विकिलिक्स को गुप्त दस्तावेज़ देने वाले मैनिंग को 35 साल की क़ैद
बुधवार, 21 अगस्त, 2013 को 20:12 IST तक के समाचार
विकिलीक्स को गुप्त अमरीकी दस्तावेज़ सप्लाई करने वाले सैनिक को 35 साल क़ैद की सज़ा सुनाई गई है.
पच्चीस साल के ब्रैडली मैनिंग के ख़िलाफ़ बीस मामले में केस दर्ज किया गया था.इसमें जासूसी का आरोप भी शामिल था.
मैनिंग ने पिछले हफ्ते अमरीका को नुक़सान पहुंचाने और अपने किए के 'अनपेक्षित नतीजों' के लिए माफ़ी मांगी थी.
विकिलीक्स को जारी किए गए दस्तावेज़ों में बहुत सारे राजनयिक संदेश भी थे जो अमरीकी अधिकारियों ने मुख्यालय या किसी और को लिखे थे.
इसको लेकर अमरीका की काफ़ी बदनामी हुई थी.
विकीलीक्स को जानकारी देने वाले मैनिंग को 35 साल की सज़ा
बुधवार, 21 अगस्त, 2013 को 21:23 IST तक के समाचार
अमरीकी गोपनीय दस्तावेज़ वेबसाइट विकीलीक्स को सौंपने के दोषी करार अमरीकी सैनिक ब्रैडले मैनिंग को 35 साल की सज़ा सुनाई गई है.
ब्रैडले मैनिंग को 20 जुलाई को 20 आरोपों का दोषी पाया गया था, इनमें जासूसी के भी आरोप थे.हालांकि अभियोजन पक्ष ने मैनिंग को 60 साल की सज़ा देने की मांग की थी.
सैन्य अदालत ने मैनिंग को सज़ा सुनाते हुए कहा कि उन्हें अमरीकी सेना की नौकरी से 'अपमानजनक रूप से' निकाल दिया जाएगा और उनके वेतन का कुछ हिस्सा भी ज़ब्त कर लिया जाएगा.
ब्रैडले मैनिंग ने जेल में अब तक जो समय बिताया है उसके बदले उन्हें सज़ा की अवधि में छूट मिलेगी.
गिरफ्तारी के ठीक बाद मुश्किल हालात में रहने के लिए भी हर्जाने के तौर पर मैनिंग को 112 दिन की छूट मिलेगी.
'शुक्रिया ब्रैडले'
ब्रैडले मैनिंग को जब सज़ा सुनाई गई तब उनके चेहरे पर कोई भाव नहीं थे लेकिन वो कुछ पल के लिए बैठे और अपने हाथों को मज़बूती से पकड़ लिया इसके बाद उन्हें अदालत से ले जाया गया.बीबीसी संवाददाता टॉम जियोगेगन के मुताबिक जैसे ही ब्रैडली मैनिंग को अदालत से ले जाया गया उनके समर्थकों ने उनके पक्ष में "हम आपका इंतज़ार करेंगे, ब्रैडले" और "शुक्रिया ब्रैडले, हम आपसे प्यार करते हैं" जैसे नारे लगाए.
ब्रैडले मैनिंग 2010 में इराक में तैनात थे और तब उन्होंने हज़ारों रिपोर्ट और राजनयिक केबल को जूलियन असांज की वेबसाइट विकीलीक्स को सौंप दिया था.
मैनिंग ने मुकदमे से पहले की सुनवाई में कहा था कि उन्होंने गोपनीय फाइलें इसलिए लीक की क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि इससे अमरीकी विदेश नीति और सेना के बारे में बहस छिड़ेगी.
सज़ा को लेकर सुनवाई के दौरान मैनिंग ने मैरीलैंड के फोर्ट मीड की सैन्य अदालत से कहा, "बीते तीन साल में मैंने काफ़ी कुछ सीखा है."
ब्रैडले मैनिंग की सज़ा की समीक्षा होगी और संभव है कि एक सैन्य कमांडर उनकी सज़ा घटा दे, अमरीकी सेना की आपराधिक अपील अदालत भी अपने आप ही सज़ा की समीक्षा करेगी.
इस बीच मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल और 'ब्रैडले मैनिंग सपोर्ट नेटवर्क' ने एक ऑनलाइन याचिका में अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से कहा है कि वो मैनिंग को माफ़ कर दें.
