दहशत में देवभूमि उत्तराखंड , केदारघाटी में भारी बारिश ...डीएम ने सभी स्कूल बंद करने के दिए आदेश :::: केदारघाटी, चमोली,जोशीमठ और बदरीनाथ समेत ऊपरी और निचले इलाको में अलर्ट घोषित...खतरे के निशान के करीब पहुंचा अलकनंदा का जलस्तर
दहशत में देवभूमि उत्तराखंड , केदारघाटी में भारी बारिश
...डीएम ने सभी स्कूल बंद करने के दिए आदेश
16 JULY 2014
देहरादून : बुधवार की सुबह देहरादून और हरिद्वार के साथ उत्तराखंड के कई इलाकों में जोरदार बारिश शुरु हो गई है। इसके साथ ही भारी बारिश के चलते केदारघाटी के जिलाधिकारी ने जिले के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। यह अवकाश 16 से 18 जुलाई तक रहेगा। जिले में हो रही भारी बारिश के कारण जिलाधिकारी ने यह घोषणा बुधवार की सुबह की। जिसके बाद स्कूलों को बंद कर दिया गया। इस साथ ही केदारनाथ हाईवे लगातार तीसरे दिन मंगलवार को भी जगह-जगह अवरुद्ध रहा। देर शाम हाईवे छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है।केदारनाथ और बदरीनाथ हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन होने से वे आवागमन की दृष्टि से हाईरिस्की हो गए हैं। एक तरफ नदी और दूसरी ओर पहाड़ी से होते भूस्खलन से केदारनाथ हाईवे पर विजयनगर-पुराना देवल में मार्ग संवेदनशील बना हुआ है। पिछले वर्ष की आपदा से केदारनाथ हाईवे कई स्थानों पर ध्वस्त हो गया था। विजयनगर में करीब 700 मीटर सड़क मंदाकिनी नदी में समा गई थी। यहां लोनिवि ने राजमार्ग पर पत्थर-मिट्टी का भरान कर डामरीकरण कर दिया था, लेकिन इसी सोमवार को यहां पर करीब 20 मीटर सड़क फिर ध्वस्त होने से वाहनों की आवाजाही बंद है। वहीं, सिरोहबगड़ में बदरीनाथ हाईवे पर मलबा आने से सड़क अवरुद्ध होने का सिलसिला जारी है।
खतरे के निशान के करीब पहुंचा अलकनंदा का जलस्तर
श्रीनगर गढ़वाल: केदारघाटी, चमोली समेत ऊपरी इलाको
में रात से लगातार पड़ रही मूसलाधार बारिश के कारण श्रीनगर में अलकनंदा नदी
के जल स्तर बढ़ गया है. अलकनंदा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुँच चुका
है। निचले इलाको में अलर्ट घोषित कर दिया गया है.
16 JULY 2014
देहरादून : बुधवार की सुबह देहरादून और हरिद्वार के साथ उत्तराखंड के कई इलाकों में जोरदार बारिश शुरु हो गई है। इसके साथ ही भारी बारिश के चलते केदारघाटी के जिलाधिकारी ने जिले के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। यह अवकाश 16 से 18 जुलाई तक रहेगा। जिले में हो रही भारी बारिश के कारण जिलाधिकारी ने यह घोषणा बुधवार की सुबह की। जिसके बाद स्कूलों को बंद कर दिया गया। इस साथ ही केदारनाथ हाईवे लगातार तीसरे दिन मंगलवार को भी जगह-जगह अवरुद्ध रहा। देर शाम हाईवे छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है।केदारनाथ और बदरीनाथ हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन होने से वे आवागमन की दृष्टि से हाईरिस्की हो गए हैं। एक तरफ नदी और दूसरी ओर पहाड़ी से होते भूस्खलन से केदारनाथ हाईवे पर विजयनगर-पुराना देवल में मार्ग संवेदनशील बना हुआ है। पिछले वर्ष की आपदा से केदारनाथ हाईवे कई स्थानों पर ध्वस्त हो गया था। विजयनगर में करीब 700 मीटर सड़क मंदाकिनी नदी में समा गई थी। यहां लोनिवि ने राजमार्ग पर पत्थर-मिट्टी का भरान कर डामरीकरण कर दिया था, लेकिन इसी सोमवार को यहां पर करीब 20 मीटर सड़क फिर ध्वस्त होने से वाहनों की आवाजाही बंद है। वहीं, सिरोहबगड़ में बदरीनाथ हाईवे पर मलबा आने से सड़क अवरुद्ध होने का सिलसिला जारी है।
