भारतीय गोलीबारी में दो सैनिकों की मौत: पाकिस्तान
इस्लामाबाद, 22-08-13 11:27 PM
पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार को दावा किया कि कश्मीर में नियंत्रण रेखा
पर भारतीय सैनिकों की गोलीबारी में उसके दो सैनिकों की मौत हो गई। सेना ने
कहा कि नियंत्रण रेखा पर टटटा पानी सेक्टर में शाम भारतीय सैनिकों की ओर से
बगैर उकसावे के हुई गोलीबारी में एक सैनिक की मौत हो गई और दो घायल हो गए।
इससे पहले दिन में पाकिस्तानी सेना ने कहा था कि रावलकोट के पास
नियंत्रण रेखा के राखीकाहरी सेक्टर में हुई। एक अधिकारी ने कहा कि सिपाही
हबीब की इस गोलीबारी में मौत हो गई। भारतीय सैनिकों की गोलीबारी में कल पाक
सेना के कैप्टन की मौत हुई थी। पाकिस्तान ने भारतीय उपउच्चायुक्त को विदेश
मंत्रालय बुलाकर इस घटना पर विरोध जताया।
ताजा घटना से थोड़ी देर पहले पाकिस्तानी संसद के निचले सदन ने एक प्रस्ताव पारित कर कैप्टन की मौत को आक्रामक कार्य बताया।
365 भारतीय बंदियों को रिहा करेगा पाकिस्तान
इस्लामाबाद, 22-08-13 09:58 PM
पाकिस्तान ने सद्भावना का परिचय देते हुए 365 भारतीय कैदियों को मुक्त
करने का फैसला लिया है। पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने गुरुवार
को यह घोषणा की।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने मंत्रालय के हवाले से कहा है कि मुक्त किए
जाने वाले कैदियों में 34० मछुआरे तथा नावों का संचालन करने वाले 25 अन्य
सदस्य शामिल हैं।
इन सभी भारतीय कैदियों ने अपनी कैद पूरी कर ली है, इसलिए उन्हें शनिवार को वाघा सीमा के रास्ते भारत वापस भेजा जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि इन कैदियों में आठ किशोर भी शामिल हैं, जो कराची के युवा अपराधी औद्योगिक स्कूल में बंद हैं।
पाकिस्तान द्वारा भारतीय कैदियों को मुक्त करने का निर्णय ऐसे समय में आया
है, जब सीमा पर गोलीबारी के चलते परमाणु शक्ति संपन्न दोनों देशों के बीच
तनाव बढ़ चुका है।
दोनों देशों के बीच सामुद्रिक सीमा तय न होने के कारण भारत और पाकिस्तान
एक-दूसरे के मछुआरों को अक्सर गिरफ्तार करते रहते हैं। इससे पहले दोनों
देशों ने इस मुद्दे पर कई चरणों में बातचीत की थी, लेकिन किसी समाधान तक
नहीं पहुंचा जा सका।
पाकिस्तानी प्राधिकरण ने भारतीय अधिकारियों को भारतीय कैदियों को मुक्त किए जाने के अपने फैसले के बारे में पहले ही बता दिया है।
भारत में जन्म लेना लाटरी जीतने जैसा: बेवन
नई दिल्ली, :22-08-13 10:37 PM
ब्रितानी उच्चायुक्त जेम्स बेवन ने कहा कि 21वीं सदी में भारत में जन्म
लेना इतिहास की लाटरी जीतने जैसा है। बेवन ने भारत में विभिन्न क्षेत्रों
में वृद्धि की व्यापक संभावनाओं तथा दुनिया में इसके बढ़ते रुतबे का ज्रिक
करते हुए यह बात कही।
यहां जामिया मिल्लिया इस्लामिया में बातचीत के दौरान बेवन ने कहा कि
भारत में आशावान तथा आनंदित होने के अनेक कारण हैं जिनमें इसका आर्थिक
फायदे की स्थितिति में होना, शिक्षा प्रणाली, सांस्कृतिक बहुलता शामिल है।
उन्होंने कहा कि अगर आप वास्तव में कुछ बड़ा करना चाहते हैं तो भारत के पास इसके लिए धन, लोग तथा संसाधन सबकुछ है।
अयोध्या परिक्रमा पर प्रतिबंध पर पुनर्विचार करे सरकार: राजनाथ
विहिप की अयोध्या परिक्रमा पर रोक उचित: कांग्रेस
लखनऊ, 22-08-13 09:37 PM
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने 25 अगस्त से
प्रस्तावित साधु संतों की 84 कोसी अयोध्या परिक्रमा पर प्रतिबंध लगाए जाने
को अनुचित बताते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने
का आग्रह किया है।
सिंह ने आज शाम यहां पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं स्तम्भकार दयनारायण
दीक्षित पर नारायण दीक्षित और उनकी पत्रकारिता शीर्षक से प्रकाशित शोध पत्र
के विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी धर्म जाति के लोगों
के धार्मिक आयोजन को सुरक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है। यदि सौ डेढ़ सौ
साधु संतों ने 84 कोसी अयोध्या परिक्रमा का फैसला कर लिया तो सरकार को
आपत्ति नहीं होनी चाहिए और उसे सुरक्षा देनी चाहिए।
उन्होंने इस परिक्रमा पर लगे प्रतिबंध को सबके लिए चुनौती बताते हुए सरकार
से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया और कहा कि यदि सरकार को
सौ डेढ़ सौ साधु संतों से शांति भंग की आशंका है तो उसके पास पर्याप्त
सुरक्षा बल है और दो चार सौ सुरक्षाकर्मियों की तैनाती करके परिक्रमा की
अनुमति दे देनी चाहिए।
विहिप की अयोध्या परिक्रमा पर रोक उचित: कांग्रेस
कांग्रेस पार्टी ने अयोध्या में 25 अगस्त से प्रस्तावित साधु संतों की
84 कोसी परिक्रमा पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लगाए गये प्रतिबंध को उचित
बताते हुए कहा है कि यह कोई पारम्परिक यात्रा नहीं है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष निर्मल खत्री ने बयान में
प्रस्तावित परिक्रमा पर सरकार के प्रतिबंध को उचित बताते हुए कहा है कि
अयोध्या में धार्मिक महत्व की पारम्परिक 84 कोसी परिक्रमा चैत्र शुक्ल
पूर्णिमा से प्रारंभ होकर बैशाख शुक्ल नवमी तक चलती है और 25 अगस्त से
प्रस्तावित विहिप की यात्रा परम्परा से हट कर है।
उन्होंने कहा कि विहिप की प्रस्तावित यात्रा परम्परागत और धार्मिक आयोजन न
होकर राम मंदिर निर्माण के लिए प्रस्तावित है, जबकि उच्चतम न्यायालय ने
वहां यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दे रखा है।
यह सवाल करते हुए कि विहिप ने यह यात्रा तब क्यों नहीं की जब दिल्ली में
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी, खत्री ने आरोप लगाया है कि विहिप की 25
अगस्त से प्रस्तावित परिक्रमा लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक उद्देश्य
से प्रेरित है।
याहू ने गूगल को पछाड़ा
जुलाई माह के दौरान
याहू में 19.6 करोड़ यूनिक विजिटर्स आये हैं जबकि गूगल में यह आंकड़ा 19.2
करोड़ का है
Fri, 23 Aug 2013 09:54 AM
याहू ने गूगल को पछाड़ा
नई दिल्ली। जब आप सबसे पहले इंटरनेट ऑन करते हैं तो क्या खोलते
हैं। अधिकांश लोग कहेंगे गूगल। हालांकि, भारत में गूगल ने अपनी पकड़ काफी
मजबूत बना रखी है लेकिन दुनिया भर में हमेशा से इंटरनेट जगत के दो
दिग्गज-याहू और गूगल के बीच नंबर वन बनने की लड़ाई चल रही है। पिछले दो
सालों से गूगल वेब ट्रेफिक के मामले में याहू को मात देता आ रहा है। लेकिन
इस बार फोटो शेयरिंग साइट फ्लिकर के दम पर याहू ने पलटवार करते हुए गूगल को
पछाड़ दिया है।
ये खबर याहू के सीईओ मारिस्सा मेयर में बेहद अच्छी है। मई 2011 के बाद
पहली बार वेब ट्रेफिक के मामले में याहू ने गूगल को पीछे छोड़ा है। एक
रिसर्च कंपनी कॉमस्कोर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जुलाई माह के दौरान
याहू में 19.6 करोड़ यूनिक विजिटर्स आये हैं जबकि गूगल में यह आंकड़ा 19.2
करोड़ का है। ट्रैफिक में इजाफा मेयर को प्रोत्साहित कर सकता है। मेयर ने
याहू के अस्तित्व को कायम रखने को गूगल को पीछे छोड़ने के लिए भरसक प्रयास
किये हैं। चाहे याहू की ईमेल सुविधा को बदलना हो या फोटो शेयरिंग साइट
फ्लिकर को मजबूत करना।
मेयर पिछले साल जुलाई में याहू से जुड़ी थी, उस वक्त याहू वेब पेज
यूजर्स के मामले में गूगल से 50 लाख से ज्यादा पीछे चल रही था। वहीं,
धीरे-धीरे याहू ने गूगल को कड़ी टक्कर देनी शुरू की और परिणाम सबके सामने का
गया।
84 कोसी की परिक्रमा : अयोध्या में दिखेगी बाबरी केस के फैसले जैसी ही सुरक्षा
फैजाबाद, 22 अगस्त 2013 14:21
अयोध्या में वीएचपी की पदयात्रा के मद्देनजर वैसी ही सुरक्षा-व्यवस्था
की जा रही है, जैसी बाबरी मामले में हाइकोर्ट के फैसले की वक्त की गई थी.
30
दिसबर, 2010 को अयोध्या मंदिर-मस्जिद फैसले के समय की गई सुरक्षा-व्यवस्था
को एक बार फिर दुहराने की तैयारी शुरू हो गई है. हालांकि इस पर कोई भी कुछ
साफ-साफ बोलने को तैयार नहीं है.
