग ने छात्रा को यौन प्रताड़ना दी थी और उसके पुरुष मित्र के साथ मारपीट की थी.
अन्य तीन आरोपियों ने मुकेश की बात को झूठ बताते हुए खुद के निर्दोष होने का दावा किया है.

साइना नेहवाल पर बरसीं ज्वाला गुट्टा, ट्विटर पर खोला मोर्चा


 नई दिल्ली, 22 अगस्त 2013  09:18 

ज्वाला गुट्टा
ज्वाला गुट्टा 
शीर्ष युगल बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने एकल स्टार साइना नेहवाल की टिप्पणी की आलोचना की जिसमें उन्होंने कहा था तौफिक हिदायत को सच्‍चाई स्वीकार करनी चाहिए कि वह संन्यास ले चुके हैं और उन्हें आईबीएल में ज्यादा आधार मूल्य नहीं मिल सकता. इंडोनेशिया के पूर्व खिलाड़ी हिदायत को साइना की टीम हैदराबाद हाटशाटस ने 15000 डालर में खरीदा था. हिदायत का कहना है कि कुछ विदेशी खिलाड़ियों को निचली श्रेणी के भारतीय खिलाड़ियों से कम दाम पर खरीदा गया.
साइना ने कहा था, ‘मुझे लगता है कि दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी ली चोंग वेइ को 135000 डालर मिले. नीलामी प्रक्रिया में कोई पक्षपात नहीं हुआ. हिदायत को स्वीकार करना होगा कि अब वह संन्यास ले चुके हैं और उन्हें सबसे ज्यादा दाम नहीं मिल सकते.’ आईबीएल में दिल्ली फ्रेंचाइजी के लिये खेलने वाली ज्वाला को साइना की यह टिप्पणी अच्छी नहीं लगी, उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘तौफिक हिदायत महान खिलाड़ियों में से एक है और मुझे नहीं लगता कि आप सिर्फ इसलिये उनके विचारों को खारिज कर दो क्योंकि वह खेल से संन्यास ले चुके हैं.
ज्वाला ने कहा, ‘मैं नहीं जानती कि कोई भी उनके बारे में इस तरीके से कैसे बात कर सकता है. उनके दर्जे को देखते हुए उनके बारे में बिना सम्मान के किसी को बात नहीं करनी चाहिए. यह दुखद है.’ इस मुद्दे पर हालांकि ज्वाला ने साइना का नाम का जिक्र नहीं किया लेकिन इस हैदराबादी का जिक्र करने पर उन्होंने कहा कि उसे हिदायत की चिंता समझनी चाहिए.
ज्वाला ने ट्वीट किया, ‘भले ही आप खेल में कितने ही बड़े बन गये हो, मुझे लगता है कि एक व्यक्ति को साथी खिलाड़ी के विचार समझने की कोशिश करनी चाहिए और इन पर काम करना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘कोई भी इसलिये उनकी उपलब्धियां नहीं छीन सकता कि उन्होंने खेल से संन्यास ले लिया है. वह बैडमिंटन के महान खिलाड़ी हैं और हमेशा रहेंगे.’ ज्वाला ने कहा, ‘और हां, यह सिर्फ पैसे के बारे में नहीं..यह सम्मान के बारे में है.’


एशियन यूथ गेम्सः वेंकट को गोल्ड, नागर को सिल्वर मेडल



(चीन), 22 अगस्त 2013  13:13 

युवा एशियाई खेलों में भारोत्तोलक वेंकट राहुल रगाला ने 77 किग्रा वर्ग में भारत के लिए स्वर्ण पदक हासिल किया है. जबकि शैंकी नागर ने 10 मी एयर पिस्टल स्पर्धा में सिल्वर पदक हासिल किया.वेंकट ने स्नैच और क्लीन एंड जर्क में 310 किग्रा का कुल वजन उठाकर पीला तमगा जीता. इस 16 वर्षीय भारोत्तोलक ने तीसरे प्रयास में स्नैच में 142 किग्रा और क्लीन एवं जर्क में 168 किग्रा का वजन उठाकर सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया.
उनके बाद चीन के जिंगयू लु ने 285 किग्रा और थाईलैंड के पिचेट मानेस्री ने 280 किग्रा के प्रयास से क्रमश: सिल्वर और ब्रॉन्ज प्राप्त किया.
पुरुषों की 10 मी एयर पिस्टल स्पर्धा में शैंकी ने फाइनल में 195.3 अंक जुटाये. वह गोल्ड से करीब से चूक गये जो चीन के वु जियावू को मिला जिन्होंने 195.5 अंक हासिल किये. उज्बेकिस्तान के रेफत गिरफानोव को 174.7 अंक से कांस्य पदक मिला.

भारत के समरजीत सिंह ने भी फाइनल राउंड के लिये क्वालीफाई कर लिया लेकिन वह 134 अंक ही जुटा सके और प्रतियोगिता में पांचवें स्थान पर रहे.
भारतीय खिलाड़ी इन खेलों में व्यक्तिगत ओलंपिक एथलीट के तौर पर भाग ले रहे हैं क्योंकि भारतीय ओलंपिक संघ पर प्रतिबंध लगा हुआ है. भारतीयों ने अब तक दो गोल्ड, दो सिल्वर और चार ब्रॉन्ज जीत लिये हैं तथा वे पदक तालिका में नौंवे स्थान पर हैं.


 

एशियन यूथ गेम्सः वेंकट ने भारोत्तोलन में जीता गोल्ड

नानजिंग (चीन), 22 अगस्त 2013  15:57 

युवा एशियाई खेलों में भारोत्तोलक वेंकट राहुल रगाला ने 77 किग्रा वर्ग में भारत के लिए गोल्ड पदक हासिल किया है. जबकि शैंकी नागर ने 10 मी एयर पिस्टल स्पर्धा में सिल्वर पदक हासिल किया. वेंकट ने स्नैच और क्लीन एंड जर्क में 310 किग्रा का कुल वजन उठाकर पीला तमगा जीता. इस 16 वर्षीय भारोत्तोलक ने तीसरे प्रयास में स्नैच में 142 किग्रा और क्लीन एवं जर्क में 168 किग्रा का वजन उठाकर सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया.
उनके बाद चीन के जिंगयू लु ने 285 किग्रा और थाईलैंड के पिचेट मानेस्री ने 280 किग्रा के प्रयास से क्रमश: सिल्वर और ब्रॉन्ज प्राप्त किया.
पुरुषों की 10 मी एयर पिस्टल स्पर्धा में शैंकी ने फाइनल में 195.3 अंक जुटाये. वह गोल्ड से करीब से चूक गये जो चीन के वु जियावू को मिला जिन्होंने 195.5 अंक हासिल किये. उज्बेकिस्तान के रेफत गिरफानोव को 174.7 अंक से कांस्य पदक मिला.
भारत के समरजीत सिंह ने भी फाइनल राउंड के लिये क्वालीफाई कर लिया लेकिन वह 134 अंक ही जुटा सके और प्रतियोगिता में पांचवें स्थान पर रहे.
भारतीय खिलाड़ी इन खेलों में व्यक्तिगत ओलंपिक एथलीट के तौर पर भाग ले रहे हैं क्योंकि भारतीय ओलंपिक संघ पर प्रतिबंध लगा हुआ है. भारतीयों ने अब तक दो गोल्ड, दो सिल्वर और चार ब्रॉन्ज जीत लिये हैं तथा वे पदक तालिका में नौंवे स्थान पर हैं.

