मुलायम का विवादास्पद बयान, बोले-
रेप केस में फांसी गलत, लड़कों से हो जाती हैं गलतियां,कहा कि केंद्र में सत्ता में आने पर वे क़ानून में संशोधन कर बलात्कारियों के लिए फांसी की सज़ा के प्रावधान को ख़त्म कर देंगें
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राज ठाकरे बोले, 'मुलायम के घर मां-बहन है या नहीं'
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ऐसा बयान देकर नेता अपनी मानसकिता का परिचय देते हैं:निशि पाण्डेय, प्रोफ़ेसर, लखनऊ विश्वविद्यालय
ससुर अबू आजमी के बयान पर बोलीं आयशा टाकिया, 'मैं और फरहान बेहद शर्मिंदा हैं'
KYA KOI MULAYAM SINGH K FAMILY KI ALL LADIES SE ISH BAYAN PAR UNKA APNA PAKCH POOCHEGA?
मुरादाबाद, 10 अप्रैल 2014 | अपडेटेड: 16:53 IST
समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री
मुलायम सिंह यादव ने एक रैली में मुरादाबाद में गुरुवार को रेप पर विवादित
बयान दे डाला. उन्होंने कहा कि सभी मामलों पर रेप पर फांसी देना सरासर गलत
है.
एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सभी मामलों में
रेप पर फांसी देना पूरी तरह से गलत है. लड़कों से अक्सर गलतियां हो जाती
हैं तो ऐसे पर सीधे सीधे फांसी देना गलत है. उन्होंने कहा कि मुंबई में
तीन लड़कों को फांसी दे दी गई, जो कि नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि कानून का दुरुपयोग हो रहा है...जैसे दहेज उत्पीड़न, दलित एक्ट आदि. कानूनों का जो दुरुपयोग करने वाले लोग हैं उनको भी सजा दी जाएगी. हम ऐसा कानून बनाएंगे ताकि दुरुपयोग रुक सके. लड़के लड़कियां पहले दोस्त रहते हैं और जब उनमें मतभेद हो जाता है तो लड़की जाकर बयान दे देती है कि उसका रेप हो गया है. फिर बेचारे लड़कों को फांसी हो जाती है.
हालांकि मुलायम रेप जैसे घिनौने अपराध पर ऐसा विवादास्पद बयान देकर विरोधियों के निशाने पर भी आ गए हैं. बीजेपी, कांग्रेस और बसपा ने मुलायम के इस बयान की तीखी आलोचना की है.
हम सबको साथ लेकर चलते हैंइससे पहले मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में मुलायम सिंह यादव ने एक रैली में कहा था कि बीजेपी अच्छी एवं साफ सुथरी मानसिकता वाली पार्टी नहीं है. उन्होंने कहा कि इसके विपरीत समाजवादी पार्टी सभी वर्गों को साथ लेकर चलने वाली पार्टी है और देश का विकास करने की सोच रखती है. यादव ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बाद बीजेपी में कोई सर्वमान्य नेता नहीं बचा है. उन्होंने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी की बीजेपी में थोड़ा बहुत पूछ-परख थी, लेकिन आरएसएस के इशारे पर उन्हें भी अपमानित किया गया.
उन्होंने कहा कि कानून का दुरुपयोग हो रहा है...जैसे दहेज उत्पीड़न, दलित एक्ट आदि. कानूनों का जो दुरुपयोग करने वाले लोग हैं उनको भी सजा दी जाएगी. हम ऐसा कानून बनाएंगे ताकि दुरुपयोग रुक सके. लड़के लड़कियां पहले दोस्त रहते हैं और जब उनमें मतभेद हो जाता है तो लड़की जाकर बयान दे देती है कि उसका रेप हो गया है. फिर बेचारे लड़कों को फांसी हो जाती है.
हालांकि मुलायम रेप जैसे घिनौने अपराध पर ऐसा विवादास्पद बयान देकर विरोधियों के निशाने पर भी आ गए हैं. बीजेपी, कांग्रेस और बसपा ने मुलायम के इस बयान की तीखी आलोचना की है.