सूत्रों से मिली जानकारी के
अनुसार, जगह-जगह अस्थाई जेलें बनाई जा रही हैं. जिले की सीमा में घुसने के
पहले आने वाले लोगों की जांच की जाएगी. यात्रा से जुड़े सक्रिय लोगों को
घरों में नजरबन्द करने या गिरफ्तार करने जैसी तैयारी भी की जा रही है. इस
बार ग्राम प्रधानों और ग्राम चौकीदारों को भी यह निर्देश दिए जा रहे हैं कि
जो भी बाहरी व्यक्ति उन्हें दिखाई दे, उसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दें.
संबंधित
थाना प्रभारियों और कोतवाली प्रभारियों को ताकीद की जा रही है कि उनके
क्षेत्र में अगर बाहरी व्यक्ति अयोध्या में घुसे या यात्रा में शामिल होने
के लिए निकले या कोई नारेबाजी या इस तरह का काम करते हैं, तो यह सीधे उनकी
जिम्मेदारी होगी. गौरतलब है कि फैजाबाद, अयोध्या, आंबेडकर नगर, बस्ती,
गोंडा, बहराइच, बाराबंकी में पहले ही धारा-144 लगाई जा चुकी है.
पूरे अयोध्या क्षेत्र को 6 जोन और 23 सेक्टरों में बांटा गया है. बाहर से आई फोर्स का ब्योरा इस तरह है: 27 डिप्टी एसपी 10 इन्स्पेक्टर 200 सब इन्स्पेक्टर 100 हेड कॉन्स्टेबल 900 पुलिसकर्मी 15 महिला हेड कॉन्स्टेबल 50 महिला कॉन्स्टेबल 6 ट्रैफिक इन्स्पेक्टर 15 ट्रैफिक हेड कॉन्स्टेबल 50 ट्रैफिक सिपाही 14 कंपनी PAC 2 कंपनी RAF 800 होमगार्ड.
'सुपर रिच' को देना पड़ सकता है 35 फीसदी टैक्स!
नई दिल्ली, 22 अगस्त 2013 11:49
केंद्रीय मंत्रिमंडल प्रत्यक्ष कर संहिता (डीटीसी) विधेयक पर गुरुवार को
विचार कर सकता है. यह विधेयक 50 बरस पुराने आयकर कानून की जगह लेगा. इसमें
बेहद अमीर (सुपर रिच) लोगों के लिए 35 प्रतिशत का नया स्लैब शुरू होने की
संभावना है.सूत्रों के मुताबिक, ‘कैबिनेट की बैठक के एजेंडा में डीटीसी
विधेयक भी है.’ व्यक्तिगत आयकर दाताओं के लिए 2 लाख रुपये की आमदनी पर
टैक्स छूट की सीमा को संभवत: नहीं छेड़ा जाएगा, लेकिन 'सुपर रिच' के लिए
35 प्रतिशत का नया स्लैब शुरू किया जा सकता है.
सूत्रों ने कहा कि
इसके अलावा न्यूनतम वैकल्पिक कर (मैट) बुक मुनाफे पर लगाया जाएगा, सकल
परिसंपत्तियों पर नहीं. इसके अलावा प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) को कायम
रखा जा सकता है. हालांकि वित्त पर स्थायी समिति ने इसे समाप्त करने की
सिफारिश की है.
सीनियर बीजेपी लीडर यशवंत सिन्हा की अगुवाई वाली
स्थायी समिति ने इसके अलावा प्रस्तावित डीटीसी विधेयक, 2010 में आयकर छूट
की सीमा 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये करने की सिफारिश की है.
ICICI बैंक से लोन लेना होगा महंगा, बेस रेट में बढ़ोत्तरी
नई दिल्ली, 22 अगस्त 2013 19:55
निजी क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा बैंक ICICI बैंक ने बेस रेट गुरुवार
को 0.25 फीसदी बढ़ाकर 10 प्रतिशत कर दी. नई दर 23 अगस्त से प्रभावी होगी.
बैंक अपने बेस रेट से कम पर लोन नहीं दे सकते.
ICICI बैंक ने बयान में कहा कि बैंक ने इसी प्रकार की वृद्धि प्रधान उधारी
दर में की है. नई दर मौजूदा ग्राहकों पर लागू होगी जिन्होंने फ्लोटिंग दर
पर लोन लिया है. बैंक ने यह स्पष्ट किया है कि निश्चित ब्याज दर पर लोन
लेने वाले ग्राहकों के लिए दरें यथावत रहेंगी.
इससे पहले, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक तथा यस बैंक ने
ब्याज दरें 0.2 से 0.25 प्रतिशत बढ़ाई हैं. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों
में अबतक केवल आंध्रा बैंक ने बेस रेट में वृद्धि की है.
दिल्ली गैंगरेप: गवाहों के बयान दर्ज, अब होगी अंतिम जिरह
नई दिल्ली, 22 अगस्त 2013 10:40
दिल्ली में पिछले वर्ष 16 दिसंबर को चलती बस में हुए सामूहिक दुष्कर्म
मामले की सुनवाई कर रही एक स्थानीय अदालत ने बुधवार को गवाहों के बयान दर्ज
करने की कार्यवाही पूरी कर ली और कहा कि इस मामले में अंतिम जिरह गुरुवार
से होगी. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश योगेश खन्ना ने आरोपी विनय शर्मा, अक्षय
ठाकुर, पवन गुप्ता और मुकेश की ओर से पेश बचाव पक्ष के गवाहों के बयान दर्ज
करने के बाद अंतिम जिरह शुरू करने की तारीख 22 अगस्त तय कर दी.
यह मामला चलती बस में 23 वर्षीया फीजियोथेरेपी प्रशिक्षु के साथ पांच
वयस्कों और एक नाबालिग द्वारा क्रूरतापूर्ण तरीके से किए गए दुष्कर्म से
संबंधित है. दक्षिणी दिल्ली के मुनिरका बस स्टैंड पर छात्रा अपने मित्र के
साथ बस में चढ़ी थी. लहूलुहान छात्रा और उसके पुरुष मित्र को वसंत विहार
इलाके में चलती बस से फेंक दिया गया था.
गंभीर रूप से घायल छात्रा को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. बाद
में बेहतर इलाज के लिए उसे सिंगापुर के एलिजाबेथ अस्पताल में ले जाया गया,
जहां उसने दम तोड़ दिया. इस दर्दनाक हादसे से पिछले वर्ष समूचा देश आंदोलित
हो उठा था.
इस मामले का नाबालिग आरोपी किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष कार्यवाहियों का
सामना कर रहा है, जबकि अन्य चार आरोपियों के खिलाफ मामले की सुनवाई साकेत
स्थित त्वरित अदालत में चल रही है. मामले का मुख्य आरोपी तिहाड़ जेल में
खुदकुशी कर चुका है.
चार बालिग आरोपियों में से एक विनय ने अपने बयान में दावा किया है कि
घटना के समय वह सह आरोपी पवन के साथ दक्षिणी दिल्ली के हौजखास स्थित डीडीए
पार्क में आयोजित संगीत कार्यक्रम देखने गया था.
एक अन्य आरोपी अक्षय का कहना है कि वह घटना से एक दिन पहले ही बिहार
स्थित अपने गांव चला गया था. वह उस बस में नहीं था, जिसमें यह घटना हुई.
अभियोजन पक्ष के गवाहों ने हालांकि इन दोनों आरोपियों के दावे को खारिज कर दिया है.
एक आरोपी मुकेश का कहना है कि घटना के सामय वह बस चला रहा था. उसके भाई
राम सिंह, विनय, पवन, अक्षय और एक नाबालिग ने छात्रा को यौन प्रताड़ना दी
थी और उसके पुरुष मित्र के साथ मारपीट की थी.
अन्य तीन आरोपियों ने मुकेश की बात को झूठ बताते हुए खुद के निर्दोष होने का दावा किया है.
साइना नेहवाल पर बरसीं ज्वाला गुट्टा, ट्विटर पर खोला मोर्चा
नई दिल्ली, 22 अगस्त 2013 09:18
शीर्ष युगल बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने एकल स्टार साइना नेहवाल की
टिप्पणी की आलोचना की जिसमें उन्होंने कहा था तौफिक हिदायत को सच्चाई
स्वीकार करनी चाहिए कि वह संन्यास ले चुके हैं और उन्हें आईबीएल में ज्यादा
आधार मूल्य नहीं मिल सकता.
इंडोनेशिया के पूर्व खिलाड़ी हिदायत को साइना की टीम हैदराबाद हाटशाटस
ने 15000 डालर में खरीदा था. हिदायत का कहना है कि कुछ विदेशी खिलाड़ियों
को निचली श्रेणी के भारतीय खिलाड़ियों से कम दाम पर खरीदा गया.
साइना ने कहा था, ‘मुझे लगता है कि दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी ली चोंग
वेइ को 135000 डालर मिले. नीलामी प्रक्रिया में कोई पक्षपात नहीं हुआ.
हिदायत को स्वीकार करना होगा कि अब वह संन्यास ले चुके हैं और उन्हें सबसे
ज्यादा दाम नहीं मिल सकते.’ आईबीएल में दिल्ली फ्रेंचाइजी के लिये खेलने
वाली ज्वाला को साइना की यह टिप्पणी अच्छी नहीं लगी, उन्होंने ट्विटर पर
कहा, ‘तौफिक हिदायत महान खिलाड़ियों में से एक है और मुझे नहीं लगता कि आप
सिर्फ इसलिये उनके विचारों को खारिज कर दो क्योंकि वह खेल से संन्यास ले
चुके हैं.
ज्वाला ने कहा, ‘मैं नहीं जानती कि कोई भी उनके बारे में इस तरीके से
कैसे बात कर सकता है. उनके दर्जे को देखते हुए उनके बारे में बिना सम्मान
के किसी को बात नहीं करनी चाहिए. यह दुखद है.’ इस मुद्दे पर हालांकि ज्वाला
ने साइना का नाम का जिक्र नहीं किया लेकिन इस हैदराबादी का जिक्र करने पर
उन्होंने कहा कि उसे हिदायत की चिंता समझनी चाहिए.