रंजन सोढ़ी को 'खेल रत्न', पूनिया की उम्मीदें खत्म


नई दिल्ली, 22 अगस्त 2013 22:49 

रंजन सोढ़ी और कृष्णा पूनिया
रंजन सोढ़ी और कृष्णा पूनिया 
खेल मंत्रालय ने तमाम कयासों पर विराम लगाकर गुरुवार खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार की मूल सूची को आधिकारिक दर्जा देकर चक्का फेंक की महिला एथलीट कृष्णा पूनिया की खेलों का सर्वोच्च सम्मान हासिल करने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. मंत्रालय ने इसके साथ ही पुष्टि की कि इस बार राष्ट्रीय खेल पुरस्कार वितरण समारोह 29 अगस्त के बजाय 31 अगस्त को होंगे. पहली वाली तिथि के दिन खेल मंत्री जितेंद्र सिंह मौजूद नहीं रह पाएंगे, जिसके चलते तारीख में बदलाव किया गया. अमूमन खेल पुरस्कार महान हॉकी खिलाड़ी ध्यानचंद के जन्मदिन 29 अगस्त को वितरित किए जाते हैं, जिसे राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है.
खेल सचिव पी के देब ने कहा, ‘खेल मंत्री जितेंद्र सिंह ने सूची को मंजूरी दे दी है. खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार की मूल सूची में कोई बदलाव नहीं किया गया है. हम समिति की सिफारिशों पर कायम हैं.’ देब ने कहा कि पुरस्कार विजेताओं की सूची में देरी इसलिए हुई, क्योंकि खेल मंत्री चक्का फेंक की एथलीट पूनिया और लंदन पैरालंपिक के रजत पदक विजेता एच एन गिरिशा की शिकायतों पर गौर कर रहे थे. ये दोनों ही पुरस्कार सूची में अपना नाम नहीं होने से नाराज थे.

उन्होंने कहा, ‘हम कुछ खिलाड़ियों की शिकायतों पर गौर कर रहे थे और पुरस्कारों की घोषणा में देरी का यही कारण रहा.’ सोढी के नाम की सिफारिश पिछले सप्ताह खेल रत्न पुरस्कार के लिए की गई थी. इस पर विवाद पैदा हो गया था, क्योंकि पैनल के कुछ सदस्यों ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाये थे. पता चला है कि जब पैनल के अधिकतर सदस्यों ने खेल रत्न के लिए मतदान का फैसला किया था, तब सोढ़ी का नाम सूची में शामिल नहीं था.

चयन पैनल के एक सदस्य ने कहा था कि पैनल के 12 में से 11 सदस्यों ने पूनिया और गिरिशा का नाम मतदान के लिए चुना था. खबरों के अनुसार भागवत के बैठक में देर से आने के बाद परिदृश्य बदला और गिरिशा का नाम हटा दिया गया. इसके बाद सोढ़ी और पूनिया के बीच मतदान हुआ. आखिर में सोढ़ी को खेल रत्न के लिये चुना गया.

पुरस्कार चयन समिति के अध्यक्ष बिलियर्डस में तीन बार के विश्व चैंपियन माइकल फरेरा थे. इसमें पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान जफर इकबाल, तीरंदाज लिंबा राम, क्रिकेटर रवि शास्त्री और राष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी इंदु पुरी आदि भी शामिल थे. पूनिया के नाम पर विचार करने की मांग के बीच खेल मंत्री जितेंद्र सिंह ने इस मसले पर अपने सचिव पी के देब के साथ चर्चा की, लेकिन मंत्रालय ने साफ संकेत दिए हैं कि पुरस्कार के लिए नामित खिलाड़ियों की मूल सूची में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा.
स्टार क्रिकेटर विराट कोहली और वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एकल बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु सहित 15 खिलाड़ी राष्ट्रपति के हाथों अर्जुन पुरस्कार हासिल करेंगे. पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ियों की सूची इस प्रकार है.

राजीव गांधी खेल रत्नः

रंजन सोढ़ी


अर्जुन पुरस्कार:

विराट कोहली (क्रिकेट), चेक्रोवोलु स्वुरो (तीरंदाज), रंजीत महेश्वरी (एथलेटिक्स), पीवी सिंधु (बैडमिंटन), कविता चाहल (मुक्केबाजी), रूपेश शाह (स्नूकर), अभिजीत गुप्ता (शतरंज), गगनजीत भुल्लर (गोल्फ), सबा अंजुम (हॉकी), राजकुमारी राठौड़ (निशानेबाजी), जोशना चिनप्पा (स्क्वाश), मौमा दास (टेबल टेनिस), नेहा राठी (कुश्ती), धर्मेंद्र दलाल (कुश्ती) और अमित कुमार सरोहा (पैराखेल)


द्रोणाचार्य पुरस्कारः

पूर्णिमा महतो (तीरंदाजी), महावीर सिंह (मुक्केबाजी), नरिंदर सिंह सैनी (हॉकी), के पी थॉमस (एथलेटिक्स), राज सिंह (कुश्ती)


ध्यानचंद पुरस्कारः

मैरी डि सूजा (एथलेटिक्स), सैयद अली (हॉकी), अनिल मान (कुश्ती), गिरिराज सिंह (पैरा खेल)


राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कारः

युवा खिलाड़ियों की पहचान और उन्हें तैयार करने के लिए दिया जाने वाला पुरस्कार राष्ट्रीय खेल अकैडमी इलाहाबाद के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ. यू के मिश्रा को दिया जाएगा, खेल में विशिष्ट उपलब्धि के लिए वित्तीय सहायता सेना खेल संवर्धन बोर्ड, खेल अकैडमी की स्थापना और प्रबंधन के लिए पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकैडमी, हैदराबाद, खिलाड़ियों को रोजगार और खेल कल्याण कार्य के लिए पेट्रोलियम खेल संवर्धन बोर्ड.


मिस्र: रिहाई के बाद हुस्नी मुबारक होंगे नजरबंद


  काहिरा, 22 अगस्त 2013  12:07
हुस्नी मुबारक
हुस्नी मुबारक 
मिस्र में हुई क्रांति के बाद सत्ता से हटाए गए पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक को एक अदालत ने रिहा करने का आदेश सुनाया है. रिहाई के बाद उन्हें घर में नजरबंद करके रखा जाएगा. मुबारक गुरुवार शाम तक रिहा हो सकते हैं. करीब तीन दशक तक मिस्र की सत्ता पर काबिज रहे मुबारक दो साल से भी ज्यादा समय से जेल में बंद हैं.
अदालत के आदेश के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, 'सेना के डिप्टी कमांडर ने आदेश दिया है कि हुस्नी मुबारक को नजरबंद करके रखा जाएगा.'
हाल ही में मुबारक को हिरासत में भेजने के संबंध में जारी किए गए आदेश के खिलाफ 85 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति की याचिका को मंजूर करते हुए काहिरा की एक फौजदारी अदालत ने उन्हें मुक्त कर दिया.
याचिका पर सुनवाई करने के लिए उत्तरी काहिरा की फौजदारी अदालत के न्यायाधीशों का एक दल तोरा जेल पहुंचा. मुबारक इसी जेल की अस्पताल में बंद हैं.
मुबारक के खिलाफ अगस्त 2011 से सुनवाई चल रही है. उन्हें अब सभी मामलों में रिहाई के आदेश मिल गए हैं. ‘अहराम ऑनलाइन’ की खबर के मुताबिक, हालांकि मुबारक के खिलाफ मुकदमा अब भी चल रहा है.
मुबारक को पिछले साल उम्रकैद की सजा सुनायी गई थी, लेकिन इस साल की शुरुआत में उनके मुकदमे की फिर से सुनवाई के आदेश दिए गए थे. उनके मामले की अगली सुनवाई 25 अगस्त को होनी है.