पद छोटा लेकिन जानकारियां बड़ी थी मैनिंग के पास
अमरीकी सेना के प्राइवेट फर्स्ट
क्लास अधिकारी ब्रैडली मैनिंग पर सेना के कंप्यूटरों से हजारों वर्गीकृत
दस्तावेजों को डाउनलोड करने का अपराध साबित हो गया है. मैंनिग के कंप्यूटर
हैकर दोस्त ने इस बात की तस्दीक की है.
विकीलीक्स को गुप्त दस्तावेज मुहैया कराने के आरोप में ब्रैडली मैनिंग को गिरफ्तार किया गया था.अमरीकी सेना के ख़ुफ़िया विश्लेषकों के मुताबिक मैनिंग की पहुंच अत्यधिक संवेदनशील सूचनाओं तक थी.
लेकिन प्राइवेट फर्स्ट क्लास के रूप में उसकी रैंक काफी कम थी और साथ ही वेतन भी मामूली था.
उसके दोस्त के मुताबिक वह सैन्य पेशे से असंतुष्ट था और इस कारण निष्क्रीय हो गया था.
निजी जीवन
प्राइवेट मैनिंग कम वेतन की नौकरियों से गुजरते हुए 2007 में सेना में शामिल हुआ थे.
वह ओकलाहोमा के एक छोटे कस्बे क्रीसेंट में पले-बढ़े. बताया जाता है कि उनके पिता ने सेना में पांच साल गुजारे थे.
लेकिन जब वह छोटे थे, उनके माता-पिता के बीच तलाक हो गया था और वह अपनी मां के साथ ब्रिटेन के दक्षिण-पश्चिम वेल्स में स्थित हैवरफोर्डवेस्ट में चले गये.
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक उनके शुरुआती दिन काफी मुश्किलों से भरे थे. अक्सर उनका मजाक उड़ाया जाता था.
वेल्स में उनके स्कूल के दिनों के एक दोस्त जेम्स क्रिकपैट्रिक ने बीबीसी को बताया कि वह काफी मजाकिया व्यक्ति था, जो हमेशा कंप्यूटरों से चिपका रहता था.
कुछ रिपोर्टों का कहना है कि वेल्स में उनका समय काफी कठिनाईयों भरा था और उसे समलैंगिक होने के कारण गालियों का सामना भी करना पड़ता था.
सेना में प्रवेश
उसे 2009 में इराक में नियुक्त किया गया. लेकिन फेसबुक पर उसके संदेशों से पता चलता है कि वह वहाँ जाकर खुश नहीं था.
उसकी कुछ पोस्टों से संबंधों में उसके अलगाव का पता भी चलता है.
इसके बाद अमरीकी सेना के अधिकारियों ने गोपनीय सूचनाओं की चोरी के संदेह में उसे गिरफ्तार कर लिया.
कंप्यूटर हैकर एड्रियन लामो ने स्वयं मीडिया के सामने कबूल किया कि प्राइवेट मैनिंग ने किस तरह इंटरनेट पर बातचीत के दौरान आंकड़ों की चोरी की बात स्वीकार की थी.
उनके संदेशों के ट्रांसस्क्रिप्ट के मुताबिक प्राइवेट मैनिंग ने कहा, “एक कमजोर सर्वर, कमजोर लॉगिंग, कमजोर भौतिक सुरक्षा, कमजोर खुफिया तंत्र, असावधान संकेत विश्लेषण... धावा बोलने के लिए सही मौका.”
लामो ने बताया कि इसके बाद उसने अधिकारियों को संदेश दिखाए.
चोरी के आरोप
वह गोपनीयता विरोधी संगठन विकीलीक्स के उस वीडियो फुटेज को लीक करने का भी आरोपी था, जिसमे 2007 में एक अपाचे हैलीकॉप्टर के जरिए बगदाद में 12 नागरिकों को मारते हुए दिखाया गया है.
विकीलीक्स ने अफगानिस्तान युद्ध से संबंधित कई हजार दस्तावेज जारी किए हैं.
वर्ष 2011 में अमरीकी सेना ने प्राइवेट मैनिंग पर 22 आरोप लगाए जो अनाधिकृत रूप से 7,20,000 से अधिक राजनयिक और सैन्य दस्तावेजों को हथियाने और उसके वितरण से संबंधित थे.