ज्वाला ने ट्वीट किया, ‘भले ही आप खेल में कितने ही बड़े बन गये हो,
मुझे लगता है कि एक व्यक्ति को साथी खिलाड़ी के विचार समझने की कोशिश करनी
चाहिए और इन पर काम करना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘कोई भी इसलिये उनकी
उपलब्धियां नहीं छीन सकता कि उन्होंने खेल से संन्यास ले लिया है. वह
बैडमिंटन के महान खिलाड़ी हैं और हमेशा रहेंगे.’ ज्वाला ने कहा, ‘और हां,
यह सिर्फ पैसे के बारे में नहीं..यह सम्मान के बारे में है.’
एशियन यूथ गेम्सः वेंकट को गोल्ड, नागर को सिल्वर मेडल
(चीन), 22 अगस्त 2013 13:13
युवा एशियाई खेलों में भारोत्तोलक वेंकट राहुल रगाला ने 77 किग्रा वर्ग
में भारत के लिए स्वर्ण पदक हासिल किया है. जबकि शैंकी नागर ने 10 मी एयर
पिस्टल स्पर्धा में सिल्वर पदक हासिल किया.वेंकट ने स्नैच और क्लीन एंड
जर्क में 310 किग्रा का कुल वजन उठाकर पीला तमगा जीता. इस 16 वर्षीय
भारोत्तोलक ने तीसरे प्रयास में स्नैच में 142 किग्रा और क्लीन एवं जर्क
में 168 किग्रा का वजन उठाकर सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया.
उनके बाद चीन
के जिंगयू लु ने 285 किग्रा और थाईलैंड के पिचेट मानेस्री ने 280 किग्रा के
प्रयास से क्रमश: सिल्वर और ब्रॉन्ज प्राप्त किया. पुरुषों की 10 मी
एयर पिस्टल स्पर्धा में शैंकी ने फाइनल में 195.3 अंक जुटाये. वह गोल्ड से
करीब से चूक गये जो चीन के वु जियावू को मिला जिन्होंने 195.5 अंक हासिल
किये. उज्बेकिस्तान के रेफत गिरफानोव को 174.7 अंक से कांस्य पदक मिला.
भारत
के समरजीत सिंह ने भी फाइनल राउंड के लिये क्वालीफाई कर लिया लेकिन वह 134
अंक ही जुटा सके और प्रतियोगिता में पांचवें स्थान पर रहे.
भारतीय
खिलाड़ी इन खेलों में व्यक्तिगत ओलंपिक एथलीट के तौर पर भाग ले रहे हैं
क्योंकि भारतीय ओलंपिक संघ पर प्रतिबंध लगा हुआ है. भारतीयों ने अब तक दो
गोल्ड, दो सिल्वर और चार ब्रॉन्ज जीत लिये हैं तथा वे पदक तालिका में नौंवे
स्थान पर हैं.
एशियन यूथ गेम्सः वेंकट ने भारोत्तोलन में जीता गोल्ड
नानजिंग (चीन), 22 अगस्त 2013 15:57
युवा एशियाई खेलों में भारोत्तोलक वेंकट राहुल रगाला ने 77 किग्रा वर्ग
में भारत के लिए गोल्ड पदक हासिल किया है. जबकि शैंकी नागर ने 10 मी एयर
पिस्टल स्पर्धा में सिल्वर पदक हासिल किया.
वेंकट ने स्नैच और क्लीन एंड जर्क में 310 किग्रा का कुल वजन उठाकर पीला
तमगा जीता. इस 16 वर्षीय भारोत्तोलक ने तीसरे प्रयास में स्नैच में 142
किग्रा और क्लीन एवं जर्क में 168 किग्रा का वजन
उठाकर सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया.
उनके बाद चीन के जिंगयू लु ने 285 किग्रा और थाईलैंड के पिचेट मानेस्री ने
280 किग्रा के प्रयास से क्रमश: सिल्वर और ब्रॉन्ज प्राप्त किया.
पुरुषों की 10 मी एयर पिस्टल स्पर्धा में शैंकी ने फाइनल में 195.3 अंक
जुटाये. वह गोल्ड से करीब से चूक गये जो चीन के वु जियावू को मिला
जिन्होंने 195.5 अंक हासिल किये. उज्बेकिस्तान के रेफत
गिरफानोव को 174.7 अंक से कांस्य पदक मिला.
भारत के समरजीत सिंह ने भी फाइनल राउंड के लिये क्वालीफाई कर लिया लेकिन वह
134 अंक ही जुटा सके और प्रतियोगिता में पांचवें स्थान पर रहे.
भारतीय खिलाड़ी इन खेलों में व्यक्तिगत ओलंपिक एथलीट के तौर पर भाग ले रहे
हैं क्योंकि भारतीय ओलंपिक संघ पर प्रतिबंध लगा हुआ है. भारतीयों ने अब तक
दो गोल्ड, दो सिल्वर और चार ब्रॉन्ज जीत
लिये हैं तथा वे पदक तालिका में नौंवे स्थान पर हैं.
रंजन सोढ़ी को 'खेल रत्न', पूनिया की उम्मीदें खत्म
नई दिल्ली, 22 अगस्त 2013 22:49
रंजन सोढ़ी और कृष्णा पूनिया
खेल मंत्रालय ने तमाम कयासों पर विराम लगाकर गुरुवार खेल रत्न और अर्जुन
पुरस्कार की मूल सूची को आधिकारिक दर्जा देकर चक्का फेंक की महिला एथलीट
कृष्णा पूनिया की खेलों का सर्वोच्च सम्मान हासिल करने की उम्मीदों पर पानी
फेर दिया. मंत्रालय ने इसके साथ ही पुष्टि की कि इस बार राष्ट्रीय खेल
पुरस्कार वितरण समारोह 29 अगस्त के बजाय 31 अगस्त को होंगे.
पहली वाली तिथि के दिन खेल मंत्री जितेंद्र सिंह मौजूद नहीं रह पाएंगे,
जिसके चलते तारीख में बदलाव किया गया. अमूमन खेल पुरस्कार महान हॉकी
खिलाड़ी ध्यानचंद के जन्मदिन 29 अगस्त को वितरित किए जाते हैं, जिसे
राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है.
खेल सचिव पी के देब ने कहा, ‘खेल मंत्री जितेंद्र सिंह ने सूची को मंजूरी
दे दी है. खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार की मूल सूची में कोई बदलाव नहीं
किया गया है. हम समिति की सिफारिशों पर कायम हैं.’ देब ने कहा कि पुरस्कार
विजेताओं की सूची में देरी इसलिए हुई, क्योंकि खेल मंत्री चक्का फेंक की
एथलीट पूनिया और लंदन पैरालंपिक के रजत पदक विजेता एच एन गिरिशा की
शिकायतों पर गौर कर रहे थे. ये दोनों ही पुरस्कार सूची में अपना नाम नहीं
होने से नाराज थे.
उन्होंने कहा, ‘हम कुछ खिलाड़ियों की शिकायतों पर गौर कर रहे थे और
पुरस्कारों की घोषणा में देरी का यही कारण रहा.’ सोढी के नाम की सिफारिश
पिछले सप्ताह खेल रत्न पुरस्कार के लिए की गई थी. इस पर विवाद पैदा हो गया
था, क्योंकि पैनल के कुछ सदस्यों ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाये थे. पता
चला है कि जब पैनल के अधिकतर सदस्यों ने खेल रत्न के लिए मतदान का फैसला
किया था, तब सोढ़ी का नाम सूची में शामिल नहीं था.
चयन पैनल के एक सदस्य ने कहा था कि पैनल के 12 में से 11 सदस्यों ने पूनिया
और गिरिशा का नाम मतदान के लिए चुना था. खबरों के अनुसार भागवत के बैठक
में देर से आने के बाद परिदृश्य बदला और गिरिशा का नाम हटा दिया गया. इसके
बाद सोढ़ी और पूनिया के बीच मतदान हुआ. आखिर में सोढ़ी को खेल रत्न के लिये
चुना गया.
पुरस्कार चयन समिति के अध्यक्ष बिलियर्डस में तीन बार के विश्व चैंपियन
माइकल फरेरा थे. इसमें पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान जफर इकबाल, तीरंदाज लिंबा
राम, क्रिकेटर रवि शास्त्री और राष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी इंदु पुरी आदि
भी शामिल थे. पूनिया के नाम पर विचार करने की मांग के बीच खेल मंत्री
जितेंद्र सिंह ने इस मसले पर अपने सचिव पी के देब के साथ चर्चा की, लेकिन
मंत्रालय ने साफ संकेत दिए हैं कि पुरस्कार के लिए नामित खिलाड़ियों की मूल
सूची में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा.
स्टार क्रिकेटर विराट कोहली और वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने
वाली पहली भारतीय महिला एकल बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु सहित 15 खिलाड़ी
राष्ट्रपति के हाथों अर्जुन पुरस्कार हासिल करेंगे. पुरस्कार पाने वाले
खिलाड़ियों की सूची इस प्रकार है.
राजीव गांधी खेल रत्नः
रंजन सोढ़ी
अर्जुन पुरस्कार:
विराट कोहली (क्रिकेट), चेक्रोवोलु स्वुरो (तीरंदाज), रंजीत महेश्वरी
(एथलेटिक्स), पीवी सिंधु (बैडमिंटन), कविता चाहल (मुक्केबाजी), रूपेश शाह
(स्नूकर), अभिजीत गुप्ता (शतरंज), गगनजीत भुल्लर (गोल्फ), सबा अंजुम
(हॉकी), राजकुमारी राठौड़ (निशानेबाजी), जोशना चिनप्पा (स्क्वाश), मौमा दास
(टेबल टेनिस), नेहा राठी (कुश्ती), धर्मेंद्र दलाल (कुश्ती) और अमित कुमार
सरोहा (पैराखेल)
द्रोणाचार्य पुरस्कारः
पूर्णिमा महतो (तीरंदाजी), महावीर सिंह (मुक्केबाजी), नरिंदर सिंह सैनी (हॉकी), के पी थॉमस (एथलेटिक्स), राज सिंह (कुश्ती)
ध्यानचंद पुरस्कारः
मैरी डि सूजा (एथलेटिक्स), सैयद अली (हॉकी), अनिल मान (कुश्ती), गिरिराज सिंह (पैरा खेल)
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कारः
युवा खिलाड़ियों की पहचान और उन्हें तैयार करने के लिए दिया जाने वाला
पुरस्कार राष्ट्रीय खेल अकैडमी इलाहाबाद के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ. यू के
मिश्रा को दिया जाएगा, खेल में विशिष्ट उपलब्धि के लिए वित्तीय सहायता सेना
खेल संवर्धन बोर्ड, खेल अकैडमी की स्थापना और प्रबंधन के लिए पुलेला
गोपीचंद बैडमिंटन अकैडमी, हैदराबाद, खिलाड़ियों को रोजगार और खेल कल्याण
कार्य के लिए पेट्रोलियम खेल संवर्धन बोर्ड.