हम सबको साथ लेकर चलते हैंइससे पहले मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में मुलायम सिंह यादव ने एक रैली में कहा था कि बीजेपी अच्छी एवं साफ सुथरी मानसिकता वाली पार्टी नहीं है. उन्होंने कहा कि इसके विपरीत समाजवादी पार्टी सभी वर्गों को साथ लेकर चलने वाली पार्टी है और देश का विकास करने की सोच रखती है. यादव ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बाद बीजेपी में कोई सर्वमान्य नेता नहीं बचा है. उन्होंने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी की बीजेपी में थोड़ा बहुत पूछ-परख थी, लेकिन आरएसएस के इशारे पर उन्हें भी अपमानित किया गया.
राज ठाकरे बोले, 'मुलायम के घर मां-बहन है या नहीं'
नासिक, 11 अप्रैल 2014 | अपडेटेड: 08:42 IST
नासिक में गुरुवार को राज ठाकरे ने अपने उम्मीदवार के लिए रैली की. रैली के
दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव को उनके
बलात्कार वाले बयान को लेकर जमकर
कोसा. ठाकरे ने यह भी सवाल उठाया कि उनके घर मां-बहन हैं या नहीं. राज
ठाकरे ने रैली में कहा, 'मुलायम सिंह के बयान पर शर्म आ रही है. हमारे देश
में ऐसे नेता पैदा हुए हैं, जो भरी सभा में इस तरह की बात करते हैं. उनके
घर में मां-बहन हैं या नहीं. मुंबई में 3-4 हरामखोरों ने रेप किया, उस
लड़की और उसके परिवार पर क्या बीत रही होगी.'
उन्होंने कहा, 'रेपिस्ट को सजा देने के बदले मुलायम सिंह जैसा नेता उन्हें बचाने की बात कर रहा है. बोलता है, उन्हें फांसी देने की जरूरत नहीं है, बच्चों से गलती हो जाती है.' उन्होंने मुलायम को घेरते हुए यह भी कहा कि ये सरकार बनने के बाद बलात्कार के कानून में बदलाव की बात कर रहे हैं, ऐसे नेता कानून में क्या बदलाव करेंगे.
उन्होंने रैली में नरेंद्र मोदी को सपोर्ट करने को लेकर भी अपनी सफाई दी. उन्होंने कहा, 'मैंने मोदी को सपोर्ट किया क्योंकि मैंने उनका काम देखा है.'
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सभी मामलों में रेप पर फांसी देना पूरी तरह से गलत है. लड़कों से अकसर गलतियां हो जाती हैं तो ऐसे पर सीधे-सीधे फांसी देना गलत है. उन्होंने कहा कि मुंबई में तीन लड़कों को फांसी दे दी गई, जो कि नहीं होनी चाहिए.
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मुलायम ने यह बात मुरादाबाद में बृहस्पतिवार को एक जनसभा में
मुंबई शक्ति मिल्स में हुईं बलात्कार की दो घटनाओं में अदालत द्वारा
दोषियों को मिली मौत की सज़ा के सन्दर्भ में कही.
मुंबई बलात्कार के तीन दोषियों को दी गई मौत की सज़ा पर सवाल करते हुए मुलायम ने पूछा, "क्या बलात्कार की सज़ा फांसी होनी चाहिए?"
लखनऊ विश्वविद्यालय के अंग्रेज़ी विभाग की अध्यक्षा प्रोफ़ेसर निशि पाण्डेय कहती हैं कि ऐसा बयान देकर नेता अपनी मानसकिता का परिचय देते हैं.
निशि पाण्डेय ने कहा, "औरतों के प्रति उनके
(मुलायम) असली विचार क्या हैं इस पर से आज पर्दा हट गया है. इससे ज़्यादा की
नेताओं से उम्मीद भी नहीं की जा सकती है."
उन्होंने कहा, "आज जब देश में औरतों के साथ बढ़ रहे दुराचार को लेकर आक्रोश है, इस तरह का बयान देकर मुलायम किन लोगों के साथ खड़े होना चाहते हैं? समाजवादी पार्टी का नाम बदलकर बलात्कारी पार्टी कर देना चाहिए."
सुबोध श्रीवास्तव ने यह भी कहा कि इसी मानसिकता के चलते आज प्रदेश में गुंडाराज है.
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर ने कहा कि वे ऐसे बयान की कठोर निंदा करते हैं.
राजभर ने कहा, "मुलायम सिंह यादव का क्लिक करें प्रधानमंत्री बनने का सपना, सपना ही रह जाएगा. माननीय न्यायालय ने जो किया ठीक किया."