लगातार 72 घंटे काम करने के बाद Intern की मौत

  नई दिल्ली, 22 अगस्त 2013 10:16 


मॉरिट्ज इरहर्ड्ट
लंदन के एक बैंक में लगातार 72 घंटे काम करने के बाद एक इंटर्न की मौत हो गई. 21 वर्षीय मॉरिट्ज इरहर्ड्ट जर्मनी का रहने वाला था और मिशिगन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रहा था. लंदन के प्रतिष्ठित 'बैंक ऑफ अमेरिका' में इंटर्न कर रहा इरहर्ड्ट मिर्गी की बीमारी से ग्रस्त था. 7 हफ्ते की भयावह इंटर्नशिप के खत्म होने से 7 दिन पहले ही उसका शव बाथरूम में पड़ा मिला. ऐसा भी कहा जा रहा है कि उसे सजा के तौर पर लंबे घंटों तक काम करने के लिए कहा गया था.
wallstreetoasis.com की साइट पर लगे पोस्टर में कहा गया है कि इरहर्ड्ट रोजाना घंटो-घंटों तक काम करता रहता था. वह बेस्ट इंटर्न्स में से एक था.
वह पूर्वी लंदन में क्लेयरडेली हाउस के एक फ्लैट में रहता था. गर्मियों के महीनों में इन फ्लैटों में सैंकड़ों इंटर्न आकर रहते हैं.
wallstreetoasis.com पर एक अन्य पोस्टर में कहा गया है कि 'ये बिल्कुल सच है. उसका शव फ्लैट के ही एक साथी ने शॉवर के नीचे पड़ा हुए देखा. वह लगातार तीन दिन काम करने के बाद सुबह 6 बजे रूम पर लौटा था.
इरहर्ड्ट के मिशिगन यूनिवर्सिटी के एक दोस्त ने बताया, 'इरहर्ड्ट को महज दो हफ्तों में 8 बार पूरी-पूरी रात काम करने के लिए मजबूर किया गया था.'
ऑफिस में इरहर्ड्ट के साथ काम करने वाले एक इंटर्न ने बताया कि 'हम दिन में 15 घंटे या उससे ज्यादा काम किया करते थे. और उससे (इरहर्ड्ट) ज्यादा मेहनती लड़का आपको नहीं मिलेगा'. एक अन्य साथी ने कहा, 'उन्होंने मेरा ईमेल और नाम हरेक को दे दिया था, यहां तक की कैंटीन स्टाफ को भी. अगर मैं खाना खा रहा हूं या फिर कहीं और हूं, मुझ तक पहुंचना हर किसी के लिए बेहद आसान हो गया था.
एक सीनियर ने कहा, 'मुझे याद है कि एक शख्स की ऑफिस में डेस्क पर ही हर्ट अटैक से मौत हो गई थी. अगले हफ्ते से उन्होंने उम्मीदवारों का इंटरव्यू लेना शुरू कर दिया. ये बेहद क्रूर था.'
साइट पर आने वाली बहुत सी प्रतिक्रियाओं ने इस तथ्य को उजागर किया कि बैंकों में इंटर्न्स से कितनी बुरी तरह काम लिया जाता है. टिप्पणियों में बहुतों ने ये भी कबूला कि उन्होंने जॉब का ऑफर मिलने के लालच में सिर्फ रात-रात में ही काम करना पड़ा.
एक 20 वर्षीय युवक ने बताया कि 'सबसे बुरा अनुभव तब होता है जब आपको कैब ऑफिस से सुबह 7 बजे घर पर छोड़ती है. फिर वही कैब घर के नीचे आपका तब तक वेट करती है जब तक कि आप स्नान करके वापस नहीं आ जाते. ये कैब आपको वापस ऑफिस ले जाती है'.

यात्रा पर सपा भड़की, कहा-यूपी को नहीं बनने देंगे गुजरात, पर वीएचपी यात्रा पर अड़ी


  नई दिल्ली, 22 अगस्त 2013 18:55
मुलायम सिंह यादव
मुलायम सिंह यादव 
विश्व हिंदू परिषद की चौरासी कोसी परिक्रमा को इजाजत ना देने के फैसले पर उत्तर प्रदेश सरकार कायम है. सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि राज्य सरकार ऐसा कोई भी आयोजन नहीं होने देगी जिससे धार्मिक माहौल बिगड़ने का खतरा हो.
  वहीं वीएचपी अयोध्या की परिक्रमा पर अड़ गई है. वीएचपी नेता अशोक सिंघल ने कहा है कि किसी भी हाल में यह परिक्रमा होकर रहेगी. चाहे गोली चले या फिर कुछ भी हो जाए.
इन सबके बीच सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने आरोप लगाया है कि इस यात्रा से राजनीतिक फायदा उठाने की साजिश हो रही है. उनके मुताबिक, वीएचपी वालों ने इस बार परिक्रमा का नया रूट तैयार किया है. जिससे राज्य की कानून व्यवस्था बिगड़ने का डर है. इसलिए यह फैसला लिया गया है.

उत्तर प्रदेश का गुजरात नहीं बनने देंगे

सपा प्रवक्ता राजेंद्र प्रसाद ने कहा, 'हम उत्तर प्रदेश को गुजरात नहीं बनने देंगे. यूपी गंगा-यमुना धरती है. यहां भाईचारा का माहौल है. यह धार्मिक सौहार्द्र की जमीन है. हम किसी भी हाल में गुजरात के 2002 दंगों को यूपी में दोहराने नहीं देंगे. राज्य में ऐसा कोई भी आयोजन नहीं होने देंगे जिससे माहौल बिगड़ता है. मुख्यमंत्री ने पहले ही साफ कर दिया है कि कानून तोड़ने की कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की साजिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.'


अगर मुलायम होते मुख्यमंत्री तो नहीं होता बाबरी विध्वंस

सपा प्रवक्ता ने दावा किया कि अगर मुलायम सिंह 1992 में यूपी के मुख्यमंत्री होते तो बाबरी मस्जिद को नहीं गिराया जाता. साथ में यह भी कहा कि सपा के शासन में सांप्रदायिक शक्तियां आगे नहीं बढ़ सकती हैं. उन्होंने कहा कि जब मुलायम मुख्यमंत्री थे तो कुछ लोगों ने बाबरी मस्जिद को गिराने की साजिश की थी पर वो विफल हो गए. पर मुलायम के पद छोड़ते ही साजिश सफल हो गई.

गौरतलब है कि 20 अगस्त को यूपी सरकार ने वीएचपी को चौरासी कोसी परिक्रमा यात्रा निकालने की इजाजत देने से इनकार दिया था. इसके बाद से ही मुद्दे पर राजनीति और बयानबाजी का दौर जारी है.

वीएचपी का चौरासी कोसी परिक्रमा प्लान

रिपोर्टों के मुताबिक 25 अगस्त से 13 सितंबर के बीच देश के विभिन्न इलाकों के श्रद्धालू अयोध्या पहुंचने वाले थे, जो वीएचपी द्वारा आयोजित की गई साधु और संतों की यात्रा में हिस्सा लेने वाले थे. इस यात्रा को 84 कोसी परिक्रमा का नाम दिया गया है. वीएचपी का प्लान है कि यह यात्रा अयोध्या से शुरू होकर यूपी के 6 जिलों से गुजरते हुए अयोध्या में आकर खत्म होगी. यह यात्रा यूपी के बस्ती, फैजाबाद, अंबेडकर नगर, बाराबंकी, बहरउच और गोंडा से होकर गुजरने वाली थी. इस यात्रा का अंत 13 सितंबर को होना था. यूपी सरकार का कहना है कि इन छह जिलों के अधिकारियों ने यात्रा को इजाजत ना देने की मांग की है.


संतों को नहीं दे सकते सुरक्षा तो सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं: राजनाथ सिंह


  लखनऊ, 23 अगस्त 2013  05:46 

राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह 
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने गुरुवार को प्रदेश की समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि राज्य सरकार संतों को सुरक्षा देकर 84 कोसी की परिक्रमा करवाए. उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार संतों को सुरक्षा नहीं दे सकती, तो उसे सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है. राजनाथ ने अपने आवास 4, कालिदास मार्ग पर 'हृदय नारायण दीक्षित और उनकी पत्रकारिता' नामक पुस्तक का विमोचन करते समय ये बातें कहीं.
राजनाथ ने कहा कि यदि कुछ संत परिक्रमा करना चाहते हैं, तो इसमें समस्या क्या है? हमारे देश में सभी धर्म और मजहब के लोगों को अपने धर्म के प्रति आस्था प्रकट करने का अधिकार है. सरकार को चाहिए कि वह संतों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराए.
उन्होंने कहा कि यदि 200 या 400 की संख्या में संत 84 कोसी परिक्रमा करना चाहते हैं तो सरकार को इस पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए. सरकार के पास सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस बल होता है. वह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर यात्रा शांतिपूवर्क संपन्न करा सकती है.
राजनाथ ने साफतौर पर कहा कि जो सरकार संतों को सुरक्षा नहीं दे सकती उसे सत्ता में बने रहने का अधिकार भी नहीं है.
उन्होंने कहा कि यूपी सरकार द्वारा लिया गया फैसला सबके लिए चुनौती है. सरकार को चाहिए कि वह अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करे. हिंदू, मुस्लिम, सिख या ईसाई किसी भी धर्म से जुड़े लोग यदि अपनी आस्था प्रकट करना चाहते हैं, तो उन्हें इसकी इजाजत मिलनी चाहिए.
पुस्तक के विमोचन के दौरान राजनाथ ने कहा कि अब लोगों को सांस्कृतिक सुरक्षा की नहीं, बल्कि राजनीतिक सुरक्षा की चिंता ज्यादा सताने लगी है. सरकारों को तो अपनी संस्कृति को सुरक्षा प्रदान करते हुए उसे और प्रोत्साहन देना चाहिए.
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'मनमोहन सरकार हर मामले में विफल साबित हुई है. पाकिस्तानियों द्वारा जब दो सैनिकों के सिर काटे गए थे, उसी समय सरकार को ठोस जवाब देना चाहिए था लेकिन सरकार ने ऐसा करने की हिम्मत नहीं दिखाई. मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के दौरान भी सरकार का नकारात्मक रवैया ही सामने आया था.'
उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 272 से अधिक सीटें हासिल करेगा और सरकार बनने के दौरान सभी घटक दलों को साथ लेकर चलेगा.