मिस्र: रिहाई के बाद हुस्नी मुबारक होंगे नजरबंद
काहिरा, 22 अगस्त 2013 12:07
मिस्र में हुई क्रांति के बाद सत्ता से हटाए गए पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी
मुबारक को एक अदालत ने रिहा करने का आदेश सुनाया है. रिहाई के बाद उन्हें
घर में नजरबंद करके रखा जाएगा. मुबारक गुरुवार शाम तक रिहा हो सकते हैं. करीब तीन दशक तक मिस्र की सत्ता पर काबिज रहे मुबारक दो साल से भी ज्यादा समय से जेल में बंद हैं.
अदालत
के आदेश के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, 'सेना के डिप्टी
कमांडर ने आदेश दिया है कि हुस्नी मुबारक को नजरबंद करके रखा जाएगा.'
हाल
ही में मुबारक को हिरासत में भेजने के संबंध में जारी किए गए आदेश के
खिलाफ 85 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति की याचिका को मंजूर करते हुए काहिरा की
एक फौजदारी अदालत ने उन्हें मुक्त कर दिया.
याचिका पर सुनवाई करने के
लिए उत्तरी काहिरा की फौजदारी अदालत के न्यायाधीशों का एक दल तोरा जेल
पहुंचा. मुबारक इसी जेल की अस्पताल में बंद हैं.
मुबारक के खिलाफ
अगस्त 2011 से सुनवाई चल रही है. उन्हें अब सभी मामलों में रिहाई के आदेश
मिल गए हैं. ‘अहराम ऑनलाइन’ की खबर के मुताबिक, हालांकि मुबारक के खिलाफ
मुकदमा अब भी चल रहा है.
मुबारक को पिछले साल उम्रकैद की सजा सुनायी
गई थी, लेकिन इस साल की शुरुआत में उनके मुकदमे की फिर से सुनवाई के आदेश
दिए गए थे. उनके मामले की अगली सुनवाई 25 अगस्त को होनी है.
लगातार 72 घंटे काम करने के बाद Intern की मौत
नई दिल्ली, 22 अगस्त 2013 10:16
मॉरिट्ज इरहर्ड्ट
लंदन के एक बैंक में लगातार 72 घंटे काम करने के बाद एक इंटर्न की मौत हो
गई. 21 वर्षीय मॉरिट्ज इरहर्ड्ट जर्मनी का रहने वाला था और मिशिगन
यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रहा था.
लंदन के प्रतिष्ठित 'बैंक ऑफ अमेरिका' में इंटर्न कर रहा इरहर्ड्ट
मिर्गी की बीमारी से ग्रस्त था. 7 हफ्ते की भयावह इंटर्नशिप के खत्म होने
से 7 दिन पहले ही उसका शव बाथरूम में पड़ा मिला. ऐसा भी कहा जा रहा है कि
उसे सजा के तौर पर लंबे घंटों तक काम करने के लिए कहा गया था.
wallstreetoasis.com की साइट पर लगे पोस्टर में कहा गया है कि इरहर्ड्ट
रोजाना घंटो-घंटों तक काम करता रहता था. वह बेस्ट इंटर्न्स में से एक था.
वह पूर्वी लंदन में क्लेयरडेली हाउस के एक फ्लैट में रहता था. गर्मियों के महीनों में इन फ्लैटों में सैंकड़ों इंटर्न आकर रहते हैं.
wallstreetoasis.com पर एक अन्य पोस्टर में कहा गया है कि 'ये बिल्कुल
सच है. उसका शव फ्लैट के ही एक साथी ने शॉवर के नीचे पड़ा हुए देखा. वह
लगातार तीन दिन काम करने के बाद सुबह 6 बजे रूम पर लौटा था.
इरहर्ड्ट के मिशिगन यूनिवर्सिटी के एक दोस्त ने बताया, 'इरहर्ड्ट को महज
दो हफ्तों में 8 बार पूरी-पूरी रात काम करने के लिए मजबूर किया गया था.'
ऑफिस में इरहर्ड्ट के साथ काम करने वाले एक इंटर्न ने बताया कि 'हम दिन
में 15 घंटे या उससे ज्यादा काम किया करते थे. और उससे (इरहर्ड्ट) ज्यादा
मेहनती लड़का आपको नहीं मिलेगा'. एक अन्य साथी ने कहा, 'उन्होंने मेरा ईमेल
और नाम हरेक को दे दिया था, यहां तक की कैंटीन स्टाफ को भी. अगर मैं खाना
खा रहा हूं या फिर कहीं और हूं, मुझ तक पहुंचना हर किसी के लिए बेहद आसान
हो गया था.
एक सीनियर ने कहा, 'मुझे याद है कि एक शख्स की ऑफिस में डेस्क पर ही
हर्ट अटैक से मौत हो गई थी. अगले हफ्ते से उन्होंने उम्मीदवारों का
इंटरव्यू लेना शुरू कर दिया. ये बेहद क्रूर था.'
साइट पर आने वाली बहुत सी प्रतिक्रियाओं ने इस तथ्य को उजागर किया कि
बैंकों में इंटर्न्स से कितनी बुरी तरह काम लिया जाता है. टिप्पणियों में
बहुतों ने ये भी कबूला कि उन्होंने जॉब का ऑफर मिलने के लालच में सिर्फ
रात-रात में ही काम करना पड़ा.
एक 20 वर्षीय युवक ने बताया कि 'सबसे बुरा अनुभव तब होता है जब आपको कैब
ऑफिस से सुबह 7 बजे घर पर छोड़ती है. फिर वही कैब घर के नीचे आपका तब तक
वेट करती है जब तक कि आप स्नान करके वापस नहीं आ जाते. ये कैब आपको वापस
ऑफिस ले जाती है'.
यात्रा पर सपा भड़की, कहा-यूपी को नहीं बनने देंगे गुजरात, पर वीएचपी यात्रा पर अड़ी
नई दिल्ली, 22 अगस्त 2013 18:55
विश्व हिंदू परिषद की चौरासी कोसी परिक्रमा को इजाजत ना देने के फैसले पर
उत्तर प्रदेश सरकार कायम है. सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता
राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि राज्य सरकार ऐसा कोई भी आयोजन नहीं होने देगी
जिससे धार्मिक माहौल बिगड़ने का खतरा हो.
वहीं वीएचपी अयोध्या की परिक्रमा पर अड़ गई है. वीएचपी नेता अशोक सिंघल ने
कहा है कि किसी भी हाल में यह परिक्रमा होकर रहेगी. चाहे गोली चले या फिर
कुछ भी हो जाए.
इन सबके बीच सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने आरोप लगाया है कि इस यात्रा
से राजनीतिक फायदा उठाने की साजिश हो रही है. उनके मुताबिक, वीएचपी वालों
ने इस बार परिक्रमा का नया रूट तैयार किया है. जिससे राज्य की कानून
व्यवस्था बिगड़ने का डर है. इसलिए यह फैसला लिया गया है.
उत्तर प्रदेश का गुजरात नहीं बनने देंगे
सपा प्रवक्ता राजेंद्र
प्रसाद ने कहा, 'हम उत्तर प्रदेश को गुजरात नहीं बनने देंगे. यूपी
गंगा-यमुना धरती है. यहां भाईचारा का माहौल है. यह धार्मिक सौहार्द्र की
जमीन है. हम किसी भी हाल में गुजरात के 2002 दंगों को यूपी में दोहराने
नहीं देंगे. राज्य में ऐसा कोई भी आयोजन नहीं होने देंगे जिससे माहौल
बिगड़ता है. मुख्यमंत्री ने पहले ही साफ कर दिया है कि कानून तोड़ने की
कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की साजिश
करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.'
अगर मुलायम होते मुख्यमंत्री तो नहीं होता बाबरी विध्वंस
सपा
प्रवक्ता ने दावा किया कि अगर मुलायम सिंह 1992 में यूपी के मुख्यमंत्री
होते तो बाबरी मस्जिद को नहीं गिराया जाता. साथ में यह भी कहा कि सपा के
शासन में सांप्रदायिक शक्तियां आगे नहीं बढ़ सकती हैं. उन्होंने कहा कि जब
मुलायम मुख्यमंत्री थे तो कुछ लोगों ने बाबरी मस्जिद को गिराने की साजिश की
थी पर वो विफल हो गए. पर मुलायम के पद छोड़ते ही साजिश सफल हो गई.
गौरतलब है कि 20 अगस्त को यूपी सरकार ने वीएचपी को चौरासी कोसी परिक्रमा
यात्रा निकालने की इजाजत देने से इनकार दिया था. इसके बाद से ही मुद्दे पर
राजनीति और बयानबाजी का दौर जारी है.
वीएचपी का चौरासी कोसी परिक्रमा प्लान
रिपोर्टों के मुताबिक 25
अगस्त से 13 सितंबर के बीच देश के विभिन्न इलाकों के श्रद्धालू अयोध्या
पहुंचने वाले थे, जो वीएचपी द्वारा आयोजित की गई साधु और संतों की यात्रा
में हिस्सा लेने वाले थे. इस यात्रा को 84 कोसी परिक्रमा का नाम दिया गया
है. वीएचपी का प्लान है कि यह यात्रा अयोध्या से शुरू होकर यूपी के 6 जिलों
से गुजरते हुए अयोध्या में आकर खत्म होगी. यह यात्रा यूपी के बस्ती,
फैजाबाद, अंबेडकर नगर, बाराबंकी, बहरउच और गोंडा से होकर गुजरने वाली थी.
