84 कोसी परिक्रमाः सरकार और विहिप आमने-सामने
25 अगस्त से 13 सितम्बर तक चौरासी कोसी परिक्रमा यात्रा
निकालने की घोषणा
लखनऊ/अयोध्या, 21-08-13 12:31 PM
लखनऊ/अयोध्या, 21-08-13 12:31 PM
84 कोसी परिक्रमा पर विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के अड़ियल रवैये को दखेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने भी अयोध्या और उसके आसपास के जिलों में सुरक्षाबलों की तैनाती शुरू कर दी है। शासन स्तर के अधिकारी जहां यह दावा कर रहे हैं कि अयोध्या और आसपास के इलाकों में संतों का जमावाड़ा किसी भी हाल में नहीं होने दिया जाएगा, वहीं दूसरी ओर विहिप ने भी ऐलान कर दिया है कि 84 कोसी परिक्रमा अपने निर्धारित तिथि पर ही शुरू होगी।
विहिप की ओर से 25 अगस्त से 13 सितम्बर तक चौरासी कोसी परिक्रमा यात्रा
निकालने की घोषणा पहले से ही की गयी है, लेकिन उप्र सरकार ने इस धार्मिक
यात्रा को निकालने पर पाबंदी लगा दी है। सरकार ने कहा कि 84 कोसी परिक्रमा
के बहाने विहिप नई परम्परा की शुरुआत करना चाहती है और इसकी इजाजत नहीं दी
जा सकती।
विहिप ने हालांकि उप्र सरकार पर यह आरोप लगाया है कि सरकार गलत तथ्यों का
सहारा ले रही है। परिक्रमा के लिए कोई समय सीमा नहीं होती है यह कभी भी
आयोजित की जा सकती है।
बहराल 84 कोसी परिक्रमा को लेकर उप्र में सियासी
पारा गरम है।
उप्र के पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था राजकुमार विश्वकर्मा ने साफतौर
पर कहा है कि अयोध्या में संतों का जमावाड़ा रोकने की पूरी तैयारी कर ली गई
है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में फिलहाल पीएसी की 12 कम्पनियां तैनात हैं
और जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त सुरक्षाबलों के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा
जाएगा।
उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो अन्य राज्यों से लगी सीमाओं को भी सील किया
जाएगा। अयोध्या, गोंडा, बहराइच, अम्बेडकर नगर, फैजाबाद और बाराबंकी में बड़ी
संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। शासन स्तर के बड़े अधिकारी ने
बताया कि रेलवे स्टेशनों, बस अडडों और हवाईअड्डों पर कड़ी निगरानी शुरू कर
दी गई है। साधु-संत जहां भी मिलेंगे उन्हें वहीं से वापस लौटा दिया जाएगा।
विहिप ने भी सरकार से दो-दो हाथ करने का मन बना लिया है। पूर्व गृह राज्य
मंत्री और रामजन्मभूमि न्यास समिति से जुड़े स्वामी चिन्मयानंद ने भी साफ कर
दिया है कि सरकार चाहे अयोध्या और फैजाबाद की सीमा सील करे या फिर पूरे
उप्र की, संत अपनी परिक्रमा जरूर करेंगे।
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रकाश शर्मा ने कहा कि सरकार चाहे जो करे
परिक्रमा तो होकर रहेगी। सरकार को यदि संतों पर लाठी चलाना है तो लाठी
चलाए, गोली चलाना है तो गोली चलाए लेकिन विहिप अपने तय कार्यक्रम के अनुसार
ही आगे बढ़ेगी।
विहिप अयोध्या यात्रा रद्द नहीं करेगी
नई दिल्ली, 20-08-13 10:39 PM
प्रस्तावित यात्रा को प्रतिबंधित करने के लिए समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर पार्टी के साथी आजम खान के दबाव में झुकने का आरोप लगाते हुए विहिप ने कहा कि वह अपनी योजना पर आगे बढ़ेगी।