कुश्‍ती के सरताज सुशील कुमार का खुलासा, हारने के लिए की गई थी रिश्‍वत की पेशकश


 नई दिल्‍ली, 23 अगस्त 2013  10:26 



सुशील कुमार 
भारतीय कुश्ती के सरताज सुशील कुमार ने ऐसा खुलासा किया है, जिसे सुनकर ही लोग हैरान रह जाएं. सुशील कुमार ने आजतक से बताया है कि साल 2010 के वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप में उन्हें हारने के लिए रिश्वत की पेशकश की गई थी. सुशील कुमार का कहना है कि उन्हें मॉस्को में रूबल में रिश्वत की पेशकश हुई थी, जिसकी कीमत तब ढाई करोड़ रुपये थी. लेकिन सुशील ने वह पेशकश ठुकरा दी और फाइनल मैच जीत लिया.

सुशील ने कहा कि जब उन्‍हें घूस की पेशकश की गई, तो वे एकदम हैरान रह गए. उनके इस अहम खुलासे के बाद हलचल-सी मच गई है. यह मामला धीरे-धीरे और गरमाने के आसार हैं.

क्‍या है पूरा मामला...
सुशील के मुताबिक, मॉस्को में साल 2010 में हो रही वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप के फाइनल में हार जाने के लिए रूसी कोचों ने उन्‍हें घूस की पेशकश की थी. तब सुशील की भिड़ंत एलन गोगाएव से होना थी, जो रूस के पहलवान हैं. कुश्‍ती शुरू होने से ठीक पहले उन्‍हें ऑफर दिया गया. भारतीय टीम के विदेशी कोचों के जरिए सुशील तक यह बात पहुंचाई गई थी. सुशील ने बिना वक्‍त गंवाए इस ऑफर को साफ ठुकरा दिया.



गौरतलब है कि सुशील कुमार ने इस मुकाबले में गोगाएव को 3-1 से हराकर भारत को रेसलिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप का पहला गोल्ड दिलाया था.



केरल में अमेरिका को सैन्य ठिकाना नहीं बनाने देगा भारत


नई दिल्ली/ 23 अगस्त 2013 12:06 AM 


india not allow kerala for us military locus
चीन को घेरने की अपनी नीति के तहत अमेरिका भारत के तिरुवनंतपुरम में सैन्य ठिकाना बनाने की योजना बना रहा है। हालांकि केंद्र सरकार ने ऐसी किसी संभावना से साफ तौर पर इंकार किया है।

यूएस एयरफोर्स के एक शीर्ष अधिकारी के मुताबिक अमेरिका सैन्य स्तर पर चीन को घेरने की रणनीति पर काम कर रहा है, जिसके तहत वह भारत में लड़ाकू विमानों की मौजूदगी वाला एक सैन्य अड्डा बनाने की योजना बना रहा है।

प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी वायुसेना की परिसंपत्तियों के कमांडर जनरल हलबर्ट ‘हॉक’ कार्लिसले ने यहां पत्रकारों से कहा कि अमेरिकी वायुसेना अपनी नीति ‘केंद्र में एशिया’ के तहत एशियाई देशों में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना का मुख्य मकसद चीन का घेराव करना है।

जनरल कार्लिसले ने कहा कि यूएस एयरफोर्स आस्ट्रेलिया से इस योजना की शुरुआत करने के बाद एशिया में अपनी पकड़ को मजबूत करना चाहती है।

इसके तहत अमेरिकी वायुसेना सिंगापुर के चांगी ईस्ट हवाई बेस, थाईलैंड के कोरात एयर बेस, भारत के तिरुवनंतपुरम और संभवत: फिलीपींस के कुबी पॉइंट और पुएर्टो प्रिंसेसा के साथ-साथ इंडोनेशिया और मलेशिया के हवाई क्षेत्रों में अपने जेट लड़ाकू विमान तैनात करने की योजना बना रही है।

जनरल कार्लिसले ने कहा कि प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी वायुसेना की और सैन्य ठिकाने बनाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। गौरतलब है कि अमेरिकी वायुसेना के विभिन्न देशों में नौ बड़े सैन्य ठिकाने हैं।


सांसदों के निलंबन प्रस्ताव पर अल्पमत में आई सरकार


नई दिल्ली 23 अगस्त 2013 12:18 AM


government in minority suspend 10 mp
यूपीए सरकार का एक बड़ा दांव बृहस्पतिवार को न केवल खाली गया, बल्कि इस दांव ने उसकी साख पर एक और बट्टा भी लगा दिया।

सरकार की योजना तेलंगाना विरोध के मसले पर सत्र के पहले ही दिन से हंगामा कर रहे आंध्र प्रदेश के सांसदों को निलंबित करा कर खाद्य सुरक्षा विधेयक को पारित कराने की थी। मगर इस योजना ने सरकार की फजीहत करा दी।

लोकसभा में 10 सांसदों के निलंबन संबंधी प्रस्ताव पेश किए जाने के साथ ही भारी हंगामा शुरू हो गया।

एकजुट विपक्ष के साथ सहयोगी सपा के भी प्रस्ताव के खिलाफ खड़े हो जाने पर सरकार अल्पमत में आ गई। सभी न केवल प्रस्ताव के विरोध में उतर आए, बल्कि इस प्रस्ताव को तत्काल वापस लेने की भी मांग पर अड़ गए।

इसके बाद सदन में ऐसा हंगामा बरपा कि कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी।

हंगामे के कारण मत प्रक्रिया शुरू करने के बाद भी स्पीकर मीरा कुमार सदन का मत नहीं ले पाई। कहा जा रहा है कि संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ के प्रस्ताव पर आम सहमति बनाए बिना इसे पेश किए जाने के कारण सरकार की किरकिरी हुई। सरकार के इस संबंध में संपर्क साधने पर लगभग सभी दलों ने सांसदों के निलंबन का विरोध किया था।

कोलगेट मामले से जुड़ी फाइलें गायब होने के मामले में हुए हंगामे के कारण प्रश्नकाल नहीं हो पाया। शून्यकाल के दौरान सरकार ने इस मुद्दे पर चर्चा कराने और इस दौरान प्रधानमंत्री के मौजूद रहने का आश्वासन देकर किसी तरह विवाद को टाला।

मगर इसके बाद जैसे ही कमलनाथ ने आंध्र के कांग्रेस के छह और टीडीपी के चार सांसदों के पूरे सत्र के लिए निलंबन का प्रस्ताव रखा, सदन में भूचाल आ गया।

विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने प्रस्ताव का तीखा विरोध किया और साथ ही राजग, जदयू, सपा, द्रमुक, अन्नाद्रमुक, तृणमूल कांग्रेस और वाम दलों के सदस्य प्रस्ताव के विरोध में नो-नो कहते हुए चिल्लाने लगे। हंगामा इतना ज्यादा बढ़ गया कि स्पीकर ने कार्यवाही 12.45 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

इसके बाद स्पीकर के चैंबर में भी इस विवाद का कोई हल नहीं निकला और सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।

...और चूक गए सरकार के रणनीतिकार
यूपीए सरकार के लिए गेमचेंजर माने जाने वाले खाद्य सुरक्षा विधेयक के पारित होने की राह में सत्र के पहले ही दिन से अटक रहे रोड़े के बाद सरकार में शीर्षस्तर पर आंध्र के सांसदों के निलंबन की योजना बनी थी।