इस यात्रा का अंत 13 सितंबर को होना था. यूपी सरकार का कहना है कि इन छह
जिलों के अधिकारियों ने यात्रा को इजाजत ना देने की मांग की है.
संतों को नहीं दे सकते सुरक्षा तो सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं: राजनाथ सिंह
लखनऊ, 23 अगस्त 2013 05:46
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने
गुरुवार को प्रदेश की समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार पर प्रहार करते हुए
कहा कि राज्य सरकार संतों को सुरक्षा देकर 84 कोसी की परिक्रमा करवाए.
उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार संतों को सुरक्षा नहीं दे सकती, तो उसे
सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है.
राजनाथ ने अपने आवास 4, कालिदास मार्ग पर 'हृदय नारायण दीक्षित और उनकी पत्रकारिता' नामक पुस्तक का विमोचन करते समय ये बातें कहीं.
राजनाथ ने कहा कि यदि कुछ संत परिक्रमा करना चाहते हैं, तो इसमें समस्या
क्या है? हमारे देश में सभी धर्म और मजहब के लोगों को अपने धर्म के प्रति
आस्था प्रकट करने का अधिकार है. सरकार को चाहिए कि वह संतों को पर्याप्त
सुरक्षा मुहैया कराए.
उन्होंने कहा कि यदि 200 या 400 की संख्या में संत 84 कोसी परिक्रमा
करना चाहते हैं तो सरकार को इस पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए. सरकार के पास
सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस बल होता है. वह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर
यात्रा शांतिपूवर्क संपन्न करा सकती है.
राजनाथ ने साफतौर पर कहा कि जो सरकार संतों को सुरक्षा नहीं दे सकती उसे सत्ता में बने रहने का अधिकार भी नहीं है.
उन्होंने कहा कि यूपी सरकार द्वारा लिया गया फैसला सबके लिए चुनौती है.
सरकार को चाहिए कि वह अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करे. हिंदू, मुस्लिम,
सिख या ईसाई किसी भी धर्म से जुड़े लोग यदि अपनी आस्था प्रकट करना चाहते
हैं, तो उन्हें इसकी इजाजत मिलनी चाहिए.
पुस्तक के विमोचन के दौरान राजनाथ ने कहा कि अब लोगों को सांस्कृतिक
सुरक्षा की नहीं, बल्कि राजनीतिक सुरक्षा की चिंता ज्यादा सताने लगी है.
सरकारों को तो अपनी संस्कृति को सुरक्षा प्रदान करते हुए उसे और प्रोत्साहन
देना चाहिए.
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'मनमोहन सरकार हर मामले
में विफल साबित हुई है. पाकिस्तानियों द्वारा जब दो सैनिकों के सिर काटे
गए थे, उसी समय सरकार को ठोस जवाब देना चाहिए था लेकिन सरकार ने ऐसा करने
की हिम्मत नहीं दिखाई. मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के दौरान भी सरकार का
नकारात्मक रवैया ही सामने आया था.'
उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन
(एनडीए) 272 से अधिक सीटें हासिल करेगा और सरकार बनने के दौरान सभी घटक
दलों को साथ लेकर चलेगा.
कुश्ती के सरताज सुशील कुमार का खुलासा, हारने के लिए की गई थी रिश्वत की पेशकश
नई दिल्ली, 23 अगस्त 2013 10:26
भारतीय कुश्ती के सरताज सुशील कुमार ने ऐसा खुलासा किया है, जिसे सुनकर
ही लोग हैरान रह जाएं. सुशील कुमार ने आजतक से बताया है कि साल 2010 के
वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप में उन्हें हारने के लिए रिश्वत की पेशकश की गई
थी. सुशील कुमार का कहना है कि उन्हें मॉस्को में रूबल में रिश्वत की
पेशकश हुई थी, जिसकी कीमत तब ढाई करोड़ रुपये थी. लेकिन सुशील ने वह पेशकश
ठुकरा दी और फाइनल मैच जीत लिया.
सुशील
ने कहा कि जब उन्हें घूस की पेशकश की गई, तो वे एकदम हैरान रह गए. उनके
इस अहम खुलासे के बाद हलचल-सी मच गई है. यह मामला धीरे-धीरे और गरमाने के
आसार हैं.
क्या है पूरा मामला... सुशील
के मुताबिक, मॉस्को में साल 2010 में हो रही वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप के
फाइनल में हार जाने के लिए रूसी कोचों ने उन्हें घूस की पेशकश की थी. तब
सुशील की भिड़ंत एलन गोगाएव से होना थी, जो रूस के पहलवान हैं. कुश्ती
शुरू होने से ठीक पहले उन्हें ऑफर दिया गया. भारतीय टीम के विदेशी कोचों
के जरिए सुशील तक यह बात पहुंचाई गई थी. सुशील ने बिना वक्त गंवाए इस ऑफर
को साफ ठुकरा दिया.
गौरतलब है कि सुशील कुमार ने इस मुकाबले में गोगाएव को 3-1 से हराकर भारत को रेसलिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप का पहला गोल्ड दिलाया था.
केरल में अमेरिका को सैन्य ठिकाना नहीं बनाने देगा भारत
नई दिल्ली/ 23 अगस्त 2013 12:06 AM
चीन
को घेरने की अपनी नीति के तहत अमेरिका भारत के तिरुवनंतपुरम में सैन्य
ठिकाना बनाने की योजना बना रहा है। हालांकि केंद्र सरकार ने ऐसी किसी
संभावना से साफ तौर पर इंकार किया है।
यूएस एयरफोर्स के एक शीर्ष
अधिकारी के मुताबिक अमेरिका सैन्य स्तर पर चीन को घेरने की रणनीति पर काम
कर रहा है, जिसके तहत वह भारत में लड़ाकू विमानों की मौजूदगी वाला एक सैन्य
अड्डा बनाने की योजना बना रहा है।
प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी
वायुसेना की परिसंपत्तियों के कमांडर जनरल हलबर्ट ‘हॉक’ कार्लिसले ने यहां
पत्रकारों से कहा कि अमेरिकी वायुसेना अपनी नीति ‘केंद्र में एशिया’ के तहत
एशियाई देशों में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस योजना का मुख्य मकसद चीन का घेराव करना है।
जनरल कार्लिसले ने कहा कि यूएस एयरफोर्स आस्ट्रेलिया से इस योजना की शुरुआत करने के बाद एशिया में अपनी पकड़ को मजबूत करना चाहती है।
इसके
तहत अमेरिकी वायुसेना सिंगापुर के चांगी ईस्ट हवाई बेस, थाईलैंड के कोरात
एयर बेस, भारत के तिरुवनंतपुरम और संभवत: फिलीपींस के कुबी पॉइंट और
पुएर्टो प्रिंसेसा के साथ-साथ इंडोनेशिया और मलेशिया के हवाई क्षेत्रों में
अपने जेट लड़ाकू विमान तैनात करने की योजना बना रही है।
जनरल
कार्लिसले ने कहा कि प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी वायुसेना की और सैन्य
ठिकाने बनाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। गौरतलब है कि अमेरिकी वायुसेना
के विभिन्न देशों में नौ बड़े सैन्य ठिकाने हैं।
सांसदों के निलंबन प्रस्ताव पर अल्पमत में आई सरकार
नई दिल्ली 23 अगस्त 2013 12:18 AM
यूपीए सरकार का एक बड़ा दांव बृहस्पतिवार को न केवल खाली गया, बल्कि इस दांव ने उसकी साख पर एक और बट्टा भी लगा दिया।
सरकार
की योजना तेलंगाना विरोध के मसले पर सत्र के पहले ही दिन से हंगामा कर रहे
आंध्र प्रदेश के सांसदों को निलंबित करा कर खाद्य सुरक्षा विधेयक को पारित
कराने की थी। मगर इस योजना ने सरकार की फजीहत करा दी।
लोकसभा में 10 सांसदों के निलंबन संबंधी प्रस्ताव पेश किए जाने के साथ ही भारी हंगामा शुरू हो गया।
एकजुट
विपक्ष के साथ सहयोगी सपा के भी प्रस्ताव के खिलाफ खड़े हो जाने पर सरकार
अल्पमत में आ गई। सभी न केवल प्रस्ताव के विरोध में उतर आए, बल्कि इस
प्रस्ताव को तत्काल वापस लेने की भी मांग पर अड़ गए।
इसके बाद सदन में ऐसा हंगामा बरपा कि कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
हंगामे
के कारण मत प्रक्रिया शुरू करने के बाद भी स्पीकर मीरा कुमार सदन का मत
नहीं ले पाई। कहा जा रहा है कि संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ के प्रस्ताव पर
आम सहमति बनाए बिना इसे पेश किए जाने के कारण सरकार की किरकिरी हुई। सरकार
के इस संबंध में संपर्क साधने पर लगभग सभी दलों ने सांसदों के निलंबन का
विरोध किया था।
कोलगेट मामले से जुड़ी फाइलें गायब होने के मामले
में हुए हंगामे के कारण प्रश्नकाल नहीं हो पाया। शून्यकाल के दौरान सरकार
ने इस मुद्दे पर चर्चा कराने और इस दौरान प्रधानमंत्री के मौजूद रहने का
आश्वासन देकर किसी तरह विवाद को टाला।
मगर इसके बाद जैसे ही कमलनाथ
ने आंध्र के कांग्रेस के छह और टीडीपी के चार सांसदों के पूरे सत्र के लिए