वे आश्चर्य से पूछती हैं, "यह मुलायम सिंह को हुआ क्या है? कभी आतंकवादियों को छोड़ने की बात करते हैं और कभी बलात्कारियों को."
राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष पूर्णिमा अडवाणी ने कहा कि इस बयान के लिए मुलायम को कम से कम जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को मुलायम के बयान का संज्ञान लेना चाहिए.
उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष ज़रीना उस्मानी ने तमाम कोशिशों के बाद भी अपना फ़ोन नहीं उठाया.
उन्होंने कहा, 'रेपिस्ट को सजा देने के बदले मुलायम सिंह जैसा नेता उन्हें बचाने की बात कर रहा है. बोलता है, उन्हें फांसी देने की जरूरत नहीं है, बच्चों से गलती हो जाती है.' उन्होंने मुलायम को घेरते हुए यह भी कहा कि ये सरकार बनने के बाद बलात्कार के कानून में बदलाव की बात कर रहे हैं, ऐसे नेता कानून में क्या बदलाव करेंगे.
उन्होंने रैली में नरेंद्र मोदी को सपोर्ट करने को लेकर भी अपनी सफाई दी. उन्होंने कहा, 'मैंने मोदी को सपोर्ट किया क्योंकि मैंने उनका काम देखा है.'
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सभी मामलों में रेप पर फांसी देना पूरी तरह से गलत है. लड़कों से अकसर गलतियां हो जाती हैं तो ऐसे पर सीधे-सीधे फांसी देना गलत है. उन्होंने कहा कि मुंबई में तीन लड़कों को फांसी दे दी गई, जो कि नहीं होनी चाहिए.
बलात्कार पर वोट की राजनीति?
शुक्रवार, 11 अप्रैल, 2014 को 02:30 IST तक के समाचार
आज जब महिलाओं की सुरक्षा को लेकर
हर तरफ़ चिंता व्यक्त की जा रही है, समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम
सिंह यादव ने एक 'अत्यंत संवेदनहीन और विवादास्पद' बयान में कहा की लड़के
कभी-कभी ग़लती कर देते हैं और बलात्कारियों को मौत की सज़ा नहीं मिलनी
चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र में सत्ता में आने
पर वे क़ानून में संशोधन कर बलात्कारियों के लिए फांसी की सज़ा के प्रावधान
को ख़त्म कर देंगें.वोट की राजनीति?
वास्तव में मुलायम बलात्कार जैसे घृणित कृत्य में भी वोट की राजनीति कर रहे थे.मुंबई बलात्कार के तीन दोषियों को दी गई मौत की सज़ा पर सवाल करते हुए मुलायम ने पूछा, "क्या बलात्कार की सज़ा फांसी होनी चाहिए?"
लखनऊ विश्वविद्यालय के अंग्रेज़ी विभाग की अध्यक्षा प्रोफ़ेसर निशि पाण्डेय कहती हैं कि ऐसा बयान देकर नेता अपनी मानसकिता का परिचय देते हैं.
"क्या बलात्कार की सज़ा फांसी होनी चाहिए?"
मुलायम सिंह यादव, अध्यक्ष, समाजवादी पार्टी
'ग़ैर-ज़िम्मेदाराना बयान'
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने मुलायम के बयान को "ग़ैर-ज़िम्मेदाराना" क़रार दिया.उन्होंने कहा, "आज जब देश में औरतों के साथ बढ़ रहे दुराचार को लेकर आक्रोश है, इस तरह का बयान देकर मुलायम किन लोगों के साथ खड़े होना चाहते हैं? समाजवादी पार्टी का नाम बदलकर बलात्कारी पार्टी कर देना चाहिए."
"औरतों के प्रति उनके (मुलायम) असली विचार क्या हैं इस पर से आज पर्दा हट गया है. इससे ज़्यादा कि नेताओं से उम्मीद भी नहीं की जा सकती है."
निशि पाण्डेय, प्रोफ़ेसर, लखनऊ विश्वविद्यालय
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर ने कहा कि वे ऐसे बयान की कठोर निंदा करते हैं.
राजभर ने कहा, "मुलायम सिंह यादव का क्लिक करें प्रधानमंत्री बनने का सपना, सपना ही रह जाएगा. माननीय न्यायालय ने जो किया ठीक किया."