प्राइवेट मैनिंग ने इन आरोपों से इनकार नहीं किया और फरवरी 2012 में उस पर लगाए गए 22 आरोपों में से उसे 10 में दोषी पाया गया, लेकिन शत्रु को सहायता का सबसे गंभीर आरोप साबित नहीं हो सका.
उसने अदालत को बताया कि उसने इन दस्तावेजों को इसलिए लीक किया क्योंकि वह अमरीका में सेना की भूमिका और अमरीकी विदेश नीति पर सार्वजनिक बहस शुरू करना चाहता था.
इसके बाद जुलाई 2013 में प्राइवेट मैनिंग पर 20 आरोप सही साबित हुए, जिसमें जासूसी, चोरी और कंप्यूटर धोखाधड़ी शामिल थे.
लेकिन न्यायाधीश कर्नल डेनिस लिंड ने उसे शत्रु को मदद के सबसे गंभीर आरोप से मुक्त कर दिया. साथ ही न्यायाधीश ने माना की जेल में उसके साथ किया गया व्यवहार कठोर था और इसलिए क्षतिपूर्ति के रूप में उसकी सजा में 112 दिन कम कर दिए गए.
असांज ने की मैनिंग के ख़िलाफ़ फ़ैसले की आलोचना
विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन
असांज ने अमरीकी सैनिक ब्रैडली मैनिंग को जासूसी का दोषी करार देने के
फ़ैसले की आलोचना करते हुए इसे 'ख़तरनाक मिसाल' बताया है.
असांज ने लंदन में इक्वाडोर के राजदूतावास में
कहा, "ये निष्पक्ष सुनवाई नहीं थी. मैनिंग ने कोई गलत काम नहीं किया.
उन्होंने अमरीका और दुनिया के लोगों के सरकार की करतूत बताई."लेकिन अमरीका की एक सैन्य अदालत ने 25 वर्षीय मैनिंग को जासूसी समेत 20 अन्य आरोपों में दोषी पाया गया है. ब्रैडली मैनिंग ने विकीलीक्स को दस्तावेज़ लीक करने की बात स्वीकार कर ली थी.
लेकिन उनका ये भी कहना था कि उन्होंने ऐसा सिर्फ़ इसलिए किया था ताकि अमरीका की विदेश नीति पर बहस हो सके.
इसे अमरीकी सरकारी ख़ुफ़िया जानकारी लीक करने का सबसे बड़ा मामला माना जा रहा था. मैनिंग को इस मामले में 100 साल से भी ज़्यादा की सज़ा हो सकती है.
सज़ा के मामले में सुनवाई बुधवार से शुरू होगी. जासूसी के कई आरोपों के अलावा उन्हें चोरी के पाँच मामलों, कंप्यूटर धोखाधड़ी के एक मामले और सैन्य अपराध के कई मामलों में भी दोषी पाया गया है.
गिरफ़्तारी
मैनिंग को मई 2010 में गिरफ़्तार किया गया था. गिरफ़्तारी के वक्त वह इराक़ में तैनात थे. अमरीका भेजे जाने से पहले मैनिंग कई हफ़्तों तक कुवैत स्थित अमरीकी सैन्य ठिकाने के कैम्प एरीफजैन में हिरासत में रहे थे.मुकदमे की सुनवाई के दौरान सरकारी वकील मेजर एश्डेन फीन ने कहा था कि ब्रैडली मैनिंग ने सुनियोजित तरीके से हजारों गुप्त सरकारी दस्तावेजों को विकीलीक्स को उपलब्ध कराया था.
मेजर एश्डेन ने अदालत से कहा कि खुफिया विश्लेषक होने के नाते मैनिंग को पता होना चाहिए था कि उन्होंने जो दस्तावेज लीक किए थे वे क्लिक करें अल-कायदा के पास भी पहुंच सकते थे.
अभियोजन पक्ष ने अदालत से कहा कि मैनिंग ने जो दस्तावेज लीक किए हैं उनसे अमरीका की राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचा है जिसके कारण अमरीकी नागरिकों, विदेशी खुफिया कर्मचारियों और कूटनीतिज्ञों के जीवन को खतरा बढ़ गया.
मेजर फीन ने कहा कि इनमें से कुछ दस्तावेज आखिरकार ओसामा बिन लादेन तक पहुंच भी गए थे.