निलंबन का प्रस्ताव रखा, सदन में भूचाल आ गया।
विपक्ष की नेता सुषमा
स्वराज ने प्रस्ताव का तीखा विरोध किया और साथ ही राजग, जदयू, सपा,
द्रमुक, अन्नाद्रमुक, तृणमूल कांग्रेस और वाम दलों के सदस्य प्रस्ताव के
विरोध में नो-नो कहते हुए चिल्लाने लगे। हंगामा इतना ज्यादा बढ़ गया कि
स्पीकर ने कार्यवाही 12.45 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इसके बाद स्पीकर के चैंबर में भी इस विवाद का कोई हल नहीं निकला और सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
...और चूक गए सरकार के रणनीतिकार
यूपीए
सरकार के लिए गेमचेंजर माने जाने वाले खाद्य सुरक्षा विधेयक के पारित होने
की राह में सत्र के पहले ही दिन से अटक रहे रोड़े के बाद सरकार में
शीर्षस्तर पर आंध्र के सांसदों के निलंबन की योजना बनी थी।
योजना यह
थी कि निलंबन के बाद किसी तरह इस विधेयक पर चर्चा शुरू करा कर इसे पारित
करा लिया जाए। मगर सरकार के रणनीतिकारों से चूक यह हो गई कि उसने इस मुद्दे
पर आम सहमति नहीं बनाई।
रणनीतिकारों को विश्वास था कि चूंकि
निलंबित होने वाले सांसदों की सूची में कांग्रेस के भी सदस्यों के नाम
होंगे, इसलिए विपक्ष इसका विरोध नहीं करेगा।
हालांकि सरकारी सूत्रों
का दावा है कि बीते बुधवार को इस सिलसिले में भाजपा ने सहमति देने के बाद
अपना वादा तोड़ दिया। फिलहाल चूंकि प्रस्ताव पर आसन ने फैसला नहीं सुनाया
है, इसलिए इस मुद्दे पर विवाद जारी रहने के आसार हैं।
इन सांसदों का था निलंबन का प्रस्ताव
अनंत
वेंकटरामी रेड्डी, एल राजगोपाल, जीवी हर्ष कुमार, श्रीनिवासुलू रेड्डी,
अरुण वुंडावल्ली और ए साईप्रताप (सभी कांग्रेस), के नारायणराव, एम
वेणुगोपाल रेड्डी, एन शिवप्रसाद और एन क्रिस्टप
क्या कहा कमलनाथ ने
सत्र
के पहले दिन से ही ये सदस्य सदन में कामकाज नहीं होने दे रहे। इन सदस्यों
के हंगामे के कारण जरूरी कामकाज लटके हुए हैं। इसलिए मैं इन सभी सांसदों के
सत्र की बाकी अवधि के लिए निलंबन का प्रस्ताव रखता हूं।
सुषमा का जवाब
सारी
समस्या यूपीए सरकार ने खड़ी की है। तेलंगाना निर्माण के लिए सरकार ने
अनुचित तरीका अपनाया। इस कारण सदन में कामकाज प्रभावित हो रहा है। राजग
कार्यकाल में भी तीन राज्य बने थे, मगर तब कहीं से विरोध के स्वर नहीं उठे
थे। मैं सांसदों के निलंबन के प्रस्ताव का विरोध करती हूं।
हरकी पैड़ी पर लश्कर-ए-तैयबा की नजर
हरकी पैड़ी सहित विभिन्न धार्मिक स्थलों को उड़ाने
का धमकी भरा पत्र
हरिद्वार 23 अगस्त 2013 12:43 AM
लश्कर-ए-तैयबा
के एरिया कमांडर ने फिर हरकी पैड़ी सहित विभिन्न धार्मिक स्थलों को उड़ाने
का धमकी भरा पत्र भेजा है। हरिद्वार रेलवे स्टेशन के पूर्व अधीक्षक
समरेंद्र गोस्वामी के नाम पत्र आया है।
इसमें 28 अगस्त को हरकी पैड़ी पर धमाके करने की धमकी दी गई है। पुलिस सतर्क हो गई है।
एरिया कमांडर करीम अंसारी
बृहस्पतिवार
को लश्कर-ए-तैयबा के एरिया कमांडर करीम अंसारी के नाम से रेलवे स्टेशन
अधीक्षक जीके दास को धमकी भरा पत्र मिला है। जिसे जीआरपी पुलिस को सौंप
दिया है।
खुफिया विभाग पत्र की जांच कर रही है। पूर्व में भी कई बार
एरिया कमांडर करीम अंसारी के नाम से पत्र मिल चुका है। इसका लेख भी पूर्व
में मिले पत्रों से मिलता-जुलता है।
धार्मिक स्थलों की सुरक्षा
संभावना
जताई जा रही है कि एक ही व्यक्ति यह पत्र भेज रहा है। पत्र मिलने के बाद
खुफिया विभाग जांच में जुट गया है। हरकी पैड़ी सहित अन्य धार्मिक स्थलों की
सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।
बम निरोधी दस्ते को भी सतर्क कर दिया
गया है। स्टेशन अधीक्षक जीके दास ने बताया कि पूर्व स्टेशन अधीक्षक
समरेंद्र गोस्वामी के नाम खत आया है। जिसे जीआरपी पुलिस को सौंप दिया है।
एलओसी पर पाकिस्तानी फायरिंग में महिला-बच्ची जख्मी
पुंछ/मेंढर/ 23 अगस्त 2013 3:39 AM
पाकिस्तान
ने बृहस्पतिवार को भी सीजफायर का उल्लंघन करते हुए लाइन आफ कंट्रोल स्थित
कई अग्रिम भारतीय चौकियों पर गोलियां बरसाईं। इसमें एक महिला और बच्ची
जख्मी हो गई। दोनों को सेना के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
सैन्य
प्रवक्ता आरके पालटा ने बताया कि पाकिस्तान ने दोपहर 12 बजे के बाद पुंछ
और मेंढर सेक्टर की केरनी-1, केरनी-2, शाहपुर, बालाकोट, पतरी स्थित अग्रिम
चौकियों को निशाना बनाया। इसके अलावा रिहायशी इलाकों पर भी गोलाबारी की।
इससे
सीमावर्ती इलाके में रहने वाली 50 वर्षीय नूरजहां (पत्नी मोहम्मद दीन) और
छह वर्षीय शाहिदा कौसर जख्मी हो गई। शाहिदा के पेट में गोली लगी है। दोनों
को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से उन्हें जीएमसी रेफर कर दिया गया।
पाक
की 641 मुजाहिदीन रेजिमेंट ने किरनी में सेना की 2/4गोरखा रेजिमेंट और
शाहपुर में तैनात 3 गढ़वाल की चौकियों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में
भारी गोलाबारी शुरू कर दी।
इस दौरान गांव कसबा में शौच के बाद कमरे
में जा रही शाहीदा कौसर को पाक सेना द्वारा दागी गई एक गोली पेट में जा
लगी। साथ ही उसके मकान के पास गिरे मोर्टार के कुछ टुकडे़ उसके हाथों में
लगे। वहीं, गांव किरनी में पशुओं को पानी पिला रही नूरजहां के कुछ दूरी पर
गिरे मोर्टार के कई टुकडे़ उसके शरीर में जा धंसे।
बृहस्पतिवार को
भी पाकिस्तान ने मोर्टार से हमला किया। जिसका भारतीय सेना ने भी जवाब दिया।
सैन्य कर्मियों का कहना है कि 2003 से पुंछ-राजोरी सेक्टर स्थित एलओसी में
सीजफायर का सिर्फ नाम ही रह गया है।
पाकिस्तानी सैनिक अकसर सीजफायर
का उल्लंघन करते हैं। दस अगस्त से लगातार गोलाबारी चल रही है और इस माह
सीजफायर उल्लंघन के 28 मामले हो चुके हैं। जबकि जनवरी 2013 से अब तक 80 बार
पाक गोलाबारी कर चुका है।
मेंढर प्रतिनिधि के अनुसार सीमावर्ती
इलाके में रहने वाले लोग लगातार गोलाबारी से इतने डरे हुए हैं कि वे घर
छोड़ दूर-दराज इलाकों में रहने वाले अपने रिश्तेदारों के घर का रुख कर रहे
हैं।
लोगों का कहना है कि करीब एक महीने से वह चैन की नींद नहीं सो
सके हैं क्योंकि कोई रात ऐसी नहीं होती, जब फायरिंग न हो। इसकी वजह से
बच्चे घबरा गए हैं।
पहली बार कैमरे में कैद हुआ चीनी घुसपैठ का वीडियो
नई दिल्ली 23 अगस्त 2013 9:29 AM
भारतीय
सीमा पर चीनी सैनिकों की घुसपैठ की हरकत पहली बार कैमरे में कैद हुई है।
इससे चीनी दावों की पोल खुल गई है कि उसके सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा
(एलएसी) का उल्लंघन नहीं करते हैं।
वीडियो में दिखाया गया है कि
किस प्रकार एक दर्जन चीनी सैनिक भारतीय सीमा के अंदर तक घुसे हुए हैं। यहां
तक कि जब भारतीय सैनिक उनको रोकने की कोशिश करते हैं तो वे हाथापाई से भी
बाज नहीं आ रहे हैं।
टीवी
चैनल टाइम्स नाउ की इस वीडियो में भारतीय कमांडर चीनी सैनिकों से कहता है
कि तुम हमारी मुल्क की सीमा में घुस आए हो। इस पर चीनी सैनिक बहस करते हुए
दिखाई दे रहे हैं। यह सैनिक अपने कमांडर से भी बात करता है।
माना जा रहा है कि यह इलाका अरुणाचल प्रदेश का तवांग हो सकता है।
उल्लेखनीय
है कि चीनी सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश के चांगलागाम क्षेत्र में 13 अगस्त
को घुसपैठ की थी और दो दिन तक भारतीय सीमा का उल्लघंन कर वहां रहे।
हालांकि भारतीय सेना के गश्ती दल द्वारा चाइनीज ट्रूप को वापस अपनी सीमा
में भेज दिया गया था।
इससे पहले भी अप्रैल में चीनी सेना के जवान लद्दाख में 19 किमी तक घुस आए थे और उन्होंने भारतीय सीमा में अपने टेंट लगा दिए थे।
अलीगढ़ के जाटों ने किया मुसलमानों का बहिष्कार
गुरुवार, 22 अगस्त, 2013 को 15:53
उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ के कई गाँवों में जाट समुदाय ने मुसलमानों का बहिष्कार शुरू कर दिया है, जिससे इलाके मे माहौल तनावपूर्ण है.