खतरे के निशान के करीब पहुंचा अलकनंदा का जलस्तर
चमोली:भारी बारिश, लोगों को सुरक्षित जगह जाने को कहा
मौसम विभाग की चेतावनी के मुताबिक चमोली में भारी
बारिश शु्रू हो गई है। भारी बारिश से गदेरों में पानी बढ़ रहा है जिससे
लोगों में दहशत का माहौल है।
मौसम विभाग की ओर से 16, 17 और 18 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए चमोली जिला प्रशासन ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है।
जिलाधिकारी ने जिला, तहसील और विकासखंड स्तर के अधिकारियों को एसएमएस कर ग्रामीणों को भारी बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने के लिए कहा है।
जोशीमठ तहसील और थाना बदरीनाथ के अधिकारियों को बारिश शुरू होते ही बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा सुरक्षित स्थानों पर ही रोकने के निर्देश दिए हैं।
मौसम विभाग की ओर से 16, 17 और 18 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए चमोली जिला प्रशासन ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है।
जिलाधिकारी ने जिला, तहसील और विकासखंड स्तर के अधिकारियों को एसएमएस कर ग्रामीणों को भारी बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने के लिए कहा है।
जोशीमठ तहसील और थाना बदरीनाथ के अधिकारियों को बारिश शुरू होते ही बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा सुरक्षित स्थानों पर ही रोकने के निर्देश दिए हैं।
लाउडस्पीकर लगाकर किया गया अलर्ट
प्रशासन ने नंदप्रयाग, चमोली, गोपेश्वर और जोशीमठ में लाउडस्पीकर से भी लोगों को भारी बारिश के दौरान अलर्ट रहने के लिए कहा है।
जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने कहा कि लामबगड़ क्षेत्र में बारिश होते ही एहतियातन यात्रा को सुरक्षित स्थानों पर रोक लिया जा रहा है।
गौरतलब है कि लामबगड़ वही क्षेत्र है जहां पर गदेरे में पानी बढ़ने के कारण मार्ग बह गया था और सैकड़ों यात्री बदरीनाथ धाम में फंसे रह गए थे जिन्हें बाद में मौसम साफ होने पर सुरक्षित निकाला गया था।
जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने कहा कि लामबगड़ क्षेत्र में बारिश होते ही एहतियातन यात्रा को सुरक्षित स्थानों पर रोक लिया जा रहा है।
गौरतलब है कि लामबगड़ वही क्षेत्र है जहां पर गदेरे में पानी बढ़ने के कारण मार्ग बह गया था और सैकड़ों यात्री बदरीनाथ धाम में फंसे रह गए थे जिन्हें बाद में मौसम साफ होने पर सुरक्षित निकाला गया था।
किनारे के गांवों को अलर्ट रहने के निर्देश
16, 17 और 18 जुलाई को मौसम विभाग ने चमोली जिले में
भारी बारिश होने की संभावना जताई थी। जिसे देखते हुए जिले के घाट,
नारायणबगड़, देवाल, थराली, गैरसैंण और जोशीमठ क्षेत्रों में नदी और गदेरों
के किनारे बसे गांवों के ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
वहीं, नगर पालिका जोशीमठ द्वारा भी मंगलवार को वाहन में लाउडस्पीकर लगाकर लोगों को अलर्ट किया गया। ऐसे में देर रात शु्रू हुई भारी बारिश से लोगों में दहशत का माहौल है।
ताजा खबर मिलने तक देर रात में जोरदार बारिश जारी है
वहीं, नगर पालिका जोशीमठ द्वारा भी मंगलवार को वाहन में लाउडस्पीकर लगाकर लोगों को अलर्ट किया गया। ऐसे में देर रात शु्रू हुई भारी बारिश से लोगों में दहशत का माहौल है।
ताजा खबर मिलने तक देर रात में जोरदार बारिश जारी है
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