योजना यह थी कि निलंबन के बाद किसी तरह इस विधेयक पर चर्चा शुरू करा कर इसे पारित करा लिया जाए। मगर सरकार के रणनीतिकारों से चूक यह हो गई कि उसने इस मुद्दे पर आम सहमति नहीं बनाई।

रणनीतिकारों को विश्वास था कि चूंकि निलंबित होने वाले सांसदों की सूची में कांग्रेस के भी सदस्यों के नाम होंगे, इसलिए विपक्ष इसका विरोध नहीं करेगा।

हालांकि सरकारी सूत्रों का दावा है कि बीते बुधवार को इस सिलसिले में भाजपा ने सहमति देने के बाद अपना वादा तोड़ दिया। फिलहाल चूंकि प्रस्ताव पर आसन ने फैसला नहीं सुनाया है, इसलिए इस मुद्दे पर विवाद जारी रहने के आसार हैं।

इन सांसदों का था निलंबन का प्रस्ताव
अनंत वेंकटरामी रेड्डी, एल राजगोपाल, जीवी हर्ष कुमार, श्रीनिवासुलू रेड्डी, अरुण वुंडावल्ली और ए साईप्रताप (सभी कांग्रेस), के नारायणराव, एम वेणुगोपाल रेड्डी, एन शिवप्रसाद और एन क्रिस्टप

क्या कहा कमलनाथ ने
सत्र के पहले दिन से ही ये सदस्य सदन में कामकाज नहीं होने दे रहे। इन सदस्यों के हंगामे के कारण जरूरी कामकाज लटके हुए हैं। इसलिए मैं इन सभी सांसदों के सत्र की बाकी अवधि के लिए निलंबन का प्रस्ताव रखता हूं।

सुषमा का जवाब

सारी समस्या यूपीए सरकार ने खड़ी की है। तेलंगाना निर्माण के लिए सरकार ने अनुचित तरीका अपनाया। इस कारण सदन में कामकाज प्रभावित हो रहा है। राजग कार्यकाल में भी तीन राज्य बने थे, मगर तब कहीं से विरोध के स्वर नहीं उठे थे। मैं सांसदों के निलंबन के प्रस्ताव का विरोध करती हूं।


हरकी पैड़ी पर लश्कर-ए-तैयबा की नजर


 हरकी पैड़ी सहित विभिन्न धार्मिक स्थलों को उड़ाने का धमकी भरा पत्र


हरिद्वार  23 अगस्त 2013 12:43 AM


Lashkar-e-Taiba eye on har ki pauri
लश्कर-ए-तैयबा के एरिया कमांडर ने फिर हरकी पैड़ी सहित विभिन्न धार्मिक स्थलों को उड़ाने का धमकी भरा पत्र भेजा है। हरिद्वार रेलवे स्टेशन के पूर्व अधीक्षक समरेंद्र गोस्वामी के नाम पत्र आया है।

इसमें 28 अगस्त को हरकी पैड़ी पर धमाके करने की धमकी दी गई है। पुलिस सतर्क हो गई है।

एरिया कमांडर करीम अंसारी
बृहस्पतिवार को लश्कर-ए-तैयबा के एरिया कमांडर करीम अंसारी के नाम से रेलवे स्टेशन अधीक्षक जीके दास को धमकी भरा पत्र मिला है। जिसे जीआरपी पुलिस को सौंप दिया है।

खुफिया विभाग पत्र की जांच कर रही है। पूर्व में भी कई बार एरिया कमांडर करीम अंसारी के नाम से पत्र मिल चुका है। इसका लेख भी पूर्व में मिले पत्रों से मिलता-जुलता है।

धार्मिक स्थलों की सुरक्षा
संभावना जताई जा रही है कि एक ही व्यक्ति यह पत्र भेज रहा है। पत्र मिलने के बाद खुफिया विभाग जांच में जुट गया है। हरकी पैड़ी सहित अन्य धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।

बम निरोधी दस्ते को भी सतर्क कर दिया गया है। स्टेशन अधीक्षक जीके दास ने बताया कि पूर्व स्टेशन अधीक्षक समरेंद्र गोस्वामी के नाम खत आया है। जिसे जीआरपी पुलिस को सौंप दिया है।


एलओसी पर पाकिस्तानी फायरिंग में महिला-बच्ची जख्मी


पुंछ/मेंढर/  23 अगस्त 2013 3:39 AM


firing on loc
पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को भी सीजफायर का उल्लंघन करते हुए लाइन आफ कंट्रोल स्थित कई अग्रिम भारतीय चौकियों पर गोलियां बरसाईं। इसमें एक महिला और बच्ची जख्मी हो गई। दोनों को सेना के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

सैन्य प्रवक्ता आरके पालटा ने बताया कि पाकिस्तान ने दोपहर 12 बजे के बाद पुंछ और मेंढर सेक्टर की केरनी-1, केरनी-2, शाहपुर, बालाकोट, पतरी स्थित अग्रिम चौकियों को निशाना बनाया। इसके अलावा रिहायशी इलाकों पर भी गोलाबारी की।

इससे सीमावर्ती इलाके में रहने वाली 50 वर्षीय नूरजहां (पत्नी मोहम्मद दीन) और छह वर्षीय शाहिदा कौसर जख्मी हो गई। शाहिदा के पेट में गोली लगी है। दोनों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से उन्हें जीएमसी रेफर कर दिया गया।

पाक की 641 मुजाहिदीन रेजिमेंट ने किरनी में सेना की 2/4गोरखा रेजिमेंट और शाहपुर में तैनात 3 गढ़वाल की चौकियों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भारी गोलाबारी शुरू कर दी।

इस दौरान गांव कसबा में शौच के बाद कमरे में जा रही शाहीदा कौसर को पाक सेना द्वारा दागी गई एक गोली पेट में जा लगी। साथ ही उसके मकान के पास गिरे मोर्टार के कुछ टुकडे़ उसके हाथों में लगे। वहीं, गांव किरनी में पशुओं को पानी पिला रही नूरजहां के कुछ दूरी पर गिरे मोर्टार के कई टुकडे़ उसके शरीर में जा धंसे।

बृहस्पतिवार को भी पाकिस्तान ने मोर्टार से हमला किया। जिसका भारतीय सेना ने भी जवाब दिया। सैन्य कर्मियों का कहना है कि 2003 से पुंछ-राजोरी सेक्टर स्थित एलओसी में सीजफायर का सिर्फ नाम ही रह गया है।

पाकिस्तानी सैनिक अकसर सीजफायर का उल्लंघन करते हैं। दस अगस्त से लगातार गोलाबारी चल रही है और इस माह सीजफायर उल्लंघन के 28 मामले हो चुके हैं। जबकि जनवरी 2013 से अब तक 80 बार पाक गोलाबारी कर चुका है।

मेंढर प्रतिनिधि के अनुसार सीमावर्ती इलाके में रहने वाले लोग लगातार गोलाबारी से इतने डरे हुए हैं कि वे घर छोड़ दूर-दराज इलाकों में रहने वाले अपने रिश्तेदारों के घर का रुख कर रहे हैं।

लोगों का कहना है कि करीब एक महीने से वह चैन की नींद नहीं सो सके हैं क्योंकि कोई रात ऐसी नहीं होती, जब फायरिंग न हो। इसकी वजह से बच्चे घबरा गए हैं।



पहली बार कैमरे में कैद हुआ चीनी घुसपैठ का वीडियो


नई दिल्ली 23 अगस्त 2013 9:29 AM

chinese troops incursion video news
भारतीय सीमा पर चीनी सैनिकों की घुसपैठ की हरकत पहली बार कैमरे में कैद हुई है। इससे चीनी दावों की पोल खुल गई है कि उसके सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) का उल्‍लंघन नहीं करते हैं।

वीडियो में दिखाया गया है कि किस प्रकार एक दर्जन चीनी सैनिक भारतीय सीमा के अंदर तक घुसे हुए हैं। यहां तक कि जब भारतीय सैनिक उनको रोकने की कोशिश करते हैं तो वे हाथापाई से भी बाज नहीं आ रहे हैं।