ये फ़ैसला जाट पंचायत ने पलाचंद गाँव के एक
मुस्लिम लड़के और जाट समुदाय की एक लड़की के एक साथ कथित रूप से 'फ़रार' होने
के बाद सर्वसम्मति से लिया.
इस बहिष्कार से 15 से अधिक गाँवों के मुसलमान प्रभावित हुए हैं.
क्लिक करें
भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष देवराज सिंह ने बीबीसी को बताया कि रविवार को जाटों की एक पंचायत ने बहिष्कार का फ़ैसला सर्वसम्मति से लिया.
बहिष्कार
उन्होंने कहा, "इस पंचायत में कई गाँवों के 1200
जाट शरीक थे. पंचायत ने एक समिति बनाई, जिसने मुसलमानों का बहिष्कार करने
का फ़ैसला किया."
देवराज सिंह का कहना है कि ये बहिष्कार "हमेशा के लिए है". उन्होंने कहा: "क्लिक करें
मुसलमानों से व्यापारिक और सामाजिक सभी संबंध तोड़ दिए गए हैं."
क्लिक करें
जाट पंचायत के इस फ़ैसले से क्लिक करें
मुस्लिम समाज को दिक़्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
स्थानीय लोगों के अनुसार मुस्लिम लड़के और जाट लड़की
एक दूसरे को स्कूल से जानते थे और पसंद करते थे. लगभग दो महीने पहले उनके
फ़रार होने के बाद पलाचंद और इसके आस पास के इलाकों में मुसलमानों और जाटों
के बीच माहौल तनावपूर्ण हो गया.
रोज़ी रोटी
स्थानीय पत्रकार भूपेंद्र कुमार के अनुसार इलाके के मुसलमान ग़रीब हैं और इनमें से अधिकतर लोहार हैं.
वो जाटों के खेतों में काम भी करते हैं. मुसलमानों
की रोज़ी-रोटी काफ़ी हद तक जाटों के खेतों में काम करने पर निर्भर है. वो
कहते हैं, "ज़ाहिर है मुस्लिमों को इससे दिक्कतें हो रही हैं."
दूसरी तरफ कुछ दिन पहले लड़की ने अदालत में
आत्मसमर्पण कर दिया. उसे नारी निकेतन भेज दिया गया है. भूपेंद्र कुमार कहते
हैं कि लड़की को कल अदालत में पेश किया जाएगा.
उनके अनुसार अगर लड़की ने लड़के के पक्ष में बयान दिया तो माहौल और भी ख़राब हो सकता है. स्थानीय क्लिक करें
पुलिस किसी भी घटना से निपटने के लिए चौकस है.
मुंबई में युवती के साथ सामूहिक बलात्कार
मुंबई सामूहिक बलात्कार मामले में 16 हिरासत में
शुक्रवार, 23 अगस्त, 2013 को 04:42
पुलिस के अनुसार ये महिला एक फोटो पत्रकार हैं
पुलिस का कहना है कि गुरुवार रात सेंट्रल मुंबई के पारेल इलाके में पांच व्यक्तियों ने एक महिला फोटो पत्रकार का कथित रुप से क्लिक करें
बलात्कार किया.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक इस महिला की उम्र 23 साल है और ये एक अंग्रेजी पत्रिका में इंटर्न के तौर पर काम कर रही थीं.
पुलिस के अनुसार ये महिला मुंबई की चॉल पर कहानी बनाने के लिए गई हुई थी जब येक्लिक करें
हादसा हुआ. पुलिस का कहना था कि ये घटना लोवर पारेल इलाके में
शक्ति मिल के नजदीक रात आठ बजे घटी. फोटो जर्नलिस्ट अपने एक मित्र के साथ
वंहा गई थीं.
पुलिस ने जानकारी दी कि इन लोगों ने मित्र को बांध दिया और फिर उसका बलात्कार किया.
मुंबई सामूहिक बलात्कार मामले में 16 हिरासत में
शुक्रवार, 23 अगस्त, 2013 को 09:45
पुलिस के अनुसार ये महिला एक फोटो पत्रकार हैं
मुंबई के परेल इलाके में गुरुवार
रात एक महिला फ़ोटो पत्रकार के साथ कथित सामूहिक बलात्कार मामले में पुलिस
ने 16 लोगों को हिरासत में लिया है.
मुंबई के पुलिस आयुक्त सत्यपाल सिंह ने बीबीसी से
बातचीत में कहा, "पुलिस ने रात में करीब 16 लोगों को हिरासत में लिया है.
दोषी नशीले दवाओं का सेवन करने वाले हो सकते हैं. मामले को सुलझाने के लिए
नौ टीमें काम कर रही हैं."
रिपोर्टों के अनुसार ये घटना केंद्रीय
मुंबई के परेल इलाके में शक्ति मिल के नज़दीक रात आठ बजे घटी और इसमें
पाँच लोग शामिल थे जिन्होंने महिला के मित्र को बांध दिया और उसका बलात्कार
किया.
सत्यापाल सिंह के मुताबिक ये महिला एक पुरुष मित्र
के साथ जिस जगह तस्वीरें लेने गई थी वो एक सुनसान इलाका था और दो व्यक्ति
उनके पीछे चल रहे थे.
उनके मुताबिक उसके बाद एक और व्यक्ति वहाँ आया और सभी ने महिला के साथ कथित बलात्कार किया.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक इस महिला की उम्र
23 साल है और ये एक अंग्रेजी पत्रिका में इंटर्न के तौर पर काम कर रही
थीं. एक स्थानीय पत्रकार जतिन देसाई ने बीबीसी को बताया कि इस घटना पर
पत्रकारों और दूसरे संगठनों ने गुरुवार को मुंबई में प्रदर्शन किए थे और
शुक्रवार को भी और प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे.
पुलिस के अनुसार ये महिला मुंबई की चॉल पर कहानी बनाने के लिए गई हुई थी जब ये वारदात हुई.
हाल के दिनों में लगातार बलात्कार के मामले सामने आते रहे हैं.
राजधानी दिल्ली में पिछले साल 16 दिसंबर को पेरामेडिकल की छात्रा के साथ चलती बस में सामूहिक बलात्कार की घटना घटी थी.
घटना
16 दिसंबर बलात्कार मामले में अभी सुनवाई चल रही है
इस घटना ने पूरे देश को झगझोर के रख दिया था.
लोगों ने सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के जरिए अपने गुस्से का इजहार किया और
पीडि़ता के लिए न्याय की गुहार लगाई.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक अभियुक्तों ने लड़की और उनके पुरुष मित्र के साथ मारपीट भी की थी.
लड़की को इलाज के लिए सिंगापुर भी ले जाया गया लेकिन वहां उनकी मौत हो गई थी.
इस मामले में कुल छह लोगों को क्लिक करें
अभियुक्त बनाया गया था. इनमें से एक को कुछ महीने पहले जेल में मृत पाया गया था.
जेल अधिकारियों का कहना था कि उन्होंने ख़ुदकुशी
की है जबकि परिवार वालों का आरोप था कि ये हत्या का मामला है. इस मामले की
सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रही है.
महिला पत्रकार से गैंगरेप: पांचों आरोपी गिरफ्तार
मुंबई/ 23 अगस्त 2013 11:08 AM
मुंबई
पुलिस ने अंग्रेजी मैगजीन की फोटोग्राफर से गैंगरेप करने वाले पांचों
आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले पुलिस ने इन आरोपियों के स्कैच
जारी किए थे।
महिला फोटोग्राफर बृहस्पतिवार रात मुंबई में गैंगरेप का शिकार हुई थी।
23 वर्षीय युवती एक स्टोरी कवर करने के लिए परेल इलाके में गई थी, जहां पांच दरिंदों ने उसके साथ इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस
के मुताबिक घटना रात करीब आठ बजे परेल इलाके में शक्ति मिल्स के पास हुई।
युवती चॉल (खोली) पर एक स्टोरी करने के लिए वहां पहुंची थी।
युवती
के साथ उसका एक दोस्त भी था। लेकिन पांचों दरिंदों ने उसके मित्र के हाथ
पैर बांध दिए और फिर युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
युवती को जसलोक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया कि युवती को काफी अंदरूनी चोटें आई हैं।
एनएम
जोशी मार्ग थाने की पुलिस ने गैंगरेप का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी
है। युवती के दोस्त का बयान दर्ज कर लिया गया है। साथ ही आरोपियों के स्केच
भी तैयार कराए जा रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक युवती ने दो आरोपियों
के नाम भी बताए हैं। युवती ने पुलिस को बताया कि दो आरोपी एक दूसरे का
रूपेश और साजिद नाम ले रहे थे।
पुलिस ने इलाके से कुछ ड्रग्स के नशेड़ियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
मंदिर-मस्जिद से बड़ा है रोज़ी-रोटी का सवाल
शुक्रवार, 23 अगस्त, 2013 को 09:28
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) 25
अगस्त से चौरासी कोसी परिक्रमा करने पर उतारू है और उत्तर प्रदेश की अखिलेश
यादव की सरकार उसे रोकने पर. दोनों तरफ से बढ़चढ़ कर बयान दिए जा रहे हैं.
उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिकता का माहौल गरमाने
की कोशिश हो रही है. विहिप को अचानक याद आया कि अयोध्या में चौरासी कोसी
परिक्रमा भी होती है.
अखिलेश सरकार के लिए यह सीधे जन्नत से
आई सौगात है. परिक्रमा करने और रोकने के इस प्रयास में दोनों पक्ष दो
समुदायों के खुदमुख्तार बन गए हैं.
विहिप इस देश के हिंदुओं की सरपरस्त और समाजवादी
पार्टी और उसकी सरकार मुसलमानों की रहनुमा बनकर आमने-सामने खड़ी हैं. बिना
इसकी परवाह किए कि दरअसल दोनों समुदायों के लोग चाहते क्या हैं.
मुसलमानों को लुभाने की कोशिश
मुलायम सिंह यादव और उनकी पार्टी इस समय वह सब कुछ करने के लिए तैयार है जिससे उसे मुसलमानों का सबसे बड़ा हितैषी मान लिया जाए.
