चीन के विदेश वांग यी मंत्री भारत में
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तिब्बती नाराज,विदेश मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन
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यी के सामने सुषमा ने उठाया नत्थी वीजा इश्यू
यी के सामने सुषमा ने उठाया नत्थी वीजा इश्यू
Jun 08, 2014 at 08:37pm |
नई दिल्ली। भारत और चीन के
आपसी कारोबार में संतुलन कायम करने के लिए देश में ज्यादा चीनी निवेश की
जरूरत है। विदेश मंत्री वांग यी से हुई सुषमा स्वराज की प्रतिनिधिस्तर की
वार्ता में ये मुद्दा छाया रहा। दो दिनों के दौरे पर आए चीन के विदेश
मंत्री, चीनी राष्ट्रपति के विशेष दूत के रूप में सोमवार शाम को
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करेंगे।
विदेश
मंत्री सुषमा स्वराज ने चीन के विदेश मंत्री का दिल्ली में रविवार को
गर्मजोशी से स्वागत किया। ये पहला मौका है जब बीजिंग के बड़े नेता भारत की
नई सरकार से मुखातिब हुए। तीन घंटे से ज्यादा चली बातचीत में नई मोदी सरकार
और चीन की कम्युनिस्ट सरकार को एक-दूसरे को समझने और आगे बातचीत के लिए
ब्लूप्रिंट तैयार करने का मौका मिला। इस मुलाकात में सभी अहम द्विपक्षीय,
क्षेत्रीय और अंतराष्ट्रीय मुद्दों को उठाया गया। इनमें निम्न मुद्दे अहम
रहेः-
1-दोनों मुल्कों के पीएम, राष्ट्रपति समेत शीर्ष नेताओं के बीच इस साल मुलाकात
2-सीमा विवाद और उस पर विशेष दूतों के स्तर पर जारी रहने वाली बातचीत
3-आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में आपसी सहयोग
4-अफगानिस्तान-पाकिस्तान इलाके में सुरक्षा की चुनौतियां
5-दक्षिण चीन समुद्र और ईस्ट चाइना सी में चीन के जापान, फिलिपींस, अमेरिका जैसे मुल्कों से विवाद
6-भारत की कश्मीर और अरुणाचल के लोगों को नत्थी वीजा देने के चीन की नीति के प्रति चिंता।
बातचीत
में आर्थिक सहयोग के मुद्दे पर खास चर्चा हुई। 2015 तक आपसी कारोबार को
100 बिलियन डॉलर पहुंचाने का टारगेट है। हालांकि भारत चीन से ज्यादा आयात
करता है और नर्यात काफी कम है जिसकी वजह से लगभग 32 बिलियन डॉलर का
वित्तीय असंतुलन है जिसमें सुधार की बात सुषमा स्वराज ने वांग यी से की।
चीनी
राष्ट्रपति के विशेष दूत के तौर पर भारत आए वांग यी ने सुषमा और मोदी को
बीजिंग दौरे का न्यौता भी दिया। वहीं भारत ने राष्ट्रपति शी चिनपिंग को
भारत दौरे का निमंत्रण दिया। अब सोमवार शाम को मोदी से मुलाकात कर वांग यी
रिश्तों की नई जमीन को और पक्का करने की कोशिश करेंगे।
सुषमा से मिले चीनी विदेश मंत्री, तिब्बती नाराज
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री बनने
के साथ ही नरेंद्र मोदी ने साफ कर दिया था कि वो पड़ोसी मुल्कों से बेहतर
संबंध चाहते हैं। इसी सिलसिले में आज चीन के विदेश मंत्री वांग यी भारत
दौरे पर दिल्ली आए हैं। उनके साथ सात सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल भी आया है।
चीन के विदेश मंत्री और भारत की विदेशमंत्री सुषमा स्वराज के बीच मुलाकात
हुई।
इस
मुलाकात में दोनों के बीच सीमा विवाद, नत्थी वीजा और तिब्बतियों को शरण
देने जैसे मुद्दों पर बात हुई। चीन के विदेश मंत्री कल प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी से मिलेंगे। वांग को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मुलाकात
करनी है। ।
दिल्ली
में चीन के विदेश मंत्री की मौजूदगी से तिब्बतियों ने नाराजगी जताई है।
दिल्ली के मजनू का टीला के पास इन तिब्बतियों ने चीन के विदेश मंत्री के
खिलाफ प्रदर्शन किया। इनके प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल
तैनात किया गया।
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