लेकिन मैनिंग के वकील डेविड कूम्ब ने कहा था कि मैनिंग ने “किसी दुर्भावना के बिना” यह कार्य किया था इसलिए उनके ऊपर 'शत्रु की मदद' का आरोप न्यायोचित नहीं है.
सैन्य नीति पर 'बहस'
मैनिंग ने जो दस्तावेज लीक किए थे उनमें अमरीकी अपाचे हेलिकॉप्टर से इराक की राजधानी बग़दाद में किए एक हमले का विस्तृत विवरण था. 2007 में हुए इस हमले में करीब एक दर्जन लोग मारे गए थे. मारे गए लोगों में समाचार एजेंसी रॉयटर्स का एक पत्रकार भी शामिल था.
मैनिंग ने जो दस्तावेज लीक किए थे उनमें इराक और अफगानिस्तान युद्ध की 4,70,000 रिपोर्टें और अमरीकी सरकार एवं उसके विभिन्न दूतावासों के बीच हुए 2,50,000 गुप्त पत्राचार शामिल हैं.
इराक़ पर अमरीकी युद्ध की 'छिपी सच्चाई' बताई: विकिलीक्स का मुखबिर
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विकीलीक्स को बड़ी संख्या में खुफिया दस्तावेज मुहैया कराने का
आरोप झेल रहे अमरीकी सैनिक का कहना है कि वो इराक़ और अफगानिस्तान में
युद्ध के औचित्य पर बहस कराना चाहते थे.
ब्रैडली मैनिंग पर सरकारी सूचनाओं के दुरुपयोग का मुकदमा चल रहा है, लेकिन उन्होंने अपने ऊपर लगे कई आरोपों से इंकार किया है.बाद में सेना के एक न्यायाधीष ने उनके 'कसूरवार' होने की अनुनय को माना जिसके लिए मैनिंग को 20 साल तक की सज़ा हो सकती है.
सेना की भूमिका
क्लिक करें मैनिंग ने अदालत में कहा, "मैं मानता हूं कि अगर ये दस्तावेज़ अमरीकी जनता के सामने होते तो इससे सेना की भूमिका और अमरीका की विदेश नीति पर एक सार्वजनिक बहस छिड़ सकती थी."उन्होंने उस घटना का भी ज़िक्र किया जब इराक़ में एक हवाई हमले में रॉयटर्स समाचार एजेंसी के दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी.
"मेरे लिए सबसे ज्यादा चिंताजनक बात ये थी कि किस आनंद के साथ हवाई दस्ते ने इस खूनी खेल को अंजाम दिया था. वो ऐसा था मानो बच्चे चींटियों को मैगनिफाइंग लेंस से सता रहे हों."
"मेरे लिए सबसे ज्यादा चिंताजनक बात ये थी कि किस आनंद के साथ हवाई दस्ते ने इस खूनी खेल को अंजाम दिया था. वो ऐसा था मानो बच्चे चींटियों को मैगनिफाइंग लेंस से सता रहे हों"
ब्रैडली मैनिंग
ऐडम्स के मुताबिक मैनिंग के समर्थक उन्हें एक हीरो मानते हैं जिन्हें सेना क्रूर सज़ा दे रही है लेकिन अमरीकी सेना उन्हें एक देशद्रोही मानती है.
सबसे बड़ी लीक
मैनिंग पर कम से कम 72,000 से ज़्यादा गुप्त सरकारी सैन्य दस्तावेज़ों को अपने पास रखने और उन्हें सार्वजनिक करने का आरोप है.मैनिंग की गिरफ्तारी तब हुई थी जब एक इंटरनेट हैकर अमरीकी अधिकारियों के सामने उन सबूतों के साथ पेश हुआ जिनमें मैनिंग ने दस्तावेज़ चोरी करने की बात स्वीकार की थी.
सरकारी प्रवक्ता पी जे क्राउली ने इसके विरोध में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और कई ब्रितानी नेताओं ने भी इसकी भर्त्सना की थी.
मैनिंग को 2010 जुलाई में क्वानटिको के सुरक्षित जेल में अकेले रखा गया था लेकिन अप्रैल 2011 के बाद उसे फोर्ट लेवनवर्थ के निचले सुरक्षा जेल में रखा गया है.
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