इसके लिए वह लालकृष्ण आडवाणी को धर्मनिरपेक्ष मानने और अशोक सिंघल और उनकी संत बिरादरी से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है.
मुसलमानों का हितैषी बनना चाहते हैं मुलायम सिंह यादव.
मुलायम सिंह यादव को यह चिंता सता रही है कि
भारतीय जनता पार्टी नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित
कर देगी तो प्रदेश में तीव्र साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण होगा. ऐसे में उत्तर
प्रदेश का मुसलमान कांग्रेस के साथ जा सकता है. इसे वह किसी भी कीमत पर
रोकना चाहते हैं.
अशोक सिंघल ने उनकी मुँहमांगी मुराद पूरी कर दी
है. इसलिए मुलायम और उनकी सरकार के रुख के पीछे की राजनीति तो समझ में आती
है. सवाल है कि विहिप ऐसा क्यों कर रही है?
मक़सद धार्मिक नहीं राजनीतिक
अयोध्या में चौरासी कोसी परिक्रमा की परम्परा पता
नहीं कितने सालों से चल रही है. उसका समय अप्रैल से मई के बीच का है. जाहिर
है कि विहिप के इस कदम के पीछे धर्म नहीं राजनीति है.
अशोक सिंघल जो कर रहे हैं उसका एक ही मकसद नज़र
आता है. राजनीतिक फायदे के लिए राम मंदिर के मुद्दे को एक बार फिर गरमाना.
पर अशोक सिंघल शायद भूल गए हैं कि राम मंदिर मुद्दे की काठ हांडी दोबारा
नहीं चढ़ने वाली.
इस मुद्दे पर पूरा संघ परिवार अपनी साख गंवा चुका
है. यह एक ऐसा मुद्दा है जिससे भाजपा अब भागना चाहती है. पर उसकी समस्या यह
है कि वह इससे भागते हुए दिखना नहीं चाहती.
पिछले दिनों अमरावती में संघ परिवार के विभिन्न
सगंठनों के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में इस पर आम राय थी कि इस चुनाव में
अयोध्या का मुद्दा नहीं उठाना चाहिए. सबका मानना था कि इससे भाजपा का
सुशासन का मुद्दा और कांग्रेस की सरकार के भ्रष्टाचार, महंगाई, आर्थिक
बदहाली और नीतिगत लकवे जैसे मुद्दे पीछे चले जाएंगे.
विहिप की प्रस्तावित परिक्रमा साख हासिल करने की कोशिश लगती है.
ऐसे में सवाल उठता है कि विहिप और अशोक सिंघल ऐसा
क्यों कर रहे हैं. 1992 में में बाबरी मसजिद के ध्वंस के बाद से विहिप
धीरे- धीरे हाशिए पर चली गई है. नरेन्द्र मोदी के राष्ट्रीय परिदृश्य पर
आने के बाद विहिप को लग रहा है कि यह हिंदुत्व के उभार का अवसर है. ऐसे में
वह अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने का प्रयास कर रही है. मोदी के उभार में वह
अपनी प्रासंगिकता तलाश रही है.
विहिप की यह प्रस्तावित परिक्रमा उसकी खोई हुई साख
लौटा पाएगी इस पर अशोक सिंघल के अलावा शायद ही किसी को भरोसा हो.पर इतना
जरूर तय है कि इससे भाजपा का भारी नुकसान होने वाला है.
मतदाता सुशासन चाहता है
विहिप का यह कदम नरेंद्र मोदी की सारी मेहनत पर पानी फेर सकता है.
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के संभावित उम्मीदवार
नरेन्द्र मोदी 2002 के गुजरात दंगे के बेताल को अपने कंधे से उतारने के लिए
हर उपाय कर रहे हैं. विहिप का यह कदम मोदी की सारी मेहनत पर पानी फेर
देगा.
विहिप को शायद इसका एहसास भी नहीं है कि देश का
मतदाता इस समय धर्म की राजनीति नहीं सुशासन की बातें सुनना चाहता है.
खासतौर से जिस नए युवा मतदाता को नरेन्द्र मोदी भाजपा से जोड़ना चाहते हैं
उसे अशोक सिंघल की राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है.
मुलायम सिंह यादव और अशोक सिंघल भूल रहे हैं कि यह
1989 से 1992 का दौर नहीं है. उत्तर प्रदेश का मतदाता चाहे वह हिंदू हो या
मुसलमान उस दौर की राजनीति से आगे निकल चुका है. मंदिर-मस्जिद से
रोज़ी-रोटी के सवाल बड़े हो गए हैं. मंदिर-मस्जिद के नाम पर वह अपनी
रोज़ी-रोटी कुर्बान करने को तैयार नहीं है.
इस बात को मुलायम सिंह यादव और अशोक सिंघल समझने
को तैयार नहीं हैं. कहते हैं कि जो इतिहास से सबक नहीं सीखते इतिहास उन्हें
सबक सिखाता है.
एक अमरीकी जो दो साल से अल-क़ायदा के कब्ज़े में है
शुक्रवार, 23 अगस्त, 2013 को 07:43
पाकिस्तान के लाहौर शहर से दो साल पहले अगवा किए गए 72 वर्षीय अमरीकी नागरिक वॉरेन वाइंस्टीन का अभी भी कोई सुराग नहीं मिला है.
अमरीका में उनकी पत्नी ने बीबीसी के साथ एक ख़ास बातचीत में क्लिक करें
अल क़ायदा से उन्हें रिहा करने की अपील की है.
उन्होंने कहा है कि अल क़ायदा ने
उन्हें रिहा करने के लिए जिस तरह की मांगें रखी हैं उन्हें वाइंस्टीन
परिवार पूरा नहीं कर सकता क्योंकि वो आम नागरिक हैं.
अमरीकी सहायता एजेंसी यूएसएआईडी के लिए काम कर
चुके वॉरेन वाइंस्टीन को ठीक दो साल पहले लाहौर से उनके घर से बंदूक की नोक
पर अगवा कर लिया गया था. उनके ज़िंदा होने के सबूत और कुछ मांगों के साथ
अल-क़ायदा की तरफ़ से तीन वीडियो भी जारी हुए.
उनकी पत्नी ईलेनक्लिक करें
वाइंस्टीन का कहना है, “दो साल गुज़र गए, जन्मदिन गुज़र गए,
हमारी शादी की 45वीं सालगिरह निकल गई लेकिन कहीं से कोई ख़बर नहीं आ रही
है. हमारा सब्र ख़त्म हो रहा है.”
इंतजार
वाइंस्टीन परिवार के घर के बाहर लगे पेड़ से दो
पीले फ़ीते बंधे हुए हैं. अमरीका में पीला फ़ीता किसी अपने के बेसब्री से
इंतज़ार का प्रतीक है.
हर सुबह इलेन वाइंस्टीन कभी पाकिस्तान तो कभी
अमरीका में अपने जाननेवालों को फ़ोन करती हैं. रातों को सो नहीं पातीं
क्योंकि पाकिस्तान में सवेरा हो चुका होता है और उन्हें लगता है कि दिन के
उजाले में शायद कुछ ख़बर आए.
बेटी जेनीफ़र इंटरनेट पर पाकिस्तानी अख़बारों में उनका नाम तलाश रही होती हैं. लेकिन पिछले एक साल से बिल्कुल सन्नाटा है.
वॉरेन वाइंस्टीन को जब अगवा किया गया, वो अमरीका
लौटने की तैयारी कर रहे थे. अमरीका में अपने घर को दोबारा से सजाना चाहते
थे. लेकिन दुनिया भर से जमा की हुई चीज़ें अभी भी गत्ते के डब्बों में बंद
हैं उनके इंतज़ार में.
उनकी पत्नी कहती हैं कि घर के छोटे बच्चों के मासूम सवालों का जवाब देना अब और मुश्किल होता जा रहा है.
वो कहती हैं, “बच्चे पूछते हैं कि क्या वो मेरे
जन्मदिन पर आएंगे? बुरे लोगों ने उन्हें क्यों पकड़ रखा है? कहने में
घबराहट होती है लेकिन शायद बच्चों को भी लगने लगा है कि वो शायद नहीं
लौटेंगे.”
शर्त
अल क़ायदा के नेता क्लिक करें
अयमन अल ज़वाहिरी ने एक वीडियो में वाइंस्टीन की रिहाई के बदले
अमरीकी जेल में आतंकवाद के आरोप में बंद आफ़िया सिद्दीक़ी और ओमर अब्दुल
रहमान उर्फ़ अंधा शेख की रिहाई की मांग की थी.
वाइंस्टीन की पत्नी कहती हैं, “ये ऐसी मांगें हैं
जिनपर हमारा कोई ज़ोर नहीं है. हमें बताओ कि हम क्या कर सकते हैं उनकी
रिहाई के लिए? हम आम नागरिक हैं.”
उनकी बेटी जेनिफ़र कहती हैं कि उन्हें कहीं से भी मदद नहीं मिल रही और उनका परिवार बस अब अपने सहारे है.
वॉरेन वाइंस्टीन पिछले आठ सालों से पाकिस्तान में
काम कर रहे थे. पहले वो अमरीकी सहायता एजेंसी के लिए काम करते थे लेकिन
पिछले कुछ सालों से वो एक निजी फ़र्म के लिए काम कर रहे थे जो पाकिस्तानी
नागरिकों को छोटे-छोटे व्यापार चलाने पर सलाह मशविरा देती है.
उनकी पत्नी कहती हैं कि वाइंस्टीन ख़ुद को
पाकिस्तानी ही समझने लगे थे. उन्हीं की तरह कपड़े पहनते थे और वहां उनके
बहुत सारे दोस्त थे.
अमरीकी विदेश विभाग के प्रवक्ता का कहना है कि अमरीका पाकिस्तान के साथ संपर्क में है और जांच अभी भी जारी है.
पाकिस्तानी पुलिस ने बीबीसी को बताया कि जांच कुछ आगे बढ़ी है लेकिन वो इसपर कुछ कहना नहीं चाहेंगे.
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