Thursday, 22 August 2013

रंजन सोढ़ी को 'खेल रत्न', पूनिया की उम्मीदें खत्म

रंजन सोढ़ी को 'खेल रत्न', पूनिया की उम्मीदें खत्म


नई दिल्ली, 22 अगस्त 2013 22:49 


रंजन सोढ़ी और कृष्णा पूनिया
रंजन सोढ़ी और कृष्णा पूनिया 
खेल मंत्रालय ने तमाम कयासों पर विराम लगाकर गुरुवार खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार की मूल सूची को आधिकारिक दर्जा देकर चक्का फेंक की महिला एथलीट कृष्णा पूनिया की खेलों का सर्वोच्च सम्मान हासिल करने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. मंत्रालय ने इसके साथ ही पुष्टि की कि इस बार राष्ट्रीय खेल पुरस्कार वितरण समारोह 29 अगस्त के बजाय 31 अगस्त को होंगे. पहली वाली तिथि के दिन खेल मंत्री जितेंद्र सिंह मौजूद नहीं रह पाएंगे, जिसके चलते तारीख में बदलाव किया गया. अमूमन खेल पुरस्कार महान हॉकी खिलाड़ी ध्यानचंद के जन्मदिन 29 अगस्त को वितरित किए जाते हैं, जिसे राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है.
खेल सचिव पी के देब ने कहा, ‘खेल मंत्री जितेंद्र सिंह ने सूची को मंजूरी दे दी है. खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार की मूल सूची में कोई बदलाव नहीं किया गया है. हम समिति की सिफारिशों पर कायम हैं.’ देब ने कहा कि पुरस्कार विजेताओं की सूची में देरी इसलिए हुई, क्योंकि खेल मंत्री चक्का फेंक की एथलीट पूनिया और लंदन पैरालंपिक के रजत पदक विजेता एच एन गिरिशा की शिकायतों पर गौर कर रहे थे. ये दोनों ही पुरस्कार सूची में अपना नाम नहीं होने से नाराज थे.

उन्होंने कहा, ‘हम कुछ खिलाड़ियों की शिकायतों पर गौर कर रहे थे और पुरस्कारों की घोषणा में देरी का यही कारण रहा.’ सोढी के नाम की सिफारिश पिछले सप्ताह खेल रत्न पुरस्कार के लिए की गई थी. इस पर विवाद पैदा हो गया था, क्योंकि पैनल के कुछ सदस्यों ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाये थे. पता चला है कि जब पैनल के अधिकतर सदस्यों ने खेल रत्न के लिए मतदान का फैसला किया था, तब सोढ़ी का नाम सूची में शामिल नहीं था.

चयन पैनल के एक सदस्य ने कहा था कि पैनल के 12 में से 11 सदस्यों ने पूनिया और गिरिशा का नाम मतदान के लिए चुना था. खबरों के अनुसार भागवत के बैठक में देर से आने के बाद परिदृश्य बदला और गिरिशा का नाम हटा दिया गया. इसके बाद सोढ़ी और पूनिया के बीच मतदान हुआ. आखिर में सोढ़ी को खेल रत्न के लिये चुना गया.

पुरस्कार चयन समिति के अध्यक्ष बिलियर्डस में तीन बार के विश्व चैंपियन माइकल फरेरा थे. इसमें पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान जफर इकबाल, तीरंदाज लिंबा राम, क्रिकेटर रवि शास्त्री और राष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी इंदु पुरी आदि भी शामिल थे. पूनिया के नाम पर विचार करने की मांग के बीच खेल मंत्री जितेंद्र सिंह ने इस मसले पर अपने सचिव पी के देब के साथ चर्चा की, लेकिन मंत्रालय ने साफ संकेत दिए हैं कि पुरस्कार के लिए नामित खिलाड़ियों की मूल सूची में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा.
स्टार क्रिकेटर विराट कोहली और वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एकल बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु सहित 15 खिलाड़ी राष्ट्रपति के हाथों अर्जुन पुरस्कार हासिल करेंगे. पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ियों की सूची इस प्रकार है.

राजीव गांधी खेल रत्नः

रंजन सोढ़ी


अर्जुन पुरस्कार:

विराट कोहली (क्रिकेट), चेक्रोवोलु स्वुरो (तीरंदाज), रंजीत महेश्वरी (एथलेटिक्स), पीवी सिंधु (बैडमिंटन), कविता चाहल (मुक्केबाजी), रूपेश शाह (स्नूकर), अभिजीत गुप्ता (शतरंज), गगनजीत भुल्लर (गोल्फ), सबा अंजुम (हॉकी), राजकुमारी राठौड़ (निशानेबाजी), जोशना चिनप्पा (स्क्वाश), मौमा दास (टेबल टेनिस), नेहा राठी (कुश्ती), धर्मेंद्र दलाल (कुश्ती) और अमित कुमार सरोहा (पैराखेल)


द्रोणाचार्य पुरस्कारः

पूर्णिमा महतो (तीरंदाजी), महावीर सिंह (मुक्केबाजी), नरिंदर सिंह सैनी (हॉकी), के पी थॉमस (एथलेटिक्स), राज सिंह (कुश्ती)


ध्यानचंद पुरस्कारः

मैरी डि सूजा (एथलेटिक्स), सैयद अली (हॉकी), अनिल मान (कुश्ती), गिरिराज सिंह (पैरा खेल)


राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कारः

युवा खिलाड़ियों की पहचान और उन्हें तैयार करने के लिए दिया जाने वाला पुरस्कार राष्ट्रीय खेल अकैडमी इलाहाबाद के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ. यू के मिश्रा को दिया जाएगा, खेल में विशिष्ट उपलब्धि के लिए वित्तीय सहायता सेना खेल संवर्धन बोर्ड, खेल अकैडमी की स्थापना और प्रबंधन के लिए पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकैडमी, हैदराबाद, खिलाड़ियों को रोजगार और खेल कल्याण कार्य के लिए पेट्रोलियम खेल संवर्धन बोर्ड.


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