'उप्र में सुरक्षित नहीं महिलाएं'
लखनऊ विश्वविद्यालय छात्रसंघ की पूर्व सदस्य और भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश मीडिया सेल की सह-प्रभारी आरती अग्रवाल ने मुलायम पर निशाना साधते हुए कहा, "प्रदेश में गुंडाराज बढ़ने के पीछे मुलायम सिंह यादव की यह सोच है. और यही कारण है कि उत्तर प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं और आए दिन उनके साथ बलात्कार और छेड़ख़ानी की अन्य घटनाएं हुआ करती हैं. प्रौढ़ हो या जवान, महिलाओं और लड़कियों का सड़कों पर चलना दूभर है.""मुलायम सिंह यादव का प्रधानमंत्री बनने का सपना, सपना ही रह जाएगा."
रामअचल राजभर, प्रदेश अध्यक्ष, उप्र, बहुजन समाज पार्टी
राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष पूर्णिमा अडवाणी ने कहा कि इस बयान के लिए मुलायम को कम से कम जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को मुलायम के बयान का संज्ञान लेना चाहिए.
उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष ज़रीना उस्मानी ने तमाम कोशिशों के बाद भी अपना फ़ोन नहीं उठाया.
'जिसके साथ रेप हो उसे भी फांसी दो'
Fri, 11 Apr 2014 08:10 AM (IST)
आजमी ने आगे कहा ‘भारत में अगर आप सहमति से सेक्स करते हो, तो यह अच्छा है। लेकिन अगर कोई इसकी शिकायत करता है, तब समस्या पैदा होती है। हमने ऐसे कई मामले देखे हैं। लड़कियां तब शिकायत करती हैं जब उन्हें कोई छूता है और कभी तो बिना छुए ही शिकायत करती हैं। तब यह समस्या बन जाती है, इसमें पुरुष का सम्मान खत्म हो जाता है। बलात्कार सहमति हो से या सहमति के बिना, इस्लाम में इसके लिए सजा तय है।'
बलात्कार की समस्या का समाधान पूछे जाने पर आजमी ने कहा कि 'इसका समाधान यही है कि अगर कोई कुवारी या शादीशुदा महिला सहमति या असहमति से किसी पुरुष के साथ जाती है तो उसे भी फांसी होनी चाहिए। दोनों को ही फांसी पर लटकाना चाहिए। इस मामले में तब भी बात नहीं मानी जाना चाहिए जब किसी महिला की सहमति हो।
मुलायम पर भी बोले
यह सब कहने के बाद आजमी अपनी पार्टी के मुलायम पर प्रतिक्रिया देते हुए काफी कूटनीतिक नजर आए, 'उन्होंने अपने भाषण में क्या कहा है? कई बार गलत व्यक्तियों को फांसी पर लटका दिया जाता है। जोश में लड़के ऐसा कर जाते हैं। आजमी ने कहा मैं इस्लाम के विरोध में कुछ नहीं कहूंगा।'
बेटे ने का उल्टा बयान
उधर अबू आजमी के बेटे और उत्तर मध्य मुंबई से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे फरहान आजमी ने अपने पिता और पार्टी प्रमुख के उलट बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बलात्कार के दोषी को सौ बार फांसी पर चढ़ाना चाहिए, मेरी पांच बहनें हैं और हमारे पीरिवार में सभी ऐसा सोचते हैं।
ये कहा था मुलायम ने
कल ही मुलायम सिंह ने यूपी में एक चुनावी रैली के दौरान कहा था कि रेप पर दी जाने वाली फांसी की सजा बहुत कठोर है। 'लड़कों से ऐसी गलतियां हो जाती है, तो इसका मतलब ये तो नहीं कि उन्हें फांसी दे दी जाए।'
बहू आयशा टाकिया को नहीं भाया रेप पर आजमी का बयान, डिंपल को राखी की चुनौती
Apr 11, 2014, 17:04PM IST
नई दिल्ली. बलात्कार पर विवादास्पद टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और अबू आजमी को जमकर गालियां पड़ रही हैं। इसके बावजूद दोनों नेता अपने
बयान पर डटे हुए हैं और माफी मांगने के लिए तैयार नहीं हैं। अबू आजमी से
इस मसले पर जब शुक्रवार को सफाई मांगी गई तो उन्होंने अपनी टिप्पणी को जायज
ठहराया। वहीं, मुलायम सिंह यादव ने अपने बयान पर खेद जताने से यह कहते हुए इनकार कर दिया है कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस बयान पर चर्चा नहीं होनी चाहिए।
अबू आजमी के बयान का विरोध तो उनके घर में भी हो गया। बेटे फरहान और
बहू आयशा टाकिया ने उनके बयान को गलत बताया। लोकसभा चुनाव लड़ रहीं बॉलीवुड
की आइटम गर्ल राखी सावंत ने भी ऐसे बयानों पर अफसोस जताया है और मुलायम की बहू डिंपल यादव (जो सांसद हैं) को ललकारते हुए पूछा है कि वह चुप क्यों हैं?