टीवी चैनल टाइम्स नाउ की इस वीडियो में भारतीय कमांडर चीनी सैनिकों से कहता है कि तुम हमारी मुल्क की सीमा में घुस आए हो। इस पर चीनी सैनिक बहस करते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह सैनिक अपने कमांडर से भी बात करता है।


माना जा रहा है कि यह इलाका अरुणाचल प्रदेश का तवांग हो सकता है।

उल्लेखनीय है कि चीनी सैन‌िकों ने अरुणाचल प्रदेश के चांगलागाम क्षेत्र में 13 अगस्त को घुसपैठ की थी और दो द‌िन तक भारतीय सीमा का उल्लघंन कर वहां रहे। हालांकि भारतीय सेना के गश्ती दल द्वारा चाइनीज ट्रूप को वापस अपनी सीमा में भेज द‌िया गया था।

इससे पहले भी अप्रैल में चीनी सेना के जवान लद्दाख में 19 क‌िमी तक घुस आए थे और उन्होंने भारतीय सीमा में अपने टेंट लगा द‌िए थे।



अलीगढ़ के जाटों ने किया मुसलमानों का बहिष्कार

 गुरुवार, 22 अगस्त, 2013 को 15:53
उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ के कई गाँवों में जाट समुदाय ने मुसलमानों का बहिष्कार शुरू कर दिया है, जिससे इलाके मे माहौल तनावपूर्ण है.
ये फ़ैसला जाट पंचायत ने पलाचंद गाँव के एक मुस्लिम लड़के और जाट समुदाय की एक लड़की के एक साथ कथित रूप से 'फ़रार' होने के बाद सर्वसम्मति से लिया.
इस बहिष्कार से 15 से अधिक गाँवों के मुसलमान प्रभावित हुए हैं.
क्लिक करें भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष देवराज सिंह ने बीबीसी को बताया कि रविवार को जाटों की एक पंचायत ने बहिष्कार का फ़ैसला सर्वसम्मति से लिया.

बहिष्कार

उन्होंने कहा, "इस पंचायत में कई गाँवों के 1200 जाट शरीक थे. पंचायत ने एक समिति बनाई, जिसने मुसलमानों का बहिष्कार करने का फ़ैसला किया."
देवराज सिंह का कहना है कि ये बहिष्कार "हमेशा के लिए है". उन्होंने कहा: "क्लिक करें मुसलमानों से व्यापारिक और सामाजिक सभी संबंध तोड़ दिए गए हैं."
क्लिक करें जाट पंचायत के इस फ़ैसले से क्लिक करें मुस्लिम समाज को दिक़्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
स्थानीय लोगों के अनुसार मुस्लिम लड़के और जाट लड़की एक दूसरे को स्कूल से जानते थे और पसंद करते थे. लगभग दो महीने पहले उनके फ़रार होने के बाद पलाचंद और इसके आस पास के इलाकों में मुसलमानों और जाटों के बीच माहौल तनावपूर्ण हो गया.

रोज़ी रोटी

स्थानीय पत्रकार भूपेंद्र कुमार के अनुसार इलाके के मुसलमान ग़रीब हैं और इनमें से अधिकतर लोहार हैं.
वो जाटों के खेतों में काम भी करते हैं. मुसलमानों की रोज़ी-रोटी काफ़ी हद तक जाटों के खेतों में काम करने पर निर्भर है. वो कहते हैं, "ज़ाहिर है मुस्लिमों को इससे दिक्कतें हो रही हैं."
दूसरी तरफ कुछ दिन पहले लड़की ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. उसे नारी निकेतन भेज दिया गया है. भूपेंद्र कुमार कहते हैं कि लड़की को कल अदालत में पेश किया जाएगा.
उनके अनुसार अगर लड़की ने लड़के के पक्ष में बयान दिया तो माहौल और भी ख़राब हो सकता है. स्थानीय क्लिक करें पुलिस किसी भी घटना से निपटने के लिए चौकस है. 



मुंबई में युवती के साथ सामूहिक बलात्कार



मुंबई सामूहिक बलात्कार मामले में 16 हिरासत में

 शुक्रवार, 23 अगस्त, 2013 को 04:42

बलात्कार
पुलिस के अनुसार ये महिला एक फोटो पत्रकार हैं

पुलिस का कहना है कि गुरुवार रात सेंट्रल मुंबई के पारेल इलाके में पांच व्यक्तियों ने एक महिला फोटो पत्रकार का कथित रुप से क्लिक करें बलात्कार किया.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक इस महिला की उम्र 23 साल है और ये एक अंग्रेजी पत्रिका में इंटर्न के तौर पर काम कर रही थीं.

पुलिस के अनुसार ये महिला मुंबई की चॉल पर कहानी बनाने के लिए गई हुई थी जब येक्लिक करें हादसा हुआ. पुलिस का कहना था कि ये घटना लोवर पारेल इलाके में शक्ति मिल के नजदीक रात आठ बजे घटी. फोटो जर्नलिस्ट अपने एक मित्र के साथ वंहा गई थीं.
पुलिस ने जानकारी दी कि इन लोगों ने मित्र को बांध दिया और फिर उसका बलात्कार किया.



मुंबई सामूहिक बलात्कार मामले में 16 हिरासत में


 शुक्रवार, 23 अगस्त, 2013 को 09:45

बलात्कार
पुलिस के अनुसार ये महिला एक फोटो पत्रकार हैं

मुंबई के परेल इलाके में गुरुवार रात एक महिला फ़ोटो पत्रकार के साथ कथित सामूहिक बलात्कार मामले में पुलिस ने 16 लोगों को हिरासत में लिया है.
मुंबई के पुलिस आयुक्त सत्यपाल सिंह ने बीबीसी से बातचीत में कहा, "पुलिस ने रात में करीब 16 लोगों को हिरासत में लिया है. दोषी नशीले दवाओं का सेवन करने वाले हो सकते हैं. मामले को सुलझाने के लिए नौ टीमें काम कर रही हैं."

रिपोर्टों के अनुसार ये घटना केंद्रीय मुंबई के परेल इलाके में शक्ति मिल के नज़दीक रात आठ बजे घटी और इसमें पाँच लोग शामिल थे जिन्होंने महिला के मित्र को बांध दिया और उसका बलात्कार किया.
सत्यापाल सिंह के मुताबिक ये महिला एक पुरुष मित्र के साथ जिस जगह तस्वीरें लेने गई थी वो एक सुनसान इलाका था और दो व्यक्ति उनके पीछे चल रहे थे.
उनके मुताबिक उसके बाद एक और व्यक्ति वहाँ आया और सभी ने महिला के साथ कथित बलात्कार किया.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक इस महिला की उम्र 23 साल है और ये एक अंग्रेजी पत्रिका में इंटर्न के तौर पर काम कर रही थीं. एक स्थानीय पत्रकार जतिन देसाई ने बीबीसी को बताया कि इस घटना पर पत्रकारों और दूसरे संगठनों ने गुरुवार को मुंबई में प्रदर्शन किए थे और शुक्रवार को भी और प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे.
पुलिस के अनुसार ये महिला मुंबई की चॉल पर कहानी बनाने के लिए गई हुई थी जब ये वारदात हुई.
हाल के दिनों में लगातार बलात्कार के मामले सामने आते रहे हैं.
राजधानी दिल्ली में पिछले साल 16 दिसंबर को पेरामेडिकल की छात्रा के साथ चलती बस में सामूहिक बलात्कार की घटना घटी थी.


घटना



16 दिसंबर बलात्कार मामले में अभी सुनवाई चल रही है
इस घटना ने पूरे देश को झगझोर के रख दिया था. लोगों ने सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के जरिए अपने गुस्से का इजहार किया और पीडि़ता के लिए न्याय की गुहार लगाई.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक अभियुक्तों ने लड़की और उनके पुरुष मित्र के साथ मारपीट भी की थी.
लड़की को इलाज के लिए सिंगापुर भी ले जाया गया लेकिन वहां उनकी मौत हो गई थी.
इस मामले में कुल छह लोगों को क्लिक करें अभियुक्त बनाया गया था. इनमें से एक को कुछ महीने पहले जेल में मृत पाया गया था.
जेल अधिकारियों का कहना था कि उन्होंने ख़ुदकुशी की है जबकि परिवार वालों का आरोप था कि ये हत्या का मामला है. इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रही है.


