84 कोसी: किन 500 लोगों पर है सरकार की पैनी नजर?
लखनऊ/फैजाबाद अंतिम अपडेट 24 अगस्त 2013 10:23 AM
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कोसी परिक्रमा शुरू होने में अब 24 घंटे ही बचे हैं। विहिप की तैयारियों
को देखते हुए अयोध्या-फैजाबाद को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
शनिवार से फैजाबाद की सीमा सील कर दी जाएगी। केंद्र से मिले सुरक्षाबलों की कुछ और टुकड़ियां शुक्रवार को फैजाबाद और आसपास के जिलों में तैनात कर दी गईं।
500 से ज्यादा लोगों को चिह्न्ति करते हुए अधिकारियों से उन पर नजर रखने की हिदायत दी गई है। शुक्रवार देर रात से गिरफ्तारियों का सिलसिला भी शुरू होने का अंदेशा है।
मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने फैजाबाद के डीएम एवं एसएसपी को लखनऊ तलब कर हालात की समीक्षा की।
बैठक के बाद पुलिस महानिदेशक देवराज नागर ने मीडिया को बताया कि परिक्रमा किसी हालत में नहीं निकलने दी जाएगी, किसी ने कोशिश की तो गिरफ्तारी होगी।
इस बीच, सरकार ने संतों सहित सभी से इसमें शामिल न होने का अनुरोध किया है। सरकार की ओर से साफ किया गया है कि आम लोगों के आवागमन पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है।
परिक्रमा मार्ग से संबंधित अन्य जिलों में भी जगह-जगह बैरीकेडिंग कर वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है। शनिवार शाम से सीमा पूरी तरह सील कर दी जाएगी।
हालांकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अफसरों को संतों के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार न किए जाने की खास हिदायत दी है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि आम लोगों को कोई दिकक्त न हो। इसके उल्लंघन पर उन्होंने कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
उधर, विहिप ने परिक्रमा के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, शुरू करने की बात दोहराते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि उसने हठधर्मिता न छोड़ी तो गंभीर नतीजे होंगे।
भाजपा ने भी सरकार पर एक वर्ग विशेष के वोट लेने के लिए हिंदू आस्था पर चोट पहुंचाने का आरोप लगाते हुए विहिप के साथ रहने का ऐलान किया।
शनिवार से फैजाबाद की सीमा सील कर दी जाएगी। केंद्र से मिले सुरक्षाबलों की कुछ और टुकड़ियां शुक्रवार को फैजाबाद और आसपास के जिलों में तैनात कर दी गईं।
500 से ज्यादा लोगों को चिह्न्ति करते हुए अधिकारियों से उन पर नजर रखने की हिदायत दी गई है। शुक्रवार देर रात से गिरफ्तारियों का सिलसिला भी शुरू होने का अंदेशा है।
मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने फैजाबाद के डीएम एवं एसएसपी को लखनऊ तलब कर हालात की समीक्षा की।
बैठक के बाद पुलिस महानिदेशक देवराज नागर ने मीडिया को बताया कि परिक्रमा किसी हालत में नहीं निकलने दी जाएगी, किसी ने कोशिश की तो गिरफ्तारी होगी।
इस बीच, सरकार ने संतों सहित सभी से इसमें शामिल न होने का अनुरोध किया है। सरकार की ओर से साफ किया गया है कि आम लोगों के आवागमन पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है।
परिक्रमा मार्ग से संबंधित अन्य जिलों में भी जगह-जगह बैरीकेडिंग कर वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है। शनिवार शाम से सीमा पूरी तरह सील कर दी जाएगी।
हालांकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अफसरों को संतों के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार न किए जाने की खास हिदायत दी है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि आम लोगों को कोई दिकक्त न हो। इसके उल्लंघन पर उन्होंने कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
उधर, विहिप ने परिक्रमा के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, शुरू करने की बात दोहराते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि उसने हठधर्मिता न छोड़ी तो गंभीर नतीजे होंगे।
भाजपा ने भी सरकार पर एक वर्ग विशेष के वोट लेने के लिए हिंदू आस्था पर चोट पहुंचाने का आरोप लगाते हुए विहिप के साथ रहने का ऐलान किया।
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