Monday, 14 July 2014

समापन समारोह और शकीरा का जादू

समापन समारोह और शकीरा का जादू




विश्व कप के उद्घाटन समारोह की तुलना में समापन समारोह कम समय में ही ख़त्म हो गया.
समापन कार्यक्रम सिर्फ़ 18 मिनट तक चला जबकि उद्घाटन समारोह 25 मिनट लंबा था.

शकीरा का जादू
समापन कार्यक्रम की एक और ख़ासियत थी पॉप गायिका शकीरा का गायन.
शकीरा ने अपना नया हिट गाना ‘दारे (ला ला ला)’ गाया जिसमें इस कोलंबियाई गायिका का साथ दिया कार्लिन्होस ब्राउन ने.
इन दोनों के अलावा मेक्सिको के गिटारिस्ट कार्लोस सांताना, हेती के संगीतकार वायक्लिफ़ जीन और ब्राज़ील के अलेक्सांद्रे पिरेस की तिकड़ी ने विश्व कप का एंथम, “वी विल फ़ाइंड ए वे” को गाया.
साथ ही इवेते सांगालो ने पिरेस के साथ मिलकर ‘हार्ट एक्सप्लोड्स’ गाना गाया.
‘सपने की चोरी’
अर्जेंटीना के अख़बार ओले की हेडलाइंस अक्सर मज़ाकिया होती हैं. लेकिन रविवार के फ़ाइनल में जर्मनी की जीत पर अफ़सोस जताते हुए अख़बार की हेडलाइन थी: “हमने सपना चुरा लिया”.
ओले का इंटरनेट संस्करण जर्मन अख़बार द बिल्ड की तरह दिख रहा था.

ओले ने दावा किया कि अर्जेंटीना को पेनल्टी लेने का मौका नहीं दिया गया. “आर्जन्टीना अच्छा खेला, मुक़ाबला बढ़िया था लेकिन इतालवी रेफ़री ने हिगुएन को पेनल्टी नहीं दी. इस दर्द के बावजूद आपको इन खिलाड़ियों की तारीफ़ करनी होगी.”
एक अन्य अख़बार ला नेसियॉन कुछ ज़्यादा संयमित दिखा. अख़बार लिखता है- “अर्जेंटीना जर्मनी से फ़ाइनल मैच 1-0 से हार गया और ऐसा लगा जैसे खुशी हमारे बेहद क़रीब आकर चली गई.”
ट्रॉफी देने के लिए पहुंचीं राष्ट्रपति डिल्मा
विश्व कप फ़ुटबॉल के उद्घाटन समारोह का सबसे विवादास्पद क्षणों में से एक वो भी था जब दर्शकों ने ब्राज़ील की राष्ट्रपति डिल्मा राउसेफ़ के खिलाफ़ प्रदर्शन किया.
इस वजह से ब्राज़ील की राष्ट्रपति पूरे मैच के दौरान परिदृश्य से बाहर रहीं. लेकिन रविवार को माराकाना में अर्जेंटीना और जर्मनी के बीच होने वाले फ़ाइनल मैच में दिख ही गईं.

ब्राजील की राष्ट्रपति न सिर्फ़ स्टेडियम में आईं बल्कि उन्होंने जर्मनी के कप्तान फिलिप लाम को विश्व कप ट्रॉफ़ी भी थमाई. इससे पहले ख़बरें थीं कि ब्राज़ील के महान फ़ुटबॉलर पेले या फिर सुपर-मॉडल गिसेल बुंडचेन ट्रॉफी प्रदान करेंगे.
सबसे दुखी प्रशंसक
सुपर-मॉडल बुंडचेन फ़ाइनल मैच में दिखाई पड़ी थीं लेकिन उनकी भूमिका खेल की शुरुआत में सिर्फ़ ट्रॉफ़ी के अनावरण तक ही सीमित रही.

शिष्टतापूर्वक रोते हुए तस्वीरों के साथ क्लोविस एकोस्टा फ़र्नांडिज “ब्राज़ील के सबसे दुखी प्रशंसक” बन गए हैं. सेमी फ़ाइनल में जर्मनी के हाथों ब्राज़ील के 7-1 से हारने के बाद उन्होंने ट्रॉफी की प्रतिकृति जर्मनी के एक प्रशंसक को सौंपी.
इस दौरान उनका कहना था, “मैंने इस हर टूर्नामेंट में लिया है. यह मूल ट्रॉफी के बिल्कुल बराबर है, हालांकि मेरी ट्रॉफ़ी को कहीं ज़्यादा बार चूमा गया है.”
फर्नांडिज ने इसे जर्मन महिला को सौंपते हुए कहा, “इसे अपने पास रखो. आपके पास ये सही हाथों में रहेगी.”

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