महिला पत्रकार से गैंगरेप: पांचों आरोपी गिरफ्तार

मुंबई/ 23 अगस्त 2013 11:08 AM


 
मुंबई पुलिस ने अंग्रेजी मैगजीन की फोटोग्राफर से गैंगरेप करने वाले पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले पुलिस ने इन आरोपियों के स्कैच जारी किए थे।

महिला फोटोग्राफर बृहस्पतिवार रात मुंबई में गैंगरेप का शिकार हुई थी।

23 वर्षीय युवती एक स्टोरी कवर करने के लिए परेल इलाके में गई थी, जहां पांच दरिंदों ने उसके साथ इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया।

पुलिस के मुताबिक घटना रात करीब आठ बजे परेल इलाके में शक्ति मिल्स के पास हुई। युवती चॉल (खोली) पर एक स्टोरी करने के लिए वहां पहुंची थी।

युवती के साथ उसका एक दोस्त भी था। लेकिन पांचों दरिंदों ने उसके मित्र के हाथ पैर बांध दिए और फिर युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।

युवती को जसलोक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया कि युवती को काफी अंदरूनी चोटें आई हैं।

एनएम जोशी मार्ग थाने की पुलिस ने गैंगरेप का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। युवती के दोस्त का बयान दर्ज कर लिया गया है। साथ ही आरोपियों के स्केच भी तैयार कराए जा रहे हैं।

पुलिस के मुताबिक युवती ने दो आरोपियों के नाम भी बताए हैं। युवती ने पुलिस को बताया कि दो आरोपी एक दूसरे का रूपेश और साजिद नाम ले रहे थे।

पुलिस ने इलाके से कुछ ड्रग्स के नशेड़ियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।



मंदिर-मस्जिद से बड़ा है रोज़ी-रोटी का सवाल



 शुक्रवार, 23 अगस्त, 2013 को 09:28 


विश्व हिंदू परिषद (विहिप) 25 अगस्त से चौरासी कोसी परिक्रमा करने पर उतारू है और उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव की सरकार उसे रोकने पर. दोनों तरफ से बढ़चढ़ कर बयान दिए जा रहे हैं.
उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिकता का माहौल गरमाने की कोशिश हो रही है. विहिप को अचानक याद आया कि अयोध्या में चौरासी कोसी परिक्रमा भी होती है.

अखिलेश सरकार के लिए यह सीधे जन्नत से आई सौगात है. परिक्रमा करने और रोकने के इस प्रयास में दोनों पक्ष दो समुदायों के खुदमुख्तार बन गए हैं.
विहिप इस देश के हिंदुओं की सरपरस्त और समाजवादी पार्टी और उसकी सरकार मुसलमानों की रहनुमा बनकर आमने-सामने खड़ी हैं. बिना इसकी परवाह किए कि दरअसल दोनों समुदायों के लोग चाहते क्या हैं.

मुसलमानों को लुभाने की कोशिश

मुलायम सिंह यादव और उनकी पार्टी इस समय वह सब कुछ करने के लिए तैयार है जिससे उसे मुसलमानों का सबसे बड़ा हितैषी मान लिया जाए.
इसके लिए वह लालकृष्ण आडवाणी को धर्मनिरपेक्ष मानने और अशोक सिंघल और उनकी संत बिरादरी से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है.


मुसलमानों का हितैषी बनना चाहते हैं मुलायम सिंह यादव.
मुलायम सिंह यादव को यह चिंता सता रही है कि भारतीय जनता पार्टी नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर देगी तो प्रदेश में तीव्र साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण होगा. ऐसे में उत्तर प्रदेश का मुसलमान कांग्रेस के साथ जा सकता है. इसे वह किसी भी कीमत पर रोकना चाहते हैं.
अशोक सिंघल ने उनकी मुँहमांगी मुराद पूरी कर दी है. इसलिए मुलायम और उनकी सरकार के रुख के पीछे की राजनीति तो समझ में आती है. सवाल है कि विहिप ऐसा क्यों कर रही है?

मक़सद धार्मिक नहीं राजनीतिक

अयोध्या में चौरासी कोसी परिक्रमा की परम्परा पता नहीं कितने सालों से चल रही है. उसका समय अप्रैल से मई के बीच का है. जाहिर है कि विहिप के इस कदम के पीछे धर्म नहीं राजनीति है.
अशोक सिंघल जो कर रहे हैं उसका एक ही मकसद नज़र आता है. राजनीतिक फायदे के लिए राम मंदिर के मुद्दे को एक बार फिर गरमाना. पर अशोक सिंघल शायद भूल गए हैं कि राम मंदिर मुद्दे की काठ हांडी दोबारा नहीं चढ़ने वाली.
इस मुद्दे पर पूरा संघ परिवार अपनी साख गंवा चुका है. यह एक ऐसा मुद्दा है जिससे भाजपा अब भागना चाहती है. पर उसकी समस्या यह है कि वह इससे भागते हुए दिखना नहीं चाहती.
पिछले दिनों अमरावती में संघ परिवार के विभिन्न सगंठनों के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में इस पर आम राय थी कि इस चुनाव में अयोध्या का मुद्दा नहीं उठाना चाहिए. सबका मानना था कि इससे भाजपा का सुशासन का मुद्दा और कांग्रेस की सरकार के भ्रष्टाचार, महंगाई, आर्थिक बदहाली और नीतिगत लकवे जैसे मुद्दे पीछे चले जाएंगे.


विहिप की प्रस्तावित परिक्रमा साख हासिल करने की कोशिश लगती है.
ऐसे में सवाल उठता है कि विहिप और अशोक सिंघल ऐसा क्यों कर रहे हैं. 1992 में में बाबरी मसजिद के ध्वंस के बाद से विहिप धीरे- धीरे हाशिए पर चली गई है. नरेन्द्र मोदी के राष्ट्रीय परिदृश्य पर आने के बाद विहिप को लग रहा है कि यह हिंदुत्व के उभार का अवसर है. ऐसे में वह अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने का प्रयास कर रही है. मोदी के उभार में वह अपनी प्रासंगिकता तलाश रही है.
विहिप की यह प्रस्तावित परिक्रमा उसकी खोई हुई साख लौटा पाएगी इस पर अशोक सिंघल के अलावा शायद ही किसी को भरोसा हो.पर इतना जरूर तय है कि इससे भाजपा का भारी नुकसान होने वाला है.

मतदाता सुशासन चाहता है



विहिप का यह कदम नरेंद्र मोदी की सारी मेहनत पर पानी फेर सकता है.
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के संभावित उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी 2002 के गुजरात दंगे के बेताल को अपने कंधे से उतारने के लिए हर उपाय कर रहे हैं. विहिप का यह कदम मोदी की सारी मेहनत पर पानी फेर देगा.
विहिप को शायद इसका एहसास भी नहीं है कि देश का मतदाता इस समय धर्म की राजनीति नहीं सुशासन की बातें सुनना चाहता है. खासतौर से जिस नए युवा मतदाता को नरेन्द्र मोदी भाजपा से जोड़ना चाहते हैं उसे अशोक सिंघल की राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है.
मुलायम सिंह यादव और अशोक सिंघल भूल रहे हैं कि यह 1989 से 1992 का दौर नहीं है. उत्तर प्रदेश का मतदाता चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान उस दौर की राजनीति से आगे निकल चुका है. मंदिर-मस्जिद से रोज़ी-रोटी के सवाल बड़े हो गए हैं. मंदिर-मस्जिद के नाम पर वह अपनी रोज़ी-रोटी कुर्बान करने को तैयार नहीं है.
इस बात को मुलायम सिंह यादव और अशोक सिंघल समझने को तैयार नहीं हैं. कहते हैं कि जो इतिहास से सबक नहीं सीखते इतिहास उन्हें सबक सिखाता है.


एक अमरीकी जो दो साल से अल-क़ायदा के कब्ज़े में है



 शुक्रवार, 23 अगस्त, 2013 को 07:43 



पाकिस्तान के लाहौर शहर से दो साल पहले अगवा किए गए 72 वर्षीय अमरीकी नागरिक वॉरेन वाइंस्टीन का अभी भी कोई सुराग नहीं मिला है.
अमरीका में उनकी पत्नी ने बीबीसी के साथ एक ख़ास बातचीत में क्लिक करें अल क़ायदा से उन्हें रिहा करने की अपील की है.