क्या है मामला?
सपा प्रमुख मुलायम सिंह ने कहा था कि रेप के लिए फांसी देना गलत है और लड़कों से गलतियां हो जाती हैं।
मुलायम के बयान पर जब आजमी से उनका रुख पूछा गया तो उन्होंने कहा,
'इस्लाम में बलात्कार की सजा मौत है। लेकिन यहां, महिलाओं को सजा नहीं दी
जाती, सिर्फ पुरुषों को दी जाती है। जब महिला कसूरवार हो, तब भी। मर्जी से
कोई करता है तो कोई दिक्कत नहीं, लेकिन वही लड़की जब शिकायत कर देती है तो
दिक्कत हो जाती है। यहां मामला बहुत बढ़ गया है। हाथ लगाए तो भी शिकायत कर
दे, न भी लगाए तो भी शिकायत कर दे। लड़की-लड़के पकड़े जाते हैं तो दोनों
को फांसी होनी चाहिए। इस्लाम के मुताबिक मर्जी से भी सेक्स करता है तो
फांसी होनी चाहिए।' (ऊपर क्लिक कर सुनें- बयान का ऑडियो)
ससुर अबू आजमी के बयान पर बोलीं आयशा टाकिया, 'मैं और फरहान बेहद शर्मिंदा हैं'
नई दिल्ली, 11 अप्रैल 2014 | अपडेटेड: 16:44 IST
रेप को लेकर दिए विवादित बयान पर चौतरफा घिरे समाजवादी पार्टी नेता अबू
आजमी का अपनों ने भी साथ छोड़ दिया है. उनके बेटे फरहान आजमी और बहू आयशा
टाकिया आजमी ने उस बयान की कड़ी निंदा की है जिसमें उन्होंने शादी से पहले
शारीरिक संबंध बनाने वाली महिलाओं को फांसी की सजा देने की वकालत की थी.
बॉलीवुड अभिनेत्री आयशा टाकिया आजमी ने ट्विटर पर लिखा है कि वह और उनके पति, अबू आजमी के बयान को लेकर बेहद शर्मिंदा हैं.
आयशा ने ट्वीट किया, 'मीडिया में मेरे ससुर का जो बयान सामने आया है, अगर वही सही है, तो मैं और फरहान इसे लेकर बेहद शर्मिंदा हैं. हम इस तरह की मानसिकता नहीं रखते. यह महिलाओं का अपमान है. अगर यह बयान सही है तो बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है.'
दरअसल, रेप को लेकर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के बयान पर सफाई देने के चक्कर में अबू आजमी उनसे भी एक कदम आगे निकल गए उन्होंने कहा कि जो महिलाएं सहमति या बिना सहमति के सेक्स करती हैं उन्हें फांसी पर टांग देना चाहिए.
एक अखबार को दिए इंटरव्यू में अबू आजमी से जब पूछा गया कि वो मुलायम सिंह के बयान पर क्या कहना चाहते हैं तो उनका जवाब था, ‘रेप पर इस्लाम में फांसी की सजा है. लेकिन यहां औरतों को कुछ नहीं होता जबकि मर्द को सजा मिलती है. औरत भी कसूरवार होती है. अगर मर्जी से कोई सेक्स करता है तो कोई दिक्कत नहीं है. वहीं जब शिकायत होती है तो दिक्कत होती है. हाथ लगाया तो शिकायत कर देती हैं अगर नहीं लगाया तो भी शिकायत कर देती हैं. यहां ये मामला आजकल बहुत बढ़ गया है. और मर्द की इससे जिंदगी भर की इज्जत खत्म हो जाती है.’