विहिप अध्यक्ष अशोक सिंघल ने उत्तर प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि अगर उसने प्रतिबंध को लागू करने के लिए बल का इस्तेमाल किया तो उसे प्रतिकूल परिणाम भुगतने होंगे। सिंघल ने दावा किया कि 20 दिवसीय यात्रा के लिए सपा का समर्थन मांगने के लिए जब वह 17 अगस्त को यादव से मिले तो वह विचार के लिए ग्रहणशील थे। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री खान के स्पष्ट संदर्भ में सिंघल ने कहा कि सरकार के फैसले को जानकर हम हैरत में हैं। उनकी पार्टी में मुस्लिमों का प्रतिनिधित्व करने वाले नेता ने बैठक के प्रति नाखुशी जताई थी और यादव स्पष्ट तौर पर दबाव में झुक गए। खान ने बैठक के प्रति नाखुशी जाहिर की थी और कहा था कि यह मुस्लिम समुदाय में गलत संदेश भेजेगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए कल 84 कोसी पदयात्रा प्रतिबंधित कर दी है। उसे विहिप के फैसले के पीछे राजनैतिक कारणों का संदेह था क्योंकि चुनाव अगले साल होने वाले हैं। सिंघल ने दावा किया कि इसके पीछे कोई राजनीति नहीं है क्योंकि अयोध्या में राम मंदिर के लिए उनका आंदोलन छह दशक से अधिक समय से चल रहा है। उन्होंने कहा कि देशभर के साधुओं को यात्रा की सूचना दी जा चुकी है और इसे रद्द नहीं किया जा सकता। यह यात्रा पूर्वी उत्तर प्रदेश के छह जिलों से होकर गुजरेगी जिसके जरिए मंदिर के लिए समर्थन जुटाने का प्रयास किया जाएगा।
चौरासी कोसी यात्रा को लेकर शासन सख्त
Wed, 21 Aug 2013 09:51 AM (IST)मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था राजकुमार विश्वकर्मा और विशेष सचिव गृह अरुण कुमार मिश्र ने बताया कि 84 कोसी यात्रा के लिए पुलिस विशेष कार्ययोजना बना रही है। राज्य स्तर पर, अयोध्या और सम्बंधित छह जिलों (फैजाबाद, बाराबंकी, अम्बेडकरनगर, गोंडा, बस्ती और बहराइच) में संतों से न जाने के लिए काउंसिलिंग करेंगे और अगर वह नहीं माने तो विधिक कार्रवाई की जायेगी।
उधर, पुलिस के उच्चाधिकारी लगातार तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। पुलिस महानिदेशक देवराज नागर, अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था अरुण कुमार और आइजी जोन लखनऊ सुभाष चंद्र ने भी मातहतों से अब तक की तैयारियों की जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। इस बीच अयोध्या की सीमा सील करने की भी प्रक्रिया शुरू हो गयी है। जिन जिलों से यात्रा प्रस्तावित की गयी है, वहां भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये हैं। सीमावर्ती जिलों में भी चौकसी बरती जा रही है। अधिकारियों को शासन से यह हिदायत है कि परिक्रमा करने वाले हवाई जहाज, बस, ट्रेन या सड़क मार्ग जैसे भी आयें उन्हें रोका जाय।
सुरक्षा में तैनात पुलिस बल के संदर्भ में पूछे जाने पर विश्वकर्मा ने बताया कि ईद के दौरान आवंटित 12 कंपनी आरएएफ और अयोध्या में पहले से ही विवादित स्थल पर तैनात 12 कंपनी पीएसी के अलावा रेड जोन में सीआरपीएफ की बटालियन लगाई गयी है। व्यापक सुरक्षा के इंतजाम किये गये हैं। अफसरों को यह विशेष हिदायत दी गयी है कि किसी भी स्थिति में नागरिक सुविधाएं अव्यवस्थित न होने पायें।
अयोध्या में विहिप की परिक्रमा पर सरकार सख्त, छह जिलों में धारा 144 लागू
Wed, 21 Aug 2013 11:36 AM (IST)इन इलाकों में तनाव की स्थिति की आशंका के मद्देनजर धारा 144 लागू कर दी गई है।
अयोध्या की सीमा सील करने की प्रक्रिया भी शरू हो गई है। इधर, विश्व हिंदू परिषद के संत 25 अगस्त से 13 सितंबर तक चलाने वाली अपनी इस यात्रा पर अड़े हुए हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को सरकार ने इस यात्रा के लिए अपनी सहमति नहीं दी थी। जिसके बाद विहिप संरक्षक अशोक सिंघल ने सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर किसी ने भी उनकी यात्रा में खलल डालने की कोशिश की तो उसका अंजाम अच्छा नहीं होगा। उन्होंने कहा था कि अगर ये यात्रा रोकी गई तो इसका असर पूरे देश पर होगा।
गृह विभाग के प्रमुख सचिव आरएम श्रीवास्तव का कहना है कि चौरासी कोसी यात्रा चैत्र पूर्णिमा से बैसाख की पूर्णिमा के बीच होती है। उस हिसाब से यह यात्रा 25 अप्रैल से 20 मई के बीच हो चुकी है। ऐसे में नई परंपरा शुरू करने का कोई मतलब नहीं है। सरकार इसकी इजाजत नहीं देती है।
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