उन्होंने कहा है कि अल क़ायदा ने उन्हें रिहा करने के लिए जिस तरह की मांगें रखी हैं उन्हें वाइंस्टीन परिवार पूरा नहीं कर सकता क्योंकि वो आम नागरिक हैं.
अमरीकी सहायता एजेंसी यूएसएआईडी के लिए काम कर चुके वॉरेन वाइंस्टीन को ठीक दो साल पहले लाहौर से उनके घर से बंदूक की नोक पर अगवा कर लिया गया था. उनके ज़िंदा होने के सबूत और कुछ मांगों के साथ अल-क़ायदा की तरफ़ से तीन वीडियो भी जारी हुए.
उनकी पत्नी ईलेनक्लिक करें वाइंस्टीन का कहना है, “दो साल गुज़र गए, जन्मदिन गुज़र गए, हमारी शादी की 45वीं सालगिरह निकल गई लेकिन कहीं से कोई ख़बर नहीं आ रही है. हमारा सब्र ख़त्म हो रहा है.”

इंतजार

वाइंस्टीन परिवार के घर के बाहर लगे पेड़ से दो पीले फ़ीते बंधे हुए हैं. अमरीका में पीला फ़ीता किसी अपने के बेसब्री से इंतज़ार का प्रतीक है.
हर सुबह इलेन वाइंस्टीन कभी पाकिस्तान तो कभी अमरीका में अपने जाननेवालों को फ़ोन करती हैं. रातों को सो नहीं पातीं क्योंकि पाकिस्तान में सवेरा हो चुका होता है और उन्हें लगता है कि दिन के उजाले में शायद कुछ ख़बर आए.
बेटी जेनीफ़र इंटरनेट पर पाकिस्तानी अख़बारों में उनका नाम तलाश रही होती हैं. लेकिन पिछले एक साल से बिल्कुल सन्नाटा है.
वॉरेन वाइंस्टीन को जब अगवा किया गया, वो अमरीका लौटने की तैयारी कर रहे थे. अमरीका में अपने घर को दोबारा से सजाना चाहते थे. लेकिन दुनिया भर से जमा की हुई चीज़ें अभी भी गत्ते के डब्बों में बंद हैं उनके इंतज़ार में.

उनकी पत्नी कहती हैं कि घर के छोटे बच्चों के मासूम सवालों का जवाब देना अब और मुश्किल होता जा रहा है.
वो कहती हैं, “बच्चे पूछते हैं कि क्या वो मेरे जन्मदिन पर आएंगे? बुरे लोगों ने उन्हें क्यों पकड़ रखा है? कहने में घबराहट होती है लेकिन शायद बच्चों को भी लगने लगा है कि वो शायद नहीं लौटेंगे.”

शर्त

अल क़ायदा के नेता क्लिक करें अयमन अल ज़वाहिरी ने एक वीडियो में वाइंस्टीन की रिहाई के बदले अमरीकी जेल में आतंकवाद के आरोप में बंद आफ़िया सिद्दीक़ी और ओमर अब्दुल रहमान उर्फ़ अंधा शेख की रिहाई की मांग की थी.
वाइंस्टीन की पत्नी कहती हैं, “ये ऐसी मांगें हैं जिनपर हमारा कोई ज़ोर नहीं है. हमें बताओ कि हम क्या कर सकते हैं उनकी रिहाई के लिए? हम आम नागरिक हैं.”
उनकी बेटी जेनिफ़र कहती हैं कि उन्हें कहीं से भी मदद नहीं मिल रही और उनका परिवार बस अब अपने सहारे है.
वॉरेन वाइंस्टीन पिछले आठ सालों से पाकिस्तान में काम कर रहे थे. पहले वो अमरीकी सहायता एजेंसी के लिए काम करते थे लेकिन पिछले कुछ सालों से वो एक निजी फ़र्म के लिए काम कर रहे थे जो पाकिस्तानी नागरिकों को छोटे-छोटे व्यापार चलाने पर सलाह मशविरा देती है.

उनकी पत्नी कहती हैं कि वाइंस्टीन ख़ुद को पाकिस्तानी ही समझने लगे थे. उन्हीं की तरह कपड़े पहनते थे और वहां उनके बहुत सारे दोस्त थे.
अमरीकी विदेश विभाग के प्रवक्ता का कहना है कि अमरीका पाकिस्तान के साथ संपर्क में है और जांच अभी भी जारी है.
पाकिस्तानी पुलिस ने बीबीसी को बताया कि जांच कुछ आगे बढ़ी है लेकिन वो इसपर कुछ कहना नहीं चाहेंगे.



 



मुंबई गैंगरेपः पीड़िता की आपबीती सुन खड़े हो जाएंगे रोंगटे...


  मुंबई, 24 अगस्त 2013  21:45
मुंबई में गैंगरेप का शिकार हुई महिला फोटो जर्नलिस्ट हैवानियत से हारी नहीं है. मुंबई पुलिस को इस बहादुर लड़की ने पूरी आपबीती सुनाई. पीड़ित लड़की ने पुलिस को जो बयान दिया वो सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे.

बीयर की बोतल दिखा दी थी जान से मारने की धमकी
गैंगरेप का शिकार हुई इस लड़की ने अपने बयान में कहा, 'गुरुवार दोपहर 1 बजे दफ्तर पहुंचने के बाद 5 बजे तक वहीं काम किया. उसके बाद ऑफिस की बताई हुई खबर करने के लिए एक साथी कर्मचारी के साथ शक्ति मिल कंपाउंड में जर्जर इमारत की फोटो निकालने के लिए महालक्ष्मी स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक से चल कर गए. इसी वक्त हमने दो लोगों से अंदर जाने का रास्ता पूछा. उन्होंने रास्ता बताया. कंपाउंड से अंदर जाने के बाद मैं अपने मोबाइल से और मेरा साथी कैमरे से फोटो खींचने लगे. उसी वक्त जिन लोगों ने हमें अंदर आने का रास्ता बताया था, वही लोग वापस अंदर आए. उनके साथ एक और व्यक्ति था, जिसने हमें हिंदी में बताया कि हमारे सेठ ने आपको देखा है आपको सेठ के पास आना पड़ेगा. तब मैंने कहा कि मैं तुम्हारे सेठ से बात करती हूं. पर उन्होंने फोन पर बात कराने से इनकार किया और हमें जबरदस्ती ले जाने लगे. मैंने ऑफिस में संपर्क करने की कोशिश की पर फोन नहीं मिला. तब तक हमें वो अंदर जर्जर इलाके में ले आए थे. फिर ऑफिस से मुझे फोन आया और मैंने उन्हें सारी घटना बताई. मुझे वहां से तुरंत निकल जाने को कहा गया. उन दो लोगों के साथ आए हुए तीसरे आदमी ने हमें कहा कि कुछ दिन पहले यहां मर्डर हुआ था, जो तुमने ही किया है. फिर उन्होंने दो और लोगों को बुला लिया. हम उनसे छूटने की कोशिश करने लगे. मेरे साथी को बेल्ट से मारा और रस्सी से बांध दिया. तब हमने उनसे विनती की कि हमारा मोबाइल और कैमरा जो तीस हजार से भी मंहगा है, वो ले लो और हमें छोड़ दो. लेकिन इसका कोई असर उनपर नहीं हुआ. इसके बाद उनमें से एक मूंछ वाला और बाद में आए दो लोग मुझे कोने में ले गए. तब तक मां का भी फोन आया और वो पूछने लगी कि क्या सब ठीक है. फिर उन लोगों ने मुझे टूटी हुई बियर की बोतल दिखाकर जान से मारने की धमकी दी और चुप रहने को कहा. फिर मां का दोबारा फोन आया पर उठाने नहीं दिया और छीनकर बंद कर दिया. उसके बाद पांचों लोगों ने बलात्कार किया. फिर हमें वहीं पड़े रहने को कहा और वो वहां से भाग गए. फिर मैं अपने साथी की मदद से कंपाउंड के बाहर निकली और टैक्सी पकड़कर जसलोक हॉस्पिल के लिए निकली. फिर मैंने रास्ते से मां को फोन किया और सारी वारदात बताई.'

No comments:

Post a Comment