आजमी ने कहा, ‘इस्लाम के मुताबिक मर्जी से भी कोई संबंध बनाता है तो फांसी होनी चाहिए. हिंदुस्तान में रेप के लिए फांसी दी जाने लगी है. अगर मर्जी से कर रहे हैं तो कुछ नहीं होता. लेकिन मर्जी और बगैर मर्जी के बीच में जिंदगी और मौत का सवाल है. सहमति से साथ रह रहा है तो कुछ नहीं होता लेकिन नाराज होकर शिकायत कर दे तो फांसी हो जाएगी. ये मामला बहुत संगीन है.’
आजमी से जब पूछा गया रेप जैसी घटनाओं का समाधान क्या है तो उन्होंने जवाब दिया- ‘समाधान ये है कि कोई भी लड़की अगर शादीशुदा हो या अविवाहित हो अपनी मर्जी से या बगैर मर्जी के संबंध बनाती है तो उसे भी फांसी की सजा दी जानी चाहिए. लड़का-लड़की दोनों को फांसी होनी चाहिए.’
आयशा ने ट्वीट किया, 'मीडिया में मेरे ससुर का जो बयान सामने आया है, अगर वही सही है, तो मैं और फरहान इसे लेकर बेहद शर्मिंदा हैं. हम इस तरह की मानसिकता नहीं रखते. यह महिलाओं का अपमान है. अगर यह बयान सही है तो बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है.'
if wot im reading about my father in laws statements r true then me and Farhan are deeply embarrassed n ashamed...
— Ayesha Takia Azmi♡ (@Ayeshatakia) April 11, 2014
We surely do nottt share this mindset...its disrespectful to women.if these statements r true then its sad.
— Ayesha Takia Azmi♡ (@Ayeshatakia) April 11, 2014
अबू आजमी के बयान पर उनके बेटे और मुंबई नॉर्थ सेंट्रल से सपा के प्रत्याशी
फरहान आजमी ने भी असहमति जताई है. उन्होंने कहा कि रेप के मामले में दोषी
को फांसी होनी चाहिए.दरअसल, रेप को लेकर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के बयान पर सफाई देने के चक्कर में अबू आजमी उनसे भी एक कदम आगे निकल गए उन्होंने कहा कि जो महिलाएं सहमति या बिना सहमति के सेक्स करती हैं उन्हें फांसी पर टांग देना चाहिए.
एक अखबार को दिए इंटरव्यू में अबू आजमी से जब पूछा गया कि वो मुलायम सिंह के बयान पर क्या कहना चाहते हैं तो उनका जवाब था, ‘रेप पर इस्लाम में फांसी की सजा है. लेकिन यहां औरतों को कुछ नहीं होता जबकि मर्द को सजा मिलती है. औरत भी कसूरवार होती है. अगर मर्जी से कोई सेक्स करता है तो कोई दिक्कत नहीं है. वहीं जब शिकायत होती है तो दिक्कत होती है. हाथ लगाया तो शिकायत कर देती हैं अगर नहीं लगाया तो भी शिकायत कर देती हैं. यहां ये मामला आजकल बहुत बढ़ गया है. और मर्द की इससे जिंदगी भर की इज्जत खत्म हो जाती है.’
आजमी ने कहा, ‘इस्लाम के मुताबिक मर्जी से भी कोई संबंध बनाता है तो फांसी होनी चाहिए. हिंदुस्तान में रेप के लिए फांसी दी जाने लगी है. अगर मर्जी से कर रहे हैं तो कुछ नहीं होता. लेकिन मर्जी और बगैर मर्जी के बीच में जिंदगी और मौत का सवाल है. सहमति से साथ रह रहा है तो कुछ नहीं होता लेकिन नाराज होकर शिकायत कर दे तो फांसी हो जाएगी. ये मामला बहुत संगीन है.’
आजमी से जब पूछा गया रेप जैसी घटनाओं का समाधान क्या है तो उन्होंने जवाब दिया- ‘समाधान ये है कि कोई भी लड़की अगर शादीशुदा हो या अविवाहित हो अपनी मर्जी से या बगैर मर्जी के संबंध बनाती है तो उसे भी फांसी की सजा दी जानी चाहिए. लड़का-लड़की दोनों को फांसी होनी चाहिए.’
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